पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर में स्थानीय लोगों द्वारा कथित तौर पर बंधक बनाए गए ओडिशा के 300 से अधिक लोग बुधवार को सुरक्षित घर लौट आए। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) संजय कुमार ने बुधवार को बताया कि पुलिस के हस्तक्षेप से सभी लोगों को बचा लिया गया और वे सुरक्षित ओडिशा पहुंच गए। उन्होंने पुष्टि की कि समूह को ले जाने वाली बसों ने उन्हें मंगलवार शाम को ओडिशा-बंगाल सीमा पर लक्ष्मणनाथ गेट पर छोड़ दिया।इससे पहले 10 अगस्त को ओडिशा में पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूरों पर बांग्लादेशी नागरिक होने के संदेह में कथित तौर पर हमला किया गया था। बालासोर और मयूरभंज जिलों के 34 लोग एक स्थानीय चिकित्सक से इलाज के लिए केशपुर के खरिका गांव गए थे। उन्होंने दावा किया कि वापस लौटते समय कथित तौर पर भीड़ ने उन पर हमला किया, जिससे उनके वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए और उन्हें बंधक भी बनाया गया। पश्चिम बंगाल में ओडिशा के 300 लोगों को बंधक बनाया जाना इस घटना का नतीजा माना जा रहा है।
ओडिशा के लिए कांग्रेस ने गठित की 14 सदस्यीय संचालन समिति
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने बुधवार को पूर्ण प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुपस्थिति में ओडिशा के लिए एक संचालन समिति के गठन की घोषणा की। एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल के अनुसार, संचालन समिति में 14 सदस्य होंगे और ओडिशा के लिए एआईसीसी प्रभारी अजय कुमार इसके अध्यक्ष होंगे।
समिति के अन्य सदस्यों में पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना, कांग्रेस विधायक दल के नेता राम चंद्र कदम, ओपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष जयदेव जेना, कोरापुट के सांसद सप्तगिरी उलाका, वरिष्ठ नेता अशोक दास, पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरण दास, पूर्व सांसद अनंत प्रसाद सेठी, पूर्व विधायक मोकिम मोहम्मद, पूर्व विधायक देबासीस पटनायक, वरिष्ठ नेता विश्वरंजन मोहंती, पूर्व मंत्री बलभद्र माजी और वरिष्ठ नेता सष्मिता बेहरा और मो. शाहनवाज चौधरी शामिल हैं।