Friday, June 20, 2025
Home Blog

UP: भूमि पैमाइश के दौरान राजस्व निरीक्षक व लेखपाल से भिड़े दबंग, महिलाओं समेत परिजनों ने की हाथापाई

0

लखनऊ। लखनऊ से कानपुर के बीच जल्द ही आधुनिक सुविधाओं से युक्त नमो भारत ट्रेन दौड़ती नजर आ सकती है। कानपुर रूट के अतिरिक्त मेरठ-सहारनपुर रेलखंड पर भी नमो भारत को उतारा जा सकता है। नमो भारत 12 कोच की वातानुकूलित ट्रेन होगी जिसमें मेट्रो की तर्ज पर आमने-सामने बैठने की व्यवस्था होगी।देशभर में 50 नमो भारत, 100 मेमू व 50 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें पटरी पर उतरने के लिए तैयार हैं। नई ट्रेनें किन रूटों पर चलेंगी, इस बारे में अफसर अभी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। हालांकि, इसमें लखनऊ-कानपुर और मेरठ-सहारनपुर रेलखंड पर नमो भारत ट्रेनों को उतारने की संभावना सबसे ज्यादा है।

हाल ही में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके ये जानकारी दी थी कि रेलवे को 50 नई नमो भारत, 100 नई मेमू और 50 नई अमृत भारत ट्रेनों का तोहफा दिया जा रहा है। फरवरी में रेलमंत्री ने यूपी को दिए बजट के दौरान कहा था कि कई नई रेल परियोजनाएं जल्दी ही ट्रैक पर होंगी। लखनऊ-कानपुर व मेरठ-सहारनपुर के बीच नमो भारत ट्रेन के अलावा ट्रैक को कवच तकनीकी से युक्त करने की भी योजना है। रेलमंत्री ने हाल ही में नमो भारत, मेमू और अमृत भारत के मॉडल का वीडियो भी पोस्ट किया था। अब ये तय हो गया है कि कई रूटों पर इन सेमी हाईस्पीड ट्रेनों को चलाया जाएगा। रेलवे अधिकारी बताते हैं कि छोटी दूरी के सफर के लिए उन्नत ट्रेनों को पटरी पर उतारने की तैयारी हो चुकी है। इसके तहत ही 50 नई नमो भारत ट्रेनें तैयार हैं। नमो भारत वातानुकूलित आटोमैटिक ट्रेनसेट है। इसे वंदे भारत एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है जो 160 किमी प्रति घंटे की सेमी हाईस्पीड पर चल सकेंगी। नमो भारत ट्रेनें भारतीय रेलवे नेटवर्क पर मेनलाइन ईएमयू की जगह ले सकती हैं। इनमें मेट्रो सेवाओं के समान बैठने और खड़े होने की व्यवस्था होगी। 12 कोच वाली ट्रेन में 1,150 यात्री बैठकर और 2,058 खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे।

UP: भूमि पैमाइश के दौरान राजस्व निरीक्षक व लेखपाल से भिड़े दबंग, महिलाओं समेत परिजनों ने की हाथापाई

0
अमेठी के जामो में भूमि पैमाइश करने पहुंचे राजस्व निरीक्षक व लेखपाल पर ग्रामीण दबंगों ने हमला कर दिया। बुधवार के बाद यह दूसरा मौका है जब राजस्वकर्मचारियों पर हमला किया गया है।

