Thursday, November 21, 2024
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अखिलेश यादव के गढ़ में उम्मीद से कम हुआ मतदान, सपा की बढ़ी टेंशन; भाजपा में खुशी की लहर

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मैनपुरी के करहल विधानसभा उपचुनाव के लिए बुधवार को हुए मतदान में मतदान का गिरा प्रतिशत किसको अभयदान देगा यह तो 23 नवंबर को मतगणना के बाद ही पता चलेगा। मतदान का प्रतिशत गिरने से जहां भाजपा खेमे में खुशी देखने को मिल रही है। वहीं सपा इसके बाद भी करहल सीट को जीतने का दावा कर रही है। राजनैतिक जानकार इस बार बड़ी जीत की संभावना को नकार रहे हैं।
विधानसभा उपचुनाव में बुधवार को हुए मतदान का प्रतिशत 53.89 रहा है। जबकि वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 66.11 रहा था। इस बार 12.20 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। एक अनुमान के मुताबिक इस बार 45000 कम वोट पड़ा है। करहल विधानसभा में हर बार मतदान का प्रतिशत 60 प्रतिशत से ज्यादा रहता था। मतदान का बढ़ा प्रतिशत हमेशा सपा को लाभ पहुंचाने वाला माना जाता था।
कमरिया-घोषीवाद का लगा नारा
इस बार सपा ने पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव को प्रत्याशी बनाया तो भाजपा ने सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के बहनोई अनुजेश सिंह को मैदान में उतार दिया। अनुजेश ने यादव समाज के वोटों में विभाजन करने की जमकर कोशिश की। कमरिया घोषीवाद का भी भाजपा की ओर से नारा दिया गया। मतदान के दिन मतदान के कम प्रतिशत ने सपा में जहां बेचैनी बढ़ाई है वहीं भाजपा के लोग कम मतदान से उत्साहित हैं। कम मतदान को वह अपने पक्ष में होने का दावा कर रहे हैं। सपा नेता दावा कर रहे हैं कि कम मतदान के बाद भी करहल विधानसभा में सपा ही जीतेगी। हालांकि राजनैतिक जानकार विधानसभा उपचुनाव में बड़ी जीत की संभावना को नकार रहे हैं।

2002 में 54.3 प्रतिशत मतदान पर जीती थी भाजपा
करहल विधानसभा सीट पर भाजपा ने वर्ष 2002 में हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। तब पार्टी ने सोबरन सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया था। तब कुल 54.3 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसके बाद लगातार मतदान बढ़ता रहा। ऐसे ही समीकरण इस बार भी नजर आ रहे हैं। एक बार फिर प्रत्याशी यादव है तो वहीं मतदान का प्रतिशत भी कम है।

ईवीएम में कैद हुई प्रत्याशियों की किस्मत
करहल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे सभी सात प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। कड़ी सुरक्षा के बीच ईवीएम को नवीन मंडी स्थित स्ट्रांग रूम में रखवाया गया। यहीं अब 23 नवंबर को मतगणना होगा, जिसके बाद हार जीत का फैसला भी हो जाएगा।

इनके  बीच टक्कर 
18 अक्तूबर को चुनाव आयोग ने उप चुनाव का बिगुल बजा दिया था। इसके बाद से ही राजनीतिक दल सक्रिय हो गए थे। कुल सात प्रत्याशी इस बार मैदान में थे। मुख्य रूप से सपा प्रत्याशी तेजप्रताप यादव, भाजपा प्रत्याशी अनुजेश सिंह और बसपा प्रत्याशी अवनीश शाक्य पर ही जनता की नजरें थीं। जनसंपर्क, सभाएं और रोड शो के बाद 20 नवंबर को मतदान हुआ। शाम को 5 बजे मतदान समाप्त हो गया। इसके साथ ही मतदाताओं का आशीर्वाद और प्रत्याशियों की किस्मत भी ईवीएम में कैद हो गई।

