Sunday, December 14, 2025
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सीएम योगी मनाएंगे काशी की देव दीपावली , देव दीपावली पर काशी में मौजूद रहेंगे सीएम

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वाराणसी- सीएम योगी मनाएंगे काशी की देव दीपावली , देव दीपावली पर काशी में मौजूद रहेंगे सीएम , शाम 5 बजे काशी पहुंचेंगे सीएम योगी, नमो घाट से क्रूज पर सवार होकर घाटों को निहारेंगे , क्रूज से दशाश्वमेध घाट पर देखेंगे गंगा आरती , चेत सिंह घाट पर लेजर शो देखेंगे CM योगी , विश्वनाथ धाम के सामने आतिशबाजी देखेंगे , 15 लाख से ज्यादा दीपों से रोशन होगी काशी

 

सचिन दत्ता उर्फ बिल्डर बाबा से जुड़ी खबर,

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प्रयागराज- सचिन दत्ता उर्फ बिल्डर बाबा से जुड़ी खबर, सचिन की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित , इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा, दोनों पक्षों की बहस पूरी, फैसला सुरक्षित, बिल्डर को 7 अक्टूबर को किया था गिरफ्तार, शिकायतकर्ता हिमांशु सिंह ने FIR दर्ज कराई थी

घनी बस्ती के बीच से निकल रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली,

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बदायूं – घनी बस्ती के बीच से निकल रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली, मिट्टी लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली से निकलने से लोग परेशान, ग्रामीणों ने भट्ठा संचालक पर लगाया आरोप, शिकायतों के बाद नहीं रुक रही ओवरलोड ट्रालियां, जेसीबी द्वारा किया जा रहा किया जा रहा खनन, 20 से अधिक ट्रैक्टर-ट्रॉली से मिट्टी की सप्लाई, उघैती थाना क्षेत्र के खितौरा गांव का मामला

नाबालिग छात्र ने फांसी लगाकर दी जान,

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लखनऊ- नाबालिग छात्र ने फांसी लगाकर दी जान, पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा, निगोहां थाना क्षेत्र में छात्र ने फांसी लगाई

यूपी: टीईटी अनिवार्यता के विरोध में दिल्ली में होगी शिक्षकों की महारैली, तारीख हुई तय; जानिए आंदोलन की रूपरेखा

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सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिक्षण सेवा में बने रहने व पदोन्नति के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) अनिवार्य किए जाने के बाद शिक्षक संगठनों ने नवंबर-दिसंबर में दिल्ली कूच का एलान किया है। लेकिन नवंबर अंत में होने वाले एक बड़े कार्यक्रम से अब इसकी संभावना नहीं है। यही वजह है कि नौ राज्यों के शिक्षक संगठन टीचर फेडरेशन ऑफ इंडिया (टीएफआई) ने अब पांच दिसंबर को दिल्ली कूच का एलान किया है।

 

 

 

टीएफआई ने पिछले दिनों दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में बैठक कर 21 नवंबर को जंतर मंतर पर महारैली की थी। टीएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि नवंबर के अंत में सिख समाज ने एक राष्ट्रीय आयोजन किया है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो रहे हैं। इससे दिल्ली प्रशासन ने नवंबर में रैली की अनुमति निरस्त कर दी है। इसे देखते हुए हमने पांच दिसंबर को महारैली करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली रैली के लिए संपर्क अभियान चलाया जा रहा है। महारैली के माध्यम से हम 27 जुलाई 2011 को टीईटी लागू होने से पहले नियुक्त शिक्षकों को इससे मुक्त रखने की मांग करेंगे ताकि देश भर के लाखों शिक्षकों को राहत मिल सके।

शिक्षक संघर्ष मोर्चा भी कर रहा तैयारी

अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा भी 24 नवंबर को दिल्ली में जंतर मंतर पर प्रदर्शन की तैयारी कर रहा है। मोर्चा पदाधिकारियों के अनुसार इसमें यूपी से दो लाख से अधिक शिक्षक जाएंगे। इसके लिए सभी संघटक संगठनों को अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। मोर्चा ने टीईटी लागू होने से पहले शिक्षकों पर इसे थोपे जाने का विरोध कर रहे हैं।

प्रस्तावित कार्यक्रम

– अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा का 24 नवंबर को जंतर मंतर पर प्रदर्शन
– अटेवा का 25 नवंबर को दिल्ली कूच मामले को लेकर पुरानी पेंशन व टीईटी
– अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ का जंतर मंतर पर धरना 11 दिसंबर को