अमेठी जिले में राजस्व कर्मियों पर हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। बुधवार को गौरीगंज के माधोपुर में एसडीएम की मौजूदगी में हुई मारपीट की घटना के दूसरे ही दिन बृहस्पतिवार को जामो क्षेत्र के पूरे गौरा गांव में भूमि पैमाइश के दौरान राजस्व कर्मियों से अभद्रता और मारपीट का मामला सामने आया।राजस्व निरीक्षक राम प्रताप सिंह और लेखपाल नीतीश कुमार सिंह भूमि की पैमाइश के लिए गांव पहुंचे थे। इसी दौरान गांव निवासी अशोक कुमार, शिवकुमार और उनके परिवार की महिलाओं ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। राजस्व कर्मियों से हाथापाई का यह पूरा घटनाक्रम एक वीडियो के रूप में सामने आया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।मामला संज्ञान में आते ही जामो पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शिवकुमार और अशोक कुमार को गिरफ्तार कर एसडीएम कोर्ट में पेश किया। एसडीएम ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। सूत्रों के अनुसार, मामले में एक और आरोपी लकी की तलाश जारी है। पुलिस के अनुसार जल्द ही दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

यूपी: बारिश होने के बाद भी जारी है बिजली संकट, गांवों में रोस्टर से कम बिजली; केबल जलने की घटनाएं बढ़ी

0
Power crisis in UP: यूपी में कल से मौसम बदलने के बाद बिजली की खपत गिर गई है। बावजूद इसके अभी भी प्रदेश में बिजली की कटौती का दौर जारी है।

ऊर्जा मंत्री के निर्देश के बाद भी ग्रामीण इलाके में बिजली कटौती का दौर जारी है। यह स्थिति तब है, जब रिमझिम फुहारों की वजह से बिजली की मांग 31439 मेगावाट से घटकर 28573 मेगावाट पर आ गई है। बारिश और हवा के बीच बिजली की आंख मिचौनी की घटनाएं बढ़ गई हैं। इस वजह से शहरी लोगों की रात की नींद खराब हो रही है। इसी तरह ग्रामीण इलाके में भी ट्रिपिंग का दौर चल रहा है। इससे लघु एवं कुटीर उद्योग प्रभावित हो रहे हैं।ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने निर्देश दिया है कि जिस भी इलाके में बिजली कटीतौ बेवजह हुई तो संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनके आदेश के दूसरे दिन इस चेतावनी का कोई खास असर नहीं दिखा। कई अधिकारियों ने साफ कहा कि बेवजह बिजली कटौती होती ही नहीं है। बुधवार को ग्रामीण इलाके में रोस्टर 18 घंटे की अपेक्षा 18.15 घंटे और तहसील मुख्यालय में 21.30 घंटे के बजाय 21.38 घंटे बिजली आपूर्ति की गई। अन्य स्थानों पर रोस्टर के अनुसार आपूर्ति की गई, लेकिन तकनीकी कारणों से उपभोक्ताओं को कम बिजली मिलती है। फिलहाल इन दिनों ओवर लोडिंग, तारों के टूटने, फ्यूज उड़ने की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। ऐसे में जहां उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है वहीं लघु एवं कुटीर उद्योग भी प्रभावित हो रहे हैं। जौनपुर निवासी जमुना प्रसाद ने बताया कि रात 11 बजे के बाद बोल्टेज कम होता है और फिर बार- बार ट्रिपिंग शुरू हो जाती है। ऐसे में रातभर जागने के बाद भी आटा चक्की का काम पूरा नहीं हो पाता है। अंबेडकर नगर के जितेंद्र द्विवेदी ने बताया ग्राणीण इलाके में 18 घंटे बिजली आपूर्ति का रोस्टर है, लेकिन आठ से 10 घंटे ही मिल पा रही है।

like & subscribe kre

कहीं ट्रांसफार्मर जला तो कहीं तार टूटने से बाधित हुई बिजली आपूर्ति
– जौनपुर के सरायख्वाजा फीडर से जुड़े गांवों में सुबह आठ बजे से 11 बजे तक और फिर दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ा। जिस वक्त बिजली आपूर्ति हुई, उसमें भी ट्रिपिंग का दौर जारी रहा।

– बरेली के मीरगंज थाना क्षेत्र के नंदगांव में तीन दिन से ट्रांसफार्मर जला पड़ा है। शिकायत के बाद भी इसे नहीं बदला गया। ऐसे में ग्रामीणों ने बिजली घर के सामने धरना- प्रदर्शन किया।

