औटा को दिए गए आश्वासन के चलते विवि को परीक्षा पूरी तरह से लिखित पैटर्न पर करानी होगी। विवि सत्र का हवाला देते हुए पिछले तीन सेमेस्टर की परीक्षा ऑप्टिकल मार्क रिकग्नीशन (ओएमआर) करा चुका है।
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय ने बुधवार को बीकॉम का परीक्षा परिणाम घोषित किया। अन्य कोर्सों के परिणाम देने की कवायद में जुटे विश्वविद्यालय के लिए आगामी दिनों में सम सेमेस्टर की परीक्षाएं फिर से मुश्किलों का कारण बनेंगी। औटा को दिए गए आश्वासन के चलते विवि को परीक्षा पूरी तरह से लिखित पैटर्न पर करानी होगी। विवि सत्र का हवाला देते हुए पिछले तीन सेमेस्टर की परीक्षा ऑप्टिकल मार्क रिकग्नीशन (ओएमआर) करा चुका है।
बता दें कि डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (औटा) लिखित परीक्षा कराने को लेकर विषम सेमेस्टर में भी अड़ गया था है। संगठन ने परीक्षा बहिष्कार की घोषणा की, जिसके बाद विवि प्रशासन से औटा ने लिखित में मई सेमेस्टर परीक्षा कराने का आश्वासन लिया था। औटा पहली मांग के अनुसार परास्नातक की दिसंबर की सेमेस्टर परीक्षा को लिखित में करवा चुका है। अब मई में होने वाली स्नातक और परास्नातक की परीक्षा को लिखित में कराने के लिए औटा ने विवि प्रशासन को पत्र लिखा है। ताकि 2.50 लाख से अधिक छात्रों की परीक्षा के लिए समय से तैयारी शुरू हो सके। औटा महामंत्री डॉ. संजय मिश्रा के अनुसार परीक्षा लिखित कराई जाएगी। औटा की मांग है कि जनवरी में ही परीक्षा समिति बनकर निर्णय को सार्वजनिक कर दिया जाए।
इस संबंध में सेल्फ फाइनेंस कॉलेज फिर सामने आ सकते हैं, क्योंकि शासन के निर्देशानुसार सम सेमेस्टर की परीक्षा ओएमआर व विषम सेमेस्टर की परीक्षा लिखित होनी चाहिए। ऐसे में कॉलेज संचालक नियमों का हवाला देकर ओएमआर पर परीक्षा कराने के लिए अड़ सकते हैं। इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओम प्रकाश का कहना है कि अभी विवि प्रशासन की प्राथमिकता समय से परिणाम घोषित करना है, इसके बाद मई की सेमेस्टर परीक्षा पर निर्णय लिया जाएगा।