इतने बजे तक आएगा परिणाम 
23 नवंबर को सुबह 8 बजे से नवीन मंडी में मतगणना शुरू होगी। दोपहर 12 बजे तक ही तस्वीर साफ हो जाएगी कि आखिर जीत का ताज किसके सिर पर सजेगा। मतदान समाप्त होने के बाद अब प्रत्याशी हार जीत का गणित लगा रहे हैं। इसके लिए वे मतदान केंद्रवार हुए मतदान को भी देख रहे हैं।

अब ये सात प्रत्याशी हैं मैदान में
-अनुजेश सिंह, भाजपा
-तेजप्रताप सिंह, सपा
-अवनीश कुमार, बसपा
-सुनील मिश्रा, सर्व समाज जनता पार्टी
-प्रदीप, आजाद समाज पार्टी कांशीराम
-विवेक यादव, सर्वजन सुखाय पार्टी
-सचिन कुमार, निर्दलीय

सपा नेता आजम खां से सीतापुर जेल में मिले सांसद चंद्रशेखर आजाद, बाहर बड़ी संख्या में समर्थक रहे मौजूद

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सीतापुर जिला कारागार में बंद सपा नेता आजम खां से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने बृहस्पतिवार को मुलाकात की। आजम लंबे समय से सीतापुर जेल में बंद हैं। 

गौरतलब है कि वर्ष 2023 में चंद्रशेखर पर हमला हुआ था। इस घटना के बाद आजम खां  और उनके बेटे अब्दुल्ला ने चंद्रशेखर से घर पहुंच कर उनका हाल जाना था। चंद्रशेखर आजाद कुछ दिन पहले हरदोई जेल में बंद आजम के पुत्र अब्दुल्लाह आजम से भी मिलकर आये हैं।
इतना ही नहीं, चंद्रशेखर बीते दिनों आजम के रामपुर स्थित आवास पहुंचे थे। वहां आजम के परिजनों से मुलाकात भी की थी। बताया जा रहा है कि सांसद करीब एक घन्टे जेल में मुलाकात करेंगे।
मुलाकात से पहले जेल अधीक्षक एस के सिंह ने बताया कि सामान्य रूप से उनकी मुलाकात कराई जाएगी। सांसद होने के नाते जो प्रोटोकॉल उनके लिए है उनका अनुपालन कराया जाएगा।

Auraiya: किशोरी के अपहरण व दुष्कर्म के दोषी को सात वर्ष कैद

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औरैया। विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो अधिनियम) मनराज सिंह ने थाना अछल्दा क्षेत्र से छह वर्ष पूर्व एक किशोरी के अपहरण व दुष्कर्म के दोषी घनश्याम सिंह को सात वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई। अपहरण में सहयोग करने के दो दोषी शंकर सिंह व गंभीर सिंह को पांच वर्ष के कारावास व 20-20 हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई।
मामले की पैरवी कर रहे डीजीसी व विशेष लोक अभियोजक (पॉक्सो) के अनुसार वादी ने थाना अछल्दा में रिपोर्ट लिखाई कि 15 जनवरी 2018 की दोपहर 12 बजे उसकी 15 वर्षीय पुत्री कोचिंग में पढ़ने की बात कहकर नेबिलगंज निकली थी। आरोपी घनश्याम राजपूत निवासी भीखेपुर अजीतमल उसे बहला-फुसलाकर ले गया।
इसमें शंकर सिंह व वंशी का सहयोग रहा। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना की। कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया। अपर सत्र न्यायाधीश मनराज सिंह ने घनश्याम सिंह को सात वर्ष के कारावास व 40 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई। सहयोगी वाले शंकर सिंह व गंभीर सिंह को पांच-पांच वर्ष की सजा व 20-20 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया। तीनों सजा पाए अधिवक्ताओं को जिला कारागार इटावा भेज दिया गया।

