राहुल गांधी को नहीं जाने दिया गया संभल,वापस लौट रहे दिल्ली,अब 6 दिसंबर के बाद होगा दौरा
गाजियाबाद। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य सांसद आज संभल के लिए निकले थे।उनके काफिले को दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बार्डर पर रोक लिया गया।इसके बाद जमकर ड्रामा हुआ।पुलिस से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प हुई,कांग्रेस कार्यकर्ता आगे जाने की अपनी जिद पर अड़े रहे। साथ ही साथ धरने पर भी बैठ गए,लेकिन पुलिस प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी।आखिरकार उन्हें अपने कदम वापस खींचने पड़ गए।
संभल जाने के लिए राहुल गांधी ने पुलिस के सीनियर अधिकारियों से बात की और आगे जाने के लिए 4 लोगों की अनुमति मांगी,लेकिन इजाजत नहीं मिली।इसके बाद राहुल गांधी ने अकेले संभल जाने की मांग रखी और उसे भी खारिज कर दिया गया।इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मैं अकेले संभल जाने को तैयार हूं, लेकिन प्रशासन ने वो भी नहीं सुनी। ये लोकसभा के विपक्ष के नेता के अधिकार के खिलाफ है।
यूपी पुलिस से इजाजत नहीं मिलने के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा दिल्ली वापस लौट रहे हैं।कहा गया है कि वे 6 दिसंबर के बाद कभी भी संभल का दौरा कर सकते हैं। हालांकि कांग्रेस की और से अभी आधिकारिक तारीख का ऐलान नहीं किया गया है।
कांग्रेस के नेता और सांसद सुबह पार्टी दफ्तर पहुंचे थे।इसके बाद यहीं से राहुल और प्रियंका भी संभल के लिए निकले थे। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का कहना था इस प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी,प्रियंका गांधी,प्रभारी अविनाश पांडे,मैं और यूपी के हमारे सांसद,संभल जाएंगे,लेकिन प्रशासन ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि सरकार हमें क्यों रोक रही है,वह क्या छिपाने की कोशिश कर रही है, उसे किससे डर है।विपक्ष के नेता होने के नाते उन्हें यह देखने का अधिकार है कि देश में क्या चल रहा है।संभल में जो घटना हुई, वह बेहद निंदनीय है,लोग मारे गए हैं, कौन जिम्मेदार है। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि अगर विपक्ष के नेता घटनास्थल पर नहीं जाएंगे तो वे संसद में इस मुद्दे को कैसे रखेंगे,हम संभल के हालात देखना चाहते हैं, लेकिन सरकार हमें क्यों रोक रही है,क्या यह तानाशाही नहीं है।राहुल गांधी निश्चित रूप से संभल जाएंगे और पीड़ित परिवारों से मिलेंगे और उनकी आवाज उठाएंगे।
राहुल गांधी के काफिले को रोकने के लिए पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेडिंग की थी।बैरिकेडिंग से भीषण जाम लग गया।लोगों को आनेजाने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी।इससे पहले प्रशासन ने संभल के आसपास के चार जिले,बुलंदशहर,अमरोहा,गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर को अलर्ट पर रखा था।इन जिलों के अधिकारियों को राहुल गांधी और उनके साथ आने वाले नेताओं को अपने-अपने जिलों की सीमाओं पर रोकने को कहा गया था।संभल एसपी केके बिश्नोई ने भी राहुल गांधी से अपील की थी कि वो अपना संभल दौरा टाल दें।
बता दें कि संभल में हिसा की जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।हिंसा के दौरान पाकिस्तान और अमेरिका में बने कारतूसों के इस्तेमाल की बात सामने आई है। संभल हिंसा में पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है।फॉरेंसिक टीम को संभल से जो खोखा और मिसफायर कारतूस मिले हैं उनमें से कुछ पाकिस्तान में बने हैं।फॉरेंसिक टीम को नालियों से 5 खोखा और 2 मिस फायर कारतूस मिले हैं।ये खोखे पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बने हैं।सर्च ऑपरेशन में अफसरों की टीम को मौके से पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के 9MM के 2 मिस फायर और 1 खोखा बरामद हुआ है।इसके अलावा 12 बोर के 2 खोखे और 32 बोर के 2 खोखे बरामद हुए हैं।पुलिस की टीम अभी सर्च ऑपरेशन कर रही है, लेकिन फॉरेंसिक टीम को हिंसा स्थल पर पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कारतूस के खोखे मिले हैं। ये खुलासा हिंसा में विदेशी हथियारों के उपयोग और बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है।