Sunday, December 14, 2025
Home Blog Page 199

भगवा वस्त्र पहने…शिवभक्त बनकर कांवड़ शिविरों में घुस रहे चोर, हिंदू नाम बताकर चुरा रहे सामान

0

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान भी चोर बाज नहीं आ रहे और चोरी करने के लिए कांवड़ियों के भेष में घूम रहे है। मुजफ्फरनगर जिले में शिवभक्त बनकर कांवड़ शिविरों में चोर घुस कर कांवड़ियों का सामान चुरा रहे है। जानकारी मिलने पर पुलिस ने छापेमारी की और पांच चोरों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किये गये पांचों लोग आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं।

कांवड़ियों के साथ घुल मिल रहे थे चोर 
आरोपियों की पहचान सुहैल, आसिफ, आसिफ, शमशाद और आबिद के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि पांचों लोगों को सिविल लाइंस थानाक्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने कथित तौर पर भगवा वस्त्र पहने थे और कांवड़ यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के साथ घुलने-मिलने के लिए हिंदू नामों का इस्तेमाल कर रहे थे।

कांवड़ियों के मोबाइल फोन, बैग चुराने का था इरादा 
पुलिस ने बताया कि पांचों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 298 (अपराध के सबूत मिटाना या अपराधी को बचाने के लिए झूठी जानकारी देना), 318 (धोखाधड़ी) और 319 (छद्मवेश धारण करके धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है और वे कांवड़ियों के मोबाइल फोन, बैग और अन्य सामान चोरी करने के इरादे से विभिन्न कांवड़ शिविरों में घुसते पाए गए थे। मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन किया गया है। आरोपियों के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए उन पर गैंगस्टर अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

यूपी में बाढ़ का कहर; पांच जिले प्रभावित…खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा, दो लोगों की मौत

0

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बारिश के चलते नदियों के जलस्तर में वृद्धि देखने को मिल रही है। वर्तमान में प्रदेश के पांच जिले बाढ़ से प्रभावित हैं जबकि पिछले 24 घण्टे में प्रतापगढ़ और गोंडा में एक-एक जनहानि हुई है। बाढ़ आपदा राहत विभाग की तरफ से प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की टीम की तैनाती के साथ ही सभी जरूरी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। नदियों के जलस्तर से वृद्धि के चलते प्रदेश में बालियां, बाँदा, मिर्जापुर, प्रयागराज और वाराणसी जैसे जिले प्रभावित हैं।

खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा
बलिया में गंगा खतरे के निशान से 1.505 मीटर ऊपर बह रही हैं जबकि धौलपुर में चंबल नदी खतरे के निशान से 90 सेमी ऊपर बह रही है। वहीं, गाजीपुर और बदायूं में गंगा का बहाव खतरे से ऊपर है। आने वाले 24 घंटे में गंगा, चंबल, सोन और घाघरा के जलस्तर में वृद्धि न होने का अनुमान है। राहत आयुक्त भानू चंद्र गोस्वामी के मुताबिक प्रदेश में 26 जिले ऐसे हैं, जहां पर 120 फीसद से अधिक बारिश हुई है। वहीं, 19 जनपद ऐसे हैं जहां पर 120 से 80 प्रतिशत तक बारिश दर्ज की गई है।

NDRF की टीम तैनात 
जानकारी के मुताबिक, 12 जनपद ऐसे हैं जहां पर 80 से 60 प्रतिशत तक बारिश हुई है। इसी तरह 9 जिले ऐसे हैं, जहां पर अत्यधिक कम बारिश दर्ज की गई है। बाढ़ के चलते बलिया जिले की दो तहसील के साथ गांव प्रभावित है। यहां पर एनडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई है। वहीं, बांदा में दो तहसीलों के दो गांव प्रभावित हैं। यहां पर भी पीएसी की एक टीम तैनात की गई है। जबकि मिर्जापुर में दो तहसीलों के कुल 6 गांव प्रभावित है। यहां पर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पीएससी की एक टीम के साथ ही एसडीआरएफ की भी टीम लगाई गई है। प्रयागराज की चार तहसीलों के कल 27 गांव प्रभावित हैं। यहां पर भी लोगों की मदद के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरफ की एक-एक टीम व पीएससी की दो टीम तैनात की गई है।

