केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि जनवरी के मध्य में भारत में कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं। पिछले ट्रेंड्स की एनालिसिस के बाद यह माना जा रहा है कि अगले 40 दिन देश के लिए मुश्किल होंगे। सूत्रों के मुताबिक, देश में कोरोना की एक और लहर की स्थिति आ सकती है। ऐसे में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की जा रही है।
दरअसल, ऐसा देखा गया है कि ईस्ट एशिया को प्रभावित करने के 30 से 35 दिनों बाद ही भारत में नई लहर पहुंची थी। यह एक ट्रेंड रहा है, जिसके आधार पर यह दावा किया जा रहा है। इधर, सीरम इंस्टीट्यूट ने केंद्र सरकार को कोविशील्ड की दो करोड़ डोज मुफ्त देने की घोषणा की है। दुनियाभर में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद कंपनी ने ये फैसला किया है।कोरोना की पहली नेजल वैक्सीन को मंजूरी देने के चार दिन बाद केंद्र सरकार ने इसकी कीमत तय कर दी है। भारत बायोटेक की यह वैक्सीन सरकारी अस्पतालों में 325 रुपए में लगवाई जा सकेगी। वहीं प्राइवेट अस्पतालों में इसके लिए 800 रुपए चुकाने होंगे। यह वैक्सीन जनवरी के आखिरी हफ्ते से उपलब्ध हो जाएगी। केंद्र ने दुनिया की पहली नेजल कोरोना वैक्सीन को 23 दिसंबर को मंजूरी दी थी।
3 दिन में 43 इंटरनेशनल पैसेंजर्स पॉजिटिव
कोरोना से निपटने के लिए तैयारियों को लेकर राज्यों ने क्या कहा…नीचे पढ़ें
- मध्य प्रदेश: राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम ने सीहोर जिला अस्पताल में कोविड की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में अभी कोविड के नए वैरिएंट के मरीज नहीं है, लेकिन सावधानी रखना आवश्यक है। उन्होंने अस्पताल परिसर में कुछ लोगों को मास्क भी लगाए।
- दिल्ली: डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को LNJP अस्पताल में कोरोना से निपटने के लिए तैयारियो का जायजा किया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में 2 हजार में से 450 बेड्स कोविड के लिए रिजर्व किए गए हैं। जरूरत पड़ने पर पिछली बार की तरह इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है। पिछली बार कोरोना के दौरान इस अस्पताल में 25 हजार से ज्यादा संक्रमितों का इलाज किया गया
- हरियाणा: राज्य के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि हमने सारी तैयारी कर रखी है, किसी चीज की कमी नहीं है। हमारे पास हर जिले में टेस्टिंग के लिए RT-PCR मशीन है, जितने अस्पताल में 50 से ज्यादा बेड हैं वहां पर PSA प्लांट लगवा दिया है और हमारे पास करीब 6 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 60 हजार आइसोलेटेड बेड हैं।
- गुजरात: राज्य सरकार के स्वास्थ्य अधिकारी मंगलवार को कोविड सेंटर्स पर मॉक ड्रिल करने पहुंचे। गुजरात सरकार ने कहा कि में जरूरत पड़ने पर कम से कम एक लाख बेड और वेंटिलेटर वाले 15 हजार ICU को कोरोना के मरीजों के लिए तैयार किया गया है।
- कर्नाटक: स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने कहा कि राज्य में कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 का खतरा कम है, लेकिन बच्चों, बुजुर्गों और प्रेग्नेंट महिलाओं को सावधान रहने की जरूरत है।
- सिक्किम: राज्य सरकार ने मंगलवार को एक एडवाइजरी जारी कर लोगों से राज्य में फिर से कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाने को कहा है।
सबसे ज्यादा नए मामले केरल से
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में इस महीने 23 दिसंबर तक करीब 83% कोविड से होने वाली मौतें और 38% नए मामले केरल से हैं। देश में अक्टूबर में कुल 64,357 नए मामले दर्ज हुए, इनमें से 24% केरल से थे। उस दौरान वायरस से 366 मौतें हुए, जिनमें से राज्य की हिस्सेदारी सबसे अधिक 60% थी।
अगले महीने देश भर में नए मामलों की संख्या घटकर 19,204 रह गई। जिनमें केरल का योगदान 22% था। वहीं, नवंबर के दौरान 176 मौतें हुई, इनमें से 63% राज्य में हुईं। इस महीने यानी कि 23 दिसंबर तक देश भर में 4,467 मामले दर्ज हुए और 62 मौतें हुईं।
