Friday, November 22, 2024

UP: ‘मैं मर जाऊं तो क्या कर्ज वापस होगा?’ तगादे से परेशान महिला ने दो बच्चों संग खाया जहर; मां-बेटी की मौत

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भदोही के सीतामढ़ी में पारिवारिक कलह, आर्थिक तंगी और कर्ज से परिवार महिला ने रविवार को बेटी और बेटे के साथ जहर खा लिया। इससे मां सुमन तिवारी (42) और बेटी बेटी कोमल (22) की मौत हो गई। बेटे की हालत गंभीर है।

भदोही के सीतामढ़ी में कीटनाशक पदार्थ का सेवन करके जान देने वाली मां बेटी की मौत से अरई गांव में मातम का माहौल है। आसपास के लोगों की मानें तो परिवार दो से तीन लाख रुपये के कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था। मृतक सुमन तगादे से परेशान हो चुकी थी।

आर्थिक तंगी से परिवार में आए दिन लड़ाई झगड़ा और कलह होता रहता था। मृतका की सास महराजी देवी ने बताया कि उनकी शादी गोपीगंज थाना क्षेत्र के गुदरीपुर गांव में हुई है। यहां मायके में अपने पिता की संपत्ति मिली है इसलिए वे अब यहीं रहने लगी।

यहां पर लगभग आठ बीघा जमीन और पक्का मकान नेवासा में पिता की ओर से मिला है। महराजी ने बताया कि चार बेटों में छोटे बेटे का निधन हो चुका है, जबकि अनिल तिवारी, सुनील तिवारी और सुशील तिवारी का परिवार एक ही घर में उनके साथ रहता है। आय का कोई साधन नहीं है।

मृतका ने भाई ने लगाया हत्या का आरोप
परिजनों ने बताया कि मृतका सुमन के परिवार पर दो से तीन लाख रुपये का कर्ज हो गया था। बताया जा रहा है कि आय का कोई साधन न होने और लगातार कर्ज के तगादा के कारण परिवार मानसिक रूप से परेशान था। मृतका के दो बेटे थे, लेकिन कोई काम न मिलने के कारण वे भी परेशान रहते थे।

घर पर कर्जदारों के आने के कारण अक्सर विवाद की स्थिति भी बनती थी। हालांकि मृतका के भाई डिघिया मेजा, प्रयागराज निवासी शारदा प्रसाद पांडेय ने मृतका की सास पर हत्या का आरोप लगाया और कोईरौना थाने में तहरीर दी है। थानाध्यक्ष कोइरौना मनोज कुमार ने बताया कि मृतका के भाई ने जमीन विवाद में सास सहित परिजनों के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है।
….मैं मर जाऊं तो क्या कर्ज वापस हो जाएगा?
मृतका की सास महराजी देवी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह बता रही हैं कि सुमन ने समूह आदि से काफी कर्ज ले रखा था। जिससे उसका परिवार कर्ज में डूबा हुआ था। समूह और वीसी के लोग प्रतिदिन तगादा करने घर आते थे।

कर्ज वापस करने के लिए तरह-तरह के दबाव बनाते थे। कई बार कर्ज मांगने वालों से बहू को यह कहते हुए सुना था कि मैं मर जाऊं तो क्या कर्ज माफ हो जाएगा। इस पर समूह के लोग बोलते थे कि पूरा रुपया वापस मिल जाएगा। वह काफी दबाव में थी। हालांकि अमर उजाला इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता।

कई छोटे-छोटे समूहों से ले रखा था कर्ज
परिजनों ने बताया कि मृतका ने कई समूहों से छोटे-छोटे कर्ज ले रखे थे। हर दिन वे उसके घर पर कर्ज मांगने आते थे। जिससे वह दबाव में थी। माना जा रहा है कि इसी दबाव के कारण कोई रास्ता न सुझने पर उसने यह कदम उठाया होगा। हालांकि मृतका के भाई के हत्या के तहरीर के बाद इस मामले में एक नया एंगल भी सामने आया है।
आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान महिला ने बेटे-बेटी के साथ खाया जहर, मां-बेटी की मौत, बेटा गंभीर
भदोही में पारिवारिक कलह, आर्थिक तंगी और कर्ज से परिवार महिला ने रविवार को बेटी और बेटे के साथ जहर खा लिया। इससे मां सुमन तिवारी (42) और बेटी बेटी कोमल (22) की मौत हो गई। बेटे की हालत गंभीर है। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

कोईरौना थाना क्षेत्र के अरई गांव निवासी सुनीत तिवारी की मानसिक हालत ठीक नहीं है। घर में पत्नी सुमन तिवारी के साथ बेटी कोमल, बेटा गोलू (18) और युवराज (20) के साथ परिवार के अन्य सदस्य रह रहते थे। ग्रामीणों के मुताबिक, परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। परिवार ने गांव में कई समूह से जुड़े लोगों से कर्ज ले रखा था, जो आए दिन तगादा करने आते थे।

इस पर आपस में विवाद होता था। रविवार सुबह भी घर में विवाद हुआ था। इसके बाद ही मां सुमन तिवारी ने बेटी कोमल और बेटे गोलू के साथ जहर खा लिया। इससे तीनों की हालत बिगड़ने लगी। परिजन मां-बेटी को निजी अस्पताल और बेटे को डीघ सीएचसी लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मां-बेटी को मृत घोषित कर दिया। दूसरी तरफ डीघ सीएचसी में भर्ती गोलू की हालत भी बिगड़ गई। उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
घटना की सूचना पर कोइरौना थाना प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। गहनता से छानबीन के साथ परिजनों से जानकारी भी ली गई। पुलिस के मुताबिक, मृतक सुनीता के घर से कीटनाशक दवाओं का खाली रैपर मिला है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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