उत्तर प्रदेश में मंगलवार को सभी जिलों में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) प्रारंभ हो गया। पहले दिन सभी जिलों में मतदाताओं के लिए गणना फॉर्म बांटे गए। बीएलओ 4 दिसंबर तक घर-घर जाकर मतदाताओं को प्री-प्रिंटेड गणना प्रपत्र (एन्यूमरेशन फॉर्म) उपलब्ध कराएंगे। इस काम में कुल 1.62 लाख बीएलओ लगाए गए हैं।यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि एसआईआर का उद्देश्य मतदाता सूची को और अधिक शुद्ध और समावेशी बनाना है, ताकि कोई भी पात्र नागरिक मताधिकार से वंचित न रहे। बीएलओ प्रत्येक मतदाता के घर जाकर दो प्रतियों में गणना प्रपत्र दे रहे हैं और फॉर्म भरने में उनकी मदद भी कर रहे हैं। मतदाता द्वारा हस्ताक्षरित गणना प्रपत्र बीएलओ को जमा करने पर उन्हें पावती रसीद भी दी जाएगी।
23 की उम्र में आइकॉनिक फिल्में देने वाले दिग्गज एक्टर का निधन, ड्रग्स के ओवरडोज ने ले ली जान, मौत जिसने दुनिया को हिला दिया; महज 10 की उम्र में इंडस्ट्री में पहला कदम!
23 की उम्र में आइकॉनिक फिल्में देने वाले दिग्गज एक्टर का निधन, ड्रग्स के ओवरडोज ने ले ली जान, मौत जिसने दुनिया को हिला दिया; महज 10 की उम्र में इंडस्ट्री में पहला कदम!
UP Desk : हॉलीवुड इंडस्ट्री में कई ऐसे कलाकार हुए हैं, जिन्होंने कम उम्र में ही अपनी अदाकारी से लाखों दिलों पर राज किया है। हालांकि कुछ ऐसे सितारे भी रहे जिन्होंने इस दुनिया को बहुत जल्द अलविदा कह दिया। वह अपने पीछे सिर्फ यादें छोड़ गए। आज हम एक ऐसे ही प्रतिभाशाली एक्टर की बात करने वाले हैं। जिसने अपने अभिनय से ऑस्कर तक का सफर तय किया, मगर ड्रग्स के ओवरडोज ने उसकी जिंदगी को अचानक खत्म कर दिया। यह कहानी है हॉलीवुड स्टार रिवर फीनिक्स (River Phoenix) की।
10 साल की उम्र में ही शुरू हुआ फिल्मी सफर, ऑस्कर नॉमिनेशन तक पहुंचा
रिवर फीनिक्स ने महज 10 साल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रख दिया था। उन्होंने अपनी अद्भुत प्रतिभा से इंडस्ट्री में जल्द ही पहचान बना ली थी। साल 1986 में आई फिल्म ‘स्टैंड बाय मी’ (Stand by Me) उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। इस फिल्म ने उन्हें हॉलीवुड में पहचान दिलाई और दर्शकों के दिलों में जगह बनाई। फिल्म ‘रनिंग ऑन एम्टी’ (Running on Empty) में रिवर फीनिक्स के शानदार अभिनय ने उनके लिए ऑस्कर के दरवाजे खोले। इस फिल्म के लिए उन्हें ऑस्कर नॉमिनेशन मिला था। इसने रिवर को हॉलीवुड के टॉप एक्टर्स की सूची में शामिल कर दिया।
मौत जिसने दुनिया को हिला दिया
हालांकि किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। 31 अक्टूबर 1993 की रात रिवर फीनिक्स लॉस एंजेलिस के ‘वाइपर रूम’ (The Viper Room) क्लब के बाहर बेहोश हो गए। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। बाद में पता चला कि उनकी मौत ड्रग्स के ओवरडोज से हुई थी। इस खबर से पूरा हॉलीवुड और उनके फैंस सदमे में आ गए थे। वह सिर्फ 23 साल के थे। इतनी कम उम्र में उन्होंने वो शोहरत पाई थी जो कई लोग पूरी जिंदगी में भी नहीं पाते। रिवर फीनिक्स की मृत्यु ने न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री बल्कि समाज को भी झकझोर दिया था।
‘मुझसे बड़ा गुंडा कोई नहीं…’ भाजपा सांसद बोले- कानपुर देहात का हिस्ट्रीशीटर हूं; मंत्री के पति से भिड़े; सपा बोली- दो इंजन लड़ रहे
Kanpur News, (प्रांजुल मिश्रा): ‘अगर गुंडों की बात की जाएगी, तो मुझसे बड़ा गुंडा कोई नहीं है। मैं कानपुर देहात का सबसे बड़ा हिस्ट्रीशीटर हूं।’ यह बात मंगलवार को भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने कानपुर देहात में दिशा की बैठक के दौरान मीडिया से कही।

दरअसल, बैठक के दौरान भाजपा के दो गुटों में जोरदार बहस हो गई। बहस सांसद देवेंद्र सिंह भोले और राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति एवं पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी के बीच हुई। बहस इस कदर बढ़ गई कि दोनों नेताओं के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। मौके पर मौजूद डीएम कपिल सिंह और एसपी श्रद्धा नरेंद्र पाण्डेय ने हस्तक्षेप कर स्थिति को कंट्रोल किया। इसके बाद बैठक को बीच में ही स्थगित कर दिया गया।

पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी ने सांसद देवेंद्र सिंह भोले पर गंभीर आरोप लगाए। कहा- सांसद ने दिशा समिति में ऐसे लोगों को शामिल किया है, जो आम लोगों को टारगेट करते हैं। उनका अपमान करते हैं और झूठे मुकदमे दर्ज कराते हैं। ये लोग फैक्ट्री मालिकों से भी वसूली करते हैं। वहीं, बैठक में मौजूद सपा जिलाध्यक्ष अरुण कुमार बबलू राजा ने कहा- दो इंजन आपस में भिड़ रहे हैं। जो लोग दूसरों को गुंडों की सरकार कहते थे, वे खुद लड़ रहे हैं। ऐसे में ये विकास क्या कराएंगे?

सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने कहा- पूर्व सांसद हर बार चुनाव से पहले इस तरह विवाद खड़ा करते हैं। अफसरों को निशाना बनाते हैं। बैठक में मुझे ‘गुंडा’ कहा गया। मैं पिछले 50 साल से राजनीति कर रहा हूं। ये लोग जिले का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे। आप विकास दुबे के भाई को साथ लेकर घूम सकते हैं, जिसने संतोष शुक्ला की हत्या की थी। फिर दूसरों को गुंडा कहते हैं। आप खुद शासन से कहते हैं कि आपके पास फाइलें नहीं आतीं। तो फिर मंत्री बने ही क्यों हैं? अगर गुंडों की बात की जाएगी, तो मुझसे बड़ा गुंडा कोई नहीं है। मैं कानपुर देहात का सबसे बड़ा हिस्ट्रीशीटर हूं।
दिशा बैठक में BJP नेता-पूर्व सांसद आमने सामने
सांसद भोले- तुम ब्राह्मण हो, ब्राह्मणवाद चलाओगे?
पूर्व सांसद अनिल शुक्ल – जबान संभाल कर बात करना। तुम मुझे मारोगे, तुम मुझे मारोगे, तुम मुझे मारोगे? तुम गुंडा कहोगे किसी को।
सांसद भोले- बैठक में मुझे ‘गुंडा’ कहा गया?
पूर्व सांसद – लोगों को टारगेट करते हैं, झूठे मुकदमे।
सांसद भोले- दूसरों को गुंडा कहते हो।
पूर्व सांसद – मारोगे.. मारो…।
Utpanna Ekadashi 2025: इस दिन रखा जाएगा उत्पन्ना एकादशी का व्रत, जानें तिथि और शुभ मुहूर्त
Utpanna Ekadashi 2025: हिन्दू धर्म में, एकादशी व्रत का विशेष महत्व है और उत्पन्ना एकादशी को सभी एकादशी की जननी यानी उत्पत्ति माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी तिथि पर स्वयं देवी एकादशी का जन्म हुआ था, जिन्होंने भगवान विष्णु की शक्ति के रूप में प्रकट होकर मुर नामक राक्षस का वध किया था। इस दिन यदि कोई व्यक्ति व्रत रखता है तो उसे अश्वमेध यज्ञ के बराबर फल प्राप्त होता है। जीवन की परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए भी यह व्रत बेहद ही खास माना जाता है। यदि आप भी अपने जीवन में अनचाही समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं तो यह व्रत अवश्य रखना चाहिए। तो चलिए ज्यादा देर न करते हुए जानते हैं कि यह व्रत कब रखा जाएगा।

Utpanna Ekadashi date उत्पन्ना एकादशी तिथि
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष उत्पन्ना एकादशी का व्रत मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है।
एकादशी तिथि प्रारम्भ- 15 नवम्बर 2025 को रात 12 बजकर 49 मिनट से
एकादशी तिथि समाप्त– 16 नवम्बर 2025 को रात 02 बजकर 37 मिनट पर
उदया तिथि के अनुसार 15 नवम्बर को यह व्रत रखा जाएगा।

Utpanna Ekadashi Pooja Vidhi उत्पन्ना एकादशी की पूजा विधि
कोई भी व्रत बिना पूजा के अधूरा माना जाता है। ऐसे में इस दिन सबसे पहले सुबह जल्दी उठे और स्नान करें। इसके बाद भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने बैठ जाएं। इसके बाद श्री हरि को पीले रंग के वस्त्र, तुलसी, और पीले रंग के ही फूल अर्पित करें। पीला रंग इसलिए क्योंकि जगत के पालनहार को यह रंग बहुत प्रिय है।
इसके बाद भगवान को पंचामृत के साथ स्नान कराएं और साथ में ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करते जाएं। इसके बाद व्रत की कथा पढ़ें या सुनें। व्रत कथा के दिन व्रत मान्य नहीं होता है। हो सकते तो इस दिन पूरी रात जागकर भगवान की नाम और लीला का स्मरण करें।
Significance of Utpanna Ekadashi उत्पन्ना एकादशी का महत्व
इस एकादशी का महत्व इसलिए ज्यादा है क्योंकि इस दिन देवी एकादशी का जन्म हुआ था। सच्चा मन से रखा गया ये व्रत पुराने जन्म के पाप नष्ट कर देता है। यदि कोई व्यक्ति एकादशी व्रत की शुरुआत करना चाहते है तो यह दिन उसके लिए सबसे ज्यादा उत्तम है।
जिला विकास समन्वय समिति की बैठक में बवाल
कानपुर देहात – जिला विकास समन्वय समिति की बैठक में बवाल, सांसद देवेंद्र सिंह,पूर्व सांसद अनिल शुक्ला आमने सामने, बवाल के बाद दोनों ने लगाये एक दूसरे पर आरोप, बवाल होता देख DM और SP ने संभाला मोर्चा, वारसी जी को है उपचार की जरूरत- देवेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह भोले पर फैक्ट्री में वसूली के आरोप लगे, एक दूसरे के समर्थकों ने जमकर काटा हंगामा, बवाल के चलते दिशा की बैठक स्थगित हुई

