कानपुर। प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई करते हुए विकास दुबे गैंग से जुड़ी 28 संपत्तियों को जब्त कर लिया है। इनकी कीमत 10 करोड़ 12 लाख रुपए बताई जा रही है।उत्तर प्रदेश की आर्थिक नगरी कानपुर के चर्चित बिकरू काण्ड में एक बार फिर नया मोड़ आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई कर करते हुए विकास दुबे गैंग से जुड़ी प्रॉपर्टी को जब्त किया है। प्रवर्तन निदेशालय ने कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे की गैंग से जुड़ी 28 संपत्तियों को जब्त कर लिया है। इनकी कीमत 10 करोड़ 12 लाख रुपए बताई जा रही है। कानपुर और लखनऊ में जब्त की गईं ये प्रॉपर्टी विकास दुबे और जयकांत वाजपेई की हैं।बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस-प्रशासन (Uttar Pradesh Police) भी कार्रवाई करते हुए विकास दुबे गैंग से जुड़ी कई प्रॉपर्टी जब्त कर चुका है। 9 मई 2022 को विकास दुबे के रिश्तेदारों की 23 संपत्तियों को जब्त किया गया था। तकरीबन 67 करोड़ की इन संपत्तियों पर कानपुर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की थी। इससे पहले विकास दुबे के खजांची जय वाजपेई को भी भूमाफिया घोषित किया गया था।विकास दुबे एनकाउंटर के बाद करीबियों पर कसा कानूनी शिकंजागौरतलब है कि कानपुर बिकरू काण्ड के मुख्य आरोपी विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया और उसके करीबियों पर कानूनी शिकंजा कसने के बाद अब उसके आर्थिक साम्राज्य को खत्म करने की कोशिशें जारी हैं। गैंगस्टर के बिकरू गांव से लेकर चौबेपुर कानपुर देहात और लखनऊ में विकास दुबे समेत उसके रिश्तेदारों की 13 अचल और 10 चल संपत्तियां पहले ही प्रशासन जब्त कर चुका है। पहले जब्त की गई संपत्तियों में विकास दुबे, उसकी मां सरला दुबे, पत्नी ऋचा दुबे, छोटे भाई दीपू और बेटे आकाश और शानू के नाम पर दर्ज संपत्तियों को जब्त किया गया था।बिकरू कांड- एक नजर उत्तर प्रदेश के जनपद कानपुर के बिकरू गांव में 2 साल पहले 2 जुलाई 2020 को गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर गोलियां बरसाई थीं। इस घटना ने पूरे उत्तर प्रदेश पुलिस को हिला कर रख दिया था। बता दें कि इस हमले में 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। इनमें डीएसपी भी शामिल थे। जबकि कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे। यूपी पुलिस ने इस वारदात के 8 दिन के अन्दर विकास दुबे समेत 6 आरोपियों को मार गिराया था।
कानपुर संवाददाता: समीर तिवारी