UP : राजधानी की हवा उम्मीद से ज्यादा बीमार, दिवाली बाद एक्यूआई 400 के पार; जानें ‘सांसों’की सच्चाई

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लखनऊ में एक सर्वे के अनुसार-अलीगंज, अमीनाबाद, चौक और विकासनगर जैसे घनी आबादी वाले इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। औद्योगिक क्षेत्र तॉलकटोरा में भी प्रदूषण का स्तर भयावह रूप ले चुका है।राजधानी लखनऊ की हवा अब गंभीर रूप से प्रदूषित हो चुकी है। बढ़ती आबादी, बढ़ते वाहन और दीवाली पर छोड़े गए पटाखों ने शहर की सांसें थाम दी हैं। रिमोट सेंसिंग एप्लिकेशन सेंटर ( आरएसएसी) के वैज्ञानिकों की ओर से किए गए पोस्ट-मानसून सर्वे में खुलासा हुआ है कि शहर की आबोहवा बेहद बीमार है और सिर्फ छह एक्यूआई सेंटरों से इसे मापना नाकाफी है।

282 जगहों पर मापी गई हवा, कई इलाकों में हवा जहरीली

वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुधाकर शुक्ला की अगुवाई में वैज्ञानिकों की टीम डॉ. राजीव, नीलेश, पल्लवी, ममता, वैभव, शाश्वत, सौरभ और सुजीत ने 21 से 24 अक्तूबर के बीच पूरे शहर के 110 वार्डों और 8 जोनों में 282 स्थानों पर पोस्ट-मानसून हवा की गुणवत्ता जांची। साथ ही जिओ-सपैशियल तकनीक के जरिए मानचित्रीकरण किया ।

पोर्टेबल एक्यूआई डिटेक्टर से जुटाए गए आंकड़ों में सामने आया कि पोस्ट-मानसून और दीवाली के बाद कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर पहुंच गया। यह स्तर स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है। दिवाली के दिन और इसके अगले दिन के जलाए गए पटाखों की वजह से राजधानी में शोर का स्तर 893 डेसिबल तक पहुंच गया। शोर का यह भयावह स्तर बुजुर्गो, दिल के मरीजों और पशु-पक्षियों के लिए बेहद घातक है।

 

500 वर्ग किलोमीटर में 40 लाख लोग- हवा पर बढ़ रहा दबाव

लखनऊ अब लगभग 500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है और यहां 40 लाख से ज्यादा आबादी निवास करती है। उद्योगों के साथ ही सड़कों पर वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। अनियंत्रित निर्माण कार्यों ने हवा की गुणवत्ता को लगातार बिगाड़ा है।

दिवाली पर हरे भरे कैंट की भी हवा हुई खराब

सर्वे के मुताबिक अलीगंज, अमीनाबाद, चौक और विकासनगर जैसे घनी आबादी वाले इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। औद्योगिक क्षेत्र तॉलकटोरा में भी प्रदूषण का स्तर भयावह रूप ले चुका है। आश्चर्यजनक रूप से, अब तक ”साफ हवा” वाला इलाका माने जाने वाले कैंट एरिया की स्थिति भी अब पहले जैसी नहीं रही।

कृत्रिम बारिश का विचार सवालों के घेरे में, बच्चों के लिए है घातक

राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों की सरकारों की ओर से प्रदूषण घटाने के लिए कृत्रिम बारिश के विकल्प पर विचार किया जा रहा है।
वैज्ञानिकों ने चेताया कि प्रदूषण घटाने के लिए ”सिल्वर आयोडाइड” रसायन से कृत्रिम बारिश कराने का तरीका अपनाना बच्चों के लिए घातक साबित हो सकता है। यह खतरनाक कंपाउंड मिट्टी, पानी और वातावरण में स्थाई तौर पर जमा होकर इसे दूषित कर त्वचा और श्वास संबंधी रोगों व समस्याओं को बढ़ा सकता है।

बनाने होंगे ज्यादा एक्यूआई मॉनीटरिंग सेंटर

शोध के बाद रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि सिर्फ छह वायु गुणवत्ता मापक केंद्रों से नहीं, बल्कि शहर के अधिक से अधिक इलाकों में नए एक्यूआई मॉनिटरिंग सेंटर लगाए जाएं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे हर वार्ड की असली वायु प्रदूषण की स्थिति की सटीक तस्वीर सामने आएगी। साथ ही आम लोगों को भी प्रदूषण रोकथाम के लिए सजग और साक्षर बनना होगा। औद्योगिक उत्सर्जन, वाहनों के प्रदूषण की जांच, सही ट्रैफिक व्यवस्था, दिवाली पर पटाखों का सीमित उपयोग, हरियाली को और बढ़ाना होगा।

