Friday, March 14, 2025
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Auraiya News: रेलवे क्राॅसिंग बंद न होने से 15 मिनट खड़ी रही मालगाड़ी

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कंचौसी (औरैया)। दिल्ली-हावड़ा रेल रूट के कंचौसी रेलवे क्राॅसिंग के खुलने पर एक साथ कई वाहन पटरी पर पहुंच गए। ऐसे में फाटक बंद नहीं हो सका।

Goods train stood still for 15 minutes due to non-closure of railway crossing
कंचौसी स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी। – फोटो : कंचौसी स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी।इसी बीच डीएफसी ट्रैक पर इटावा से कानपुर की ओर जा रही मालगाड़ी को कंचौसी रेलवे स्टेशन पर रोकना पड़ गया। गेटमैन ने पटरियों से वाहन को हटवाकर क्रासिंग को बंद करवाया। इसके बाद मालगाड़ी रवाना हो सकी।
बताया जा हा है कि रविवार की सुबह कंचौसी रेलवे क्राॅसिंग के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी थी। वाहनों को निकालने के लिए क्राॅसिंग के फाटक को खोला गया। इसी दौरान पहले निकलने की होड़ में एक साथ कई वाहन पटरियों पर पहुंच गए।इस दौरान कुछ ही वाहन निकल पाए थे, तभी सुबह नौ बजे डाउन लाइन पर मालगाड़ी आ गई। क्राॅसिंग खुली होने से सिग्नल लाल था। लोको पायलट ने मालगाड़ी को कंचौसी रेलवे स्टेशन के पास रोक लिया।गेटमैन ने वाहनों को पटरी से हटवाया। इसके बाद नौ बजकर 20 मिनट पर फाटक बंद किया गया तब कहीं मालगाड़ी रवाना हो सकी। जाम में फंसे अनूप पोरवाल, दीपू कुमार, रिंकू राठौर ने बताया कि आए दिन क्राॅसिंग पर जाम लगने से उन लोगों को घंटों फंसकर परेशान होना पड़ता है।

न्यू कंचौसी स्टेशन अधीक्षक नवाना वनचे ने बताया कि एक साथ कई वाहन पटरियों पर पहुंच गए थे। इस कारण फाटक बंद नहीं हो सका था। कुछ देर के लिए मालगाड़ी को रोका गया था।

Auraiya News: दिबियापुर बाईपास पर जलभराव से परेशान दो हजार की आबादी

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औरैया। शहर के दिबियापुर बाईपास किनारे के मोहल्लों में जलभराव से रास्ते गायब हो गए हैं। यहां मकानों के चारों तरफ पानी भरा है। जलकुंभी भी उगी है।जलनिकासी का अभाव होने से लोगों को संक्रामक रोग फैलने का खतरा बना है। लोगों का कहना है कि गंदे पानी में जहरीले कीड़े भी पनप गए हैं। दो हजार की आबादी इन दिनों संकट के दौर में है। शहर का दायरा दिनों दिन बढ़ रहा है।
करीब एक दशक पहले दिबियापुर बाईपास पर तेजी से प्लाटिंग हुई। आबादी भी बढ़ी। गोविंदनगर, पढ़ीन दरवाजा समेत अन्य सटे मोहल्ले के लोग बाईपास के इस हिस्से पर बसे। मकान बनकर खड़े हो गए, लेकिन इन मोहल्लों को बसाने से पहले यहां जलनिकासी के इंतजाम नहीं किए गए। ऐसे में अब इन मोहल्लों में जलभराव का संकट गहराया है।बारिश हुए करीब छह माह समय बीत चुका है, लेकिन यहां का नजारा झील जैसा है। सड़कें जलभराव के चलते जर्जर हो गई हैं। हालांकि इस साल नगर पालिका परिषद की ओर से बाईपास पर नाला निर्माण का प्रस्ताव तैयार करते हुए काम शुरू कराया है, लेकिन यह कार्य अभी दिबियापुर रोड पर चल रहा है। इसके बाद बाईपास पर पहुंचेगा।