Auraiya: बेहोशी की हालत में ट्रेन से उतारे गए व्यक्ति की मौत

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औरैया। फफूंद रेलवे स्टेशन पर बुधवार को तीन बजे नॉन स्टॉप सुपर फॉस्ट ट्रेन से एक वृद्ध को बेहोशी की हालत में उतारा गया। रेलवे कर्मचारियों ने उसे लेकर सीएचसी दिबियापुर पहुंचे। यहां मौजूद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। जीआरपी पुलिस ने बताया कि मरने वाले व्यक्ति की शिनाख्त नहीं हो सकी है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

आनंद विहार-दरभंगा एक्सप्रेस चंपारण में बेपटरी, किसी ने अचानक लगा दिया वैक्यूम ब्रेक; बाल-बाल बचे यात्री

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बेतिया मे ट्रेन के दो बोगी और इंजन अचानक डिरेल हो गया। ट्रेन आनंद बिहार से दरभंगा जा रही थी। घटना के बाद यात्रियों मे अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। यह हादसा बगहा पुलिस जिले के हरिनगर स्टेशन के पास की है।बताया जाता है की ट्रेन संख्या 04068 आनंद बिहार से दरभंगा जा रही थी। हालांकि इस हादसे मे कोई हताहत नहीं हुआ। मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार रात करीब 12:03 बजे ट्रेन के दो बोगी और इंजन डिरेल हो गए। बताया जा रहा है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने वैक्यूम ब्रेक लगाया था, जिसके कारण यह घटना हुई।

असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा
हालांकि, रेलवे की तत्परता और समय पर कार्रवाई से किसी भी यात्री को कोई चोट नहीं पहुंची। फिलहाल डिरेल हुई बोगियों और इंजन को ट्रेन से अलग कर प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर खड़ा कर दिया गया। एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन – ART की मदद से रेलगाड़ी को ठीक कर 3:55 बजे दरभंगा के लिए रवाना कर दिया गया। हालांकि, इस घटना के कारण दो ट्रेनें प्रभावित हुईं जिसमें गोरखपुर कैंट-नरकटियागंज पैसेंजर (05498) पांच घंटे विलंब से चल रही है तो वहीं नरकटियागंज-गोरखपुर (05450) लगभग 10 घंटे की देरी से चल रही है। अन्य ट्रेनें रात के समय संचालित नहीं थीं, जिससे यात्रियों को अधिक असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा।
आवाजाही को नियंत्रित किया जा रहा
स्टेशन अधीक्षक यदुनाथ महतो ने बताया कि यात्रियों को सुरक्षित निकालने और ट्रेन को गंतव्य तक भेजने के लिए तुरंत कदम उठाए गए। रेलवे ट्रैक को मरम्मत कर सुबह तक यातायात सामान्य कर दिया गया है। ट्रेन के डिरेल होने के कारण भैरोगंज और हरिनगर स्टेशन के बीच डाउन लाइन पर यातायात बाधित हो गया है। हालांकि, अप लाइन पर ट्रेन की आवाजाही सामान्य रूप से जारी रखी गई। अधिकारियों का कहना है कि इस घटना की पूरी जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, अपलाइन के जरिए गाड़ियों की आवाजाही को नियंत्रित किया जा रहा है।

करहल हत्याकांड: युवती को शराब पिलाई, फिर नोंचा जिस्म… परिजन ने बताया क्यों हुआ बेटी का कत्ल