हंसी-खुशी निकला परिवार… शाम को मौत की खबर मिली, लोग बोले- यकीन नहीं हो रहा

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बाराबंकी के देवा-फतेहपुर मार्ग पर हुए भीषण सड़क हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। हादसे का शिकार हुआ परिवार बिठूर गंगा-दर्शन के लिए निकला था। शाम को उनकी मौत की खबर पहुंची।बाराबंकी के देवा-फतेहपुर मार्ग पर हुए भीषण सड़क हादसे में पति-पत्नी सहित आठ लोगों की मौत हो गई। दुर्घटनास्थल पर छह की जबकि दो की इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में मौत हुई। सोमवार की सुबह मौलवीगंज निवासी सराफा व्यापारी प्रदीप रस्तोगी अपने परिवार के साथ बिठूर गंगा स्नान को निकले थे। पड़ोसी बताते हैं, वे बेहद प्रसन्न थे और कहते हुए निकले थे गंगा मैया के दर्शन करके शाम तक लौट आएंगे। लेकिन शाम ढलते-ढलते उनके लौटने की खबर नहीं, बल्कि उनके और परिवार के लोगों की मौत की सूचना पहुंची।

हादसे की खबर जैसे ही फतेहपुर कस्बे में पहुंची, कई लोग रस्तोगी परिवार के घर की ओर दौड़े। मगर वहां पहुंचकर देखा तो घर पर ताला लटक रहा था। कोई यकीन नहीं कर पा रहा था कि सुबह हंसी-खुशी निकला परिवार कैसे दर्दनाक हादसे का शिकार हो गया। फतेहपुर और मौलवीगंज में देर रात तक मातम पसरा रहा। दुकानों के शटर बंद घर के बाहर देर रात तक रिश्तेदारों और परिचितों की भीड़ रही। महिलाएं रो-रोकर बेसुध थीं।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक इतनी तेज रफ्तार से आ रहा था कि ब्रेक लगाने के बाद भी वह कुछ दूर तक घिसटता चला गया। हादसे के बाद चालक ट्रक छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर चालक की तलाश शुरू कर की। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि मृतकों की पहचान कर परिजनों को सूचना दी गई है। ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना के बाद रस्तोगी परिवार के घर पर लोगों का तांता लग गया।

था पूरा मामला: आमने-सामने हुई टक्कर
देवा-फतेहपुर मार्ग पर कल्याणी नदी पुल के पास संकरे मांर्ग पर सोमवार रात तेज रफ्तार ट्रक और अर्टिगा कार की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में सराफा कारोबारी, पत्नी और दो पुत्रों समेत छह लोगों की मौत हो गई। कार सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए। जिनकी इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में मौत हुई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखचे उड़ गए। हादसे के बाद सड़क पर रात 10 बजे तक वाहनों की लंबी कतार लगी रही। डीएम शशांक त्रिपाठी व एसपी अर्पित विजयवर्गीय देर रात तक मौके पर जमे रहे।हादसे में प्रदीप रस्तोगी, पत्नी माधुरी रस्तोगी (52), पुत्र नितिन रस्तोगी (30), कृष्ण रस्तोगी (15), खड़ेहरा निवासी चालक श्रीकांत (40) व मोहम्मदपुर खाला निवासी बालाजी (45) की मौके पर ही मौत हो गई। कार में सवार मोहम्मदपुर खाला निवासी इंद्र कुमार (60) व विष्णु गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को स्थानीय लोगों की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। दोनों घायलों ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

टक्कर से हुआ जोरदार धमाका: जैसे ही कल्याणी नदी पुल के पास रात करीब साढ़े नौ बजे ट्रक और अर्टिगा में आमने-सामने टक्कर हुई, तो पूरे इलाके में जोरदार धमाका हुआ। कुछ ही मिनटों में राहगीर और ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन नजारा देखकर हर कोई सहम गया। कार का अगला हिस्सा बुरी तरह पिचक गया था और उसमें शव फंसे पड़े थे

यूपी पंचायत चुनाव: तय हुई ग्राम प्रधान, जिला पंचायत अध्यक्ष के खर्च की सीमा, इससे ज्यादा नहीं कर सकेंगे खर्च

