कंचौसी (औरैया)। दिल्ली-हावड़ा रेल रूट के कंचौसी रेलवे क्राॅसिंग के खुलने पर एक साथ कई वाहन पटरी पर पहुंच गए। ऐसे में फाटक बंद नहीं हो सका।
Auraiya News: दिबियापुर बाईपास पर जलभराव से परेशान दो हजार की आबादी
औरैया। शहर के दिबियापुर बाईपास किनारे के मोहल्लों में जलभराव से रास्ते गायब हो गए हैं। यहां मकानों के चारों तरफ पानी भरा है। जलकुंभी भी उगी है।जलनिकासी का अभाव होने से लोगों को संक्रामक रोग फैलने का खतरा बना है। लोगों का कहना है कि गंदे पानी में जहरीले कीड़े भी पनप गए हैं। दो हजार की आबादी इन दिनों संकट के दौर में है। शहर का दायरा दिनों दिन बढ़ रहा है।
करीब एक दशक पहले दिबियापुर बाईपास पर तेजी से प्लाटिंग हुई। आबादी भी बढ़ी। गोविंदनगर, पढ़ीन दरवाजा समेत अन्य सटे मोहल्ले के लोग बाईपास के इस हिस्से पर बसे। मकान बनकर खड़े हो गए, लेकिन इन मोहल्लों को बसाने से पहले यहां जलनिकासी के इंतजाम नहीं किए गए। ऐसे में अब इन मोहल्लों में जलभराव का संकट गहराया है।बारिश हुए करीब छह माह समय बीत चुका है, लेकिन यहां का नजारा झील जैसा है। सड़कें जलभराव के चलते जर्जर हो गई हैं। हालांकि इस साल नगर पालिका परिषद की ओर से बाईपास पर नाला निर्माण का प्रस्ताव तैयार करते हुए काम शुरू कराया है, लेकिन यह कार्य अभी दिबियापुर रोड पर चल रहा है। इसके बाद बाईपास पर पहुंचेगा।
खुद ही मिट्टी डाल बना ली पगडंडी
दिबियापुर बाईपास पर बढ़ी रिहायसी बस्ती में मकान बना चुके लोगों को आवागमन की दिक्कत है। घर तक पहुंचने का रास्ता जर्जर है। पानी से ऊपर पगडंडी को रखने के लिए यहां के लोगों ने खुद मिट्टी मलवा डालकर पगडंडी बना ली है। मूलभूत सुविधाओं को लेकर यहां की आबादी विकास से दूर नजर आ रही है। यहां के लोग सभी तरह के टैक्स अदायगी करते हैं, लेकिन सहूलियत शहर जैसी नहीं मिल पा रही है।
10 साल पहले यहां आकर बसे थे। तब यहां की तस्वीर कुछ और थी। लेकिन अब यहां की सूरत बदरंग है। अब चारों तरफ जलभराव की समस्या है। निकासी के लिए नाले नहीं है। जलकुंभी उगी है।
-अंकित पाल
बारिश के दिनों में पालिका पंपसेट लगाकर यह पानी निकालने का प्रयास करती है, बाद में भूल जाती है। ऐसे में भरे हुए पानी के साथ घरों का पानी भी यहां भर रहा है।
-माधुरी देवी
दिबियापुर बाईपास पर जलभराव के संकट को दूर करने के लिए नाले का निर्माण कराया जा रहा है। यह नाला कई चरणों में पूरा होना है। फिलहाल दिबियापुर रोड पर काम जारी है। इसे बाईपास से जोड़ा जाएगा। इसके बाद पूरी तरह से जलभराव का संकट दूर हो जाएगा।
-अनूप गुप्ता, अध्यक्ष नगर पालिका औरैया
वसंत पंचमी स्नान: प्रयागराज नहीं जाएंगी गोरखपुर और मुंबई रूट की ट्रेनें, वंदे भारत एक्सप्रेस भी निरस्त
रेलवे प्रशासन की ओर से अपरिहार्य परिचालन संबंधी कारणों से मुंबई से गोरखपुर व छपरा जाने वाली ट्रेनों को प्रयागराज, नैनी, प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ में नहीं रोका जाएगा। सोमवार को ट्रेनें डायवर्ट रहेंगी। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर से तीन फरवरी को चलने वाली 15018 गाेरखपुर लोकमान्य तिलक टर्मिनस (मुंबई) एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर बाराबंकी चारबाग के रास्ते चलाई जाएगी।
यूपी: निजी मेडिकल कॉलेजों में औचक निरीक्षण, कहीं फैकल्टी कम तो कहीं बंद मिल ओटी, कारण बताओ नोटिस जारी
