मासूम भाई संग गई थी। दो घंटे तक बंद कमरे में रोती रही। परिजनों के बताने पर शिक्षक ने ताला खोलकर बच्ची को बाहर निकाला।
एक गांव स्थित एक कंपोजिट विद्यालय में सोमवार को एक मासूम को छुट्टी में शिक्षक स्कूल में ताला लगाकर चले गए। वो अपने भाई के संग स्कूल आई थी। बंद कमरे मेंं वो रोते हुए खिड़की के पास बैठ गई। गनीमत यह रही कि वहां से गुजरे बच्चों की उस पर नजर पड़ी तो परिजनों को खबर दी, हालांकि जानकारी पाकर पहुंचे शिक्षक ने ताला खोलकर उसे बाहर निकाला। ऐसे में वो करीब दो घंटे तक बंद कमरे में रोती रही। इसी बीच किसी ने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वायरल वीडियो से शिक्षा विभाग में खलबली है।
गांव कन्हो में कंपोजिट विद्यालय है। सोमवार शाम गांव के कुछ बच्चे स्कूल की ओर खेलने गए तो वहां स्कूल के कमरे की खिड़की में बैठी एक चार वर्षीय बालिका को रोते देखा। पूछताछ में उसने अपना नाम तन्नू बताया। बच्चों ने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी। इस पर बालिका के पिता शिवरतन सिंह, देव सिंह, भोले सिंह, गौरव व मनोज गुप्ता के साथ स्कूल पहुंचे। उन्होंने शिक्षक रामचंद्र को फोन कर बालिका के स्कूल में बंद होने की सूचना दी। तब पहुंचे शिक्षक ने ताला खोलकर बालिका को बाहर निकाला। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि संवाद न्यूज एजेंसी वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
कक्षा चार का छात्र प्रियांशु अपनी छोटी बहन तन्नू को स्कूल लेकर आया था बच्ची खेलते-खेलते सो गई। प्रियांशु छुट्टी के समय उसे भूल गया। बालिका लगभग दो घंटे तक स्कूल में बंद रही। विद्यालय स्टाफ की लापरवाही से ग्रामीणों में गुस्सा था। उन्होंने जिला प्रशासन से लापरवाही की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में कंपोजिट विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापक ऊषा ने बताया कि बालिका का स्कूल में नाम नहीं लिखा है। वह स्कूल में पढ़ने वाले अपने घर के बच्चों के साथ आई होगी। उसके सो जाने के कारण स्टाफ नहीं देख पाया और वह स्कूल में रह गई। खंड शिक्षा अधिकारी अछल्दा प्रवीन कुमार ने बताया कि इसकी जानकारी की जा रही है। लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।