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UP Panchayat Elections: यूपी पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों की खर्च सीमा तय हो गई। राज्य निर्वाचन आयोग ने इसके लिए अधिकतम सीमा जारी कर दी है। दूसरी ओर प्रदेश में आज से एसआईआर शुरू हो जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए विभिन्न स्तरों के प्रत्याशियों के लिए अधिकतम व्यय की सीमा तय कर दी है। ग्राम प्रधान अधिकतम सवा लाख रुपये खर्च कर सकेंगे। सदस्य ग्राम पंचायतों के लिए अधिकतम सीमा 10 हजार रुपये तय की गई है।

क्षेत्र पंचायत सदस्य अधिकतम एक लाख रुपये, जिला पंचायत सदस्य 2.5 लाख रुपये, क्षेत्र पंचायत प्रमुख 3.5 लाख रुपये और जिला पंचायत अध्यक्ष अधिकतम 7 लाख रुपये खर्च कर सकेंगे। इसी तरह से अलग-अलग वर्गों के लिए पर्चा खरीदने और जमानत की राशि भी निर्धारित कर दी गई है।प्रदेश में आज से शुरू होगी एसआईआर की प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश में मंगलवार से विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रारंभ होगा। इसमें बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) 4 नवंबर से 4 दिसंबर के बीच कुल 15.44 करोड़ मतदाताओं के पतों पर जाएंगे। बीएलओ, मतदाताओं को भरने के लिए गणना फॉर्म दो प्रतियों में देंगे। वहीं, एक फॉर्म मतदाताओं से साइन करवाकर अपने पास रखेंगे। बीएलओ कम से कम 3 बार मतदाता के घर जाकर गणना प्रपत्र वितरण और इन्हें संग्रह करने का काम करेंगे।

 

गणना प्रपत्र में मतदाता का नाम, एपिक संख्या, भाग संख्या, क्रम संख्या, विधानसभा क्षेत्र का नाम और राज्य की प्रविष्टियां पहले से ही भरी होंगी। फोटो भी पहले से छपा होगा। हालांकि, मतदाता अपने नवीनतम पासपोर्ट साईज फोटो भी गणना प्रपत्र पर चस्पा कर सकते हैं। मतदाता गणना प्रपत्र में विवरणों को भरने में बीएलओ की मदद ले सकते हैं।

 

मतदाता चुनाव आयोग के पोर्टल voters.eci.gov.in से वर्ष 2003 की मतदाता सूची में अपना या अपने संबंधी का नाम देख सकते हैं। इसका विवरण भी गणना प्रपत्र में भर सकते हैं। गणना प्रपत्र वितरण एवं संग्रहण के दौरान मतदाताओं को किसी प्रकार का कोई दस्तावेज नहीं देना है। जो मतदाता गणना प्रपत्र भरकर अपना विवरण बीएलओ के पास जमा करेंगे, उन मतदाताओं का नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा।

 

विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों के प्रारूप का प्रकाशन 9 दिसंबर को होगा। इन पर दावे और आपत्तियां प्राप्त करने की अवधि 9 दिसंबर से 8 जनवरी तक रहेगी। नोटिस का चरण 9 दिसंबर से 31 जनवरी तक चलेगा। इसमें नोटिस जारी करने, सुनवाई और सत्यापन, गणना प्रपत्रों पर निर्णय और दावे व आपत्तियों का निस्तारण होगा। मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 7 फरवरी को होगा। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के निर्णय से क्षुब्ध किसी मतदाता की ओर से दाखिल की गई प्रथम अपील की सुनवाई जिला मजिस्ट्रेट करेंगे और जिला मजिस्ट्रेट के निर्णय के विरुद्ध द्वितीय अपील की सुनवाई प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी करेंगे

Etawah: सोशल मीडिया पर वायरल फोटो देख मां बोली…यह तो मेरा खोया हुआ बेटा, पुलिस ने शुरू की जांच

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सोशल मीडिया पर एक युवक के वायरल वीडियो को देख लखना की महिला ने चार साल से लापता अपने पुत्र से शक्ल मिलने का दावा किया। पुलिस मामले की जानकारी में जुटी है। लखना कस्बे के मोहल्ला कहारान निवासी गिरजेश बाबू बिजली विभाग में कैशियर पद पर तैनात हैं। गिरजेश बाबू का पुत्र सोम (12), 30 जून 2021 को सुबह 10 बजे घर के बाहर खेलते से अचानक लापता हो गया था। बालक के लापता होने के कुछ दिन बाद ही उसके घर के बाहर बालक की रिहाई के लिए एक फिरौती पत्र भी चस्पा मिला था। हालांकि पुलिस की जांच में चस्पा पत्र फर्जी निकला था।

