Friday, June 20, 2025
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औरैया जालौन रोड पर झपकी आने पर ई रिक्शा से गिरी महिला, मौत

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औरैया। जालौन रोड पर झपकी आने से एक महिला ई रिक्शा से गिर गई। सिर के बल गिरने से वो घायल हो गई। घायल को परिजन उसे जिला संयुक्त चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वो अपने परिवार के संग परिवार के साथ देवकली मंदिर दर्शन करने जा रही थीं। पुलिस ने घटना की जांच की।

शहर के मोहल्ला दयालपुर निवासी स्वातिका (27) पत्नी अजय अपने परिजनों के साथ गुरुवार दोपहर लगभग तीन बजे ई रिक्शा से देवकली मंदिर दर्शन के लिए जा रही थीं। जालौन चौराहा के आगे महिला को झपकी आ गई और वह चलते रिक्शे से सड़क पर जा गिरीं। रिक्शे में महिला के साथ संगीता और बहन भी मौजूद थी। सभी आननफानन महिला को जिला संयुक्त अस्पताल लेकर गए। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस अस्पताल पहुंची। बताया गया है कि युवती ने करीब दो माह पूर्व ही अपने गांव निवासी एक युवक से प्रेम विवाह किया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया।

बिधूना तीन पर हत्या की कोशिश की रिपोर्ट दर्ज

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बिधूना। पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ कार सवार युवक की गोली मारकर हत्या करने की कोशिश की रिपोर्ट दर्ज की है। ये कार्रवाई एसपी के आदेश पर पुलिस ने की है। पीड़ित ने आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी थी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई थी।अछल्दा थाना क्षेत्र के नेबिलगंज निवासी पवन उर्फ पवेंद्र कुमार ने एसपी से शिकायत की। बताया कि बीती 27 मई रात 12 बजे वह घासरा के पूर्व प्रधान वाहिद खान से मिलकर घर लौट रहे थे।

आरोप है कि रास्ते में खगा के पास नगला खगा निवासी राहुल यादव व उसके दो अन्य साथियों ने पत्थर मारकर कार का शीशा तोड़ दिया। जिससे कार अनियंत्रित होकर सड़क के नीचे उतर गई। आरोपियों ने मारपीट की। इसी दौरान आरोपी राहुल ने कमर पर तमंचे से गोली मार दी। उन्हें मरा समझकर छोड़कर भाग गए।

पुलिस ने मौके पर आकर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था। जब हालत में कुछ सुधार हुआ तो वह एक जून को थाना पर रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।

थानाध्यक्ष रमेश सिंह ने बताया कि एसपी के आदेश पर तीन लोगों पर हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की जांच उपनिरीक्षक सुरेश चंद्रा कर रहे हैं।

बिधूना बारिश ने पंचायत विभाग के दावों की खोली पोल, घरों में भरा गंदा पानी

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बिधूना। बेला कस्बा में गुरुवार को झमाझम बारिश हुई। करीब एक घंटे तक हुई बारिश से कस्बा की सफाई व्यवस्था की कलई खुल गई। चोक नाले और नालियां उफनाए गए। गंदा पानी सड़कों पर बहने लगा। यही नहीं गंदा पानी घरों में भी घुस गया। इससे घरों में रखा सामान पानी में तैरने लगी। ये देख लोग सामान को सुरक्षित करने में जूझते नजर आए। इससे लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ा।

गुरुवार को एक घंटे की बारिश ने पंचायत विभाग की पोल खोलकर रखी दी है। नालों व नालियों की सफाई की गई थी। इससे चोक नाले और नालियां बारिश के पानी से उफना गईं। बरसाती पानी सड़कों पर बहने लगा। चोक नालियों का गंदा पानी घरों व बरामदों में भर गया। बेला कानपुर रोड निवासी अतुल कुमार, राजू गुप्ता आदि ने बताया कि नालों की कई माह से सफाई नहीं की गई। पानी भरने से गृहस्थी का सामान भीग गया। एडीओ पंचायत विजय कुमार ने बताया कि नाला-नाली की सफाई न कराने पर प्रधान व सचिव से जवाब मांगा जाएगा। जल्द ही टीम लगाकर नालों की सफाई कराई जाएगी।