– फतेहपुर जिले के अमौली विद्युत उपकेंद्र के जारा गांव में सात मई को ट्रांसफार्मर फुंक गया। लेकिन इसे बदला नहीं गया है। ग्रामीण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
– इटावा के बसरेहर के ग्राम रम्पुरा भोपतनगर में आठ दिन से ट्रांसफार्मर जला है। ग्रामीणों को अंधेरे में रहना पड़ रहा है। 

दिन प्रतिदिन घटी बिजली की मांग

15 जून 31439 मेगावाट
16 जून 29773 मेगावाट
17 जून 28901 मेगावाट
18 जून 28573 मेगावाट
19 जून 28062 मेगावाट

ऊर्जा मंत्री ने माना कि बार- बार लिया जा रहा शटडाउन

UP: Even after the rains, the power crisis continues in UP, there is less electricity than the roster in the
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने माना कि विभिन्न स्थानों पर अनुरक्षण कार्यों को लेकर दिन में कई बार शटडाउन लिया जाता है। बार-बार बिजली काटी जाती है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की वजह से छोटी-छोटी समस्याओं के लिए उपभोक्ताओं को बेवजह कार्यालय भी दौड़ाया जाता है। समय से समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता है। इस पर उन्होंने सख्त चेतावनी दी।

फील्ड हास्टल में समीक्षा करते हुए ऊर्जा मंत्री ने सभी निगमों के प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिय कि सभी क्षेत्रों में 24 घंटे कंट्रोल रूम संचालित किए जाएं। 1912 में आ रही शिकायतों का गंभीरता से शतप्रतिशत समाधान कराया जाए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि विभागीय अफसरों की हर लापरवाही की जानकारी है। कार्यप्रणाली और मानसिकता में सुधार लाएं। चेतावनी दी कि बेवजह बिजली कटौती और उपभोक्ताओं की समस्या का समय पर समाधान नहीं करने वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि भ्रष्टाचार को बढावा देने वालों के चिन्हित किया जाएगा और भ्रष्टाचार में संलिप्त कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि उपभोक्ताओं को परेशान करने, टोल फ्री नंबर 1912 में आई शिकायतों का समय से समाधान न करने पर भी कार्रवाई होगी। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से लगातार संपर्क में रहने तथा समस्याओं का तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्युत कर्मियों और प्रबंधन के प्रदेश की विद्युत व्यवस्था में अमूलचूल सुधार हुआ है, जिसके कारण पूरे देश में अन्य राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात से भी काफी ज्यादा विद्युत आपूर्ति करने में सक्षम हुए हैं। लेकिन अभी आगे बढ़ते रहना है।

यूपी में तबादलों में भ्रष्टाचार: आईजी स्टांप हटाए गए, 210 ट्रांसफर हुए निरस्त, पैसे के लेनदेन की थी शिकायत

0
स्टांप एवं पंजीयन विभाग में तबादलों में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत पर कड़ी कार्रवाई करते हुए आईजी स्टांप को हटा दिया गया है। वहीं, सभी तबादले भी निरस्त कर दिए गए हैं।

स्टांप एवं पंजीयन विभाग में हुए तबादलों में बड़े पैमाने पर पैसे के लेनदेन की शिकायत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई करते हुए महानिरीक्षक निबंधक (आईजी स्टांप) समीर वर्मा को हटाकर प्रतिक्षारत कर दिया है। साथ ही उनके द्वारा किए गए सभी 210 तबादलों को भी रद्द कर दिया है।मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई स्टांप एवं पंजीयन राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल की शिकायत पर की है। जायसवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आईजी स्टांप द्वारा किए गए तबादलों में भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। सीएम ने मामले की जांच कराने के भी आदेश दिए हैं। वहीं, स्टांप और परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव अमित गुप्ता को आईजी स्टांप का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