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मैनपुरी में करहल उपचुनाव के दौरान दलित युवती की हत्या से सनसनी फैली हुई है। परिजनों का आरोप है कि बेटी भाजपा को वोट देना चाहती थी, इसलिए उसकी हत्या कर दी गई।
करहल उपचुनाव मतदान के दौरान अनुसूचित जाति की युवती की हत्या कर दी गई। परिजनों का आरोप है कि सपा को वोट न देने पर उसकी जान ले ली गई। पहले शराब पिलाई, फिर उसके साथ दरिंदगी की गई। इसके बाद बेरहमी  से युवती का कत्ल कर दिया गया।
मैनपुरी के कस्बा करहल के मोहल्ला जाटवान निवासी युवती की हत्या से पहले आरोपी ने उसे अपने घर में बने कार्यालय में ले जाकर शराब पिलाई। इसके बाद घटना को अंजाम दिया। इस दौरान मृतका की चप्पलें वहां पर छूट गई।
नशे में धुत आरोपी ने चप्पलें घर से बाहर फेंकने को लेकर पत्नी को फोन भी किया। इसका ऑडियो भी मृतका के परिजन के पास मौजूद है। पुलिस सभी तथ्यों पर गहनता से जांच कर कार्रवाई की बात कह रही है।

बेबाकी से अपनी बात रखती थी युवती
थाना क्षेत्र के मोहल्ला जाटवान निवासी युवती परिवार व किसी अन्य के सामने अपनी बात बेबाकी से रखती थी। पहनावा भी लड़कों की तरह ही था। माता पिता भी उसे बेटे से कम नहीं मानते थे। कुछ समय पहले तक वह परिवार के साथ एक टूटे हुए घर में गुजर बसर कर रही थी।

कुछ समय पहले ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनने के बाद वह काफी खुश थी। आरोपी प्रशांत मंगलवार को बाइक लेकर आया और उसे बैठाकर साथ ले गया। वह अपने घर में बने कार्यालय में जाकर खुद शराब पी और युवती को भी पिलाई।
पिता का आरोप-दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की
मृतका के पिता का आरोप है कि आरोपी ने उसमें कुछ नशीला पदार्थ मिला दिया, इसके बाद दुष्कर्म कर उसकी हत्या की। तलाश के दौरान रात को जब वह आरोपी के घर पहुंचे तो उसके कार्यालय में युवती की चप्पले पड़ी थीं। आरोपी से जब इस बारे में पूछा तो वह भागने लगा। उसने फोन कर पत्नी से कहा कि चप्पलें उठाकर घर के पीछे फेंक दो। बातचीत का ऑडियो भी परिजन के पास मौजूद है। ऑडियो से एक बात तो साफ होती है कि परिजन के आरोप सही हैं और युवती मंगलवार को गिरफ्तार आरोपी प्रशांत के साथ थी। परिजन आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग कर रहे हैं।
मृतका की मां हो गई बदहवास
पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद मृतका के परिजन व रिश्तेदार थे। पिता की आंखों से जहां आंसू बह रहे थे। वहीं मां बदहवास अलग ही रोए जा रही थी। चीख-चीख कर बेटी का नाम पुकार रही थी। वह कह रही थी कि अगर पुलिस समय पर बेटी को खोजती तो जान बच जाती। पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। बेटी के गम में रोए जा रही मां को एक महिला संभालने के प्रयास कर रही थी।

मुखिया की हत्या से सनसनी; कार से घर लौटते वक्त पहले गाड़ी का शीशा तोड़ा गया, फिर गोलियों से भून डाला

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सीतामढ़ी में कचोर पंचायत के मरपा से मुखिया मधुरेन्द्र कुमार उर्फ मुन्ना मिश्रा की हत्या कर दी गई। वह अपनी पत्नी के साथ घर लौट रहे थे। इसी दौरान अपराधियों ने ओवरटेक कर गाड़ी रोकी। फिर ईंट फेंककर मुखिया की गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। इसके बाद गोलियों से मुखिया को भून डाला। चौंकानी वाली बात यह है कि अपराधियों ने केवल मुखिया को ही अपना निशाना बनाया। बगल की सीट पर बैठी मुखिया की पत्नी और पीछे की सीट पर बैठे कुत्ते को छोड़ दिया। गोली लगने के बाद मुखिया की पत्नी ने घर पर फोन कर बेटी को गोली लगने की सूचना दी। जिसके बाद परिजन व समर्थक अस्पताल पहुंचे और आक्रोश जताने लगे।