कंचौसी पांच दिन में 15 मोरों की मौत, पहुंची वन विभाग की टीम

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कंचौसी। गांव कंचौसी में पिछले पांच दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी व पानी के अभाव में करीब 15 मोरों की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने निरीक्षण किया। ग्रामीणों ने बताया कि अस्वस्थ मोर कुत्तों का शिकार बन रहे हैं।पांच दिन के अंतराल में गर्मी व कुत्तों के शिकार के कारण 15 से ज्यादा मोरों की मौत होने से गांव में हड़कंप मच गया। जिला बालोपासना प्रमुख बजरंग दल सत्यम गुप्ता ने इसकी सूचना प्रशासन को दी गई। इस पर ब्लॉक से पशुपालन विभाग की टीम ने बीमार पड़े मोरों का इलाज किया। वन विभाग के अधिकारियों ने भी अपनी टीम के साथ गांव में आकर पूरे दिन निरीक्षण किया। रेंजर राम कृष्ण राठौर ने बताया कि प्रथम दृष्टया सभी मौतों का कारण गर्मी में पानी न मिलने के कारण मोर अस्वस्थ हुए । इससे वह आसानी से कुत्तों का शिकार बन गईं।

मृत मोरों को पोस्टमार्टम के लिए भेज रहे हैं। इस दौरान मंजुल गुप्ता, उत्तम, वैभव, अक्षय, गोकुल, शरद, कन्हैया, कुणाल, केशव सहित कई बजरंग दल के कार्यकर्ता वन विभाग टीम के निरीक्षण में साथ रहे।

रुरुगंज बाइकर्स ने युवक से 30 हजार नकदी व सोने की चेन लूटी

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रुरुगंज। गुरुवार सुबह तीन बाइकों पर सवार सात से आठ नकाबपोश लुटेरों ने एक युवक से मारपीट की और उससे 30 हजार की नकदी व सोने की चेन लूट ले गए। युवक नगला पतू गांव से दूध व पैसे लेकर बाइक से घर जा रहा था। ये वारदात रुरुखुर्द स्कूल के पीछे हुई।रुरुगंज निवासी शिवम गुरुवार सुबह करीब साढ़े छह बजे बाइक से दूध व बिल्डिंग मैटेरियल का पैसा लेने को क्षेत्र के नगला पतू गांव गया था। वहां पर उसने दूध लिया। बाद में बिल्डिंग मैटेरियल का 30 हजार रुपये लेकर शिवम बाइक से रुरुगंज आ रहा था। उसकी बाइक से रुरुखुर्द स्थित श्यामलाल विद्या मंदिर इंटर काॅलेज के पीछे पहुंची थी, तभी तीन बाइकों पर सवार होकर सात-आठ नकाबपोश लुटेरों ने शिवम को घेर लिया। लुटेरों ने शिवम की डंडों व बेल्ट से पिटाई कर दी। चाकू से भी हमला किया। जेब में रखा मोबाइल व 30 हजार रुपये व सोने की चेन छीन ली। भागते समय लुटेरे शिवम का मोबाइल वहीं पर फेंक गए। शिवम हैलमेट लगाए थे। इस कारण सिर में चोट नहीं लगी, लेकिन शरीर में चोट के काफी निशान हैं।

जानकारी पाकर पुलिस व परिजन पहुंचे। पुलिस शिवम को सीएचसी लेकर आई, जहां पर उसका इलाज चल रहा है। पीड़ित ने पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस घटना में जमीन विवाद समेत अन्य पहलुओं पर जांच कर रही है। कोतवाल मुकेश बाबू चौहान ने बताया कि युवक के साथ मारपीट हुई है। कोई इनका परिवार में जमीन विवाद चल रहा है, उसी को लेकर यह मारपीट प्रथम दृष्टि दिख रही है। आरोप है कि रुपये व सोने की चेन लूट ले गए हैं। जांच की ज रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।