खुद ही मिट्टी डाल बना ली पगडंडी
दिबियापुर बाईपास पर बढ़ी रिहायसी बस्ती में मकान बना चुके लोगों को आवागमन की दिक्कत है। घर तक पहुंचने का रास्ता जर्जर है। पानी से ऊपर पगडंडी को रखने के लिए यहां के लोगों ने खुद मिट्टी मलवा डालकर पगडंडी बना ली है। मूलभूत सुविधाओं को लेकर यहां की आबादी विकास से दूर नजर आ रही है। यहां के लोग सभी तरह के टैक्स अदायगी करते हैं, लेकिन सहूलियत शहर जैसी नहीं मिल पा रही है।

10 साल पहले यहां आकर बसे थे। तब यहां की तस्वीर कुछ और थी। लेकिन अब यहां की सूरत बदरंग है। अब चारों तरफ जलभराव की समस्या है। निकासी के लिए नाले नहीं है। जलकुंभी उगी है।
-अंकित पाल

बारिश के दिनों में पालिका पंपसेट लगाकर यह पानी निकालने का प्रयास करती है, बाद में भूल जाती है। ऐसे में भरे हुए पानी के साथ घरों का पानी भी यहां भर रहा है।
-माधुरी देवी

दिबियापुर बाईपास पर जलभराव के संकट को दूर करने के लिए नाले का निर्माण कराया जा रहा है। यह नाला कई चरणों में पूरा होना है। फिलहाल दिबियापुर रोड पर काम जारी है। इसे बाईपास से जोड़ा जाएगा। इसके बाद पूरी तरह से जलभराव का संकट दूर हो जाएगा।
-अनूप गुप्ता, अध्यक्ष नगर पालिका औरैया

वसंत पंचमी स्नान: प्रयागराज नहीं जाएंगी गोरखपुर और मुंबई रूट की ट्रेनें, वंदे भारत एक्सप्रेस भी निरस्त

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रेलवे प्रशासन की ओर से अपरिहार्य परिचालन संबंधी कारणों से मुंबई से गोरखपुर व छपरा जाने वाली ट्रेनों को प्रयागराज, नैनी, प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ में नहीं रोका जाएगा। सोमवार को ट्रेनें डायवर्ट रहेंगी। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर से तीन फरवरी को चलने वाली 15018 गाेरखपुर लोकमान्य तिलक टर्मिनस (मुंबई) एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर बाराबंकी चारबाग के रास्ते चलाई जाएगी।

यह ट्रेन फाफामऊ, प्रयाग, प्रयागराज जंक्शन, नैनी में नहीं रुकेंगी। वहीं छपरा से सोमवार को चलने वाली 11060 छपरा लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस शाहगंज-लखनऊ-कानपुर सेंट्रल के रास्ते चलाई जाएगी। ट्रेन नैनी व प्रयागराज स्टेशनों पर नहीं रुकेगी। इसी क्रम में लखनऊ जं. से तीन व चार को चलने वाली 15008 लखनऊ जं. वाराणसी सिटी कृषक एक्सप्रेस वाराणसी सिटी की जगह गोरखपुर में यात्रा समाप्त करेगी। वाराणसी सिटी से तीन, चार व पांच को चलने वाली 15007 वाराणसी सिटी-लखनऊ जं. एक्सप्रेस वापसी में गोरखपुर से चलाई जाएगी। ट्रेनें गोरखपुर से वाराणसी के बीच निरस्त रहेंगी।

ये ट्रेनें रहेंगी कैंसिल

इसके अतिरिक्त तीन व चार फरवरी को चलने वाली गाड़ी संख्या 12561 जयनगर नई दिल्ली एक्सप्रेस एवं नई दिल्ली से सोमवार को चलने वाली 12562 नई दिल्ली जयनगर एक्सप्रेस, आनन्दविहार टर्मिनल से तीन व चार फरवरी को चलने वाली 14006 आनन्दविहार टर्मिनल सीतामढ़ी एक्सप्रेस, सीतामढ़ी से तीन, चार, पांच फरवरी को चलने वाली 14005 सीतामढ़ी आनन्दविहार टर्मिनल एक्सप्रेस निरस्त रहेंगी।

