एटा-खून से लथपथ मिला अज्ञात व्यक्ति का शव,
स्थानीय लोगों ने कराया हॉस्पिटल में भर्ती, मलावन थाना क्षेत्र के फ्लाईओवर की घटना
भारत में 6G की तैयारी,मिलेगी 5 गुना तेज इंटरनेट की रफ्तार,बढ़ेगा डिवाइस का बैटरी बैकअप
नई दिल्ली।भारत सक्रिय रूप से 6G की तैयारी कर रहा है। इससे 5G से 100 गुना तेज होने और बैटरी बैकअप में सुधार होने की उम्मीद है। 5G पहले से ही देश के 99 फीसदी हिस्से को कवर कर रहा है।सरकार तेजी से 6G डेवलपमेंट को बढ़ावा दे रही है।
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने डिजिटल एडवांसमेंट की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि भारत का लक्ष्य 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का है। DoT द्वारा 2023 में गठित इंडिया 6G एलायंस का लक्ष्य स्टार्टअप्स, कंपनियों और निर्माताओं को एकजुट करके 6G इनोवेशन को बढ़ावा देना है।दावा किया गया है कि 6G 100Mbps तक की स्पीड दे सकता है,जिससे इंटरनेट कनेक्टिविटी काफी बढ़ जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुताबिक (via Timesbull), भारत 2027 तक जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। ऐसे में देश को डिजिटल रूप से मजबूत और एडवांस होना जरूरी है। केंद्रीय मंत्री ने भरोसा दिलाया कि इस मामले में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह भी बताया गया कि भारत ने रिकॉर्ड 22 महीनों में 5G लॉन्च किया, जो दुनिया में सबसे तेज था। यह वर्तमान में देश के लगभग 99 प्रतिशत क्षेत्र को कवर करता है।
केंद्रीय संचार मंत्री के मुताबिक सरकार 6G तकनीक को बढ़ावा दे रही है।दावा किया जा रहा है कि 6G तकनीक की मदद से यूजर को 100Mbps डेटा स्पीड मिल सकती है। इंटरनेट स्पीड 5 गुना बढ़ जाएगी।करीब 10 साल पहले भारत में इंटरनेट स्पीड 1.5 एमबीपीएस हुआ करती थी।
इसके लिए दूरसंचार विभाग (DoT) पहले ही एक 6G Alliance को गठित कर चुका है। इसका उद्देश्य भारतीय स्टार्टअप, कंपनियों और निर्माताओं को एक साथ लाकर 6G तकनीक के डिजाइन, विकास और तैनाती को बढ़ावा देना है। इसका गठन 2023 में किया गया था। 6G नेटवर्क सैटेलाइट कनेक्टिविटी और AI-ड्रिवन कम्युनिकेशन को एकीकृत करेगा। इससे बैटरी बैकअप में भी सुधार होगा, क्योंकि सेंसर-आधारित नेटवर्क तभी सक्रिय होगा जब डिवाइस उपयोग में होगा।
पिछले साल एक इंटरव्यू में केंद्रिय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि 3G में देश की गति धीमी थी, 4G और 5G में दुनिया के साथ देश चला था और 6G में देश के पास दुनिया में अगुवाई करने की क्षमता है।केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि 1GB डेटा की कॉस्ट जो कभी 287 रुपये होती थी, वह अब घटकर नौ रुपये हो गई है। यह एक बड़ा बदलाव है।हालांकि उसके बाद से टेलीकॉम कंपनियों ने एक के बाद एक टैरिफ में बड़ी बढ़ोतरी भी की है।
अयोध्या में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, 25 KMपहले ही रोक दी गईं गाड़ियां
अयोध्या।प्रयागराज में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में संगम आस्था की डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालुओं का सैलाब राम नगरी अयोध्या पहुंच रहा है।राम नगरी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है।सोमवार सुबह से श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर रहे हैं।श्रद्धालुओं के सैलाब को को देखते हुए अयोध्या प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।हजारों वाहन राम नगरी से 25 किलोमीटर दूर रोक दिए गए हैं।राम मंदिर,जन्मभूमि पथ और हनुमानगढ़ी समेत प्रमुख धार्मिक स्थलों की ओर जाने वाली सड़कें श्रद्धालुओं से खचाखच भरी हैं।अपर्याप्त की पुलिस तैनाती से तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई,कुछ निराश श्रद्धालुओं ने तो बैरिकेड्स भी तोड़ दिए।