ट्रक चालक की हत्या व लूट के मामले में एक को उम्रकैद

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औरैया। न्यायालय (दस्यु प्रभावित क्षेत्र अधिनियम) के विशेष न्यायाधीश सैफ अहमद ने ट्रक चालक की हत्या कर लूट करने के मामले में एक दोषी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। उस पर 80 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया। विशेष न्यायाधीश ने शहर कोतवाली क्षेत्र के 10 वर्ष पुराने मामले में यह फैसला दिया।शहर कोतवाली क्षेत्र में हाईवे पर एक ट्रक चालक व खलासी आठ बोलेरो लादकर गतंव्य स्थान पर जा रहे थे। जनेतपुर गांव के पास ट्रक चालक राधे गुर्जर की हत्या कर दी। बाद में ट्रक में लदी आठ में से एक बोलेरो लूट ली और भाग गए। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज की। बाद में विवेचक ने मामले की विवेचना की। विवेचना में पता चला कि ट्रक का खलासी ही घटना का मुजरिम है।मामले में दबिशें देकर पुलिस ने आरोपी खलासी आदर्श कुमार दुबे को गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर लूटी गई बोलेरो भी बरामद की। विवेचक ने हत्या व लूट के मामले में आरोपी आदर्श कुमार दुबे के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र प्रेषित किया। मामला न्यायालय (दस्यु प्रभावित क्षेत्र अधिनियम ) में चला, लेकिन आरोपी की ओर से कोई वकील न होने की वजह से केस आगे बढ़ नहीं पा रहा था। ऐसे में जेल मुआयना मेंं प्राधिकरण सचिव ने इस प्रकरण की पैरवी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के जितेंद्र सिंह तोमर व प्रमोद यादव को सौंपी।

कोर्ट में पक्ष व विपक्ष दोनों की दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश ने आरोपी को दोषी करार दिया। गुरुवार को न्यायाधीश ने जौनपुर के थाना नेवडिया के रसूबहा निवासी आदर्श कुमार दुबे को सजा सुनाई। साथ ही जुर्माना भी लगाया। अर्थदंड की अदायगी न करने पर उसे तीन वर्ष का अतिरिक्त कारावास भी भुगतना पड़ेगा। कोर्ट ने जेल में बिताई गई सजा को भी इस सजा में समायोजित करने का आदेश दिया।

Auraiya News: बारिश व उमस से बढ़े त्वचा, उल्टी-दस्त के मरीज

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औरैया। बारिश के बाद धूप निकलने से सर्द-गर्म होने के कारण त्वचा से संबंधित रोगों ने पैर फैलाना शुरू कर दिया है। जिला अस्पताल के जनरल विभाग की ओपीडी में घमौरी, बुखार, डायरिया, उल्टी-दस्त, पेट दर्द, खांसी-झुकाम आदि रोगों से संबंधित मरीज उपचार कराने आ रहे है। गुरुवार को लगभग 400 मरीजों ने पर्चा काउंटर पर पंजीयन कराते हुए डॉक्टर की सलाह ली।मौसम में लगातार बदलाव होने से त्वचा रोग, कान बहने, पेट दर्द, बुखार आदि तरह के मौसमी रोगों से पीड़ित मरीज जिला अस्पताल की ओपीडी में चिकित्सक को दिखाने पहुंच रहे है। जनरल विभाग की ओपीडी में तैनात डॉक्टर शिवेंद्र ने बताया कि बारिश के बाद धूप निकलने से उमस हो रही है। इसकी वजह से घमौरी, शरीर पर दाने निकलने व अन्य त्वचा रोगों से संबंधित मरीज अधिक संख्या में उपचार कराने आ रहे है।वहीं, कई मरीज भूख न लगने, पेट दर्द, चक्कर आने व कमजोरी की भी जांच कराने आए है। उन्होंने लोगों से नियमित रूप से साफ-सफाई रखने, बाहर का तला-भुना न खाने की सलाह दी। फल व सब्जियों को अच्छी तरह से धोने, मच्छरदानी का उपयोग करने, सर्दी, खांसी व फ्लू रोगियों से दूर रहने की बात कही। ईएनटी ओपीडी में नेत्र रोग से संबंधित मरीज भी चेकअप कराने पहुंचे।

