हर साल फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है और चैत्र प्रतिपदा को होली खेली जाती है. इस बार होलिका दहन 24 मार्च के दिन किया जाएगा. शास्त्रों में इस दिन का विशेष महत्व बताया गया है. धार्मिक मान्यता के अनुसार होलिका दहन से सभी नकारात्मक शक्तियां नष्ट हो जाती हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. ऐसी मान्यता है कि होलिका दहन के दिन कुछ उपाय करने से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है. जानें इस दिन किन शुभ कार्यों को करना शुभ माना गया है.
हिंदू पंचांग के अनुसार 24 मार्च की रात 11 बजकर 15 बजे शुरू होगा और 25 मार्च की रात 12 बजकर 23 बजे तक चलेगा.
होलिका दहन के समय क्या करें
होलिका दहन से पहला एक पान का पत्ता लें और दहन के समय अग्नि की 7 परिक्रमा करें. परिक्रमा पूरी होने के बाद मां लक्ष्मी का ध्यान करें और पान के पत्ते को होलिक में अर्पित कर दें. ऐसा करने से व्यक्ति की आर्थिक परेशानियां दूर हो जाएंगी और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी.
होली के दिन जिस दिन रंग-गुलाल खेला जाता है उस दिन सुबह-सुबह बर्तन में हल्दी घोल लें या पीले रं का गुलाल मुख्य दरवाजे के दोनों कोनों पर छिड़क दें. इस उपाय को करे से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और व्यक्ति को धन की कमी नहीं होती.
होलिका दहन के अगले दिन सबसे पहले उठकर स्नान करें. स्वच्छ हो जाएं और अपने ईष्ट देवता की पूजा करें. इसके साथ ही उन्हें गुलाल लगाएं. इस उपाय को करने से ग्रह दोष और वास्तु दोष दूर होते हैं और घर में शांति आती है.
होलिका दहन के समय गेंहू, जौ और चने की बालिया पवित्र अग्नि में समर्पित करने से घर में समृद्धि आती है.
विद्यार्थियों को होलिका दहन की अग्नि में कुछ चीजों को अर्पित करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है.
होलिका दहन के दिन सुबह के समय पहले गाय के चरणों में गुलाल अर्पित करें. और मां का आशीर्वाद लें और सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद लें. इसके बाद गाय को हरा चारा, रोटी, गुड़ आदि खिलाएं, इससे घर में सुख-सुखद्धि आएगी.