Prayagraj Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में संत महात्मा और कथावाचक जहां ज्ञान की गंगा बहा रहे हैं. उपदेश और प्रवचन के जरिए श्रद्धालुओं को संयमित – शांत और आध्यात्मिक जीवन बिताने का पाठ पढ़ा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ विद्या कुंभ का भी आयोजन किया गया है. इसके तहत महाकुंभ में सफाई व्यवस्था से जुड़े स्वच्छता कर्मियों और मजदूरों के बच्चों की पढ़ाई के लिए यूपी की योगी सरकार की तरफ से विद्या कुंभ नाम से स्कूल खोला गया है.
यहां पर तंबुओं के क्लास रूम में चलने वाले इस स्कूल को न सिर्फ हाइटेक तरीके से तैयार किया गया है, बल्कि इसमें स्मार्ट क्लास समेत वह सभी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं, जो आमतौर पर कॉन्वेंट या दूसरे प्राइवेट स्कूलों में देखने को मिलती हैं.
बच्चों को यहां ऑडियो विजुअल और कार्टून फिल्मों के साथ ही गीतों व खेलों के जरिए पढ़ाई कराई जा रही है. बच्चों और उनके अभिभावकों में इस स्कूल का इतना जबरदस्त क्रेज है कि हफ्ते भर में ही सवा दो सौ से ज्यादा एडमिशन हो चुके हैं. सरकार इसी पैटर्न पर अब महाकुंभ क्षेत्र में पांच दूसरी जगहों पर भी स्कूल खोलने की तैयारी में है.
विद्या कुंभ नाम से महाकुंभ में काम कर रहे मजदूरों और सफाई कर्मियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए हाईटेक स्कूल मेला क्षेत्र के सेक्टर दो में सेनिटेशन कॉलोनी के पास खोला गया है. यहां एडमिशन लेकर पढ़ाई करने वाले ज्यादातर बच्चों के माता पिता महाकुंभ में सफाई – मजदूरी व दूसरे काम करने के लिए बाहरी जिलों या दूसरे राज्यों से आए हुए हैं. परिवार के महाकुंभ में आने से इन बच्चों की पढ़ाई छूट गई है.
विद्या कुंभ में नर्सरी से लेकर पांचवी क्लास तक के क्लासरूम बनाए गए हैं. स्कूल में सबसे आगे स्मार्ट क्लासरूम है. यहां कार्टून और दूसरी ऑडियो विजुअल फिल्मों के जरिए बच्चों की पढ़ाई कराई जा रही है. प्रोजेक्टर पर फिल्म दिखा कर उन्हें गाते और झूमते हुए पढ़ाया व सिखाया जा रहा है. उनमें शिक्षा के प्रति दिलचस्पी पैदा की जा रही है. नर्सरी क्लास में बच्चों की पढ़ाई बिना कॉपी और किताब के कराई जा रही है. उन्हें क्लासरूम में लगे बड़े पोस्टरों-गीतों और संकेतों के जरिए शिक्षा दी जा रही है.
रकारी टीचर्स को ही मिली है पढ़ाने की जिम्मेदारी
स्मार्ट क्लास के अलावा बाकी क्लासेस भी हाईटेक तरीके से तैयार की गई है. विद्या कुंभ नाम से यह पूरा स्कूल बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से संचालित किया जा रहा है. यहां सरकारी टीचर्स को ही पढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई है. यहां एडमिशन लेने वाले बच्चों को मुफ्त में ड्रेस स्वेटर, स्कूल बैग व कॉपी किताबें भी दी गई है. विद्या कुंभ की स्मार्ट क्लास को शिव नाडार संस्था ने तैयार किया है, जबकि यहां पढ़ाई करने वाले बच्चों को कॉपी किताब स्कूल बैग व दूसरी सामग्रियां लड़कियों के शिक्षा के लिए काम करने वाली संस्था एजुकेट गर्ल्स ने मुहैया कराई हैं.
बच्चों को मिलेगा पढ़ाई का सर्टिफिकेट
एजुकेट गर्ल्स संस्था के डायरेक्टर विक्रम सिंह सोलंकी और स्टेट हेड नितिन कुमार झा इस स्कूल को पूरे देश में एक मॉडल के तौर पर पेश करने के लिए लगातार यही कैंप कर रहे हैं. विद्या कुंभ के हेड मास्टर दिलीप कुमार मिश्रा के मुताबिक महाकुंभ खत्म होने के बाद सेशन पूरा होने पर इन बच्चों को बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से यहां पढ़ाई करने का सर्टिफिकेट दिया जाएगा. स्कूल की टीचर संगीता श्रीवास्तव के मुताबिक इस सर्टिफिकेट के आधार पर वह अपने राज्य या जिले के स्कूलों में आगे की कक्षा में एडमिशन ले सकते हैं.
हाईटेक क्लासरूम में गरीब बच्चों को पढ़ाया जा रहा
कहा जा सकता है कि यूपी की योगी सरकार इस बार के महाकुंभ को दिव्य – भव्य, सुरक्षित – डिजिटल और ग्रीन कुंभ के साथ ही सामाजिक सरोकारों से जुड़े कुंभ के तौर पर भी आयोजित कर रही है. इसी के तहत महाकुंभ क्षेत्र में विद्या कुंभ का आयोजन कर गरीब बच्चों को हाईटेक क्लासरूम में पढ़ाया जा रहा है. महाकुंभ क्षेत्र में विद्या कुंभ नाम से संचालित होने वाला यह स्कूल पूरे देश में गरीब और वंचित बच्चों की शिक्षा के लिए एक मिसाल बन सकता है.