औरैया। कलक्ट्रेट में तैनात लिपिक को असलहा लाइसेंस बनवाने के नाम पर घूस लेना महंगा पड़ गया। आवेदक की शिकायत पर डीएम ने उसे तलब किया तो लिपिक मुकर गया। हालांकि दिए गए साक्ष्यों के आधार पर डीएम ने निलंबन की कार्रवाई की है।पटल का चार्ज दूसरे लिपिकों के सुपुर्द कर दिया गया है। इस पूरे मामले में विभागीय जांच बैठाई गई है। आरोप है कि कलक्ट्रेट में तैनात लिपिक अजीत ने असलहा लाइसेंस बनवाने के नाम पर एक आवेदक से 70 हजार की सुविधा शुल्क लिया था।
इसके बाद साक्ष्यों की जांच की गई। प्राथमिक जांच में लिपिक ने पूरे मामले को सिरे से नकार दिया। ऐसे में साक्ष्यों के आधार पर अजीत को निलंबित कर दिया गया। उसके पास असलहा समेत तीन अन्य पटलों का चार्ज भी था। कार्रवाई के बाद उसके पटलों को दूसरे लिपिकों के सुपुर्द कर दिया गया।
उधर, इस कार्रवाई के बाद कलक्ट्रेट में खलबली मची हुई है। दफ्तरों में इस मामले को लेकर शुक्रवार को खूब चर्चाएं चलती रहीं। डीएम डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि आवेदनकर्ता की शिकायत पर लिपिक को निलंबित किया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है।