बाराबंकी : यूपी बाराबंकी रामसनेहीघाट इलाके के बैसनपुरवा गांव में 50 साल पुराने लगे सरकारी हैंड पंप बंद हो गए हैं शुद्ध पेयजल के नाम पर सरकार लाखों करोड़ों खर्च कर रही है,मगर धरातल पर जब टीम इस गांव की पड़ताल पर उतरी तो हर तरफ पानी को लेकर ग्रामीण जनता त्राहि-त्राहि करती नजर आई।कुछ नलों से अगर पानी आ भी रहा है,मगर गंदा पानी आने के साथ कीड़े निकल रहे हैं।इस गांव के ग्रामीण भीषण गर्मी के दौरान सरकारी हैंडपंपों में कपड़ा बांधकर पानी तक किसी तरह निकाल कर पानी को छानकर पीने को मजबूर हैं।जबकि यह गांव नगर पंचायत रामसनेहीघाट इलाके में आने के बाद भी हालत बद से बदतर हैं।दरियाबाद विधानसभा के इस गांव में आज भी शुद्ध पेयजल के नाम पर आंसू बहा रहा है गांव की गलियां सकरी और नालियां पटी पड़ी हुई है।हर ओर गंदगी का बोलबाला है।सफाई के नाम पर स्वच्छता को अधिकारी पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों ने कैमरे में पड़ताल के दौरान बताया कि 50 साल पुराने सरकारी हैंडपंप सूख चुके हैं।पानी नहीं आ रहा है।कुछ सरकारी हैंडपंप चल रहे हैं।मगर गंदा पानी आने पर हैंडपंप में कपड़ा बांधकर पानी निकाला जा रहा है।जल निगम की टूटिया गांव में लगी मगर पूरे गांव में किसी भी टूटी में पानी नहीं आ रहा है।जबकि प्रदेश सरकार ग्रामीण इलाकों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लाख दावे जरूर कर रही है।