हत्या के कारणों का पता लगाने में जुटी पुलिस
अस्पताल में समर्थकों की भीड़ जुट गयी। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। आननफानन में मुखिया को अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना रीगा थाना क्षेत्र के रामनगर हरिहरपुर के समीप की है। बताया जा रहा है कि मुखिया पर एक दर्जन से अधिक गोलियां बरसाई है। हालांकि अबतक घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। आक्रोशित लोगों को देखते एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर जुटी रही।
अपराधियों की तलाश में छापेमारी चल रही है
स्थानीय लोगों का कहना है कि मृतक मुन्ना मिश्रा विगत दो टर्म से कचोर पंचायत के मुखिया पद पर जीतते आए है। उनको एक बेटा व एक बेटी है। बड़े भाई की भी मौत इसी वर्ष बीमारी से हो गयी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ पूर्व का विवाद चल रहा था। मामले को लेकर सदर एसडीपीओ राकृष्ण ने बताया कि मुखिया सीतामढ़ी स्थित अपने आवास पर जा रहे थे। इसी दौरान रीगा थाना क्षेत्र के हरिहरपुर के समीप अपराधियों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। इसमें मुखिया की मौत हो गयी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। किसने और क्यों हत्या की? इसकी जांच चल रही है। कुछ लोगों से पूछताछ चल रही है। अपराधियों की तलाश में छापेमारी चल रही है।

इटावा : मुकेश की प्रेमिका का चौंकाने वाला कबूलनामा…बताया कत्ल वाली रात का सच; कोर्ट भी पहुंची थी वो

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इटावा शहर के मोहल्ला लालपुरा में पत्नी और तीन बच्चों की हत्या में जेल गए आरोपी मुकेश की माशूका को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पड़ताल में पता चला है कि 10 नवंबर की रात दो बजे से स्वाती मुकेश से फोन पर बात कर रही थी। 11 नवंबर की सुबह अपने छोटे बेटे डुग्गू के साथ शताब्दी ट्रेन से इटावा पहुंची, साढ़े आठ बजे मुकेश स्कूटी से उसे स्टेशन से लेने पहुंचा था। वहां से स्वाती को वह रोडवेज बस स्टैंड ले गया और कानपुर की बस में छोड़ आया था। 

मुकेश के गिरफ्तारी के बाद महिला दूसरे दिन कोर्ट में उससे मिलने पहुंची थी, लेकिन पुलिस को इस बात की भनक नहीं लग पाई थी। इसके बाद महिला अपना मोबाइल बंद करके कानपुर चली गई थी।

Etawah Mass Murder Case Swati was in contact with Mukesh on phone since 2 oclock on night of incident

पुलिस पूछताछ में स्वाती ने बताया कि 11 नवंबर को एकादशी पर मुकेश के साथ खाटू श्याम जाने का प्लान था। मुकेश ने शताब्दी ट्रेन से उसका इटावा का टिकट कराया था। मुकेश स्टेशन पर उसे स्कूटी से लेने पहुंचा था। वहां से उसे रोडवेज बस स्टैंड ले गया और कानपुर जाने वाली बस में बैठा दिया था।

रात में जब उसे पत्नी रेखा वर्मा, बेटी भव्या, काव्या और बेटे अभीष्ट उर्फ आदि की हत्या की बात पता चली। 12 नवंबर को कानपुर से टैक्सी बुक करके मुकेश से मिलने के लिए कोर्ट पहुंची थी। काफी देर तक इंतजार करने के बाद जब मुकेश कोर्ट पहुंचा तो उससे बात करने का प्रयास किया। लेकिन, मुकेश ने उसको न पहचानने का ढोंग किया। इसके बाद स्वाती वहां से वापस कानपुर चली गई और मोबाइल बंद कर लिया।

