UP Vidhanmandal session: सत्र शुरू होने से पहले सपा नेताओं का प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
लखनऊ: सोमवार से उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है। इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक और विधान परिषद सदस्य एकजुट होकर विधानसभा के पास स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास प्रदर्शन करने पहुंचे। विधायक व विधान परिषद सदस्य हाथों में तख्ती लेकर बैठे और प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
विधायक व विधान परिषद सदस्य हाथों में तख्ती लेकर बैठे
सपा के नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपने विरोध को दर्ज कराया। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर नारों को लिखा था। इन नारों में किसानों की फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का वादा पूरा न होने, बेरोजगारी के कारण युवा वर्ग के परेशान होने, पेपर लीक से युवाओं के मानसिक तनाव का सामना करने, और पुलिस के द्वारा किए जा रहे अत्याचार जैसे मुद्दे शामिल थे। समाजवादी पार्टी के नेता इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे थे और विधानसभा सत्र के पहले ये प्रदर्शन उस सत्र में इन मुद्दों को उठाने का एक तरीका था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार इन मुद्दों की ओर ध्यान नहीं दे रही है और आम जनता के हितों की अनदेखी कर रही है।
सपा ने तैयार की रणनीति
समाजवादी पार्टी सत्र के लिए रणनीति तैयार कर रही है। 17 दिसंबर को सुबह 10 बजे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने विधायकों के साथ पार्टी ऑफिस में बैठक करेंगे। सत्र के दौरान बिजली के निजीकरण, प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दों के साथ जनता से जुड़े कई अहम मुद्दों को लेकर घेरने की तैयारी है। सपा सत्र में संभल और बहराइच की घटनाओं का मुद्दा भी जोर-शोर से उठायेगी।
दो नाबालिग प्रेमियों की मोहब्बत का खौफनाक अंत, सोती रही पुलिस और रात भर चलता रहा खूनी खेल
फतेहपुर (मोहम्मद यूसुफ़): यूपी के फतेहपुर मे दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां नाबालिग युवती व उसके प्रेमी के सीने में गोली दाग कर मौत के घाट उतार दिया गया है।
आपको बता दें कि फतेहपुर जिले के असोथर थाना के रामनगर कौहन गांव से 13 दिसंबर की रात 24 वर्षीय युवक की लाश झाड़ियों मे मिली। लाश मिलने की खबर मिलते ही सैकड़ो की तादात में लोग मौके पर पहुंच गए और तरह-तरह की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी। कुछ लोगों का कहना था कि जमीनी विवाद के चलते युवक को मौत के घाट उतार दिया गया तो कुछ लोगों का कहना था कि इश्क़बाजी के चलते युवक की हत्या कर लाश को ठिकाने लगा दिया गया है।
अर्ध नग्न हालत में मिली लाश
ये चर्चाए जो पकड़ ही रही थी की 14 नवम्बर की सुबह युवक के घटना स्थल से एक किलोमीटर की दूी पर 16 वर्षीय नाबालिक की लाश अरहार के खेत मे अर्ध नग्न हालत मे मिलती है। युवती की लाश को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता था कि आरोपियों ने पहले नाबालिक के साथ रेप किया है और उसके बाद युवती के सीने मे गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया। नाबालिक लाश मिलते ही पूरी कहानी पलट जाती है और लोग बंद जुबान से यही कहने लगते है की प्यार मोहब्बत के चलते डबल मर्डर की घटना को अंजाम दिया गया। क्योंकि युवक युवती की हत्या करने का तरीका एक था दोनों को सीने मे गोली मार कर हत्या को अंजाम दिया गया था। इस सनसनी खेज वारदात से पुरे एरिया मे सन्नाटा पसरा पड़ा है।
युवक पर कुछ दिन पहले भी हुआ था हमला
वहीं वारदात के बाद पहुंची पुलिस ने दोनों शवो को कब्जे मे लेकर पोस्मार्टम करा दिया गया है। और कड़ी सुरक्षा के बीच दोनों शवों का अंतिम संस्कार होने के बाद पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ कर अपराधियों का सुराग लगा रही है जिससे घटना का खुलासा कर जल्द से जल्द आरोपीयो को जेल भेजा जाए । वहीं इस डबल मर्डर केस मे लोकल पुलिस की भी लापरवही सामने आरही जहाँ इसबात का खुलासा हुआ है की युवक पर कुछ दिनों पहले भी जानलेवा हमला किया गया था और अपराधियों पर ठोस कार्यवाही नहीं होने से आरोपियों के हौसले बुलंद थे जिसके चलते इस खौफनाक घटनाओ को हत्यारो ने अंजाम दिया
46 साल बाद खुले मंदिर पर लिखा- संभलेश्वर महादेव, कुंए की खुदाई में मिली मां पार्वती की मूर्ति
संभल: यूपी के संभल जिले में मिले शिव मंदिर का 46 साल बाद शनिवार को ताला खोला गया। अब दो दिन बाद वहां पर भक्तों के द्वारा पूजा पाठ किया जा रहा है। बता दें कि सोमवार सुबह भाजपा जिला अध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। कहा- कश्मीर के पंडितों का दर्द सबने सुना है, अब संभल के हिंदुओं का दर्द भी सामने आना चाहिए।
वहीं, अब मंदिर के सामने मिली कुंए में खुदाई के दौरान मां पार्वती की मूर्ती भी मिली है। इधर, मंदिर की साफ-सफाई और रंग-रोगन का काम अब भी चल रहा है। दीवार पर ‘प्राचीन संभलेश्वर महादेव’ लिखा गया है। रविवार को डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण विश्नोई ने भी रविवार को मंदिर में पूजा-अर्चना की। एसपी कृष्ण विश्नोई ने बताया कि मंदिर के आसपास CCTV लगाए गए हैं। कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। यहां 24 घंटे सुरक्षा रहेगी। श्रद्धालुओं की मॉनिटरिंग की जा रही है, जिससे कोई अराजक तत्व यहां न आ सके।
जानिए मंदिर की पूरी कहानी
उत्तर प्रदेश का संभल जिला एक मुस्लिम बाहुल जिला है…संभल के जिस खग्गूसराय क्षेत्र में भगवान शंकर का मंदिर मिला है, दावा किया जा रहा है कि यहां पर पहले हिंदू आबादी ज्यादा हुआ करती थी। बात आज से 46 साल पहले 1978 की है…78 में ही इस मंदिर पर ताला लगा था उसके बाद कल यानि शनिवार को खोला गया। 46 साल पीछे चले तो… साल 1976 और 1978 में यहां दो बड़े दंगे हुए, जिसके बाद हिन्दू समाज ने बड़ी संख्या में पलायन करना शुरू कर दिया. दावा किया जाता है कि संभल में ही भगवान विष्णु के कल्कि अवतार का भी मंदिर था. साल 1978 में भड़की हिंसा बेहद भीषण थी, जिसके बाद संसद ने संभल में एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी भेजने पर भी विचार किया था…
नगर हिन्दू सभा के संरक्षक विष्णु सरन रस्तौगी ने बताया कि पहले यहां हिंदू आबादी हुआ करती थी। लेकिन 1978 के सांप्रदायिक दंगे के दौरान कई हिंदू घरों में आग लगा दी गई। डर के चलते हिंदू परिवारों ने यहां से पलायन कर दिया और हिंदू आबादी वाले इलाके में बस गए। उन्होंने बताया कि पहले इस मंदिर में भजन कीर्तन हुआ करता था
UP Vidhanmandal session: एक घंटे स्थगन के बाद शुरू हुई यूपी विधानसभा की कार्यवाही
UP Vidhanmandal session: उत्तर प्रदेश विधानमंडल शीतकालीन सत्र की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित की गई थी। अब यह कार्यवाही फिर से शुरू हो गई है। सदन में विधानमंडल अध्यक्ष सतीश महाना का संबोधन हो रहा है। सदन में उन सदस्यों के श्रद्धांजलि दी गई, जिनका निधन हुआ है।दरअसल, विपक्ष के हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को स्थगित किया था। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि तीन साल के उनके कार्यकाल में पहली बार सदन को स्थगित करना पड़ा है।
सदन शांतिपूर्वक और प्रभावी ढंग से चलेगा
बता दें कि यूपी विधानमंडल का सत्र सोमवार से शुरू हो गया। जैसा कि पहला दिन हंगामेदार होने की उम्मीद थी। वैसा ही हुआ। सपा नेताओं ने नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष उन्हें समझाते रहे। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि सत्र में महत्वपूर्ण विषय आते हैं। विपक्ष का अधिकार है सदन में चर्चा करने का, विपक्ष को पूरा अवसर दिया जाएगा। सरकार विपक्ष के सवालों का जवाब देगी। सदन में चर्चा परिचर्चा के माध्यम से जनता के सवाल उठाए जाने चाहिए। सदन शांतिपूर्वक और प्रभावी ढंग से चलेगा।
धरने पर बैठे सपा सदस्य
समाजवादी पार्टी के सदस्य वेल में धरने पर बैठ गए हैं। विपक्ष ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। सत्र शुरू होने से पहले भी सपा के नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपने विरोध को दर्ज कराया। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर नारों को लिखा था। इन नारों में किसानों की फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का वादा पूरा न होने, बेरोजगारी के कारण युवा वर्ग के परेशान होने, पेपर लीक से युवाओं के मानसिक तनाव का सामना करने, और पुलिस के द्वारा किए जा रहे अत्याचार जैसे मुद्दे शामिल थे। समाजवादी पार्टी के नेता इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे थे और विधानसभा सत्र के पहले ये प्रदर्शन उस सत्र में इन मुद्दों को उठाने का एक तरीका था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार इन मुद्दों की ओर ध्यान नहीं दे रही है और आम जनता के हितों की अनदेखी कर रही है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का बयान
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि हमारी सरकार का संकल्प यूपी विकास के मोर्चे पर एक नंबर पर रहे। विभिन्न आवश्यक कार्यों के लिए हम पूरक बजट ला रहे हैं। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर हम नंबर एक पर प्रदेश को ला रहे। विपक्ष प्रदेश की कानून व्यवस्था को डिस्टर्ब करने का काम कर रहा। दंगा फसाद लोगों को भड़काना अराजकता फैलाना विपक्ष का काम है। किसी भी स्थिति में हम कानून व्यवस्था को मेंटेन करेंगे। कानून व्यवस्था से खिलवाड़ का अधिकार किसी को नहीं। अखबार की सुर्खियां बनने के लिए विपक्ष हो हल्ला मचता है, 2027 में यह बुरी तरह पराजय का सामना करेंगे। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने देश को बेहतर माहौल प्रदान किया। भारत विश्व की तीसरी बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन के उभर रहा है। गृहमंत्री अमित शाह ने जन-जन तक पहुंचकर भारत माता के लिए काम किया है। संभल मामले में स्थानीय प्रशासन जांच कर रहा है, विपक्ष जितनी चर्चा करना चाहता है करें। विपक्ष केवल सदन का समय नष्ट करना चाहता है।
मेरी राजनीतिक हत्या की साजिश हो रही… जानिए योगी के मंत्री आशीष पटेल ने क्यों दी इस्तीफे की धमकी
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल अपना दल (एस) के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश सरकार के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने अपने विभाग में पदोन्नति में कथित अनियमितता के मामले को लेकर अपनी ‘राजनीतिक हत्या’ की साजिश का आरोप लगाया है और कहा है कि प्रधानमंत्री का जिस दिन आदेश होगा वह तत्काल मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। प्राविधिक शिक्षा विभाग में 100 से अधिक व्याख्याताओं को नियम के खिलाफ पदोन्नत करने से आरक्षित वर्ग के वंचित रह जाने के आरोपों के बीच रविवार देर रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर आशीष पटेल ने यह प्रतिक्रिया दी।
मेरी राजनीतिक हत्या की शाजिस चल रही है- आशीष पटेल आरोप
सोमवार से शुरू हो रहे राज्य विधानमंडल सत्र के बीच राजग के घटक दल के कोटे से आने वाले मंत्री के इस कदम से राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है। अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल ने रविवार देर रात ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, ‘‘मीडिया और सोशल मीडिया पर मेरी ‘राजनीतिक हत्या’ की साजिश के तहत तथ्यहीन और बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। मेरे मंत्रित्व काल में प्राविधिक शिक्षा विभाग में वंचित वर्ग से आने वाले कर्मियों के हितों की रक्षा को लेकर उठाए गए कदमों का पूरे उत्तर प्रदेश को पता है।” पटेल ने सिलसिलेवार पोस्ट में कहा, ‘‘सबको पता है कि इसके पीछे कौन है। आगे और भी ऐसे आरोप लगेंगे। ऐसे मिथ्या आरोपों से डरने वाले कोई और होंगे।
प्राविधिक शिक्षा विभाग में धांधली का आरोप
अपना दल (एस) वंचितों के हक की लड़ाई से पीछे नहीं हटने वाला।” अपने अगले पोस्ट में प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘एक बात और, सामाजिक न्याय की जंग के लिए अपना दल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जी के सानिध्य में 2014 में राजग का अंग बना था। प्रधानमंत्री का जिस दिन आदेश होगा, मैं तत्काल मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा।” अनुप्रिया पटेल की बड़ी बहन और अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व समाजवादी पार्टी (सपा) की विधायक पल्लवी पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में धांधली के गंभीर आरोप लगाए हैं।
नियम के खिलाफ पदोन्नत करने का आरोप
आरोप है कि प्राविधिक शिक्षा विभाग में राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में विभागाध्यक्ष की सीधी भर्ती करने की जगह, कॉलेजों में कार्यरत व्याख्याताओं को पदोन्नत कर विभागाध्यक्ष बनाया गया है। आरोपों में कहा गया है कि अगर सीधी भर्ती से पद भरे जाते तो पिछड़े और दलित वर्ग को आरक्षण का लाभ मिलता, लेकिन 177 व्याख्याताओं को नियम के खिलाफ पदोन्नत करने से आरक्षित वर्ग वंचित रह गया।
यूपी पुलिस में सिपाही दलित दूल्हे को दबंगों ने घोड़ी चढ़ने से रोका, मारपीट के साथ डीजे पर किया पथराव
बुलंदशहर ( वरूण शर्मा ): यूपी के बुलंदशहर में एससी वर्ग के एक युवक की घुड़चढ़ी को दूसरे पक्ष ने रोक दिया। पीड़ित पक्ष ने पुलिस को तहरीर देकर गांव के ही चार नामजद समेत अन्य अज्ञात आरोपियों पर मारपीट व जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। साथ ही बताया कि आरोपियों ने विरोध करने पर पथराव भी कर दिया। पुलिस ने मामले में तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के गांव टिटौटा निवासी नन्दराम सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि गत 11 दिसंबर को उनके पुत्र रोबिन की घुड़चढ़ी हो रही थी। घुड़चढ़ी के दौरान गांव के ही दिनेश व उसके साथी ने घुड़चढ़ी रोककर दूल्हे को नीचे गिरा दिया। घोड़ी से नीचे गिरते ही मौके पर मौजूद दिनेश के साथी कलुआ, मांगे, पुरुषोत्तम, प्रमोद सहित आठ दस अज्ञात लोगों ने दूल्हे के साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि आरोपियों ने घुड़चढ़ी के दौरान पथराव कर डीजे में भी तोड़फोड़ की। घुड़चढ़ी में मौजूद महिलाओं के साथ भी अभद्रता की गई। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि जिस युवक की घूरचढ़ी हो रही थी वह यूपी पुलिस में सिपाही है और पत्नी भी बीएसएफ में सिपाही है। फिलहाल इस घटना को लेकर पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
सीओ अनूपशहर गिरिजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है, पीड़ित की तहरीर के आधार पर मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
Organs Transplanted: ब्रेन डेड शख्स ने 8 लोगों को दी जिंदगी..हेलिकॉप्टर से पहुंचाया lung और हार्ट
नेशनल डेस्क: राजस्थान में चिकित्सा इतिहास में एक नई उपलब्धि दर्ज की गई, जब एक ब्रेन डेड युवक के 8 अंगों का सफल प्रत्यारोपण किया गया। पहली बार राज्य में air ambulance के जरिए अंगों को सवाई मान सिंह (एसएमएस) अस्पताल, जयपुर तक पहुंचाया गया, जहां यह प्रक्रिया पूरी हुई। विशेष बात यह रही कि पहली बार प्रदेश में lung transplant किया गया और एक ही रोगी को फेफड़े व हृदय दोनों का ट्रांसप्लांट किया गया।
घायल युवक ने दिए जीवनदान
झालावाड़ जिले के मानपुरा पीपाजी गांव के रहने वाले 33 वर्षीय विष्णु प्रसाद को 10 दिसंबर को एक मारपीट की घटना में गंभीर चोटें आई थीं। उन्हें झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। 12 दिसंबर को मेडिकल कमेटी ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया।
परिवार की सहमति से हुआ अंगदान
मेडिकल टीम ने विष्णु के परिवार को अंगदान के महत्व के बारे में जानकारी दी। परिवार ने सहमति देकर विष्णु के आठ अंगों (दो गुर्दे, जिगर, हृदय, फेफड़े और दोनों कॉर्निया) को दान करने का फैसला लिया।
ग्रीन कॉरिडोर और एयर एम्बुलेंस का उपयोग
एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. दीपक माहेश्वरी ने बताया कि जयपुर में एक मरीज को हृदय और फेफड़े ट्रांसप्लांट किए गए, जबकि एक किडनी और लीवर एम्स जोधपुर भेजे गए। अंगों को झालावाड़ से जयपुर लाने के लिए एयर एम्बुलेंस का उपयोग किया गया। जयपुर में अंगों को जल्द अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। इसके बाद एयर एम्बुलेंस ने जोधपुर के लिए उड़ान भरी।
पहली बार फेफड़े का प्रत्यारोपण
इस ऑपरेशन में मेडिकल एजुकेशन सचिव अम्बरीष कुमार और न्यूरोसर्जन डॉ. रामसेवक योगी की अहम भूमिका रही। डॉक्टरों के अनुसार, यह राजस्थान का पहला फेफड़े का ट्रांसप्लांट था, जो सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस पूरी घटना ने अंगदान की महत्ता को रेखांकित करते हुए, चिकित्सा जगत में एक नई मिसाल कायम की है। विष्णु प्रसाद के इस महान योगदान ने कई जिंदगियों को नया जीवन दिया।
छह माह से बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था ट्रैक्टर, एजेंसी को नोटिस
औरैया। बेला कस्बे में तिराहे पर चेकिंग के दौरान एआरटीओ द्वारा पकड़े गए ईंट लदे ट्रैक्टर-ट्राॅली के मामले ने नया मोड़ लिया है। एआरटीओ के निशाने पर ट्रैक्टर एजेंसी आई है। कागजों की पड़ताल में पता चला है कि ट्रैक्टर छह माह से बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था। ऐसे में एजेंसी संचालक को एआरटीओ ने नोटिस जारी किया है। उचित जवाब न मिलने की स्थिति पर प्रतिष्ठान को सील करने व अन्य विधिक कार्रवाई किए जाने की चेतावनी भी दी गई है।