बदले रूट से चलेंगी ये गाड़ियां
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार-मुकुरिया खंड के बीच इंजीनियरिंग कार्य के चलते ब्लॉक लिया गया है, जिससे ट्रेनें बदले रूट से चलाई जाएंगी। नाहरलगुन से चार, 11, 18 एवं 25 फरवरी तथा चार, 11, 18 एवं 25 मार्च को चलने वाली 22411 नाहरलगुन आनन्दविहार, उदयपुर सिटी से तीन, 10, 17 एवं 24 फरवरी तथा तीन, 10, 17, 24, 31 मार्च को चलने वाली 19615 उदयपुर सिटी कामाख्या एक्सप्रेस, जम्मूतवी से पांच, 12, 19 एवं 26 फरवरी तथा पांच, 12, 19 एवं 26 मार्च को चलने वाली 15652 जम्मूतवी गुवाहाटी एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग कटिहार-कुमेदपुर-मुकुरिया के रास्ते चलाई जाएंगी।

लखनऊ से प्रयागराज के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस 4 तक निरस्त
किन्हीं कारणों से गोरखपुर से प्रयागराज वाया लखनऊ चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस लखनऊ से प्रयागराज के बीच चार फरवरी तक निरस्त कर दी गई है। गाड़ी संख्या 22549 गोरखपुर प्रयागराज वाया लखनऊ के लिए चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस गोरखपुर से सुबह 6ः05 बजे चलकर 10ः20 बजे चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचती है। यहां 10 मिनट रुकने के बाद ट्रेन प्रयागराज रवाना होती है और दोपहर 1ः35 बजे प्रयागराज जंक्शन पहुंच रही थी। वंदे भारत एक्सप्रेस में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने के कारण ट्रेन लखनऊ से प्रयागराज के बीच निरस्त कर दी गई। रेलवे अधिकारियों को कहना है कि परिचालन संबंधी कारणों से ट्रेन को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है।

 

यूपी: निजी मेडिकल कॉलेजों में औचक निरीक्षण, कहीं फैकल्टी कम तो कहीं बंद मिल ओटी, कारण बताओ नोटिस जारी

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प्रदेश के निजी मेडिकल कॉलेजों में बड़े पैमाने पर खामियां मिली हैं। कहीं संकाय सदस्यों की संख्या कम मिली है तो कहीं ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में ताला बंद मिला। अब इन सभी कॉलेजों को नोटिस जारी कर सप्ताहभर में जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं। जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।प्रदेश में चल रहे 36 निजी मेडिकल कॉलेजों में तीन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत चल रहे हैं। इन कॉलेजों की चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशालय से सात बिंदुओं पर जांच कराई गई। सरकारी कॉलेजों के तीन-तीन सदस्यीय टीम को निजी कॉलेजों के औचक निरीक्षण के लिए भेजा गया। इन टीमों ने आधारभूत संरचना, संकाय सदस्यों की तीन माह की उपस्थिति पंजिका, छह माह की सेलरी स्लिप, ओपीडी, आईपीडी, ओटी सहित अन्य की अलग- अलग रिपोर्ट, छात्र-छात्राओं से वसूले जा रहे शिक्षण शुल्क आदि की जांच की। टीमों ने अपनी रिपोर्ट महानिदेशालय को सौंप दी है। चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक किंजल सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेजों की व्यवस्थाएं सुधारने के लिए जांच कराई गई थी। रिपोर्ट मिलने के बाद सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