दरअसल, तबादला सीजन में शासन स्तर से 4 उप महानिरीक्षक और 18 सहायक महानिरीक्षकों का तबादला किया गया था। वहीं आईजी स्टांप ने मंत्री से चर्चा किए बिना ही 58 उप निबंधकों के अलावा 114 लिपिकों, 8 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के अलावा 30 नए कर्मचारियों का तबादला कर दिया।

रवींद्र जायसवाल ने पत्र में समीर वर्मा पर खुलेआम भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा है कि उन्हें समूह ख एवं ग श्रेणी के 210 अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी। आईजी ने तमाम भ्रष्ट और जांच से घिरे अधिकारियों को बड़े बड़े जिलों में तैनाती दे दी है। इसके लिए लाखों रुपये के लेनदेन की जानकारी मिली थी। मंत्री ने तबादले में आईजी स्टांप की भूमिका को भी संदिग्ध बताया है। 

मंत्री ने सीएम को लिखे पत्र में समीर वर्मा पर लगाया था भ्रष्टाचार का आरोप

जायसवाल ने पत्र में यह भी लिखा है कि आईजी ने सभी तबादले 13 जून को ही कर दिए थे और खानापूर्ति के लिए 15 जून को मेरे सामने तबादलों की सूची रखी थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि आईजी द्वारा महत्वपूर्ण कार्यालयों में प्रभारी उप निबंधकों और लिपिक से प्रोन्नत उप निबंधकों को मानक के विपरीत तैनात कर दिया है। मंत्री ने लिखा है कि बार-बार मांगने के बाद भी आईजी ने उप निबंधकों की तैनाती का प्रस्ताव उपलब्ध
नहीं कराया।

आईजी स्तर पर हुए तबादलों में सर्वाधिक गड़बड़ी
स्टांप एवं पंजीयन मंत्री रवींद्र जायसवाल ने कहा कि आईजी स्तर पर हुए तबादलों में सर्वाधिक गड़बड़ी सामने आई है। मुख्यमंत्री ने पूरी पारदर्शिता और मेरिट के आधार पर स्थानांतरण का आदेश दिया है। लेकिन, बाबुओं और सव रजिस्ट्रार का जो तबादला हुआ, उसके लिए कोई सहमति नहीं ली गई। सूची आने पर सामने आया कि तबादलों में पारदर्शिता नहीं बरती गई। एक इंटर पास बाबू को रजिस्ट्रार बना दिया। इन सभी शिकायतों का मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेकर तबादलों पर रोक लगाने के साथ जांच करने का आदेश दिया है।

अखिलेश बोले- फीस न मिली तो फाइल लौटा दी
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्रांसफर रद्द करने पर सोशल मीडिया साइट एक्स पर तंज कसते हुए कहा कि जिसको ट्रांसफ़र में नहीं मिला हिस्सा। वही राज खोलके सुना रहा है किस्सा। सच तो ये है कि कई मंत्रियों ने ट्रांसफर की फ़ाइल की ‘फीस’ नहीं मिलने पर फाइल लौटा दी है। सुना तो ये था कि इंजन ईंधन की माँग करता है पर यहां तो डिब्बा तक अपने ईंधन के जुगाड़ में लगा है।

एसटीएफ से जांच कराने का अनुरोध

स्टांप एवं पंजीयन मंत्री रवींद्र जायसवाल ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में आईजी स्टांप समीर वर्मा द्वारा किए गए सभी तबादलों की जांच एसटीएफ से कराने का भी अनुरोध किया है। साथ ही उन्होंने आईजी स्टांप को विभाग से हटाने व लंबी छुट्टी पर भेजने और उनके स्तर से किए सभी तबादलों को निरस्त करने का भी अनुरोध किया था। इसी आधार पर सीएम ने सभी तबादलों को रद्द करते हुए पूरे प्रकरण की जांच कराने के निर्देश दिए हैं।