अस्पताल दिखाने आयी शहर निवासी रेखा ने बताया कि बारिश के बाद उमस की वजह से उनके शरीर पर दाने निकल आए है। इसकी वजह से उन्हें खुजली हो रही है और वह कोई काम नहीं कर पा रही है। त्वचा रोग विभाग की ओपीडी में तैनात चिकित्सक ने उन्हें आवश्यक परामर्श दिया। वहीं, शहर निवासी मोहित ने बताया कि बीते दो दिन से उन्हें बुखार के साथ ही उल्टी व दस्त हो रहा है। आराम न मिलने पर अस्पताल में दिखाने आए है। जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया।

पहली बारिश में शहर से गांव तक जलभराव

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औरैया। प्री मानसून ने गुरुवार को जिले के कई इलाकों में दस्तक दे दी और जमकर पानी बरसा, हालांकि शहर में पानी तो नहीं बरसा, लेकिन बदली जरूर छाई रही। दिबियापुर इलाके में करीब आधा घंटा तो बिधूना इलाके में एक घंटे तक बरसे पानी से ग्रामीण अंचलों में किसानों के चेहरे खिल गए तो शहरी बाशिंदे जलभराव से परेशान हो गए।

प्री मानसून की बारिश ने निकायों के सफाई इंतजामों की पोल खोल दी। कभी धीमी-कभी तेज बारिश से चोक नाले और नालियां उफना गईं। गंदा पानी प्रमुख सड़कों और गलियों में बहने लगा। यही नहीं सड़कों पर बहने वाला गंदा पानी दुकानों समेत घरों में भी घुस गया। ऐसे में लोग सारा कामकाज छोड़कर सामान को नुकसान होने से बचाने में जुट गए।कई-कई फिट पानी सड़कों और गलियों में चलने से आवागमन प्रभावित रहा। उधर, मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी इसी तरह का मौसम बना रहेगा। किसानों को सलाह है कि वे मौसम की स्थिति को देखते हुए खेती संबंधी गतिविधियां करें।

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फोटो 19 एयूआरपी 14 बिधूना में बारिश के बीच में निकलते लोग। संवाद
फोटो 19 एयूआरपी 15 बिधूना में बारिश के बीच में निकलते लोग। संवाद
फोटो 19 एयूआरपी 16 बिधूना में बारिश के बीच में निकलते लोग। संवाद
इंसेट
बारिश से जगह-जगह हुए जलभराव

बिधूना। वैसे तो पिछले दो दिन से रुक-रुककर बूंदाबांदी हो रही थी। गुरुवार को आए प्री मानसून ने दस्तक दी। झमाझम बरसे पानी ने नगर पंचायत की सफाई व्यवस्था की कलई खोल दी। बारिश से कस्बा से गांव की गलियां जलमग्न हो गईं। यह बारिश किसानों के लिए लाभदायक है, हालांकि मक्का फसल के किसानों को थोड़ा परेशानी देगी।

गुरुवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए थे। दोपहर करीब दो बजे काली घटाएं छाने लगी, और कुछ ही देर में जोरदार बारिश शुरू हो गई। बारिश लगभग एक घटे तक होती रही। बारिश से जहां तापमान में गिरावट आई, वहीं मौसम भी सुहाना हो गया। युवा पानी में भीग पहली बारिश का मजा लेते दिखे। बारिश थमने के बाद किसान खेतों में धान रोपाई के खेतों में तैयारी में जुट गए। किसानों का कहना कि खेतों नमी कम होने पर खेतों जोताई की जाएगी। इससे धान की फसल को आगे लगाना चालू होगा। वहीं, जिन खेतों में मक्का व मूंग पड़ी जो बारिश से भीग जाने नुकसान भी हुआ है।
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फोटो 19 एयूआरपी 11 दिबियापुर सड़क पर जलभराव के बीच निकलते लोग। संवाद
फोटो 19 एयूआरपी 12 दिबियापुर सड़क पर जलभराव के बीच निकलते वाहन व लोग। संवाद
फोटो 19 एयूआरपी 13 दिबियापुर सड़क पर जलभराव के बीच निकलते वाहन। संवाद
आधे घंटे की बारिश में ही सड़कें हुईं जलमग्न
दिबियापुर। प्री मानसून बारिश ने उमस भरी गर्मी से राहत दी। बारिश ने ग्रामीण अंचलों में किसानों के चेहरे पर मुस्कान दिखी मगर कस्बा के बाशिंदों के माथे पर सिलवटें नजर आईं। करीब आधा घंटे तक झमाझम बरसे पानी ने नगर पंचायत के जलनिकास इंतजाम की धज्जियां उड़ा दीं। इससे चोक नाला और नालियां उफान गए। अधिकांश सड़कों और गलियां पानी से डूब गई। इससे आवागमन प्रभावित रहा, हालांकि कुछ घंटों बाद पानी निकल गया। इससे लोगों ने राहत मिली।
गुरुवार दोपहर को हुई झमाझम बारिश से सड़क किनारे व गलियों में बने नाले और नालियां उफना गए। इससे बारिश का पानी फफूंद चौराहे से थाने तक और पेट्रोल पंप से थाने वाली सड़क पर कई फुट तक भर गया। इससे इन मार्गों पर आवागमन थम सा गया। रामकृष्ण नगर में ओवरब्रिज के नीचे सड़क पर पानी भर गया।
लोहिया नगर और बड़ी सब्जी मंडी वाली गली समेत कई मोहल्ले जलमग्न हो गए। यहां पर कई दुकानों व घरों में पानी प्रवेश कर गया। इससे उनका सामान उतराने लगा। लोगों का कहना है कि नगर पंचायत नाला व नालियों की सफाई का दावा किया जा रहा है, लेकिन पहली ही बारिश में हुए जलभराव से इन दावों की पोल खुल गई है। हालांकि बारिश से पहले सुबह उमस भरी गर्मी थी। बाद में मौसम में ठंडक आ गई और लोगों को गर्मी से राहत मिली।

स्विस बैंकों में भारतीयों का पैसा तीन गुना बढ़ा, 2021 के बाद सबसे ज्यादा

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इंटरनेशनल डेस्कः स्विट्जरलैंड के बैंकों में जमा भारतीयों का धन 2024 में तीन गुना से अधिक होकर 3.5 अरब स्विस फ्रैंक (करीब 37,600 करोड़ रुपये) हो गया। स्थानीय शाखाओं और अन्य वित्तीय संस्थानों में रखे कोष में उछाल के साथ जमा राशि में वृद्धि हुई है। स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक के सालाना आंकड़ों से यह जानकारी मिली। हालांकि, भारतीयों के ग्राहक खातों में जमा धन केवल 11 प्रतिशत बढ़ा और यह 34.6 करोड़ स्विस फ्रैंक (लगभग 3,675 करोड़ रुपये) रहा। यह कुल धन का लगभग दसवां हिस्सा है।

इससे पहले, 2023 में भारतीय व्यक्तियों और फर्मों द्वारा स्विस बैंकों में जमा धन में 70 प्रतिशत की गिरावट की आई थी और यह चार साल के निचले स्तर 1.04 अरब स्विस फ्रैंक पर आ गया था। इसमें स्थानीय शाखाओं और अन्य वित्तीय संस्थानों के माध्यम से रखी जमा राशि शामिल है। बीते वर्ष की जमा राशि 2021 के बाद से सबसे अधिक है। उस समय स्विस बैंकों में भारतीयों की जमा राशि 14 साल के उच्चतम स्तर 3.83 अरब स्विस फ्रैंक पहुंच गई थी। ये स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) को बैंकों से मिले आधिकारिक आंकड़े हैं और स्विट्जरलैंड में भारतीयों द्वारा रखे गए बहुचर्चित कथित काले धन की मात्रा का संकेत नहीं देते हैं। इन आंकड़ों में वह राशि भी शामिल नहीं है जो भारतीयों, एनआरआई या अन्य लोगों ने तीसरे देश की संस्थाओं के नाम पर स्विस बैंकों में रखी हो सकती है।