वाराणसी में पांच गांव प्रभावित
वाराणसी में पांच गांव प्रभावित है। यहां पर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए एनडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई है। शेष किसी भी जनपद में अभी तक बाढ़ की स्थिति नहीं है। प्रदेश में बाढ़ के चलते कुल 13 तहसील में प्रभावित हैं। जिनके अंतर्गत 52 गांव आते हैं। नदियों के जल स्तर में वृद्धि के चलते कुल 2995 लोग प्रभावित हैं। राहत आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में कुल 1013 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई है। यहां पर क्लोरीन और ओआरएस के वितरण के साथ ही खाद्यान्न और लंच पैकेट का वितरण कराया जा रहा है। वही 1750 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। राहत आयुक्त ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 504 मेडिकल टीम गठित की गई है।

छात्रों की मौज! UP के स्कूलों में छुट्टी घोषित, पढ़ाई से मिला छुटकारा; जानें कब से कब तक और कौन-कौन सी कक्षाएं रहेंगी बंद, क्यों लिया गया फैसला

0

नोएडा : सावन महीने को भगवान शिव की भक्ति का पवित्र महीना माना जाता है। इस साल सावन का महीना 11 जुलाई 2025 से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 तक चलेगा। इस दौरान सभी सोमवारों के साथ ही सावन शिवरात्रि का भी बहुत महत्व है। देश के अलग-अलग कोने में कांवड़ यात्रा का दौर जारी है। सावन माह की यह पवित्र यात्रा अपने अंतिम पड़ाव की ओर है।

पहली से 12वीं तक की सभी कक्षाएं बंद 
सावन शिवरात्रि के खास अवसर पर मंदिरों में भीड़ और कांवड़ यात्रा के चलते ट्रैफिक बाधित रहने के कारण स्कूली बच्चों को होने वाली परेशानी से दूर रखने के लिए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में प्रशासन की ओर से स्कूलों को बंद करने का ऐलान किया गया है। इसी कड़ी में नोएडा के भी स्कूलों में 23 जुलाई को छुट्टी की घोषणा की गई है। इस दिन पहली से लेकर 12वीं तक की सभी कक्षाएं बंद रहेंगी। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने सभी स्कूल व सरकारी कार्यालय और न्यायालय में अवकाश से संबंधित पत्र जारी किया है।

ऑनलाइन संचालित होंगी कक्षाएं  
प्रशासन के आदेशों के अनुसार, नोएडा के सभी स्कूलों में 23 जुलाई को केवल ऑनलाइन क्लासेस संचालित करने की परमिशन दी गई है। यह नियम केवल एक दिन के लिए मान्य है। 24 जुलाई से सभी स्कूल नियमित रूप से संचालित किये जाएंगे। इसे लेकर प्रशासन की ओर से सख्त निर्देश दिए गए हैं। अगर किसी स्कूल ने नियमों का पालन नहीं किया तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा सकता है।

कांवड़ यात्रा के चलते कहां-कहां बंद रहेंगे स्कूल?
नोटिस के अनुसार, कांवड़ यात्रा के कारण नोएडा, गाजियाबाद, इसके अलावा मुजफ्फरनगर, मेरठ, बरेली और बदायूं के स्कूल भी 16 जुलाई से 23 जुलाई तक बंद रहेंगे। मेरठ में श्रद्धालुओं की बढ़ती आवाजाही के कारण सभी स्कूल बंद हैं।

रिश्वतखोरी; 22 हजार रुपए की रिश्वत लेते मंडी निरीक्षक गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ दबोचा

0

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से एक और रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। यहां पर भ्रष्टाचार निरोधक (एंटी करप्शन) ट्रैप टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पहाड़िया मंडी, कछवा रोड के मंडी निरीक्षक सतेंद्र नाथ को गेट संख्या दो के पास से गिरफ्तार किया है। मंडी निरीक्षक 22 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा गया है।

एंटी करप्शन ट्रैप टीम के निरीक्षक उमाशंकर यादव ने बताया कि चांदमारी निवासी आढ़ती अजीत कुमार ओझा से ट्रेडिंग कंपनी का लाइसेंस पास कराने के लिए मंडी निरीक्षक सतेंद्र नाथ ने 22 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस बात की जानकारी होने पर टीम ने प्लान बनाया और आरोपी को पकड़ने के लिए जाल विछाया लिया।

ट्रैप टीम ने घूस लेते रंगेहाथ दबोचा 
ट्रैप टीम के निर्देश पर अजीत कुमार ओझा रुपए लेकर पहाड़िया मंडी के गेट संख्या दो पर चेकपोस्ट के अंदर पहुंचे। पहले से मौजूद सतेंद्र नाथ को जैसे ही अजीत ने रुपए सौंपे, ट्रैप टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। सतेंद्र नाथ के हाथ धुलवाने पर गुलाबी रंग से रंग गए। मंडी निरीक्षक को गिरफ्तार कर लालपुर-पांडेयपुर थाने में तहरीर देकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