मंदिर प्रशासन अपने ढंग से श्रद्धालुओं के सैलाब को कंट्रोल करने में जुटा है।राम नगरी में श्रद्धालुओं के उमड़े सैलाब का एक वीडियो भी सामने आया है,जिसमें देखा जा सकता है कि श्रद्धालु एक दूसरे का हाथ पकड़कर रामलला का दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं।
राम नगरी की संकरी गलियां श्रद्धालुओं से भर गईं हैं।श्रद्धालुओं ने हर मार्ग को अवरुद्ध कर दिया है,जिससे स्थिति और भी खराब हो गई है।सोमवार को स्थिति इस सप्ताह की शुरुआत में देखी गई स्थिति के अनुरूप ही है।मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में संगम में आस्था की डुबकी लगाने के बाद राम नगरी अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ना शुरू हो गया।सड़कें रात भर भरी रहीं और भोर होते ही जय श्री राम के नारे गूंजने लगे।
बता दें कि राम नगरी में श्रद्धालुओं का उमड़ा ये सैलाब एक अद्भुत और अविस्मरणीय अनुभव प्रदान कर रहा है। श्रद्धालुओं का यह सैलाब भक्ति और आस्था को दर्शाता है।साथ ही यह भी दिखाता है कि रामलला के प्रति श्रद्धालुओं की श्रद्धा और भक्ति कितनी गहरी है।
अनुमान के मुताबिक 96 घंटों के अंदर लगभग 65 लाख श्रद्धालु राम नगरी आ चुके हैं।स्थिति को संभालने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने कमान संभाल ली है और रात भर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।श्रद्धालुओं का सैलाब अपनी अटूट श्रद्धा के कारण प्रयागराज से सीधे राम नगरी तक की यात्रा कर चुका है।इससे पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर भी राम नगरी में श्रद्धालुओं का सैलाब देखा गया था।उस दौरान महज 30 घंटे में 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए थे।
अमेरिका की ओर से आयात पर शुल्क लगाये जाने के बाद बढ़े वैश्विक तनाव के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की ओर से भारतीय शेयर बाजार से अपने पैसे निकालना जारी है। फरवरी महीने के पहले दो सप्ताह में ही एफपीआई ने 21,272 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं। इससे पहले जनवरी महीने में एफपीआई की ओर से 78,027 करोड़ रुपये की निकासी की गई थी। शेयर बाजार की डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि 2025 में अब तक एफपीआई की ओर से की गई कुल निकासी करीब 99,299 करोड़ रुपये यानी करीब 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार के अनुसार जब डॉलर सूचकांक नीचे जाएगा, तब एफपीआई की रणनीति में बदलाव दिख सकता है। आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने (14 फरवरी तक) अब तक भारतीय इक्विटी से 21,272 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं।
वाटरफील्ड एडवाइजर्स के वरिष्ठ निदेशक (सूचीबद्ध निवेश) विपुल भोवार ने कहा, “वैश्विक नीतियों में बदलाव, विशेष रूप से अमेरिका से जुड़े बदलाव, एफपीआई के बीच अनिश्चितता की भावना पैदा कर रहे हैं, जो बदले में भारत जैसे गतिशील बाजारों में उनकी निवेश रणनीतियों को नया आकार दे रहे हैं।”
श्रीवास्तव ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर, कॉरपोरेट आय में कमी और भारतीय रुपए में लगातार गिरावट, जो कई वर्षों के निचले स्तर को छू गई है, ने भारतीय परिसंपत्तियों के आकर्षण को और घटा दिया है। दूसरी ओर, एफपीआई उक्त अवधि के दौरान ऋण बाजार में खरीदार रहे। उन्होंने ऋण सामान्य सीमा (Debt General Limit) के तहत 1,296 करोड़ रुपये और ऋण स्वैच्छिक प्रतिधारण मार्ग (Debt Voluntary Retention Route)के तहत 206 करोड़ रुपये की खरीदारी की है।