Etawah Mass Murder Case Swati was in contact with Mukesh on phone since 2 oclock on night of incident

वारदात के बाद मुकेश ने पुलिस को आत्महत्या की झूठी कहानी सुनाई, पुलिस उसी कहानी पर जांच कर रही थी। इसी कारण कोर्ट में पुलिस महिला की कहानी नहीं जान पाई थी। अमर उजाला की पड़ताल के बाद कोर्ट में मुकेश से मिलने पहुंची महिला की खबर 18 नवंबर को प्रकाशित हुई थी। इससे पहले 15 नवंबर को छपी खबर से भी महिला के साथ ऐश करने की पुष्टि हो गई। खबर छपने के बाद पुलिस ने महिला की तलाश तेज कर दी थी। बुधवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
Etawah Mass Murder Case Swati was in contact with Mukesh on phone since 2 oclock on night of incident
मुकेश की माशूका गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के इटावा में पत्नी, दो बेटियों और बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने हत्यारोपी मुकेश की माशूका बुधवार दोपहर करीब एक बजे को गिरफ्तार कर लिया। स्वाती कोर्ट में किसी अधिवक्ता से चोरी छिपे मिलने पहुंची थी। सूचना पर पुलिस ने सिविल लाइन थाना क्षेत्र के आंबेडकर चौराहा पुल के नीचे से उसे गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई के बाद उसे जेल भेज दिया गया।
Etawah Mass Murder Case Swati was in contact with Mukesh on phone since 2 oclock on night of incident

हत्यारोपी मुकेश ने महिला को कानपुर में सराफा की दुकान खुलवाई थी, और उसी के साथ ज्यादा समय गुजारने लगा था। मुकेश के परिवार ने इस बात का विरोध किया, तो उसने अपनी पत्नी व दो बेटियों और बेटे की हत्या कर दी थी। उसके बाद उसने आत्महत्या की साजिश रची, लेकिन उसका झूठ पकड़ा गया और पूरे मामले का खुलासा हो गया।

अलीगढ़ में यमुना एक्सप्रेसवे पर बड़ा सड़क हादसा, ट्रक और डबल डेकर बस की टक्कर; पांच की मौत

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उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले बड़ा सड़क हादसा हुआ है। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है, जबकि 15 से अधिक घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी है।
जानकारी के अनुसार, अलीगढ़ के टप्पल थाना इलाके में यमुना एक्सप्रेसवे पर बुधवार देर रात करीब एक बजे ट्रक और डबल डेकर बस की टक्कर हो गई। हादसे में पांच यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 15 यात्री घायल हो गए।
जानकारी मिली है कि प्रतापगढ़ के कृष्णा ट्रैवल्स की डबल डेकर बस दिल्ली से आजमगढ़ और मऊ के लिए जा रही थी। जैसे ही बस यमुना एक्सप्रेसवे पर पर 56 नंबर प्वाइंट पर पहुंची तो एक ट्रक में पीछे से जा घुसी।
एक साइड से बस के परखच्चे उड़ गए। इस हादसे में पांच यात्रियों की मौत हो गई। जबकि 15 यात्री घायल हो गए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में जान गंवाने वालों में पारुल(25), उसका पांच माह का बेटा आरोह, प्रतापगढ़ के हसमुख सरोज और दो अज्ञात शामिल हैं। मृतकों में एक महिला, तीन पुरुष और एक मासूम बच्चा हैं।
बताया जा रहा है कि एक्सप्रेस-वे पर बस तेज गति से चल रही थी। अचानक ड्राइवर बस से नियंत्रण खो बैठा। ट्रक में टक्कर लगने के बाद बस का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसा होते ही चीख-पुकार मच गई। हादसे के बाद बस में फंसे लोगों को खिड़कियां तोड़कर बाहर निकाला गया।
जिस समय हादसा हुआ, उस वक्त सभी यात्री गहरी नींद में थे। अचानक एक जोरदार झटका लगा। आगे की सीटों पर बैठे लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हालांकि पीछे बैठे लोगों की चोट आई। बस यात्रियों से भरी हुई थी। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने लोगों के साथ मिलकर क्षतिग्रस्त बस में फंसे यात्रियों को निकाला।