प्रदेश के निजी मेडिकल कॉलेजों में बड़े पैमाने पर खामियां मिली हैं। कहीं संकाय सदस्यों की संख्या कम मिली है तो कहीं ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में ताला बंद मिला। अब इन सभी कॉलेजों को नोटिस जारी कर सप्ताहभर में जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं। जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।प्रदेश में चल रहे 36 निजी मेडिकल कॉलेजों में तीन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत चल रहे हैं। इन कॉलेजों की चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशालय से सात बिंदुओं पर जांच कराई गई। सरकारी कॉलेजों के तीन-तीन सदस्यीय टीम को निजी कॉलेजों के औचक निरीक्षण के लिए भेजा गया। इन टीमों ने आधारभूत संरचना, संकाय सदस्यों की तीन माह की उपस्थिति पंजिका, छह माह की सेलरी स्लिप, ओपीडी, आईपीडी, ओटी सहित अन्य की अलग- अलग रिपोर्ट, छात्र-छात्राओं से वसूले जा रहे शिक्षण शुल्क आदि की जांच की। टीमों ने अपनी रिपोर्ट महानिदेशालय को सौंप दी है। चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक किंजल सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेजों की व्यवस्थाएं सुधारने के लिए जांच कराई गई थी। रिपोर्ट मिलने के बाद सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
सूत्रों की मानें तो निजी कॉलेजों में संकाय सदस्यों के नाम तो हैं, लेकिन उपस्थिति पंजिका पर उनके हस्ताक्षर नहीं मिले हैं। कई कॉलेजों में ऑपरेशन थियेटर में वर्षों से ताला बंद मिला है। गौतमबुद्धनगर के एक कॉलेज में छात्रों ने निर्धारित शुल्क से ज्यादा फीस लेने की शिकायत की है। लखनऊ स्थित कॉलेज में ऑपरेशन थियेटर में दर्शाई गई सामग्री नहीं मिली।
यूपी: 72 फीसदी कर्मचारियों ने दिया संपत्ति का ब्योरा, बढ़ाई जा सकती है समयसीमा, वेतन को लेकर हुआ ये फैसला
राज्य कर्मियों की ओर से मानव संपदा पोर्टल पर संपत्ति का ब्योरा देने के लिए समयसीमा बढ़ सकती है। इसके लिए घोषित अंतिम तिथि 31 जनवरी तक 72 फीसदी कर्मियों ने ही ब्योरा दिया है। वहीं, शासन के उच्चपदस्थ सूत्रों का कहना है कि कहीं से शिकायत आई तो संपत्ति की गलत जानकारी देने वाले राज्यकर्मी फंस सकते हैं।
डीजीपी मुख्यालय ने नागरिक पुलिस के 250 मुख्य आरक्षियों को उपनिरीक्षक के पद पर प्रोन्नत कर दिया है। उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा ज्येष्ठता के आधार पर इन कर्मियों को पदोन्नत करने की संस्तुति की गई थी। डीजीपी के अनुमोदन के बाद सभी को उनकी वर्तमान तैनाती के स्थान पर ही पदोन्नत कर दिया गया है। डीजीपी मुख्यालय में डीआईजी स्थापना अतुल शर्मा ने इसका आदेश जारी कर दिया है। जल्द ही इन सभी कर्मियों को उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस पद का प्रशिक्षण हासिल करना होगा।
UP Weather : सर्दी-गर्मी के मिले-जुले मौसम के बीच बारिश का अलर्ट, पश्चिमी यूपी में हल्की बरसात की संभावना
Summer has started in UP: यूपी में मौसम तेजी के साथ बदल रहा है। लखनऊ समेत आसपास के जिलों में दिन के तापमान में तेजी के साथ बढ़ोत्तरी हुई है। आने वाले दिनों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश में मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। लखनऊ समेत आस-पास के इलाके में तापमान बढ़ने से दिन में गर्मी का अहसास होने लगा है। वहीं रविवार को 9 डिग्री तापमान के साथ जहां प्रदेश में अयाेध्या सबसे ठंडा रहा वहीं, 31.5 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रयागराज सबसे गर्म रहा। मौसम विभाग की माने तो आने वाले तीन दिनों में पश्चिमी यूपी में हल्की बारिश की संभावना है। वहीं तराई के इलाकों में सुबह के समय हल्का कोहरा भी रहेगा।
लखनऊ: हाईवे पर खड़े ट्रेलर में जा घुसी कार,चालक की मौत,छह घायल; महाकुंभ से लौट रहा था परिवार
Road accident in Lucknow: महाकुंभ से दर्शन करके लौट रहे श्रद्धालुओं की कार रविवार देर रातअनियंत्रित होकर कबीरपुर के पास सुल्तानपुर हाईवे पर खड़ी ट्रेलर में जा घुसी। इसमें छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
महाकुंभ से स्नान कर वापस लौट रहे श्रद्धालुओं की कार रविवार देर रात अनियंत्रित होकर कबीरपुर के पास सुल्तानपुर हाईवे पर खड़ी ट्रेलर में जा घुसी।हादसे में कार सवार सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।पुलिस ने आनन-फ़ानन में घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया। वाहन पर मौजूद डाक्टर ने कार चालक को मृत घोषित कर दिया। जबकि दो की हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने ट्रामा सेंटर रिफर कर दिया।वहीं अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। हादसे में कार क्षतिग्रस्त हो गई।
तभी गोसाईगंज स्थित कबीरपुर के पास चालक को नींद आने से कार अनियंत्रित होकर हाईवे पर खड़े ट्रेलर में पीछे से जा घुसी।हादसे में चालक कृष्ण कुमार की मौत हो गई,कार सवार अन्य छह लोग घायल हो। इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार त्रिपाठी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुँचे।घायलों को अस्पताल पहुंचाने के साथ ही क्षतिग्रस्त कार को हटवाकर यातायात व्यवस्था बहाल कराई।
वसंत पंचमी स्नान: सीएम आवास के वॉर रूम में डटे रहे योगी, अधिकारियों से पल-पल लेते रहे स्नान का अपडेट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वसंत पंचमी के पावन अवसर पर अमृत स्नान की व्यवस्था की निगरानी के लिए प्रातः साढ़े तीन बजे से अपने सरकारी आवास स्थित वॉर रूम में बैठक की। उन्होंने डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के साथ लगातार अपडेट प्राप्त किए और आवश्यक निर्देश दिए।
वॉर रूम में मुख्यमंत्री की सक्रिय निगरानी
मुख्यमंत्री ने इस महत्वपूर्ण आयोजन की सुरक्षा और व्यवस्था के संदर्भ में पूरी स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि स्नान के दौरान किसी भी प्रकार की कोई भी असुविधा न हो और सभी श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान की जाए।
स्नान के बाद दान-पुण्य करते नजर आए श्रद्धालु

Mahakumbh 2025: भगदड़ के दर्द से कराहते लोग, अपनों को ढूंढती निगाहें…इलाहाबादियों को शर्म न आई; यूं ठगते रहे
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में कई रंग देखने को मिल रहे हैं। कोई अध्यात्म में खोया है, तो कोई तपस्या में लीन है। कोई अपनी आराधना में मस्त है। इसी में बीच 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन होने वाले शाही स्नान के लिए 28 जनवरी से भीड़ का दबाव बढ़ने लगा। 28, 29 जनवरी की रात को संगम नोज पर भगदड़ में 30 लोगों ने आधिकारिक रूप से अपनी जानें गंवा दीं, जबकि कई दर्जन लोग घायल हो गए।