‘इकरा हसन से निकाह करूंगा’ बोलने वाला योगेंद्र राणा फरार, मोबाइल स्विच ऑफ; पुलिस का सर्च ऑपरेशन तेज

0

Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में समाजवादी पार्टी की चर्चित सांसद इकरा हसन को लेकर करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर योगेंद्र राणा की आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला सामने आया है। योगेंद्र राणा ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया था, जिसमें उन्होंने इकरा हसन से निकाह (शादी) की इच्छा जताई थी। इसके अलावा उन्होंने एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी पर भी विवादित टिप्पणी की। इस वीडियो के वायरल होते ही राजनीतिक गलियारों में हंगामा मच गया।

शिकायत के बाद मामला दर्ज
वीडियो वायरल होते ही मुरादाबाद की एक महिला सुनीता ने कटघर थाना में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि इस तरह की सार्वजनिक और आपत्तिजनक टिप्पणी किसी महिला की इज्जत के खिलाफ है और इससे समाज में गलत संदेश जाता है। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने ठाकुर योगेंद्र राणा के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 67, 79 और आईपीसी की धारा 354(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

आरोपी फरार, पुलिस कर रही तलाश
मामला दर्ज होने के बाद से ही ठाकुर योगेंद्र राणा पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। उनका मोबाइल भी बंद है, जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो रहा है। पुलिस ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई जिलों में छापेमारी कर उनकी तलाश तेज कर दी है। मुरादाबाद के एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि योगेंद्र राणा की गिरफ्तारी के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।

सपा नेताओं का विरोध और सख्त कार्रवाई की मांग
इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। समाजवादी पार्टी के कई नेता और विधायक इस घटना पर कड़ी नाराजगी जता रहे हैं। सपा के वरिष्ठ नेता नवाब इकबाल महमूद ने कहा कि ऐसे बयान समाज में नफरत फैलाते हैं और महिलाओं के सम्मान पर हमला है। उन्होंने योगेंद्र राणा को ‘लुच्चा-लफंगा’ बताया और कहा कि ऐसे लोगों की जगह जेल में होनी चाहिए। नवाब इकबाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले में तुरंत सख्त कार्रवाई की मांग की है।

भारी बारिश के बीच Jammu Kashmir में Advisory जारी, अब 24 घंटे…

0

पुंछ: जिले में लगातार हो रही भारी बारिश और खराब मौसम के चलते एडवाइजरी जारी हुई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. परवेज अहमद खान ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के मद्देनजर कई जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यह आदेश जिले में जनस्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जारी किया गया है।

CMO कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है :

  • जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थान 24×7 (दिन-रात) खुले रहेंगे ताकि किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
  • जिला अस्पताल पुंछ के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट और मेंढर, सुरनकोट एवं मंडी के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसरों को अपने-अपने क्षेत्रों में चिकित्सा एवं पैरा-मेडिकल स्टाफ की 100% उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
  • सभी एंबुलेंस पूरी तरह से तैयार हालत में रखी जाएंगी ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत सेवा दे सकें।
  • इस अवधि के दौरान किसी भी कर्मचारी को किसी भी प्रकार की छुट्टी नहीं दी जाएगी।
  • सभी स्वास्थ्य संस्थान, यहां तक कि उप-स्वास्थ्य केंद्र (AAM) स्तर तक, आम जनता को 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
  • कोई भी कर्मचारी यदि अपनी ड्यूटी में लापरवाह या अनुपस्थित पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

‘प्रधानमंत्री मोदी उपराष्ट्रपति को मनाएं, यही देशहित में…’, जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर बोले जयराम रमेश

0

नई दिल्लीः कांग्रेस ने सोमवार को कहा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का त्यागपत्र समझ से परे है और उन्हें अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए, क्योंकि यही राष्ट्रहित में होगा। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, धनखड़ को अपना मन बदलने के लिए मनाएंगे। धनखड़ ने सोमवार रात स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया।

रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति का अचानक इस्तीफा देना जितना चौंकाने वाला है, उतना ही समझ से परे भी। मैं आज शाम लगभग पांच बजे तक कई अन्य सांसदों के साथ उनके साथ था और शाम साढ़े सात बजे उनसे फोन पर बात की थी।” उन्होंने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं कि धनखड़ को अपने स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी, लेकिन स्पष्ट रूप से उनके पूरी तरह से अप्रत्याशित इस्तीफे में जो दिख रहा है, उससे कहीं अधिक कुछ है। हालांकि, यह अटकलों का समय नहीं है।”

रमेश ने कहा, “धनखड़ ने सरकार और विपक्ष, दोनों को समान रूप से आड़े हाथों लिया। उन्होंने मंगलवार दोपहर एक बजे कार्य मंत्रणा समिति की बैठक तय की थी। वह कल न्यायपालिका से जुड़ी कुछ बड़ी घोषणाएं भी करने वाले थे।”

कांग्रेस महासचिव ने कहा, “हम उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं, लेकिन उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का भी अनुरोध करते हैं। हम यह भी उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी, धनखड़ को अपना मन बदलने के लिए मनाएंगे। यही देशहित में होगा। विशेषकर कृषक समुदाय को काफी राहत मिलेगी।”

 

भारत का अगला उपराष्ट्रपति कौन? धनखड़ के इस्तीफे से उठे सवाल, जानें चुनाव की पूरी प्रक्रिया

0

नेशनल डेस्कः जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद उनके उत्तराधिकारी की नियुक्ति के लिए चुनाव ‘‘जल्द से जल्द” कराना होगा। संविधान के अनुच्छेद 68 के खंड दो के अनुसार, उपराष्ट्रपति की मृत्यु, इस्तीफे या उन्हें पद से हटाए जाने या अन्य किसी कारण से होने वाली रिक्ति को भरने के लिए चुनाव, रिक्ति होने के बाद “यथाशीघ्र” आयोजित किया जाएगा।

रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचित व्यक्ति “अपने पदभार ग्रहण करने की तिथि से पांच वर्ष की अवधि तक” पद धारण करने का हकदार होगा। संविधान में इस पर कुछ नहीं कहा गया है कि उपराष्ट्रपति की मृत्यु या उनके कार्यकाल की समाप्ति से पहले त्यागपत्र देने की स्थिति में, या जब उपराष्ट्रपति भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य करते हैं, तो उनके कर्तव्यों का निर्वहन कौन करेगा।

उपराष्ट्रपति देश का दूसरा सर्वोच्च संवैधानिक पद है। उनका कार्यकाल पांच वर्ष का होता है, लेकिन कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद, वह तब तक पद पर बने रह सकते हैं, जब तक कि उनका उत्तराधिकारी पद ग्रहण न कर ले। संविधान में एकमात्र प्रावधान उपराष्ट्रपति के राज्यसभा के सभापति के रूप में कार्य के संबंध में है, जो रिक्ति की अवधि के दौरान उपसभापति या भारत के राष्ट्रपति द्वारा अधिकृत राज्यसभा के किसी अन्य सदस्य द्वारा किया जाता है। उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति को त्यागपत्र सौंपकर अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इस्तीफा त्यागपत्र स्वीकार होने के दिन से प्रभावी हो जाता है।

उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति (उपराष्ट्रपति होने के नाते राज्यसभा के सभापति का पद धारण करते हैं) होते हैं और कोई अन्य लाभ का पद धारण नहीं करते हैं। किसी भी अवधि के दौरान जब उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति के रूप में कार्य करते हैं या उसके कार्यों का निर्वहन करते हैं, तो वह राज्यसभा के सभापति के पद के कर्तव्यों का पालन नहीं करते हैं और राज्यसभा के सभापति को देय किसी भी वेतन या भत्ते के हकदार नहीं होते हैं। संविधान के अनुच्छेद 66 के मुताबिक, उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के सदस्यों से मिलकर बने निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुसार एकल संक्रमणीय मत के माध्यम से किया जाता है।

उपराष्ट्रपति के रूप में कौन निर्वाचित हो सकता है : कोई व्यक्ति उपराष्ट्रपति के रूप में तब तक निर्वाचित नहीं हो सकता जब तक कि वह भारत का नागरिक न हो; 35 वर्ष की आयु पूरी न कर चुका हो, तथा राज्यसभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित होने के लिए योग्य न हो। वह व्यक्ति भी पात्र नहीं है, जो भारत सरकार या राज्य सरकार या किसी अधीनस्थ स्थानीय प्राधिकरण के अधीन कोई लाभ का पद धारण करता हो।

आखिरकार केरल छोड़ चला जाएगा F-35 फाइटर जेट, आज होगी घर वापसी, यूके से उड़ान भरने की मिली मंजूरी!