देश के 76 फीसदी से ज्यादा शहरों में प्रदूषण से हालत खराब, महज चार फीसदी शहरों में ही स्थिति अच्छी

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देश में बढ़ता प्रदूषण का थमने का नाम ही नहीं ले रहा। देश के 76 फीसदी से ज्यादा शहरों में प्रदूषण से हालात चिंताजनक बने हुए हैं। वहीं महज 4 फीसदी शहरों में हवा साफ है। इन दिनों भारत के कई शहरों में प्रदूषित जहरीली हवा में सांस लेना एक पैकेट सिगरेट पीने के बराबर है।

एक तरह से वायु प्रदूषण तंबाकू से भी ज्यादा खतरनाक होता है। एक अंतरराष्ट्रीय एक्यूआई निगरानी एजेंसी आईक्यूएयर ने वर्ष 2023 में दिल्ली को सबसे प्रदूषित राजधानी के तौर पर चिह्नित किया था। अमेरिकन शहर बर्कले के शोधकर्ता रिचर्ड ए. मिलर और एलिजाबेथ मिलर ने वायु प्रदूषण को सिगरेट के धुएं से तुलना करने के लिए ऑनलाइन कैलकुलेटर बनाया है। उनके अनुसार अगर कोई व्यक्ति 64  वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लेवल पर 24 घंटे तक सांस ले रहा है तो यह दिन भर में एक सिगरेट पीने जैसा है। कुछ भारतीय शहरों में सांस लेना इन दिनों एक दिन में एक पैकेट से ज्यादा सिगरेट पीने के बराबर है। राजधानी दिल्ली की जहरीली हवा में प्रदूषण एक दिन में 49 सिगरेट पीने जैसा है। जयपुर की हवा में सांस लेने वाले लोग 10.9 सिगरेट व भोपाल की हवा 10.6 सिगरेट के बराबर जहरीली है। इसी तरह लखनऊ में 12.4, पटना में14.1, कोलकाता में  9.2, भुवनेश्वर में 6.7 और चेन्नई में हवा 12.1 सिगरेट के बराबर जहरीली है।
बच्चों के लिए हालात बेहद चिंताजनक
देश के व्यस्त शहरों में  मौजूद वायु प्रदूषण बच्चों के स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल रहा है। इससे न केवल बच्चों का विकास अवरुद्ध होता है बल्कि बेहद खराब परिस्थितियों में यह जन्मे और अजन्मे बच्चों की असमय मृत्यु की वजह तक बन सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वायु प्रदूषण के संपर्क में आने वाली गर्भवती महिलाओं को कई तरह के खतरों का सामना करना पड़ सकता है। इसकी वजह से जहां जन्म के समय कम वजन और समय से पहले प्रसव जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
धूम्रपान के मुकाबले बेहद कठिन है वायु प्रदूषकों का विश्लेषण
शोधकर्ताओं के अनुसार धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह तथ्य इस नशे की लत, कैंसर पैदा करने वाले उत्पाद के खिलाफ दशकों से चले आ रहे व्यापक अभियान के माध्यम से लोगों के दिमाग में बैठ गया है। लेकिन दूसरी ओर वायु प्रदूषण के स्वास्थ्य प्रभावों की व्याख्या करना और इनके प्रदूषकों की जटिल प्रकृति को देखते हुए इनका विश्लेषण करना बहुत अधिक कठिन है। इस समस्या से निपटने के लिए भौतिक विज्ञानी रिचर्ड मुलर और उनकी बेटी एलिज़ाबेथ मुलर ने एक अभिनव दृष्टिकोण पेश किया। उन्होंने परिवेशी वायु प्रदूषण के स्वास्थ्य प्रभावों की तुलना सिगरेट से होने वाले नुकसानों से की । व्यापक शोध के माध्यम से बर्कले अर्थ के वैज्ञानिक प्राथमिक प्रदूषक महीन कण पदार्थ (पीएम2.5) को सिगरेट के बराबर बदलने के एक मोटे मूल्य पर पहुंचे।
