राम मंदिर का अंतिम चरण में निर्माण,आइए जानें कब तक पूरा होगा काम
अयोध्या।राम नगरी अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का निर्माण अपने अंतिम चरण में है।अप्रैल और मई महीने में प्रभु श्रीराम,साधु-संतों और अन्य देवी-देवताओं की कई मूर्तियां स्थापित की जाएगी।राम मंदिर परिसर में सप्त मंदिरों की सातों प्रतिमाएं आज पहुंच जाएंगी। राम मंदिर के शिखर का कार्य अब अपने अंतिम चरण में है और ये 15 मई तक पूरा हो जाएगा।
गर्भगृह के ऊपर प्रथम तल पर स्थापित होने वाली शिला वासुदेव कामत की ओर से तैयार की गई।एक विशिष्ट शिला पर चित्रांकन किया गया है,जिसमें प्रभु श्रीराम को रामेश्वरम में भगवान शिव की पूजा करते दिखाया गया है,यह शिला उत्तर और दक्षिण भारत की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक मानी जा रही है।कामत ने शिला का परीक्षण कर इसकी स्वीकृति भी दे दी है।मंदिर परिसर में लाइटिंग को लेकर विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
लाइटिंग ऐसी होगी जिससे श्रद्धालुओं की साधना और भक्ति में कोई व्यवधान न पड़े।एक ओर जहां तकनीकी सुविधा और सुंदरता का ध्यान रखा जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर
आध्यात्मिक अनुभव को भी प्राथमिकता दी जा रही है।दर्शन मार्गों को सुगम और सुंदर बनाने के लिए L&T और राजकीय निर्माण निगम मिलकर दो भागों में कैनोपी का निर्माण कर रहे हैं। इनमें से एक हिस्से की कैनोपी का निर्माण L&T ने पूरा कर लिया है, जबकि दूसरा हिस्सा राजकीय निर्माण निगम के जिम्मे है।
श्रद्धालुओं की सुविधा और बारिश-धूप से बचाने के लिए यह कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है।राम मंदिर निर्माण न केवल एक भव्य स्थापत्य का निर्माण है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक विरासत को एक नई दिशा भी दे रहा है।हर ईंट और हर शिला में भक्ति का स्पर्श और राष्ट्र की आस्था जुड़ी है।