फफूंद। दिल्ली-हावड़ा रेल ट्रैक की डीएफसी लाइन पर पाता ओवरब्रिज के नीचे एक महिला मालगाड़ी की चपेट में आ गई। उसकी मौत हो गई।
गांव देवी का पुर्वा निवासी प्रेमलता (25) की शादी तीन वर्ष पहले सहार थाना क्षेत्र कस्बा निवासी सुनील कुमार के साथ हुई थी। प्रेमलता के पिता रामबरन सिंह के मुताबिक शादी के तीन माह बाद ही पुत्री ससुराल नहीं गई। वह मायके में ही रह रही थी। कुछ दिनों से वह गांव में ही अलग रह रहे बाबा अशर्फीलाल व चाचा रामखिलावन के साथ रहने लगी थी। गुरुवार की शाम बाबा को खाना खिलाकर वह कमरे में सोने चली गई। रात में किसी पहर वह घर से निकल गई। रात ढाई बजे ट्रैक की जांच करते समय ट्रैकमैन अमरजीत ने पाता रेलवे ओवरब्रिज के नीचे दिल्ली-हावड़ा डीएफसी डाउन लाइन पर महिला का कटा शव देखा तो पाता चौकी इंचार्ज मुकेश कुमार को सूचना दी। शव की पहचान कर पुलिस ने पोस्टमार्टम को भेजा।
उम्रदराज से शादी होने से थी दुखी
प्रेमलता की ट्रेन से कटकर जान देने के पीछे गांव में तरह-तरह की चर्चाएं रहीं। प्रेमलता की मां की मौत कई साल पहले हो चुकी थी। इसके बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। तीन वर्ष पहले प्रेमलता का विवाह कर दिया था। चर्चा है कि उम्रदराज से की गई शादी से खिन्न होकर वह कुछ दिन बाद ही मायके आ गई थी। दोबारा ससुराल नहीं गई। घरवालों के रवैए से भी वह बहुत आहत थी। हाल में ही उसने पिता का घर छोड़कर बाबा और चाचा के पास रह रहने लगी थी।
उम्रदराज से शादी होने से थी दुखी
प्रेमलता की ट्रेन से कटकर जान देने के पीछे गांव में तरह-तरह की चर्चाएं रहीं। प्रेमलता की मां की मौत कई साल पहले हो चुकी थी। इसके बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। तीन वर्ष पहले प्रेमलता का विवाह कर दिया था। चर्चा है कि उम्रदराज से की गई शादी से खिन्न होकर वह कुछ दिन बाद ही मायके आ गई थी। दोबारा ससुराल नहीं गई। घरवालों के रवैए से भी वह बहुत आहत थी। हाल में ही उसने पिता का घर छोड़कर बाबा और चाचा के पास रह रहने लगी थी।