घरेलू शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का हालिया रुख उनकी सतर्क रणनीति का संकेत देती है। विदेशी निवेशकों 2024 में भारतीय इक्विटी में निवेश को 427 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी के साथ बढ़ाया था। हालांकि, 2024 में विदेशी निवेशकों की ओर से की गई शुद्ध खरीदारी का आंकड़ा, 2023 की 1.71 लाख करोड़ रुपये की खरीदारी के विपरीत है। 2023 में भारत के मजबूत आर्थिक बुनियादी ढांचे के प्रति बढ़ी उम्मीद के कारण विदेशी निवेशकों ने असाधारण खरीदारी की थी। वहीं, 2022 में वैश्विक केंद्रीय बैंकों की ओर से आक्रामक दर वृद्धि के बीच विदेशी निवेशकों ने 1.21 लाख करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की थी।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार, कई कारणों की वजह से रेल सेवाएं प्रभावित रहेगी।
मार्ग परिवर्तित रेलसेवा( प्रारिम्भक स्टेेशन से)
1. गाडी संख्या 15631, बाडमेर -गुवाहाटी एक्सप्रेस रेलसेवा जो दिनांक 17.02.25 को बाडमेर से प्रस्थान करेगी। परिवर्तित मार्ग वाया कानपुर सेन्ट्रल-लखनऊ-बाराबंकी- गोरखपुर होकर संचालित होगी।
आंशिक रद्द रेलसेवाए (प्रारिम्भक स्टेशन से)
1. गाडी संख्या 14118, भिवानी-प्रयारागज एक्सप्रेस रेलसेवा जो दिनांक 16.02.25 को भिवानी से प्रस्थान करेगी वह रेलसेवा प्रयागराज के स्थान पर कानपुर सेट्रल तक ही संचालित होगी।
2. गाडी संख्या 14117, प्रयारागज- भिवानी एक्सप्रेस रेलसेवा दिनांक 17.02.25 को प्रयागराज के स्थान पर अपने निर्धारित समय पर कानपुर सेट्रल से संचालित होगी।
रीशड्यूल रेलसेवाएं (प्रारम्भिक स्टेशन से)
1. गाडी संख्या 22308, बीकानेर-हावडा एक्सप्रेस रेलसेवा दिनांक 16.02.25 को बीकानेर से अपने निर्धारित समय से चार घंटे देरी से प्रस्थान करेगी।
2. गाडी संख्या 15631, बाडमेर -गुवाहाटी एक्सप्रेस रेलसेवा दिनांक 17.02.25 को बाडमेर से अपने निर्धारित समय से चार घंटे देरी से प्रस्थान करेगी।
3. गाडी संख्या 12316, उदयपुर-कोलकाता साप्ताहिक एक्सप्रेस दिनांक 17.02.25 को उदयपुर से अपने निर्धारित समय से चार घंटे देरी से प्रस्थान करेगी।
लोकनायक अस्पताल की मोर्चरी से सभी शव को परिजन को सौंपा गया। लोकनायक अस्पताल में अभी दो मरीजों का इलाज चल रहा है। एक मरीज के साथ दो से तीन पैरा मिल्ट्री के जवान हैं।
दो सदस्यीय समिति का गठन हो गया है। जो नई दिल्ली स्टेशन पर हुई भगदड़ की जांच करेंगे। जांच समिति ने नरसिंह देव पीसीसीएम/उत्तर रेलवे और पंकज गंगवार, पीसीएससी उत्तर रेलवे का नाम है।घटना की जांच शुरू हो चुकी है। समिति ने एनडीएलएस रेलवे स्टेशन के सभी वीडियो फुटेज को सुरक्षित करने का आदेश दिया।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए भगदड़ मामले में अस्पताल से 8 लोग फरार हो गए हैं। वहीं 2 लोगों को छुट्टी दे दी गई है। जबकि 2 व्यक्ति अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। जो खतरे से बाहर हैं।
1. आहा देवी पत्नी रविन्दी नाथ, निवासी बक्सूर बिहार, उम्र 79 वर्ष
2. पिंकी देवी पत्नी उपेन्द्र शर्मा, निवासी संगम विहार, दिल्ली उम्र 41 वर्ष
3. शीला देवी पत्नी उमेश गिरी, निवासी सरिता विहार, दिल्ली उम्र 50 वर्ष
4. व्योम पुत्र धर्मवीर, निवासी बवाना दिल्ली, उम्र 25 वर्ष
5. पूनम देवी पत्नी मेघनाथ, निवासी सारण बिहार, उम्र 40 वर्ष
6. ललिता देवी पत्नी संतोष, निवासी परना बिहार, उम्र 35 वर्ष
7. सुरुचि पुत्री मनोज शाह, निवासी मुजफ्फरपुर बिहार, उम्र 11 वर्ष
8. कृष्णा देवी पत्नी विजय शाह, निवासी समस्तीपुर बिहार, उम्र 40 वर्ष