एसएनबी ने 2023 के अंत में स्विस बैंकों की ‘कुल देनदारियों’ या उनके भारतीय ग्राहकों के ‘बकाया राशि’ के रूप में कुल राशि 354.55 करोड़ स्विस फ्रैंक आंकी है। इसमें ग्राहक जमा में 34.6 करोड़ स्विस फ्रैंक (2023 के अंत में 31 करोड़ स्विस फ्रैंक से अधिक), अन्य बैंकों के माध्यम से रखे गए 3.02 अरब स्विस फ्रैंक (42.7 करोड़ स्विस फ्रैंक से अधिक), न्यासों के माध्यम से 4.1 करोड़ स्विस फ्रैंक (एक करोड़ स्विस फ्रैंक से अधिक) तथा बॉन्ड, प्रतिभूतियों और अन्य वित्तीय उत्पादों के रूप में 13.5 करोड स्विस फ्रैंक की राशि शामिल हैं। एसएनबी के आंकड़ों के अनुसार, 2006 में कुल राशि लगभग 6.5 अरब स्विस फ्रैंक के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर थी। वर्ष 2011, 2013, 2017, 2020, 2021, 2022 और 2023 समेत कुछ वर्षों को छोड़कर इसमें कमी आई है।

एसएनबी के अनुसार, भारतीय ग्राहकों के प्रति स्विस बैंकों की ‘कुल देनदारियों’ के लिए इसके आंकड़ों में स्विस बैंकों में भारतीय ग्राहकों के सभी प्रकार के कोष को शामिल किया गया है। इसमें व्यक्तियों, बैंकों और उद्यमों की जमा राशि भी शामिल है। इसमें भारत में स्विस बैंकों की शाखाओं के साथ-साथ गैर-जमा देनदारियों के आंकड़े भी शामिल है। दूसरी ओर, बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट (बीआईएस) के ‘स्थानीय बैंकिंग आंकड़ों’ ने 2024 के दौरान ऐसे कोष में लगभग छह प्रतिशत की वृद्धि दिखाई और यह 7.48 करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 650 करोड़ रुपये) रही। पूर्व में बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट के इन आंकड़ों को भारतीय और स्विस अधिकारियों द्वारा स्विस बैंकों में भारतीय व्यक्तियों की जमा राशि के लिए अधिक भरोसेमंद माना जाता था।

आंकड़ों के अनुसार, 2020 में लगभग 39 प्रतिशत की वृद्धि के बाद 2023 में इसमें 25 प्रतिशत, 2022 में 18 प्रतिशत और 2021 में आठ प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई थी। यह आंकड़ा स्विस बैंकों के भारतीय गैर-बैंक ग्राहकों के जमा और ऋणों को ध्यान में रखता है और 2018 में 11 प्रतिशत और 2017 में 44 प्रतिशत की गिरावट के बाद 2019 में सात प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। वर्ष 2007 के अंत में यह 2.3 अरब डॉलर (9,000 करोड़ रुपये से अधिक) के उच्चस्तर पर पहुंच गया था।

स्विस अधिकारियों ने हमेशा यह कहा है कि स्विट्जरलैंड में भारतीय निवासियों की रखी गई संपत्ति को ‘काला धन’ नहीं माना जा सकता है और वे कर धोखाधड़ी और चोरी के खिलाफ अपनी लड़ाई में भारत का पूरी तरह से समर्थन करते हैं। स्विट्जरलैंड और भारत के बीच कर मामलों में सूचनाओं का स्वचालित आदान-प्रदान 2018 से लागू है। इस ढांचे के तहत, 2018 से स्विस वित्तीय संस्थानों में खाते रखने वाले सभी भारतीय निवासियों की विस्तृत वित्तीय जानकारी पहली बार सितंबर, 2019 में भारतीय कर अधिकारियों को दी गई थी और इसका अनुपालन हर साल किया जा रहा है। इसके अलावा, स्विट्जरलैंड प्रथम दृष्टया सबूत दिये जाने के बाद वित्तीय गलत कामों में लिप्त होने के संदेह वाले भारतीयों के खातों के बारे में सक्रिय रूप से विवरण साझा कर रहा है। अबतक सैकड़ों मामलों में इस प्रकार सूचनाओं का आदान-प्रदान हुआ है।

