बिधूना। कस्बा में तहसील के पीछे रोडवेज बस स्टैंड तो है, लेकिन वहां पर सुविधाएं शून्य हैं। कर्मचारियों और यात्रियों की सुविधा के लिए बने कमरों में ताले लटक रहे हैं। ऐसे में यहां के यात्रियों को खुले में खड़े होकर बसों का इंतजार करना पड़ता है। वहीं कर्मचारियों को भी दिक्कतें होती हैं। यात्रियों को बस के आने व जाने की जानकारी नहीं मिल पाती है। वहां पहुंचने वाली बसों के चालक-परिचालकों को भी अक्सर परेशानी होती है।
दोपहर करीब साढ़े 12 बजे अमर उजाला की टीम रोडवेज बस स्टैंड पहुंची। तो वहां सभी कमरों और शौचालय में ताले लटकते मिले। परिसर में खड़ी दो बसों के चालक व परिचालक उसमें बैठे थे। एक बस के चालक आसिफ ने बताया सुबह 9ः30 बजे स्टेशन पर बस लाया था। उस समय भी यहां कमरों में ताले लगे थे और अभी भी लगे हैं। सुबह कर्मचारी परिसर की सफाई कर चला गया। चालक के बैठने के लिए कुर्सियां नहीं थी। पूछताछ कार्यालय में कोई तैनात नहीं मिला। स्टेशन प्रभारी के रूम में ताला लटकता मिला। विभागीय अधिकारी भले ही बस स्टेशन के बेहतर संचालन का दावा कर रहे हों, लेकिन हकीकत उससे अलग है। मौजूद चालक व परिचालकों ने बताया कि यहां तैनात कर्मचारी विनय का मोबाइल चोरी हो गया है। इस कारण उससे संपर्क करना भी मुश्किल होता है।