लखनऊ डेस्क:04 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है। देवों के देव महादेव को समर्पित होने की वजह से इस माह को बेहद पवित्र माना गया है। वैसे तो सावन में हर दिन शिव जी की पूजा आराधना की जाती है, लेकिन इस माह में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि का अलग ही महत्व है। पंचांग के अनुसार साल में 12 शिवरात्रि होती हैं, लेकिन इनमें से दो शिवरात्रि का खास महत्व होता है। सबसे प्रमुख फाल्गुन मास की शिवरात्रि मानी जाती है, जिसे महाशिवरात्रि कहा जाता है। इसके अलावा दूसरी महत्वपूर्ण शिवरात्रि सावन माह की मानी जाती है। इस दिन विधि-विधान से शिव जी की पूजा की जाती है। इस साल अधिक मास होने की वजह से सावन में दो मासिक शिवरात्रि हैं। पहली मासिक शिवरात्रि 15 जुलाई को है। ऐसे में चलिए जानते हैं मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि और महत्व…
सावन मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त
प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। सावन माह की चतुर्दशी 15 जुलाई को संध्याकाल 8 बजकर 32 मिनट से शुरू हो रही है। अगले दिन 16 जुलाई को रात 10 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी।