गुजरात: गुजरात के मोर्बी जिले में बड़ा हादसा हुआ है। यहां नमक फैक्ट्री की दीवार ढह गई है। मलबे में दबने के कारण करीब 12 मजदूरों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे थे। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई है। राहत और बचाव कार्य अभी जारी है।
मलबे में अभी कुछ और लोगों के दबे होने की भी आशंका है।
इस घटना पर प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त करते हुआ कहा ‘मोरबी में दीवार गिरने से हुई त्रासदी हृदय विदारक है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें। स्थानीय अधिकारी प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।’
मोरबी में हुए हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को पीएमएनआरएफ की ओर से दो-दो लाख रुपये दिए जाने का एलान किया गया है। और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे
अमित शाह ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया है ‘गुजरात के मोरबी में एक हादसे में 12 लोगों की मृत्यु अत्यंत दुःखद है। मैंने मुख्यमंत्री @ Bhupendrap bjp जी से बात की है, प्रशासन राहत पहुँचाने में तत्परता से लगा है। घायलों को शीघ्र अस्पताल पहुँचाकर उन्हें उपचार दिया जा रहा है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ।’
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने मोरबी में एक नमक कारखाने में दीवार गिरने की घटना में मारे गए प्रत्येक कार्यकर्ता के परिजनों को सीएम राहत कोष से 4 लाख रुपये देने की घोषणा की। सीएम ने मोरबी जिला कलेक्टर और सिस्टम ऑपरेटरों को तत्काल बचाव और राहत कार्यों के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी इस घंटा पर दुःख जताते हुए कहे ‘गुजरात के मोरबी में दीवार गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हुई जन हानि अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने की कृपा करें।’
श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री बृजेश मेरजा ने दुखद घटना की जानकारी साझा करते हुए कहा कि दोपहर करीब 12 बजे हलवाड़ जीआईडीसी स्थित सागर साल्ट फैक्ट्री में एक दीवार गिर गई। जब तक उन्होंने गांधीनगर में मीडिया को जानकारी दी, तब तक मलबे से श्रमिकों के 12 शव मिले थे। उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत बचाव अभियान पूरा कर लिया गया है, लेकिन यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि दीवार गिरने का कारण क्या है। यह जांच का विषय है, जो पुलिस करेगी। मंत्री ने कहा कि कारखाने में नमक को संसाधित और पैक किया जाता है।
कारखाने के सूत्रों ने कहा, दीवार के किनारे नमक के बैग गिरने से श्रमिकों की मौत हो गई, और वे फंस गए। मोरबी के जिला कलेक्टर जे.बी. पटेल और जिला पुलिस अधीक्षक राहुल त्रिपाठी अपनी टीम के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव अभियान का बारीकी से निरीक्षण किया।
जिला प्रशासन ने नमक की बोरियों, कठोर नमक और दीवार के मलबे को हटाने के लिए जेसीबी मशीनों को लगाया। एसपी त्रिपाठी ने कहा- एक बार जब बचाव अभियान समाप्त हो जाता है और क्षेत्र पूरी तरह से साफ हो जाता है, तो स्थानीय पुलिस के साथ एफएसएल टीम घटना की जांच करेगी। यदि फैक्ट्री प्रबंधन किसी भी लापरवाही के लिए दोषी पाया जाता है, तो उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जा सकता है।’