9. विजय साह पुत्र राम सरूप साह, निवासी समस्तीपुर बिहार, उम्र 15 वर्ष
10. नीरज पुत्र इंद्रजीत पासवान, निवासी वैशाली बिहार, उम्र 12 साल
11. शांति देवी पत्नी राज कुमार मांझी, निवासी नवादा बिहार, उम्र 40 वर्ष
12. पूजा कुमार पुत्री राज कुमार मांझी, निवासी नवादा बिहार, उम्र 8 वर्ष
13. संगीता मलिक पत्नी मोहित मलिक, निवासी भिवानी हरियाणा, उम्र 34 वर्ष
14. पूनम पत्नी वीरेंद्र सिंह, निवासी महावीर एन्क्लेव, उम्र 34 वर्ष
15. ममता झा पत्नी विपिन झा, निवासी नांगलोई दिल्ली, उम्र 40 वर्ष
16. रिया सिंह पुत्री ओपिल सिंह, निवासी सागरपुर दिल्ली, उम्र 7 वर्ष
17. बेबी कुमारी पुत्री प्रभु साह, निवासी बिजवासन दिल्ली, उम्र 24 वर्ष
18. मनोज पुत्र पंचदेव कुशवाह, निवासी नांगलोई दिल्ली, उम्र 47 वर्ष
शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में कुछ मृतकों का पोस्टमार्टम किया गया है। लोगों का पोस्टमार्टम दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भी हुआ है। उनमें से एक मृतिका 34 वर्षीय संगीता मलिक के परिजन एंबुलेंस में शव को ले जाते हुए।
भगदड़ के दौरान कुली मदद के लिए आगे आए। स्टेशन पर कुली कृष्ण कुमार जोगी ने कहा कि प्रयागराज जाने वाली ट्रेन के आने पर भीड़ बढ़ गई। फुटओवर ब्रिज पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। लोग इतने तंग थे कि कई लोगों का दम घुटने लगा था। करीब 10-15 लोगों की वहीं मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मैंने पूरी घटना देखी। हमने प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 से शवों को एंबुलेंस तक पहुंचाया।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ मामले पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि बहुत दुखद घटना घटी है। यह रेलवे के कुप्रबंध के कारण इतने लोगों की मृत्यु हुई है। मुझे काफी अफसोस है। रेल मंत्री को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
शाम सवा पांच बजे तक चारबाग रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म यात्रियों से खचाखच भर चुका था। यात्रियों की निगाहें ट्रैक पर थी। दूर से गंगा गोमती एक्सप्रेस के आते ही भीड़ में हलचल मच गई। ट्रेन के रुकते ही यात्री बोगियों पर टूट पड़े। खिड़कियों से लेकर दरवाजों तक से कोचों में घुसने की मारामारी दिखी। हालात यह रहे कि महिला, दिव्यांग बोगियों में ही नहीं, बल्कि गार्ड के कोच तक पर यात्रियों ने कब्जा कर लिया।प्रयागराज महाकुंभ में स्नान के लिए जाने वाले श्रद्घालुओं का तांता बना हुआ है। हालांकि इस हफ्ते दो दिन ऐसे रहे, जब प्रयागराज से लखनऊ आने वाले यात्रियों की भीड़ रही, लेकिन लखनऊ से महाकुंभ जाने वालों की संख्या कम नजर आई। शनिवार को इसके ठीक उलट हुआ। लखनऊ से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनें फुल रहीं। एक-एक सीट के लिए यात्री मशक्कत करते नजर आए।
तिरुपति मंदिर के पास बन रहा मुमताज होटल, भूख हड़ताल पर बैठ गए पुजारी; हिंदुओं ने दी वॉर्निंग
* आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में पवित्र तिरुमाला पहाड़ियों के मार्ग अलीपीरी के पास मुमताज होटल के निर्माण के विरोध में साधुओं ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) प्रशासनिक भवन के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है।
* आंध्र प्रदेश साधु परिषद के अध्यक्ष श्रीनिवासनंद सरस्वती स्वामी के नेतृत्व में ये साधु होटल निर्माण को तुरंत रोकने की मांग कर रहे हैं.
*प्रदर्शनकारियों का मानना है कि ‘मुमताज होटल’ का निर्माण तिरुमाला पहाड़ियों और श्री वेंकटेश्वर मंदिर की पवित्रता के लिए खतरा है।*