नेशनल डेस्कः छोटे-छोटे शहरों कस्बों और गांवों से निकले छात्र आज देश में बड़ा नाम कमा रहे हैं। कोई रिक्शे वाले की बेटी सीए में पास होती है, तो कोई दूर-सदूर बुलंदशहर के एक छोटे से गांव में झोपड़-पट्टी में रहने वाला लड़का यूपीएससी का एग्जाम क्लियर करता है। ऐसी प्रेरणादायक कहानियां ना केवल छोटे शहरों से आने वाले युवाओं का मनोबल ऊंचा करती हैं, बल्कि ये भी बताती हैं कि परिस्थिति कैसी भी हो। हालात कैसे भी हों। उनसे लड़कर बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है।
ऐसा ही एक दिल छू लेने वाला वीडियो इन दिनो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल हो रहे इस वीडयो में एक लड़की के छलकते आंसू उसकी मेहतन की गाथा बयां कर रहे हैं। हाल ही में मेहनत की एक ऐसी ही कहानी लोगों का ध्यान खींच रही है, जिसके बारे में जानकर आपकी भी आंखें नम हो जाएंगी। वीडियो में आप देखेंगे कि, कैसे बेटी को सीए बनते देखकर एक पिता किस कदर इमोशनल हो उठता है। यही वजह है कि सोशल मीडिया पर यह वीडियो इतना देखा और शेयर किया जा रहा है।
चाय बेचकर बिटिया को पढ़ाया
जहां हाल ही में कुछ दिनों पहले घर-घर सिलिंडर पहुंचाने वाले गगन ने आईआईटी परीक्षा में सफल होकर इस बात को सच कर दिखाया। वहीं अब दिल्ली में एक चाय बेचने वाले शख्श की बेटी अमिता प्रजापति ने सीए की परीक्षा में सफलता का परचम लहराया है, जिनकी कहानी इन दिनों हर किसी के आंखों में आंसू ला रही है।
बता दें कि हाल ही में ‘इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया’ के रिजल्ट में अमिता प्रजापति ने सफलता हासिल की है। आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के बाद भी पिता ने कड़ी मेहनत कर बेटी को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और आखिरकार 10 सालों के बाद बेटी की मेहनत रंग लाई। वायरल हो रहे इस पोस्ट पर यूजर्स जहां अमिता को बधाई दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पिता के जज्बे को सलाम भी कर रहे हैं।
पिता को गले लगाकर फूट-फूटकर रोई बेटी
वीडियो में देखा जा सकता है कि पिता को अपनी सफलता के बारे में बताते हुए अमिता खुशी से रो पड़ीं। पिता और बेटी का इमोशनल करता यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन प्रोफाइल पर यह वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें बेटी पिता को गले लगाकर खुशी के आंसू बहाते नजर आ रही है। वीडियो के साथ ही काफी लंबा पोस्ट भी शेयर किया गया है।
पोस्ट में लिखा गया है कि, ‘लोग कहते थे कि तुम चाय बेचकर उसे पढ़ा नहीं सकते हो। पैसे बचाओ और घर बनाओ। कब तक फुटपाथ पर जवान बेटियों के साथ रहोगे। एक दिन वो छोड़कर चली जाएगी और तुम्हारे पास नहीं कुछ बचेगा। हां मैं झुग्गी में रहती हूं, लेकिन मुझे कोई शर्म नहीं है।’ पोस्ट में आगे उन्होंने लिखा है कि, ‘आज मैं जो कुछ भी अपने पिता और मम्मी की वजह से हूं। उन्होंने मुझ पर हमेशा भरोसा रखा और कभी नहीं सोचा कि एक दिन मैं उन्हें छोड़कर चली जाऊंगी, बल्कि उन्होंने अपनी बेटी को पढ़ाने लिखाने पर ध्यान दिया।