इसके साथ ही पिछले 3 दिन में 43 इंटरनेशनल पैसेंजर्स पॉजिटिव पाए गए हैं। 24 दिसंबर से 26 दिसंबर तक 498 फ्लाइट्स की स्क्रीनिंग की गई है। इस दौरान 1,780 सैंपल लिए गए। इनमें 39 पॉजिटिव मिले हैं। इन्हें जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। कोरोना की तैयारियों की जांच करने के लिए मंगलवार को देश के करीब सभी राज्यों में मॉक ड्रिल की गई।
नए कोविड का इन्फेक्शन रेट अधिक
AIIMS के महामारी विशेषज्ञ संजय के. राय ने कहा कि नए कोविड वेरिएंट का इन्फेक्शन रेट अधिक है और इससे संक्रमित व्यक्ति 10-18 लोगों को संक्रमित कर सकता है। इससे पहले वाला वैरिएंट 5-6 लोगों को संक्रमित कर सकता था। जिन्हें पहले कोविड हो चुका है या वैक्सीन लगवाई है उन्हें भी फिर से कोविड हो सकता है।
इसको लेकर WHO ने दिशा निर्देश जारी किए हैं और भारत सरकार ने भी दिशा निर्देश जारी किए हैं। सरकार अपने स्तर पर काम कर रही है और इसको लेकर मॉक ड्रिल भी हुई है लेकिन अब जनता सरकार का सहयोग करे। एक अच्छा संकेत है कि भारत में हर्ड इम्यूनिटी बन चुकी है।
देश में मंगलवार को 188 कोरोना के केस मिले। इनमें केरल में सबसे ज्यादा 39 केस मिले हैं। कहीं से भी संक्रमण से मौत की खबर नहीं है। एक्टिव कोविड केसों की संख्या 2,495 है। देश में अब तक 4.46 करोड़ कोरोना केस रिकॉर्ड किए गए हैं। डेटा हेल्थ मिनिस्ट्री और कोरोना आउटब्रेक से लिया गया है।
देश में कोरोना के अपडेट्स…
- एयर इंडिया एक्सप्रेस ने UAE से आने वाले पैसेंजर्स के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य कर दिया है।
- हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, देश में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 220 करोड़ डोज को पार कर गया है।
- बिहार में कोरोना केसेस में 10 गुना की बढ़ोतरी हुई है। राज्य स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, राज्य में रविवार तक कोई भी एक्टिव केस नहीं था। अब यहां केसों की संख्या 14 है। इनमें से 12 अकेले गया में हैं।
गया में दो विदेशी नागरिक, यूपी में दो अन्य संक्रमित
बिहार के गया में एक बार फिर दो विदेशी नागरिक कोरोना संक्रमित मिले हैं। ये बैंकॉक और ताइवान के रहने वाले हैं। गया में अब तक कुल 19 लोग पॉजिटिव मिले हैं। लखनऊ में कोरोना के दो केस सामने आए हैं। इसमें एक चिनहट की 56 साल की बुजुर्ग महिला है। जबकि दूसरा 48 साल का पुरुष है। महिला ओडिशा से लौटी है। मगर, हैरानी वाली यह है कि पुरुष की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।
उधर, बुधवार को दुबई से आए दो यात्री चेन्नई एयरपोर्ट पर COVID पॉजिटिव मिले हैं। ये दोनों तमिलनाडु के पुदुक्कोट्टई के अलंगुडी जिले के रहने वाले हैं। वहीं मुंबई एयरपोर्ट पर भी बुधवार को दो पैसेंजर्स कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनके सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिए गए हैं।राज्य में मॉक ड्रिल के दौरान अजमेर के जवाहर लाल नेहरू हॉस्पिटल में जब ऑक्सीजन प्लांट को शुरू किया तो वह स्टार्ट ही नहीं हुआ। पता लगा कि उसका फिल्टर ही काम नहीं कर रहा है। वहीं, कोटा में मरीज को लेकर पहुंची एंबुलेंस में स्ट्रेचर ही फंस गई। भोपाल के जिला अस्पताल जेपी हॉस्पिटल में मॉकड्रिल के दौरान बड़ी चूक सामने आई। हॉस्पिटल कैंपस में लगे दो ऑक्सीजन प्लांट में से एक PSA प्लांट की बिजली सप्लाई केबल पीछे से कट गई। हॉस्पिटल की नई बिल्डिंग के कंस्ट्रक्शन वर्क के चलते केबिल कट गई और PSA प्लांट में मेजर फॉल्ट हो गया। डेढ़ महीने से प्लांट बंद था।
लखनऊ में डिप्टी CM और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने मॉक ड्रिल के दौरान बलरामपुर अस्पताल में जाते ही हॉल नंबर-311 के सामने बनवारी नाम के मरीज को ठंड से कांपते देखा। डिप्टी CM ने अपनी सदरी उतार कर खुद उसे पहना दी। पास खड़े अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीपी गुप्ता को मरीज का सही से इलाज करने का निर्देश दिया।