उस समय पुलिस हरकत में आई और लापता बालक का मामला अपहरण में दर्ज कर उसकी काफी खोजबीन की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद क्षेत्रीय विधायक राघवेन्द्र गौतम ने सोम अपहरण कांड का मामला विधानसभा में भी उठाया था। इसके बावजूद पुलिस प्रशासन यह जानकारी नहीं कर पाया कि सोम कहां है। गिरजेश बाबू के अपह्रत पुत्र सोम की घटना में चार वर्ष चार माह बाद दिलचस्प मोड़ आया है। तीन दिन पूर्व अपह्रत सोम की मां रेखा देवी मोबाइल फोन पर सोशल साइट देख रही थी। इसमें वह सनोज कुमार यादव की आइडी पर पोस्ट की गई फोटो को देखकर वह चौंक गई। इसमें 14 वर्षीय किशोर और 15 वर्षीय किशोरी की शादी की फोटो वायरल की गई थी।रेखा देवी ने वायरल की गई फोटो हूबहू उसके लापता बालक सोम से मिलने का दावा किया है। हालांकि संवाद न्यूज एजेंसी वायरल फोटो की पुष्टि नहीं करती है। अपहृत सोम की मां रेखा देवी को उम्मीद जगी कि उनका पुत्र जिंदा है। रेखा देवी ने फेसबुक आईडी से उसका नंबर लेकर बात की तो उसने कोई उत्तर नहीं दिया। उल्टा उसने रेखा देवी को धमकाया कि वह उसके पीछे न पड़े अन्यथा ठीक नहीं रहेगा। इसके बाद पीड़ित मां ने अपने लापता बच्चे की बरामदगी के लिए पुलिस से गुहार लगाई। थानाध्यक्ष विपिन मलिक ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है। जिस व्यक्ति की आइडी से फोटो डाली गई है उसकी डिटेल ली जा रही है। जल्द ही मामले की जांच कर सच्चाई का पता लगाया जाएगा।

Kanpur: ऋषिकांत को भारी पड़ी अखिलेश की दरबारी, कब आएगी बाकी की बारी…बनाई थी 100 करोड़ की कंस्ट्रक्शन कंपनी

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कानपुर में अखिलेश दुबे प्रकरण में सोमवार को डिप्टी एसपी ऋषिकांत शुक्ला के निलंबन के तौर पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। इससे पहले अखिलेश के करीबी रहने के आरोप में इंस्पेक्टर आशीष द्विवेदी को निलंबित किया गया था। उस पर पुलिस कार्यालय में स्थित शिकायत प्रकोष्ठ में तैनाती के दौरान भाजपा नेता रवि सतीजा को अखिलेश दुबे के कार्यालय तक पहुंचाने का आरोप लगा था।

हालांकि, अखिलेश के करीबी रहे लखनऊ में तैनात डिप्टी एसपी विकास पांडेय, हरदोई में डिप्टी एसपी संतोष कुमार सिंह, केडीए वीसी के पीए रहे महेंद्र कुमार सोलंकी (वर्तमान बस्ती में तैनात) और कश्यप कांत दुबे पर कार्रवाई होनी बाकी है। सभी पर साकेतनगर के अखिलेश दुबे का दरबारी होने का आरोप है। अखिलेश के करीबी रहे सीओ और केडीए कर्मियों पर आरोप लगने के बाद एसआईटी ने दो बार सामने पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस भेजा था।

सौ करोड़ से भी ज्यादा का टर्नओवर
हालांकि इनमें से किसी ने भी एसआईटी के सामने आकर अपना पक्ष नहीं रखा। इन लोगों को डर था कि कहीं अखिलेश दुबे और इंस्पेक्टर सभाजीत की तरह उन्हें भी पूछताछ के बाद गिरफ्तार न कर लिया जाए। आरोप थे कि यह सभी लोग सरकारी कर्मचारी होने के बाद भी अखिलेश दुबे के साथ मिलकर जमीनों का कारोबार कर रहे थे। इतना ही नहीं बाकायदा कंपनी बनाकर अपने परिजनों के नाम पर कारोबार कर रहे थे। एक कंपनी सामने आई है, इसमें सौ करोड़ से भी ज्यादा का टर्नओवर है।