गेंदबाजों के बाद रोहित शर्मा की अगुआई में बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन से भारत ने रविवार को न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। भारत ने इस तरह 2013 के बाद इस टूर्नामेंट की ट्रॉफी अपने नाम की। न्यूजीलैंड ने भारत के सामने जीत के लिए 50 ओवर में 252 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे भारतीय टीम ने चार विकेट शेष रहते जीता। भारत ने कप्तान रोहित शर्मा के 83 गेंदों पर 76 रनों की पारी के दम पर 49 ओवर में छह विकेट पर 254 रन बनाकर जीत दर्ज की। हम आपको बता रहे हैं कि भारत की इस जीत के पांच हीरो कौन रहे जिनके दम पर भारतीय टीम ने लगातार दूसरा आईसीसी खिताब अपने नाम किया।
सही समय पर चला रोहित का बल्ला
रोहित का बल्ला वनडे प्रारूप में जमकर चलता है और ऐसा ही इस बार भी देखा गया। चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल से पहले रोहित के बल्ले से बड़ी पारी नहीं निकली थी, लेकिन समय पर कप्तान ने बल्ले से अपना दम दिखाया। रोहित शर्मा ने 41 गेंद में वनडे करियर का 58वां अर्धशतक लगाया और खिताबी मैच में अपना दम दिखाया। रोहित ने इसके साथ ही शुभमन गिल के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 105 रनों की साझेदारी की और भारत की जीत की नींव रखी। 83 गेंद में सात चौके और तीन छक्के की मदद से 76 रन बनाकर आउट हुए।
टूर्नामेंट में चला कोहली का बल्ला
भारत की जीत में विराट कोहली का योगदान भी काफी अहम रहा। कोहली इस चैंपियंस ट्रॉफी में लय में नजर आए। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 22 रन, पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 100, न्यूजीलैंड के खिलाफ 11 और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 84 रनों की पारियां खेली थी, लेकिन फाइनल में कोहली का बल्ला नहीं चला। कोहली एक रन बनाकर आउट हुए। कोहली ने पांच मैचों में 218 रन बनाए जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है।
श्रेयस ने मध्यक्रम को दी मजबूती
श्रेयस ने चैंपियंस ट्रॉफी में चौथे नंबर पर वही योगदान दिया जैसा उन्होंने वनडे विश्व कप 2023 के दौरान किया था। श्रेयस ने बांग्लादेश के खिलाफ 15 रन, पाकिस्तान के खिलाफ 56 रन, न्यूजीलैंड के खिलाफ 79 रन, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 45 रन और न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में 48 रन बनाए। श्रेयस ने पांच मैचों में 243 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली के साथ मिलकर अच्छी साझेदारी की। भारत अगर ग्रुप चरण का समापन शीर्ष पर रहकर कर सका तो उसका सबसे बड़ा कारण श्रेयस ही थे जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप चरण के मैच में शानदार पारी खेली। वहीं, गिल, कोहली और रोहित के फाइनल में आउट होने के बाद श्रेयस ने अक्षर पटेल के साथ मिलकर पारी को संभाला।
मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ वरुण का चयन
भारत के स्पिनर वरुण चक्रवर्ती शुरुआत में भारत की 15 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं थे। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया जिसके बाद भारत ने अंतिम समय में वरुण को चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में शामिल किया। वरुण पहले दो मैच में नहीं खेले और न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्हें मौका मिला। वरुण ने पहले ही मैच में पांच विकेट झटके और भारत को 250 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव कराने में अहम भूमिका निभाई। वरुण ने फिर सेमीफाइनल और फाइनल में भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया। वरुण ने टूर्नामेंट के दौरान कुल नौ विकेट लिए और वह सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में शीर्ष पांच में रहे।
फाइनल में चमके कुलदीप
कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव ने भी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। वह बांग्लादेश के खिलाफ पहले मैच में विकेट नहीं ले सके थे, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ 40 रन देकर तीन विकेट हासिल करने में सफल रहे। फिर उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप चरण में दो विकेट झटके, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में खाली हाथ रहे। हालांकि, फाइनल में कुलदीप ने दम दिखाया और रचिन रवींद्र तथा केन विलियमसन के विकेट लेकर कीवी टीम को बड़ा झटका दिया। कुलदीप खिताबी मुकाबले में दो विकेट लेने में सफल हुए। इस तरह उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में सात विकेट लिए।