इस तरह की मिली खामियां
सूत्रों की मानें तो निजी कॉलेजों में संकाय सदस्यों के नाम तो हैं, लेकिन उपस्थिति पंजिका पर उनके हस्ताक्षर नहीं मिले हैं। कई कॉलेजों में ऑपरेशन थियेटर में वर्षों से ताला बंद मिला है। गौतमबुद्धनगर के एक कॉलेज में छात्रों ने निर्धारित शुल्क से ज्यादा फीस लेने की शिकायत की है। लखनऊ स्थित कॉलेज में ऑपरेशन थियेटर में दर्शाई गई सामग्री नहीं मिली।

यूपी: 72 फीसदी कर्मचारियों ने दिया संपत्ति का ब्योरा, बढ़ाई जा सकती है समयसीमा, वेतन को लेकर हुआ ये फैसला

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राज्य कर्मियों की ओर से मानव संपदा पोर्टल पर संपत्ति का ब्योरा देने के लिए समयसीमा बढ़ सकती है। इसके लिए घोषित अंतिम तिथि 31 जनवरी तक 72 फीसदी कर्मियों ने ही ब्योरा दिया है। वहीं, शासन के उच्चपदस्थ सूत्रों का कहना है कि कहीं से शिकायत आई तो संपत्ति की गलत जानकारी देने वाले राज्यकर्मी फंस सकते हैं।

प्रदेश में राज्य कर्मियों की कुल संख्या 8.32 लाख है। नियुक्ति विभाग के अनुसार, 31 जनवरी की रात 8 बजे तक 6 लाख कर्मचारियों व अधिकारियों ने पोर्टल पर संपत्ति का ब्योरा अपलोड कर दिया था। सूत्रों के मुताबिक, संपत्ति का ब्योरा शत-प्रतिशत कर्मियों से लेने के लिए 8-15 दिन का मय और मिल सकता है। सूत्रों के अनुसार जनवरी के महीने का वेतन मिलेगा या नहीं इसका फैसला सोमवार को हो सकता है।

नागरिक पुलिस के 250 मुख्य आरक्षी बने उपनिरीक्षक
डीजीपी मुख्यालय ने नागरिक पुलिस के 250 मुख्य आरक्षियों को उपनिरीक्षक के पद पर प्रोन्नत कर दिया है। उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा ज्येष्ठता के आधार पर इन कर्मियों को पदोन्नत करने की संस्तुति की गई थी। डीजीपी के अनुमोदन के बाद सभी को उनकी वर्तमान तैनाती के स्थान पर ही पदोन्नत कर दिया गया है। डीजीपी मुख्यालय में डीआईजी स्थापना अतुल शर्मा ने इसका आदेश जारी कर दिया है। जल्द ही इन सभी कर्मियों को उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस पद का प्रशिक्षण हासिल करना होगा।

UP Weather : सर्दी-गर्मी के मिले-जुले मौसम के बीच बारिश का अलर्ट, पश्चिमी यूपी में हल्की बरसात की संभावना

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Summer has started in UP: यूपी में मौसम तेजी के साथ बदल रहा है। लखनऊ समेत आसपास के जिलों में दिन के तापमान में तेजी के साथ बढ़ोत्तरी हुई है। आने वाले दिनों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

प्रदेश में मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। लखनऊ समेत आस-पास के इलाके में तापमान बढ़ने से दिन में गर्मी का अहसास होने लगा है। वहीं रविवार को 9 डिग्री तापमान के साथ जहां प्रदेश में अयाेध्या सबसे ठंडा रहा वहीं, 31.5 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रयागराज सबसे गर्म रहा। मौसम विभाग की माने तो आने वाले तीन दिनों में पश्चिमी यूपी में हल्की बारिश की संभावना है। वहीं तराई के इलाकों में सुबह के समय हल्का कोहरा भी रहेगा।