बिल्डर के इशारे पर भी हुए खूब तबादले 
मेरठ के बिल्डर के इशारे पर भी खूब तबादले हुए। सूत्रों का कहना है कि आईजी स्टांप समीर वर्मा में मेरठ में डीएम रहे हैं। तभी से उनकी वहां के एक बिल्डर से याराना था। सूत्रों की माने तो डीएम पद से हटने के बाद भी शर्मा बिल्डर की पैरवी खूब करते रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि इस बार नोएडा से लेकर पूरे एनसीआर में शामिल यूपी के जिलों में उसी बिल्डर के इशारे पर तबादले किए गए और इसमें जमकर धन की उगाही किए जाने की शिकायत ऊपर तक पहुंची है।

स्वास्थ्य विभाग में भी तबादले पर रार, निदेशक भवानी सिंह हटाए गए

स्वास्थ्य विभाग में तबादले को लेकर चल रही रार में निदेशक (प्रशासन) भवानी सिंह खंगारौत हटाकर प्रतीक्षारत कर दिए गए हैं।

उनका कार्यभार चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की विशेष सचिव आर्यका अखौरी को सौंपा गया है। भवानी सिंह को हटाने के पीछे भी विभाग में तबादलों को लेकर चल रही जिद को मुख्य वजह माना जा रहा है। दरअसल, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में इस वर्ष तबादले नहीं हुए हैं।

तबादले को लेकर अंदरखाने रार चल रही है। यही वजह है कि महानिदेशालय की ओर से भेजी गई सूची पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सिर्फ सीन (संज्ञान लिया) लिखकर छोड़ दिया। ऐसे में इस वर्ष किसी भी कार्मिक का तबादला नहीं हो सका है। उप मुख्यमंत्री की नाराजगी को देखते हुए कयास लगाए जा रहे थे कि किसी न किसी उच्च अधिकारी पर गाज गिरनी तय है।

UP: गलती पर माफी मांगना और मददगारों को धन्यवाद देना सीखेंगे प्रशिक्षु सिपाही, राजनीतिक टिप्पणी नहीं कर सकेंगे

0
यूपी में नवचयनित सिपाहियों को जनता से अच्छे व्यवहार का प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं, कोई अनैतिक टिप्प्णी, हड़ताल या प्रदर्शन के लिए उकसाने पर एक्शन भी लिया जाएगा।

उत्तर प्रदेश पुलिस का हिस्सा बनने जा रहे सिपाही प्रशिक्षण के दौरान गलती पर माफी मांगना और मदद पर धन्यवाद देना भी सीखेंगे। प्रशिक्षण के दौरान सिपाहियों को खेद प्रकट करना भी सिखाया जाएगा। उदाहरण के तौर पर तलाशी लेने से पूर्व या गिरफ्तारी के समय क्षमा करिएगा/माफ करिएगा इत्यादि संबोधन उचित होता है। साथ ही नागरिकों द्वारा किए गए किसी सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद देने का अभ्यास कराया जाएगा।वहीं, सोशल मीडिया पर सियासी टिप्पणी नहीं कर सकेंगे। इसे अनुशासनहीनता मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कोई अनैतिक टिप्पणी और हड़ताल या प्रदर्शन के लिए उकसाने वाले संदेश जारी करने पर भी एक्शन लिया जाएगा। इसके तहत सत्र से निलंबन और निष्कासन और सेवा से हटाए जाने तक की कार्रवाई हो सकती है।आरक्षी नागरिक पुलिस (सीधी भर्ती/मृतक आश्रित) आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम के नियमों के मुताबिक नवचयनित सिपाही अपने पूर्व आपराधिक इतिहास को छुपाने के दोषी पाए जाने पर सेवा से बर्खास्त कर दिए जाएंगे। इसी तरह प्रशिक्षण संस्थान के संकाय सदस्यों, स्टाफ, कर्मचारियों पर हमला, अभद्र एवं अपमानजनक भाषा का प्रयोग करना, अनुशासनहीनता और अवज्ञा करने के लिए उकसाना, शराब या मादक पदार्थों का सेवन करने पर भी उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

