अयोध्य : अयोध्या में इस बार दीवाली खास और भव्य होगी । जी दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी आज यानी रविवार को रामलला विरामजमान के सामने 5 दीये जलाएंगे । यह दीये ‘ पंचतत्व ‘ ( जल , आकाश , अग्नि , वायु , पृथ्वी ) के प्रतीक होंगे । वहीं इसके बाद प्रधानमंत्री निर्माणाधीन राम मंदिर के गर्भगृह के स्थान पर स्थापित ‘ धर्मध्वज ‘ के सामने भी दीया जलाएंगे । आप सभी को बता दें कि गर्भगृह में जो धर्मध्वज स्थापित किया गया है उसके सामने सुबह शाम पूजा होती है और उसके बाद कल यहां दीया जलाकर पीएम मोदी दीपोत्सव का आगाज करेंगे । ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि अयोध्या दीपोत्सव में प्रधानमंत्री शामिल होंगे और इसी के चलते रामभक्तों में काफी खुशी और उत्साह दिख रहा है । जी दरअसल दीपोत्सव के लिए राम की पैड़ी पर बन रहे मुख्य मंच पर प्रधानमंत्री मोदी , राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय पक्षी मोर के रूप में बने दीप को जलाकर समारोह का शुभारंभ करेंगे । कहा जा रहा है इस विशेष दीप को अवध विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों ने तैयार किया है । जी हाँ और इसको बनाने में वेस्ट मेटीरियल का उपयोग किया गया है ।
यह दीप दीपोत्सव में प्रज्वलित 17 लाख दीपों का नेतृत्व करेगा । आपको यह भी बता दें कि दीपोत्सव को लेकर श्रीरामजन्मभूमि और भगवान रामलला का जन्मस्थान इस बार सबसे अधिक सुंदर दिखेगा । इस दीपोत्सव के लिए श्री रामजन्मभूमि पर फूलों की विशेष सजावट की गई है और देसी के साथ विशेष विदेशी फूलों के साज सज्जा का काम किया गया है । दूसरी तरफ स्वयंसेवकों का कहना है कि यह अब तक का पहला भव्य दीपोत्सव है । 22000 से अधिक स्वयंसेवक घाटों पर दीयों के अंतिम डिजाइन और प्लेसमेंट की तैयारी कर रहे हैं । यहाँ सजावट के लिए बाहर से आए कारीगर लगातार काम कर रहे हैं । इसके आलावा रंगोली के लिए 6 कुंतल फूल सफेद , नीले , पीले , बैंगनी व हरी पत्ती के फूल खासतौर पर सजावट के लिए इस्तेमाल किए गए हैं । राम मंदिर की सजावट के लिए 40 कुंतल गेंदा , जरबेरा फूलों के 2 हजार बंडल इस्तेमाल हुए हैं । इसके अलावा आर्किड , लिली , डेनिम , कार्नेसन जैसे फूलों की प्रजातियां कोलकाता , बेंगलुरु से मंगवाई गई हैं ।
लखनऊ डेस्क सह-सम्पादक प्रीती शुक्ला