0

नई दिल्लीः ब्रिटेन की ‘रॉयल नेवी’ का एफ-35बी लाइटनिंग लड़ाकू विमान मंगलवार को वापस स्वदेश के लिए उड़ान भरने के वास्ते पूरी तरह तैयार है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उक्त लड़ाकू विमान आपातकालीन स्थितियों में यहां उतरा था और यह तब से यहीं खड़ा है।

हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार, ब्रिटेन के सबसे उन्नत ‘स्टील्थ’ बेड़े के इस ल़डाकू विमान की पूरी तरह से मरम्मत कर दी गई है। एक सूत्र ने बताया, ‘‘इसे अभी ‘हैंगर’ से बाहर लाया जा रहा है…लड़ाकू विमान मंगलवार को वापस उड़ान भरेगा।” हैंगर का मतलब एक तरह की संरचना होती है, जहां विमान रखे जाते हैं।

उन्होंने कहा कि अभी यह नहीं पता चला है कि यह किस समय वापसी के लिए उड़ान भरेगा। दुनिया के सबसे उन्नत लड़ाकू विमानों में से एक माने जाने वाले इस विमान की कीमत 110 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है। तकनीकी खराबी आने के बाद से यह विमान 14 जून से यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खड़ा है। ब्रिटेन से विमानन से जुड़े अभियंता इसकी मरम्मत के लिए यहां पहुंचे थे।

सूत्र ने बताया कि ब्रिटेन का लड़ाकू विमान इन दिनों एयर इंडिया के ‘हैंगर’ में है। उन्होंने बताया कि विमान के यहां उतरने के शुल्क के अलावा हवाई अड्डे पर विमान के लिए दैनिक किराया और पार्किंग का शुल्क भी देना होगा। सूत्र ने कहा, ‘‘इसके रखरखाव के लिए लाए गए उपकरणों और चालक दल को दूसरी उड़ान से वापस भेजा जाएगा।”

कॉलेज के ऊपर गिरे सैन्य विमान के भयानक वीडियो आए सामने, बुरी तरह जले छात्र तड़पते-भागते नजर आए ! कई लोग मरने की आशंका

0

Dhaka: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सोमवार दोपहर एक बड़ा विमान हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके में अफरातफरी मचा दी। बांग्लादेश वायुसेना का एक  F-7 ट्रेनर जेट विमान राजधानी के उत्तरा इलाके में  माइलस्टोन कॉलेज  के पास  दियाबारी इलाके में क्रैश होकर गिर गया।यह हादसा स्थानीय समयानुसार करीब दोपहर 1:30 बजे और भारतीय समयानुसार करीब 1:00 बजे हुआ।

 

हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घटना की पुष्टि की है। हादसे के बाद का दृश्य इतना भयावह था कि इलाके में मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई और आसपास के घरों और कॉलेजों में दहशत फैल गई।

घटना के बाद से सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा शेयर किए गए इन वीडियो में काले धुएं का गुबार, मलबा और घबराए लोग साफ नजर आ रहे हैं। कई वीडियो क्लिप्स में घायल छात्रों और आम नागरिकों को एंबुलेंस में अस्पताल ले जाते हुए देखा जा सकता है।फिलहाल कितने लोग घायल हुए हैं, इसकी आधिकारिक जानकारी अभी तक नहीं दी गई है, लेकिन कई छात्रों और स्थानीय लोगों के जख्मी होने की खबरें हैं। सभी घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

 

वायुसेना ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। अधिकारी जल्द ही इस हादसे के कारणों की विस्तृत रिपोर्ट जारी करेंगे। राहत और बचाव कार्य में पुलिस, फायर ब्रिगेड और एयरफोर्स की टीम जुटी हुई है। F-7 ट्रेनर विमान बांग्लादेश वायुसेना के प्रशिक्षण बेड़े का अहम हिस्सा है। इसे चीन में बनाया जाता है और इसका इस्तेमाल नए पायलटों को उड़ान की ट्रेनिंग देने के लिए होता है।  माइलस्टोन कॉलेज और उत्तरा का दियाबारी इलाका दिन के वक्त बेहद व्यस्त रहता है। हादसे के वक्त भी कॉलेज परिसर और आसपास की सड़कें लोगों से भरी थीं, जिससे कई लोग हादसे की चपेट में आ गए।