हटाने तक की कार्रवाई: बता दें कि जो सिपाही इन कार्यों के दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ उप्र अधीनस्थ श्रेणी के पुलिस अधिकारियों की (दंड और अपील) नियमावली, 1991 के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। संस्था के प्रमुख द्वारा आरोपों की जांच सात दिन में पूरी कराई जाएगी। इसकी रिपोर्ट पूरा डीजी ट्रेनिंग को भेजी जाएगी। यदि संस्था प्रमुख की राय में उसका अपराध सिपाही के पद पर नियुक्त करने के योग्य न हो तो इसकी रिपोर्ट डीजी ट्रेनिंग के माध्यम से डीजीपी तक भेजी जाएगी। इसके तहत प्रशिक्षण सत्र से निलंबन, निष्कासन और सेवा से हटाने तक की कार्रवाई हो सकती है।

आत्मसम्मान का भी रखना होगा ध्यान : प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षकों को सिपाहियों के आत्मसम्मान का भी ध्यान रखना होगा, ताकि उनमें हीनभावना न पनपने पाए और सेवा में आने पर वह नागरिकों के साथ भी सम्मानपूर्वक व्यवहार करें। इसके अलावा प्रशिक्षुओं को अपने कृत्यों की जिम्मेदारी लेने का साहस पैदा किया जाएगा।

UP: दबंगों के अवैध कब्जे पर चला प्रशासन का बुलडोजर, दो दिन पहले यहीं पर प्रशासन की टीम पर हुआ था हमला

0
अमेठी के गौरीगंज में एसडीएम की मौजूदगी में दबंगों का अवैध निर्माण ढहा दिया गया। दो दिन पहले ही यहां पर अतिक्रमण हटाने आई प्रशासन की टीम पर दबंगों ने हमला कर दिया था।

अमेठी के गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र के माधवपुर वार्ड नंबर 13 में चकमार्ग की भूमि पर किए गए अवैध कब्जे पर शुक्रवार को प्रशासन का बुलडोजर चला। दो दिन पहले इसी स्थान पर अतिक्रमण हटाने पहुंची राजस्व टीम और एसडीएम पर दबंगों ने हमला किया था, जिसमें नायब तहसीलदार और लेखपाल घायल हो गए थे।शुक्रवार को एसडीएम प्रीति तिवारी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल और राजस्वकर्मियों की मौजूदगी में बंजर भूमि पर बने अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया। मौके पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे।

घटना की पृष्ठभूमि बुधवार दोपहर की है, जब माधवपुर निवासी भोलानाथ सिंह की शिकायत पर चकमार्ग से अवैध निर्माण हटाने पहुंची प्रशासनिक टीम पर दबंगों ने महिलाओं और पुरुषों को एकत्र कर लाठी-डंडों और पथराव से हमला बोल दिया था। टीम को जान बचाकर थाने में शरण लेनी पड़ी थी।

घटना के बाद लेखपालों की तहरीर पर नामजद और अज्ञात मिलाकर कुल 20 से अधिक लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने शुक्रवार तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

सूत्रों के अनुसार, आरोपी उदयभान सिंह ने बंजर भूमि पर अवैध रूप से पक्का निर्माण करा रखा था। उसके परिवार द्वारा अन्य कई सरकारी भूमि पर भी कब्जा किए जाने की शिकायतें सामने आई हैं। प्रशासन ने अब इन सभी कब्जों की जांच कर कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।

गुरुवार को इस पूरे मामले को लेकर कलेक्ट्रेट में एसडीएम, तहसीलदार, राजस्व विभाग और पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई थी, जिसके बाद शुक्रवार को सख्त कार्रवाई अमल में लाई गई। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वालों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

कानपुर डीएम और सीएमओ विवाद: अखिलेश यादव बोले- सच सामने लाने के लिए उच्चस्तरीय जांच की जाए

