7 भारत न्यूज डेस्क: सचिन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिए लगभग 10 साल हो चुके हैं। अपने 24 साल के करियर में उन्होंने देश को कई सुनहरी यादें दी हैं। यहां हम उन्हीं के बारे में बता रहे हैं।
दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपने जमाने में बड़े-बड़े गेंदबाजों को बौना साबित किया था। अपनी बल्लेबाजी का जादू उन्होंने इस कदर बिखेरा कि लोगों ने उन्हें क्रिकेट के भगवान का दर्जा भी दे दिया। लेकिन मुंबई के इस बल्लेबाज ने अपने जीवन को जिस सादगी और सम्मान के साथ अभी तक जिया है वो दूसरों के लिए प्रेरणा है। वह सोमवार को अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं, लेकिन उन्होंने अपने जीवन के 24 साल तो देश की सेवा में दिए। उन्होंने 24 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिए हुए भी उन्हें करीब 10 साल हो जाएंगे। सचिन के 50वें जन्मदिन को लेकर उनके परिवार, जीवन और कॅरिअर से जुड़ी खास यादों पर एक नजर।
ए (अंजलि, अर्जुन, अजित) : सचिन कई बार बोल चुके हैं कि पत्नी अंजलि उनकी जिंदगी की सबसे अच्छी साझेदार हैं। उनके बेटे अर्जुन सचिन की विरासत को क्रिकेट पिच पर आगे बढ़ा रहे हैं। लेकिन उनके भाई अजित ही थे जिन्होंने सचिन को इस खेल में आगे लेकर आए और लोगों ने उनकी बल्लेबाजी का आनंद लिया।
बी (ब्रिस्टल) : यह स्थान सचिन के साथ भावनात्मक तौर से जुड़ा है। उनके पिता प्रोफेसर रमेश तेंदुलकर का निधन हो गया था और घर पर चार दिन बिताने के बाद वह टीम के साथ जुड़े और 1999 विश्वकप में केन्या के खिलाफ नाबाद 140 रन की पारी खेली थी। उन्होंने यह पारी अपने पिता को समर्पित की थी।
सी (सेंचुरियन) : दक्षिण अफ्रीका का यह वह स्थान है जहां सचिन ने शायद अपनी सबसे बड़ी वनडे पारियों में से एक 2003 विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ 98 रन बनाए थे। तेज गेंदबाज शोएब अख्तर की गेंद पर ओवर प्वाइंट पर लगाया गया छक्का अभी भी को प्रशंसकों के दिमाग में है।
डी ( द डॉन) : सर डॉन ब्रैडमैन की बल्लेबाजी औसत 99.94 है और वह इसे महान बल्लेबाज बने हुए हैं। लेकिन जब ब्रैडमैन ने कहा कि सचिन की बल्लेबाजी शैली उनकी जैसी है, तो क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज पर बहस वहीं समाप्त हो गई थी।
ई (ईडन गार्डन्स) : सचिन के पसंदीदा स्टेडियमों में से एक इस स्टेडियम में उन्होंने 199वां टेस्ट मैच खेला था।
एफ (फरारी) : यह सचिन की पसंदीदा कार और फॉर्मूला टीम भी है। जब उन्होंने सर डॉन ब्रैडमैन के 29 टेस्ट की बराबरी की थी तब 2002 में कंपनी ने उन्हें यह कार उन्हें दी थी।
जी (गुजरांवाला) : उन्होंने अपने वनडे कॅरिअर का समापन 49 शतकों के साथ किया, लेकिन उनके 463 मैचों में से पहला इस पाकिस्तानी शहर में खेला गया था।
एच (हैरिस शील्ड) : यह मुंबई का प्रसिद्ध इंटर-स्कूल क्रिकेट टूर्नामेंट हैं उन्होंने विनोद कांबली के साथ 664 रनों की साझेदारी की थी । इसके बाद विश्व को सचिन के बारे में पता चला।
