औरैया। अछल्दा में पिता की पिटाई व डांट से आहत होकर ट्रेन से कटने से बचाई गई बच्ची को बाल संरक्षण विभाग ने अपने संरक्षण में ले लिया था। मेडिकल के बाद उसे वन स्टाप सेंटर में रखा गया। शुक्रवार को उसे बालिका गृह कानपुर भेज दिया गया।मंगलवार को खुजरिया गांव के युवक की सात वर्षीय पुत्री अछल्दा में रेल से कटने ट्रैक पर पहुंच गई थी। आसपास के लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस बच्ची को बचाकर थाने ले गई थी। पुलिस ने बच्ची को उसके पिता को सौंप दिया था, लेकिन पिता ने सादे कागज पर लिखकर पुत्री को अछल्दा के एक दंपती को गोद दे दिया। दंपती ने बच्ची का एक प्राइवेट स्कूल में दाखिला भी करा दिया था।बुधवार की शाम बाल संरक्षण विभाग की रीना चौहान व सुधा कुमारी बच्ची को गोद लेने का दावा करने वाले दंपती के घर पहुंची थी और बच्ची व दंपती से पूछताछ की थी। इसके बाद वह बच्ची को अपने साथ ले गईं। गुरुवार को उन्होंने दंपती से पूछताछ की तो उन्होंने मासूम को गोद लेने से इन्कार कर दिया था।
बाल संरक्षण अधिकारी रीना चौहान ने बताया कि बच्ची का मेडिकल परीक्षण करवाकर शुक्रवार को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया था। जहां बयान होने के बाद बच्ची को कानपुर बालिका गृह भेजा गया है।