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एम दानिश के मुताबिक, अगामी 3, 4 व 5 फरवरी को पश्चिमी यूपी में मौसम में बदलाव का असर दिखने की संभावना है। इसके चलते इन इलाकों में हल्की बारिश होने का अनुमान है। जबकि पूर्वांचल में इसका कोई खास असर नहीं रहेगा। इसी तरह प्रदेश के तराई से सटे जिलों में सुबह के समय कोहरा रहेगा। उन्होंने बताया कि राजधानी लखनऊ व आस पास के इलाकों में बारिश की संभावना तो नहीं है लेकिन चार व पांच फरवरी को आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है। मौसम विभाग की माने तो तीन फरवरी को सक्रिय हो रहे विक्षोभ का राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में व्यापक असर होगा। इस शक्तिशाली विक्षोभ के असर से ही तीन से सात फरवरी के बीच हल्की से मध्यम बारिश के संकेत हैं।

दिन में होने लगा गर्मी का एहसास

राजधानी लखनऊ में रविवार को अधिकतम तापमान 29.2 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि न्यूनतम 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसकी वजह से दो फरवरी को ही दिन में लोगों को गर्मी का एहसास होने लगा। घर से लेकर बाजारों तक लोग गर्मी के कपड़े पहने देखे गए। वहीं घरों में कुछ देर के लिए लोगों को पंखा भी चलाना पड़ा। ऐसे में जिस तरह से तापमान बढ़ रहा है उससे जल्द ही गर्मी और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

 

 

लखनऊ: हाईवे पर खड़े ट्रेलर में जा घुसी कार,चालक की मौत,छह घायल; महाकुंभ से लौट रहा था परिवार

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Road accident in Lucknow: महाकुंभ से दर्शन करके लौट रहे  श्रद्धालुओं की कार रविवार देर रातअनियंत्रित होकर कबीरपुर के पास सुल्तानपुर हाईवे पर खड़ी ट्रेलर में जा घुसी। इसमें छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

महाकुंभ से स्नान कर वापस लौट रहे श्रद्धालुओं की कार रविवार देर रात अनियंत्रित होकर कबीरपुर के पास सुल्तानपुर हाईवे पर खड़ी ट्रेलर में जा घुसी।हादसे में कार सवार सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।पुलिस ने आनन-फ़ानन में घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया। वाहन पर मौजूद डाक्टर ने कार चालक को मृत घोषित कर दिया। जबकि दो की हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने ट्रामा सेंटर रिफर कर दिया।वहीं अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। हादसे में कार क्षतिग्रस्त हो गई।

राजस्थान के खैरथल निवासी चालक कृष्ण कुमार (60) अपने परिवार के छह लोगों के साथ कार से महाकुंभ में स्नान करने आए थे। संगम में डुबकी लगाने के बाद कार सवार अयोध्या और वाराणसी में दर्शन करने के बाद रविवार रात करीब 12 बजे लखनऊ के रास्ते वापस राजस्थान लौट रहे थे।

तभी गोसाईगंज स्थित कबीरपुर के पास चालक को नींद आने से कार अनियंत्रित होकर हाईवे पर खड़े ट्रेलर में पीछे से जा घुसी।हादसे में चालक कृष्ण कुमार की मौत हो गई,कार सवार अन्य छह लोग घायल हो। इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार त्रिपाठी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुँचे।घायलों को अस्पताल पहुंचाने के साथ ही क्षतिग्रस्त कार को हटवाकर यातायात व्यवस्था बहाल कराई।

वसंत पंचमी स्नान: सीएम आवास के वॉर रूम में डटे रहे योगी, अधिकारियों से पल-पल लेते रहे स्नान का अपडेट

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वसंत पंचमी के पावन अवसर पर अमृत स्नान की व्यवस्था की निगरानी के लिए प्रातः साढ़े तीन बजे से अपने सरकारी आवास स्थित वॉर रूम में बैठक की। उन्होंने डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के साथ लगातार अपडेट प्राप्त किए और आवश्यक निर्देश दिए।

वॉर रूम में मुख्यमंत्री की सक्रिय निगरानी
मुख्यमंत्री ने इस महत्वपूर्ण आयोजन की सुरक्षा और व्यवस्था के संदर्भ में पूरी स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि स्नान के दौरान किसी भी प्रकार की कोई भी असुविधा न हो और सभी श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान की जाए।