पुलिस प्रशासन ने किसी तरह स्थितियों को संभाला। अब जिम्मेदारों का प्रयास रहा कि लोगों को किसी तरह शहर से बाहर भेजा जाए। वह लोग उसमें जुट गए। भगदड़ की खबर के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं ने बड़ा दिल दिखाया। उन्होंने 29 जनवरी को तड़के से ही कैंपस और हॉस्टल के दरवाजे खोल दिए। थके हुए, मायूस और बुरी तरह बेहाल श्रद्धालुओं को न सिर्फ शरण दी, बल्कि पानी पिलाया, उन्हें चाय वितरित की। सबने खूब मेहनत की। 29, 30 और 31 जनवरी को छात्र छात्राओं के ऐसे कई वीडियो सामने आए, जिसमें वह सड़कों पर लोगों को पानी पिलाते हुए देखे जा रहे हैं।
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ताजा हो गए कोरोना के दौरान लोगों से लूट के दृश्य
एक तरफ ऐसे दृश्य थे, जिनकी लोग सराहना कर रहे थे, उन्हें आशीष दे रहे थे। मन से दुआ दे रहे थे। इसी बीच 29 जनवरी को शाम से कुछ ऐसे तत्व सक्रिय हुए, जो आपदा में अवसर ढूंढ रहे थे। वह परेशान, हतप्रभ श्रद्धालुओं पर गिद्ध नजरें गड़ाए बैठे थे, कि कैसे उनकी मजबूरी का फायदा उठाया जाए और कैसे उन्हें लूटा जाए। वह भारत की आत्मा ‘अतिथि देवो भव:’ के संकल्प को भूल चुके थे। ठीक उसी प्रकार जैसे जब कोरोना महामारी आई तो कुछ पैसों के भेड़िए रेमिडीसिवर और अन्य जरूरी दवाइयों की कालाबाजारी करने में जुट गए थे। उसी प्रकार जब तीर्थराज कहे जाने वाले प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में लोग परेशान हुए, हतप्रभ हुए, अपनों से बिछड़ गए, बेहाल थे, तो कुछ तत्व इन्हें लूटने के लिए सड़कों पर उतरे। इन दृश्यों को देखकर एक बार फिर कोरोना के दौरान के लोगों को लूटे जा रहे दृश्य ताजा हो गए।
श्रद्धालुओं से जमकर लूट मचा रखी…
बालशन चौराहे पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने अमर से बातचीत में बताया कि ऐसे तत्वों ने श्रद्धालुओं से जमकर लूट मचा रखी है। बताया कि पूछताछ के बाद यह सामने आया है कि एक एक बाइकर्स ने दो दिन में 50 हजार से लेकर एक से डेढ़ लाख तक रुपए कमाए हैं। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन ठगों ने श्रद्धालुओं के साथ किस स्तर तक की ठगी की है।
आइए अब आपको कुछ ऐसे दृश्यों से वाकिफ करते हैं, जिन्हें अमर उजाला ने अपने कैमरे में कैद किया। ऐसे लुटेरों से बातचीत के कुछ अंश-

दृश्य-1
अमर उजाला रिपोर्टर भूपेंद्र सिंह ने 30 जनवरी की रात करीब 10 बजे, सिविल लाइन हनुमान मंदिर के पास चौराहे पर पल्सर गाड़ी पर मौजूद बाइकर्स से सवारी बनकर बात की। बाइकर्स युवा थे। उनकी उम्र यही करीब 18-20 वर्ष के आसपास की होगी।
रिपोर्टर- तेलियरगंज की तरफ ब्लड बैंक चौराहे तक जाना है।
बाइकर्स- छोड़ देंगें।
रिपोर्टर- कितना किराया पड़ेगा।
बाइकर्स- एक व्यक्ति का 100 रुपये लेंगे।
रिपोर्टर- लेकिन वहां का किराया तो 10 रुपये पड़ता है।
बाइकर्स- अभी इतना ही पड़ेगा।
रिपोर्टर- थोड़ा कैजुअली होते हुए, आप लोग कहां रहते हैं।
बाइकर्स- यहीं शिवकुटी, गोविंदपुरी में।
रिपोर्टर- क्या करते हो?
बाइकर्स- पढ़ाई।
रिपोर्टर- कहां पढ़ते हो.