0
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर के जिलाधिकारी व सीएमओ विवाद में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। बता दें कि सीएमओ को कल ही निलंबित किया जा चुका है।कानपुर के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह पर अभद्र टिप्पणी करने और भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के मामले में सीएमओ हरिदत्त नेमी को निलंबित किया जा चुका है। मामले पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल साइट एक्स पर बयान जारी करते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि ईमानदार ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकता है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘कानपुर के डीएम बनाम सीएमओ के बीच की टकराहट का सच सामने लाने के लिए एक उच्चस्तरीय, निष्पक्ष जांच बैठाई जाए।’

कानपुर के जिलाधिकारी ने नेमी पर वित्तीय अनियमितता करने, अस्पतालों से वसूली करने के गंभीर आरोप लगाते हुए सीएम को पत्र लिखा था। जिसको संज्ञान में लेकर कार्रवाई के साथ इनके खिलाफ विजिलेंस जांच भी शुरू हो गई। सीएमओ को महानिदेशालय लखनऊ से संबद्ध कर दिया गया है।

श्रावस्ती के एसीएमओ डॉ. उदय नाथ को कानपुर का नया सीएमओ बनाया गया है। वहीं, डॉ. हरिदत्त नेमी हाईकोर्ट जाने की तैयारी में हैं। स्वास्थ्य विभाग की सचिव रितू माहेश्वरी की ओर से बृहस्पितवार को निलंबन आदेश जारी किया गया। निलंबन आदेश जारी होते ही सीएमओ ने अपने कैंप कार्यालय से प्रेस वार्ता कर डीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनसे पैसा चाहते थे, सिस्टम में आने की सलाह देते रहे। जब हम उनके सिस्टम में नहीं आए तो निलंबन की संस्तुति कर दी। उन्होंने कहा, 16 दिसंबर 2024 को कार्यभार ग्रहण करने के बाद से डीएम हर बैठक में उन्हें जाति सूचक शब्दों के जरिए उत्पीड़न करते रहे।

Monsoon in UP: यूपी के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट, यहां पढ़ें मौसम का पूरा हाल

0

UP Monsoon Update: उत्तर प्रदेश में बुधवार से दक्षिणी हिस्से से शुरू हुई मानसूनी बारिश का दायरा धीरे- धीरे तराई, मध्य और पश्चिमी इलाकों तक बढ़ने लगा है। मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार को प्रदेश में बारिश के क्षेत्रफल और तीव्रता में और बढ़ोतरी आएगी।शुक्रवार के लिए पूर्वी-दक्षिणी यूपी और बुंदेलखंड के बांदा, झांसी, ललितपुर समेत कुल 12 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही मध्य व पश्चिमी यूपी के 23 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट है। वहीं प्रदेश के 55 जिलों में गरज चमक के साथ वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है। बारिश के दौरान इन इलाकों में तेज झोंकेदार हवाएं चलने के आसार हैं।

प्रदेश में मानसून के दाखिल होने के साथ ही बृहस्पतिवार को फिरोजाबाद में सर्वाधिक 120 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं आगरा, मथुरा, अलीगढ़, फिरोजाबाद, इटावा, बुलंदशहर, मेरठ, बरेली, सीतापुर, लखनऊ, बाराबंकी, बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, वाराणसी, सुल्तानपुर में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 20 जून को यूपी के विभिन्न हिस्सों में बारिश की तीव्रता और क्षेत्रफल में विस्तार देखने को मिलेगा।
भारी से बहुत भारी वर्षा के लिए ऑरेंज अलर्ट
बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, भदोही, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर व आसपास के इलाकों में।

यहां है मेघगर्जन व वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट
बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, गोंडा, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर व आसपास के इलाकों में।

CM Yogi In Azamgarh: गोरखपुर एक्सप्रेसवे का लोकार्पण कर बोले सीएम योगी, आतंक का नहीं साहस का गढ़ है आजमगढ़

0
Azamgarh News: सीएम योगी आदित्यनाथ आज आजमगढ़ दौरे पर पहुंच गए हैं। यहां से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करेंगे।