संस्थानों सहित विदेशी ग्राहकों का कुल कोष 2024 में 977 अरब स्विस फ्रैंक रहा जो 2023 में 983 अरब स्विस फ्रैंक था। परिसंपत्तियों के संदर्भ में, 2023 के अंत में भारतीय ग्राहकों के पास 1.59 अरब स्विस फ्रैंक थे। यह पिछले वर्ष से लगभग नौ प्रतिशत अधिक है।

स्विस बैंकों में विदेशी ग्राहकों की रखी राशि के मामले में ब्रिटेन 222 अरब स्विस फ्रैंक के साथ शीर्ष पर है। उसके बाद दूसरे स्थान पर अमेरिका (89 अरब स्विस फ्रैंक) और तीसरे स्थान पर वेस्टइंडीज (68 अरब स्विस फ्रैंक) है। इन तीनों के बाद शीर्ष 10 में जर्मनी, फ्रांस, हांगकांग, लक्जमबर्ग, सिंगापुर, ग्वेर्नसे और संयुक्त अरब अमीरात हैं। भारत इस मामले मं 48वें स्थान पर है जबकि 2023 में 67वें स्थान पर था। हालांकि, यह 2022 के अंत में 46वें स्थान से नीचे है। पाकिस्तान के निवासियों की जमा राशि भी घटी है और यह 28.6 करोड़ से घटकर 27.2 करोड़ स्विस फ्रैंक पर रही। वहीं बांग्लादेश के मामले में यह 1.8 करोड़ स्विस फ्रैंक से बढ़कर 58.9 करोड़ स्विस फ्रैंक हो गई।

फारूक अब्दुल्ला ने PM मोदी की तारीफ में पढ़े कसीदे, ईरान – इजरायल युद्ध पर बोले, ‘जंग इंसान के लिए अच्छी नहीं’

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National Desk : इज़राइल और ईरान के बीच जारी तनाव के बीच, गुरुवार (19 जून) को भारत सरकार द्वारा 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाया गया। इनमें अधिकतर छात्र जम्मू-कश्मीर से हैं। छात्रों की यह वापसी ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत सफलतापूर्वक कराई गई। इस पूरी कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने अपने विचार व्यक्त किए।

“प्रधानमंत्री और जयशंकर जी ने बहुत बड़ा काम किया”

फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “प्रधानमंत्री और जयशंकर जी ने जो ये काम किया है इसमें सबको ले आए हैं. जो बाकी रह गए हैं उनको भी ले जाएंगे, ये बहुत बड़ा काम किया है.”

जंग इंसान के लिए अच्छी नहीं 

इजरायल ईरान के बीच जंग पर उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि कोई भी लड़ाई इंसान के लिए अच्छी नहीं होती. इसके असर बुरे होते हैं. बातचीत से जो बात हो सकती है, वो लड़ाई से नहीं हो सकती। कर लें लड़ाई जितनी कर सकते हैं.”

गुरुवार सुबह दिल्ली पहुंचा विमान

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, युद्ध की स्थिति वाले ईरान से निकाले गए भारतीय छात्रों ने वहां के तनावपूर्ण हालात को याद करते हुए भारत सरकार का आभार जताया। उन्होंने सुरक्षित घर वापसी के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। इन छात्रों को लेकर पहला विमान गुरुवार सुबह दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचा। कुल 110 छात्रों को इस अभियान के तहत स्वदेश लाया गया।

राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने क्या कहा?

भारतीय दूतावास ने मंगलवार को 110 छात्रों को सुरक्षित रूप से आर्मेनिया में प्रवेश कराने में सहायता की। इसके बाद उन्हें दिल्ली लाया गया। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि और लोगों को निकाला जा रहा है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री का प्रभार भी संभाल रहे कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा, ‘‘हमारे पास विमान तैयार हैं। हम आज एक और विमान भेजेंगे। हम तुर्कमेनिस्तान से कुछ और लोगों को निकाल रहे हैं। निकासी अनुरोध के लिए हमारे दूतावासों से 24 घंटे संपर्क किया जा सकता है। जैसे-जैसे स्थिति बदलेगी, हम भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए और विमान भेजेंगे।’’