भारत में तंबाकू से हर साल 10 लाख व प्रदूषण से होती हैं 12.4 लाख मौतें 
 वायु प्रदूषण के कारण भारत में हर साल 12.4 लाख लोगों की असमय मौत होती है। दूसरी ओर तम्बाकू के कारण हर साल 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होती है। दोनों मिलकर देश में होने वाली कुल मौतों में से 20 फीसदी से ज्यादा के लिए जिम्मेदार हैं। बर्कले अर्थ द्वारा प्रस्तावित रूपांतरण विधि और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वायु प्रदूषण डेटा  का उपयोग करते हुए द वेदर चैनल इंडिया ने भारत के दस महानगरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, हैदराबाद इंदौर, जयपुर और पुणे के वातावरण का विश्लेषण किया।
शारीरिक संरचना पर प्रभाव और भी हानिकारक
वायु प्रदूषण की वजह से बच्चों की शारीरिक संरचना पर पड़ने वाले प्रभाव और भी अधिक हानिकारक हैं।  जर्नल ऑफ एनवायर्नमेंटल इकोनॉमिक्स एंड मैनेजमेंट में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार वायु प्रदूषण बच्चों न केवल बच्चों के विकास पर न सिर्फ नकारात्मक असर डालता है बल्कि उनकी शारीरिक संरचना को भी बदल देता है। गर्भावस्था और बचपन के दौरान प्रदूषण के महीन कणों जैसे पीएम 2.5 और नाइट्रोजन ऑक्साइ के संपर्क में आने से मस्तिष्क के श्वेत पदार्थ की संरचना में बदलाव आता है। जीवन के शुरूआती वर्षों में प्रदूषकों के संपर्क में आने से दिमाग के भीतर मौजूद श्वेत पदार्थ पर स्थायी प्रभाव पड़ सकता है।
हवा में मौजूद हैं हानिकारक कण
वार्षिक औसत पीएम2.5 के आधार पर भारतीय महानगरों के लिए सिगरेट के समतुल्य दिल्ली का वार्षिक औसत पीएम 2.5 के साथ-साथ अधिकतम 24 घंटे के पीएम 2.5 के मामले में सबसे प्रदूषित महानगर था। वार्षिक औसत प्रदूषण के मामले में लखनऊ और कोलकाता दिल्ली  के ठीक बाद हैं। मुंबई और चेन्नई सबसे कम प्रदूषित महानगर बने रहे क्योंकि तटीय समुद्री हवा प्रदूषकों को फैलाने में मदद करती है। दिल्ली एनसीआर और देश के बड़े भाग में इस समय धुंध नहीं बल्कि, हवा में मौजूद धूल के कण हैं। वो धूल जो कभी कंस्ट्रक्शन की वजह से, कभी पोल्यूशन की वजह से, कभी पराली की वजह से लगातार बढ़ रही है। जब हम सांस लेते हैं तो यही कण हमारी सांस की नली में पहुंचकर शरीर को भारी नुकसान पहुंचाते हैं।
घट रही है जीवन प्रत्याशा
एक रिपोर्ट के मुताबिक 130 करोड़ भारतीय आज ऐसी हवा में सांस ले रहे हैं, जहां प्रदूषण का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी दिशानिर्देशों से कहीं ज्यादा है। ऐसे में यदि हर भारतीय साफ हवा में सांस ले तो उससे जीवन के औसतन 5.3 साल बढ़ सकते हैं। इसका सबसे ज्यादा फायदा दिल्ली-एनसीआर में देखने को मिलेगा।