अधिकारियों को निर्देश
योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे स्नान स्थल पर पूरी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें और श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक इंतजाम पूरे करें। साथ ही, उन्होंने आस्था के इस महान पर्व पर प्रशासन की तत्परता को बढ़ाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया, ताकि हजारों श्रद्धालुओं को बिना किसी समस्या के संगम में स्नान का लाभ मिल सके। 

स्नान के बाद दान-पुण्य करते नजर आए श्रद्धालु

Vasant Panchami Snan: Yogi remained in the war room of CM residence, kept taking bath updates from the officia
वसंत पंचमी का स्नान।
श्रद्धालुओं के साथ साधु-संत, महामंडलेश्वर और देश-विदेश से आए भक्त संगम में पवित्र डुबकी लगाते नजर आए। इसके साथ ही सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अमृत स्नान के लिए अद्भुत और दिव्य महाकुम्भ की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई। यातायात पूरी तरह सुचारु रहा और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। स्नान के बाद श्रद्धालु दान-पुण्य करते दिखे।

महाकुम्भ का डिजिटल स्वरूप बना आकर्षण का केंद्र
वसंत पंचमी पर अमृत स्नान के दौरान महाकुम्भ का डिजिटल स्वरूप भी आकर्षण का केंद्र रहा। जहां हर व्यक्ति इस दिव्य अनुभूति को अपने कैमरे में सुरक्षित करने के लिए उत्साहित नजर आया। संगम तट पर फूल-मालाओं से लदे संतों पर उत्साहित श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। जिससे पूरे महाकुम्भ का माहौल और भव्य बन गया।

नृत्य, नगाड़े और उत्साह
शोभायात्रा के दौरान मीडिया ही नहीं, बल्कि आम श्रद्धालुओं के मोबाइल के कैमरे भी नागा साधुओं को कैप्चर करने के लिए हवा में लहरा रहे थे। नागा भी किसी को निराश नहीं कर रहे थे, बल्कि वो अपने हाव भाव से उन्हें आमंत्रित कर रहे थे। कुछ नागा तो आंखों में काला चश्मा लगाकर आम लोगों से इंटरैक्ट भी कर पा रहे थे। उनकी इस स्टाइल को हर कोई कैद कर लेना चाहता था। यही नहीं, नागा साधु नगाड़ों की ताल पर नृत्य करते हुए अपनी परंपराओं का जीवंत प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी जोश और उत्साह से भरपूर गतिविधियों ने श्रद्धालुओं के बीच अपार उत्साह पैदा किया। जितने उत्साहित नागा साधु थे, उतने ही श्रद्धालु भी उनकी हर गतिविधि को देख मंत्रमुग्ध हो गए। 

स्नान के दौरान भी मस्ती

स्नान के दौरान भी नागा साधुओं का अंदाज निराला था। त्रिवेणी संगम में उन्होंने पूरे जोश के साथ प्रवेश किया और पवित्र जल के साथ अठखेलियां कीं। इस दौरान सभी नागा आपस में मस्ती करते नजर आए।

महिला नागा संन्यासी भी जुटीं 
पुरुष नागा साधुओं के साथ ही महिला नागा संन्यासियों की भी बड़ी संख्या में मौजूदगी रही। पुरुष नागाओं की तरह ही महिला नागा संन्यासी भी उसी ढंग से तप और योग में लीन रहती हैं। फर्क सिर्फ इतना होता है कि ये गेरुआ वस्त्र धारत करती हैं उसमें भी ये बिना सिलाया वस्त्र धारण करती हैं। उन्हें भी परिवार से अलग होना पड़ता है। खुद के साथ परिवार के लोगों का पिंड दान करना होता है तब जाकर महिला नागा संन्यासी बन पाती हैं। जब एक बार महिला नागा संन्यासी बन जाती हैं तो उनका लक्ष्य धर्म की रक्षा, सनातन की रक्षा करना होता है। इस महाकुम्भ में हर कोई इनके बारे में जानने को उत्सुक नजर आ रहा है।