सीएम योगी आदित्यनाथ आजमगढ़ पहुंच गए हैं। उन्होंने सलारपुर में आयोजित कार्यक्रम में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया। जनसभा स्थल पर नंद गोपाल नंदी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद सीएम ने लोकार्पण कर जनता को संबोधित किया। इस दौरान भाजपाइयों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सीएम का स्वागत किया।सीएम योगी ने कहा कि वीर कुंवर सिंह ने 1857 में लड़ी आजादी की लड़ाई अगर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे होता रोड कनेक्टिविटी तेज होती तो तभी आजमगढ़ के साथ पूरा देश आजाद होता। कहा कि जाति के नाम पर राजनीति करने वाले पूर्वांचल में सिर्फ वोट मांगने आते थे, आज प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेसवे को सोनभद्र से जोड़ते हुए विकास की गंगा बह रही है। गौरतलब है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़े गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 91.35 किमी है। यह गोरखपुर के एनएच-27 पर जैतपुर के पास शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलता है।

चार जिलों गोरखपुर,संतकबीरनगर, आंबेडकरनगर और आजमगढ़ से होकर गुजरने वाला यह एक्सप्रेस-वे भविष्य में छह लेन तक विस्तारित किया जा सकता है। एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण सहित 7283.28 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसका निर्माण दो भाग में गोरखपुर के जैतपुर से अंबेडकरनगर के फुलवरिया तक (48.317 किमी) और फुलवरिया से आजमगढ़ के सलारपुर तक (43.035 किमी) किया गया है।

कैश मिलने के बाद एक्शन: अतीक का बेटा अली अब ”फांसी घर” में शिफ्ट, होगी 24 घंटे निगरानी… 2 अफसर सस्पेंड

0

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश में प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल को सुरक्षा के लिहाज से काफी सुरक्षित माना जाता है, लेकिन हाल ही में हुई एक घटना ने जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल, कुछ दिन पहले डीआईजी (जेल) राजेश श्रीवास्तव ने जेल का अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान जब उन्होंने माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद की बैरक की जांच की, तो वहां से 1100 रुपए नकद मिले। कैश मिलने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। तुरंत कार्रवाई करते हुए जेल में तैनात डिप्टी जेलर कांति देवी और जेल वार्डर संजय द्विवेदी को सस्पेंड कर दिया गया। दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं।

हाई सिक्योरिटी बैरक में किया गया शिफ्ट
मिली जानकारी के मुताबिक, नकदी मिलने के बाद जेल प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए अली अहमद को अब हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट करने का फैसला लिया है। इस बैरक को ‘फांसी घर’ भी कहा जाता है। यह बाकी बैरकों से काफी दूर स्थित है और यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम होते हैं। इस हाई सिक्योरिटी सेल में 4 सुरक्षाकर्मी और कुछ नंबरदार 24 घंटे तैनात रहते हैं। पूरी बैरक सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहती है। पहले इस बैरक में उन कैदियों को रखा जाता था जिन्हें फांसी दी जानी होती थी। अब तक यहां 14 कैदियों को फांसी दी जा चुकी है, लेकिन अब फांसी पर रोक के चलते इसका कम इस्तेमाल होता है।

कब से जेल में बंद है अली अहमद?
माफिया अतीक अहमद का बेटा अली अहमद 30 जुलाई 2022 से नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। उमेश पाल हत्याकांड में वह आरोपी है। इस वारदात के बाद से अली की मुलाकात आम लोगों से बंद कर दी गई थी। अब उससे सिर्फ उसके वकील ही मिल सकते हैं। हाल ही में जब उसकी बैरक की तलाशी ली गई तो 1100 रुपए कैश बरामद हुए, जो जेल नियमों का उल्लंघन है। इसी के चलते यह कड़ी कार्रवाई की गई है और अब उसे और ज्यादा सख्त निगरानी में रखा जाएगा।