हरदोई। बेंहदर ब्लाक के ग्राम पंचायत रसूलपुर बम्हनान में स्थित इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों ने नया कारनामा कर दिया है। यहां कक्षा एक का छात्र पढ़ने के लिए स्कूल गया था। छुट्टी होने पर विद्यालय के अध्यापकों ने छात्र को कमरे में ही बन्द कर ताला डाल कर घर चले गए। छुट्टी होने पर छात्र घर नहीं पहुंचा तो परिजन इधर-उधर तलाश करने लगे। तकरीबन 5 बजे के करीब विद्यालय के कक्ष से रोने की आवाज आई तो गांव वालों ने जाकर देखा कि छात्र कक्षा में बंद है। परिजनो ने अध्यापक को बुलाकर तत्काल परिसर का ताला खुलवा कर छात्र को बाहर निकलवाया छात्र काफी डरा सहमा हुआ है।
बेहंदर ब्लाक के ग्राम पंचायत रसूलपुर निवासी रमेश ने बताया की उसका 6 वर्षीय पोता विनय पढ़ने के लिए गांव के स्थित इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय बम्हनान में गया था। छुट्टी होने पर विद्यालय के जिम्मेदारों ने बच्चे को कक्ष में बंद कर घर चले गए छुट्टी होने के बाद जब छात्र घर नहीं पहुंचा तो इधर-उधर तलाश की। काफी खोजबीन के बाद कहीं सुराग नहीं लगा। शाम करीब 5 बजे विद्यालय कक्षा से रोने की आवाज आई तो ग्रामीणों ने जाकर देखा कि स्कूल से बच्चे की रोने की आवाज आ रही है। विद्यालय की बाउंड्री को कूदकर विनय के चाचा योगेश ने खिड़की से झांक कर देखा तो उनका भतीजा कमरे में जोर जोर से रो रहा था।
मामले की शिकायत पीड़ित ने बीआरसी स्थित कार्यालय पर की है। प्रधानाध्यापक सुरेशचंद्र बताया कि यह बच्चा आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ता था आंगनबाड़ी केंद्र बंद था। वह बच्चा हमारे यहां आकर बैठ गया। मेरे बेटे का एक्सीडेंट हो गया था इसलिए 15 मिनट पहले निकलना पड़ा था। और वहां पर मौजूद शिक्षामित्र ने स्कूल बंद होने से 2 बजकर 45 मिनट पर बच्चों को क्लास रूम से बाहर निकाल कर बाहर ग्राउंड में क्रियाकलाप कराया जा रहा था और विनय क्लास में सो गया था, किंतु ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में एक शिक्षामित्र सिर्फ मौजूद था अन्य कोई अध्यापक आए नहीं थे।
संवाददाता : प्रिया गुप्ता