श्रद्धालुओं के लिए संदेश
नागा साधुओं ने अपने व्यवहार और प्रदर्शन से यह संदेश दिया कि महाकुम्भ केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि मनुष्य के आत्मिक और प्राकृतिक मिलन का उत्सव है। उनकी हर गतिविधि में महाकुम्भ की पवित्रता और उल्लास का अद्वितीय अनुभव झलक रहा था। महाकुम्भ 2025 का यह आयोजन नागा साधुओं की विशिष्ट गतिविधियों और उनकी परंपराओं के कारण लंबे समय तक याद रखा जाएगा।

Live Mahakumbh 2025 Live: संगम पर अमृत स्नान जारी… अब तक 34.97 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान

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Amrit Snan Mahakumbh 2025 Vasant Panchami Live Updates: त्रिवेणी संगम में अखाड़ों के साथ ही श्रद्धालुओं का भी पावन स्नान चल रहा है। कुंभ मेला प्रशासन ने सोमवार की शाम तक पांच करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान लगाया है। भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है।

महाकुंभ में उमड़ा आस्था का जनसमुद्र

मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब एक नए शिखर पर पहुंच गया है। इसी क्रम में वसंत पंचमी के अमृत स्नान पर महाकुंभ में अब तक स्नानार्थियों की संख्या ने 35 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया। सोमवार को सुबह 8 बजे तक 62.25 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। इसके साथ ही महाकुंभ में स्नानार्थियों की कुल संख्या 35 करोड़ के पार हो गई। अभी महाकुंभ के 23 दिन शेष हैं, और पूरी उम्मीद है कि स्नानार्थियों की संख्या 50 करोड़ के ऊपर जा सकती है।

Mahakumbh 2025: भगदड़ के दर्द से कराहते लोग, अपनों को ढूंढती निगाहें…इलाहाबादियों को शर्म न आई; यूं ठगते रहे

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प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में कई रंग देखने को मिल रहे हैं। कोई अध्यात्म में खोया है, तो कोई तपस्या में लीन है। कोई अपनी आराधना में मस्त है। इसी में बीच 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन होने वाले शाही स्नान के लिए 28 जनवरी से भीड़ का दबाव बढ़ने लगा। 28, 29 जनवरी की रात को संगम नोज पर भगदड़ में 30 लोगों ने आधिकारिक रूप से अपनी जानें गंवा दीं, जबकि कई दर्जन लोग घायल हो गए।

पुलिस प्रशासन ने किसी तरह स्थितियों को संभाला। अब जिम्मेदारों का प्रयास रहा कि लोगों को किसी तरह शहर से बाहर भेजा जाए। वह लोग उसमें जुट गए। भगदड़ की खबर के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं ने बड़ा दिल दिखाया। उन्होंने 29 जनवरी को तड़के से ही कैंपस और हॉस्टल के दरवाजे खोल दिए। थके हुए, मायूस और बुरी तरह बेहाल श्रद्धालुओं को न सिर्फ शरण दी, बल्कि पानी पिलाया, उन्हें चाय वितरित की। सबने खूब मेहनत की। 29, 30 और 31 जनवरी को छात्र छात्राओं के ऐसे कई वीडियो सामने आए, जिसमें वह सड़कों पर लोगों को पानी पिलाते हुए देखे जा रहे हैं।

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ताजा हो गए कोरोना के दौरान लोगों से लूट के दृश्य