आई (इंजमाम उल हक) : पाकिस्तान के पूर्व कप्तान के बेटे इब्तिसाम सचिन के बड़े प्रशंसक थे। 2004 में भारत के दौरान के दौरान इंजमाम अपने बेटे को लेकर टीम इंडिया के अभ्यास सत्र में सचिन से मिलवाने के लिए लेकर आ गए थे।
जे (जॉन मैकेनरो) : वह अमेरिका के पूर्व टेनिस खिलाड़ी जॉन मैकनरो के बड़े प्रशंसक थे।
के (कांबली) : सचिन के बचपन के दोस्त कांबली के साथ घरेलू क्रिकेट में कई मैच एक साथ खेले थे।
एल (ब्रायन लारा) : दोनों में बड़ा क्रिकेटर कौन है, इस पर बहस खत्म नहीं होगी। लेकिन दोनों जब भी मिलते हैं तो कभी नहीं लगा कि उनके बीच में कोई प्रतिद्वंद्विता है।
एम (मैक्ग्रा) : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा और तेंदुलकर के बीच गेंद और बल्ले का रोमांच हमेशा देखने में रोचक रहा है।
एन (नरसिंह) : वेस्टइंडीज के इस गेंदबाज का अंतरराष्ट्रीय कॅरिअर लंबा नहीं है, लेकिन उन्होंने सचिन को उन्होंने आखिरी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टेस्ट मैच में आउट करने वाले वह गेंदबाज थे।
ओ (ओल्ड ट्रैफर्ड) : यह वह मैदान है जहां उन्होंने अपने 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों में से पहला शतक बनाया था।
पी (पेशावर) : यह वह स्थान था जहां सचिन ने एक प्रदर्शन मैच में 18 गेंदों पर 53 रन बनाए थे।
क्यू (कादिर) : पाकिस्तान के इस गेंदबाज ने सचिन को एक बार कहा था कि किसी बच्चे गेंदबाज की धुनाई क्यों करते हो, हमे मारकर दिखाओ। फिर सचिन ने कादिर के एक ओवर में 28 रन बनाए थे।
आर (राहुल द्रविड़) : सचिन और राहुल द्रविड़ की टेस्ट में सबसे सफल जोड़ी मानी जाती है। उनके बीच 20 से अधिक शतकीय की है और 6,920 रन जोड़े हैं।
एस (शिवाजी पार्क जिमखाना) : कोच रमाकांत आचरेकर की देखरेख में सचिन ने इस मैदान पर इस खेल के गुर सीख
टी (टोरंटो) : यहीं पर सचिन को पाकिस्तान के खिलाफ 89 गेंदों में नाबाद 89 रन बनाने के बाद कप्तान के रूप में अपना पहला ‘मैन ऑफ द मैच’ पुरस्कार मिला।
यू (यू2) : वह अंग्रेजी गानों में विश्व प्रसिद्ध आयरिश रॉक बैंड यू2 के बड़े प्रशंसक हैं। उनका पसंदीदा यू2 गाना “व्हेयर स्ट्रीट्स हैव नो नेम” है।
वी (विराट कोहली) : तेंदुलकर ने जब संन्यास लिया था तब विराट कोहली ने अपनी चेन तेंदुलकर को उपहार में दी। यह चेन कोहली के पिता की स्मृति थी। कोहली ने वानखेड़े ड्रेसिंग रूम में सचिन के लिए “तुझ में रब दिखता है” गाना गाया था।
डब्ल्यू (विंबलडन) : टेनिस का यह वह ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट है जहां सचिन मैच देखने जाते हैं।
एक्स (सेंट जेवियर्स स्कूल) : इस स्कूल के खिलाफ ही सचिन और कांबली की जोड़ी ने शारदाश्रम विद्यामंदिर के लिए खेलते हुए हैरिस शील्ड में 664 रन बनाए थे।
वाई (यॉर्कशायर) : इंग्लिश काउंटी की यॉर्कशायर टीम नस्लवाद के कई आरोपों के बीच रही है, लेकिन 1990 में उन्होंने सचिन का स्वागत किया और इस क्लब से जुड़ने वाले वह पहले विदेशी खिलाड़ी थे।
जेड (जिम्बाब्वे ) : जिम्बाब्वे के गेंदबाज हेनरी ओलोंगा ने तेंदुलकर को एक बाउंसर से शारजाह में 1998 चैंपियंस ट्रॉफी के एक लीग मैच में आउट किया था।