बाइकर्स का दावा इलाहाबाद विश्वविद्यालय में, बीएससी इन जूलॉजी बॉटनी।
आगे बात करते समय इन्हें शक हुआ कि बातचीत की वीडियो रिकॉर्डिंग हो रही है, यह बाइक स्टार्ट करके भाग गए।
ठीक यहीं पर एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति मिला। उसने पूछा तेलियरगंज कि तरफ जाना है क्या? रिपोर्टर ने कहा हां, कितना पैसा लगेगा? इस पर बाइकर्स ने कहा कि 100 रुपये। रिपोर्टर ने आगे बात करनी चाही, लेकिन इसे वीडियो रिकॉर्डिंग की शंका हुई और यह वहां से चला गया।

दृश्य-2
31 जनवरी की सुबह करीब 11 बजे, स्थान- बालशन चौराहा।
पुलिसकर्मी चेकिंग करते हुए, ऐसे बाइकर्स की पहचान कर रहे थे, जो श्रद्धालुओं को बैठाकर ठगी कर रहे थे। इसी समय दो श्रद्धालुओं को बैठाकर एक बाइकर्स आया। उम्र करीब 20-22 वर्ष, रही होगी। पुलिसकर्मी ने इसे रोका।
पुलिसकर्मी ने श्रद्धालुओं से पूछा कितने पैसे लिए? उन्होंने बताया कि 200 रुपये एक व्यक्ति का। पुलिस ने बाइकर्स को रोक लिया। श्रद्धालुओं को उतरकर दूसरे साधन से जाने के लिए कहा। इसके बाद बाइकर्स मिन्नतें करने लगा। बोला हम फ्री में छोड़ने जा रहे हैं। पूछने पर बताया कि वह पढ़ाई करता है। पुलिस ने छात्र होने के नाते आगे से ऐसा न करने की हिदायत देकर छोड़ दिया।

दृश्य-3
31 जनवरी की देर शाम, समय करीब 8 बजे। स्थान-संगम नोज से पहले कक्षप द्वार के पास। एक बाइकर्स मिला।
बाइकर्स- कहां जाना है।
रिपोर्टर- बाहर की ओर (यानी चुंगी पुल के नीचे जहां से स्टेशन या अन्य जगह के लिए ऑटो मिलते हैं)।
बाइकर्स- आइए छोड़ देते हैं।
रिपोर्टर- कितने पैसे लोगे।
बाइकर्स- एक लोग का 100 रुपये।
रिपोर्टर- लेकिन ये तो बहुत ज्यादा है, वहां का तो अधिकतम किराया 10 रुपये है।
बाइकर्स- इतना ही पड़ेगा।
इसके बाद इसने कैमरा ऑन देख लिया तो वहां से भागने लगा। इसी बीच बातचीत सुनकर एक पुलिसकर्मी आ गया। उसे देखकर यह समाज सेवा की बात कहकर वहां से भाग निकला। यहां मौके पर आए पुलिसकर्मी ने बताया कि यह लोग काफी परेशान कर लिए हैं। सुबह से कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन मान नहीं रहे। पकड़ने पर गिड़गिड़ाने लगते हैं। एक को छोड़ो तो अन्य कई सक्रिय हो जाते हैं। श्रद्धालुओं को जागरूक किया जा रहा है कि ऐसे लोगों की बातों में ना आएं।

दृश्य-4
31 जनवरी की रात, समय करीब 10 बजे। स्थान-चुंगी पुल के नीचे (यहीं से स्टेशन या अन्य स्थानों के लिए ऑटो, बस और ई रिक्शा मिल रहे थे)। यहां दिल्ली नंबर की पल्सर गाड़ी लेकर एक बाइकर्स खड़ा था। हमे देखा तो सवारी समझकर छोड़ने के लिए पूछा।
बाइकर्स- कहां जाएंगे?
रिपोर्टर- सिविल लाइन जाएंगे।
बाइकर्स- छोड़ देंगे।
रिपोर्टर- कितने पैसे लोगे?
बाइकर्स- 200 रुपये एक व्यक्ति का।
रिपोर्टर- लेकिन वहां का किराया तो 10-20 रुपये ही पड़ता है।
बाइकर्स- आज इतना ही पड़ेगा।
रिपोर्टर- आपकी बाइक ओला, उबर या रैपिडो जैसी कंपनी में रजिस्टर्ड है क्या?
बाइकर्स- नहीं।
रिपोर्टर- तो फिर आप सवारियां कैसे ढो रहे हो?
बाइकर्स- पूरे शहर में बाइख चल रही हैं दो दिन से…
बातचीत के बीच वीडियो बनाता देख बाइक स्टार्ट करके भाग निकला।