एक तरफ ऐसे दृश्य थे, जिनकी लोग सराहना कर रहे थे, उन्हें आशीष दे रहे थे। मन से दुआ दे रहे थे। इसी बीच 29 जनवरी को शाम से कुछ ऐसे तत्व सक्रिय हुए, जो आपदा में अवसर ढूंढ रहे थे। वह परेशान, हतप्रभ श्रद्धालुओं पर गिद्ध नजरें गड़ाए बैठे थे, कि कैसे उनकी मजबूरी का फायदा उठाया जाए और कैसे उन्हें लूटा जाए। वह भारत की आत्मा ‘अतिथि देवो भव:’ के संकल्प को भूल चुके थे। ठीक उसी प्रकार जैसे जब कोरोना महामारी आई तो कुछ पैसों के भेड़िए रेमिडीसिवर और अन्य जरूरी दवाइयों की कालाबाजारी करने में जुट गए थे। उसी प्रकार जब तीर्थराज कहे जाने वाले प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में लोग परेशान हुए, हतप्रभ हुए, अपनों से बिछड़ गए, बेहाल थे, तो कुछ तत्व इन्हें लूटने के लिए सड़कों पर उतरे। इन दृश्यों को देखकर एक बार फिर कोरोना के दौरान के लोगों को लूटे जा रहे दृश्य ताजा हो गए।

एक से लेकर दो हजार तक प्रति व्यक्ति वसूली

30 और 31 तारीख को अमर उजाला के कैमरे में कुछ ऐसे दृश्य कैद हुए, जिन्हें देखकर मानवता शर्मसार हो गई। ऐसा महसूस हुआ कि इन पैसों के भूखे भेड़ियों को वाकई संवेदनाएं मर चुकी हैं। यह सच्चाई हैरान करने वाली थी, लेकिन थी तो सच्चाई ही। भगदड़ के बाद परेशान लोग अपनों को ढूंढ रहे थे। पैदल चलकर थक चुके थे। थकावट की वजह से कई यात्री इस हाल में थे कि एक कदम भी चलना दूभर था। ऐसे में कुछ तत्व उन यात्रियों को बाइक पर उनके गंतव्य स्थान तक छोड़ने की बात कहते। फिर इनसे सौदा तय करते। एक हजार से लेकर दो हजार तक प्रति व्यक्ति उनसे वसूल कर रहे थे।

Mahakumbh 2025: People of Allahabad cheated those who went out to find their family lost in stampede in sangam

… ऐसे पता चलता वास्तव में इनके साथ ठगी हो गई

चूंकि अधिकतर जगहों पर बाइक जाने की अनुमति नहीं थी, इसके बाद भी यह असामाजिक तत्व लोगों को मौके तक पहुंचाने की बात कहकर पैसे की उगाही कर रहे थे। सौदा तय करने के बाद उन्हें 1-2 किमी तक ले जाकर छोड़ देते और कहते बस आगे ही संगम है, या आगे ही स्टेशन है, या अस्पताल है। यानी जिसको जहां जाना होता था, उनकी मंजिल बताकर रफू चक्कर हो जाते। जब वह परेशान लोग वहां मौजूद लोगों से बात करके अपना पता पूछते, तब उन्हें पता चलता कि वह तो अपनी मंजिल से काफी दूर हैं। वास्तव में इनके साथ ठगी की गई है।

Mahakumbh 2025: People of Allahabad cheated those who went out to find their family lost in stampede in sangam

चौराहों पर पुलिसकर्मियों ने पकड़ा

इस तरह की लूट की घटनाएं जब बढ़ीं तो इसकी शिकायत अधिकारियों से हुई। इसके बाद चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों तक यह संदेश आया कि ऐसे लोगों की पहचान करें और कार्रवाई करें। बालशन चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों ने ऐसे कई बाइक सवारों को पकड़ा जो बाइक पर 2-2, 3-3 सवारियां ढो रहे थे। यहां अचंभित करने वाली बात यह रही कि उन्होंने श्रद्धालुओं से पैसे के साथ एक बात यह भी तय कर ली थी कि कोई पुलिसकर्मी पकड़े और पूछे तो यह बताना कि यह हमें फ्री में छोड़ने जा रहे हैं। यह सेवा कर रहे हैं। पूछताछ में यह बात सामने आई तो लोग इन शातिरों के दिभागी चाल को सोचकर अचंभित रह गए। यानी यह श्रद्धालुओं को ठग भी रहे थे और समाजसेवी भी कहलाना चाहते थे। बालशन चौराहे पर पुलिस ने सवारी ढो रहे बाइकर्स को पकड़ा