शेयरधारकों को होगा बंपर फायदा
पेटीएम ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा था, ‘मैनेजमेंट को विश्वास है कि बायबैक ऑफर शेयरधारकों के लिए फायदेमंद होगा।’ यह लिस्टिंग के बाद से कंपनी का पहला बायबैक ऑफर है। कंपनी ने बताया कि उसके पास 9182 करोड़ रुपये की लिक्विडिटी है। यह शेयर बायबैक कंपनी की लिस्टिंग के 13 महीने से भी कम समय में आ रहा है। कंपनी का शेयर इसके आईपीओ प्राइस से 75 फीसदी तक गिर गया था। आईपीओ के जरिए पेटीएम ने 2,150 रुपये कीमत में ताजा शेयर जारी कर 18,300 करोड़ रुपये जुटाए थे। यह आईपीओ नवंबर 2021 में आया था। यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ था।
क्या होता है बायबैक ऑफर?
बायबैक ऑफर को शेयर परचेज ऑफर भी कहते हैं। यह एक ऐसी कॉर्पोरेट गतिविधि है, जिसमें कोई कंपनी अपने शेयरधारकों से शेयर वापस खरीदती है। आमतौर पर कंपनियां करंट मार्केट प्राइस से उच्च कीमत पर शेयर बायबैक करती हैं। बायबैक भी दो तरह के होते हैं। टेंडर ऑफर और ओपन मार्केट ऑफर।
पेटीएम क्यों ला रही बायबैक ऑफर?
कंपनियां कई बार अपने शेयर प्राइस को सपोर्ट करने के लिए बायबैक ऑफर लाती हैं। पेटीएम का शेयर इस साल अब तक 60 फीसदी टूट चुका है। इसलिए पेटीएम के लिए यह कारण सही बैठता है। साथ ही कंपनियां अपने शेयरधारकों को फायदा पहुंचाने के लिए भी बायबैक ऑफर लाती है। पेटीएम के मामले में यह उचित कारण है। कंपनी ने कहा भी है कि बायबैक ऑफर से शेयरधारकों को फायदा होगा।