केएल राहुल के चोटिल होने के बाद कप्तानी कर रहे ऋषभ पंत फॉर्म और लीडरशिप को लेकर आलोचनाएं झेल रहे हैं। अगर आज भारत हार जाता है तो न केवल सीरीज गंवाएगा, बल्कि ऋषभ पंत के भविष्य में कप्तानी संभालने पर भी नेगेटिव असर पड़ेगा।टीम इंडिया एक बार फिर साउथ अफ्रीका के खिलाफ आज ‘करो या मरो’ के मुकाबले में उतरेगी, जहां जीत उसे पांच मैचों की सीरीज में बनाए रखेगी वहीं हार के साथ सीरीज उसके हाथ से फिसल जाएगी। अभी तक हुए तीन मैचों में मेहमान साउथ अफ्रीकी टीम 2-1 से आगे है।ऋषभ से चाहिए रन
सभी की निगाहें खराब फॉर्म से जूझ रहे कप्तान ऋषभ पंत पर होंगी, जिन्हें अच्छी पारी खेलने की जरूरत है ताकि बीच के ओवरों में दबाव से बचा जा सके। विशाखापत्तनम में तीसरे मैच में भारत ने अपनी गलतियों से पार पाकर बड़ी जीत दर्ज की थी। हालांकि कप्तान पंत ने उस मुकाबले में भी निराश किया था। वह शानदार बल्लेबाज हैं और जब भी किसी भी फॉर्मेट में उनकी आलोचना हुई है उन्होंने जोरदार पारी खेलकर सभी का मुंह बंद किया है और चौथे मैच में उनके लिए यही मौका है। साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों ने उनके बल्ले पर अंकुश लगाकर उन्हें मनचाहे शॉट खेलने नहीं दिए हैं और अक्सर वह डीप में कैच देकर आउट हुए हैं। उन्हें इस कमी से पार पाना होगा।
लय में लौट आए हैं रुतुराज
पिछले मैच में रुतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन ने भारत को शानदार शुरुआत दी। ईशान ने परिपक्व बल्लेबाजी करके रिजर्व सलामी बल्लेबाज के रूप में अपना दावा पुख्ता कर दिया है और इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए चयनकर्ताओं का ध्यान इस पर जरूर गया होगा। गायकवाड़ ने भी पिछली नाकामियों को पीछे छोड़ते हुए विशाखापत्तनम में जोरदार पारी खेली थी और एक बार फिर उनसे बड़ी पारी की उम्मीद होगी।
श्रेयस को बढ़ानी होगी रन गति
शॉर्ट गेंदों का सामना नहीं कर पा रहे श्रेयस अय्यर अभी तक कोई कमाल नहीं कर सके हैं और तीसरे नंबर पर उनसे अच्छी पारी की उम्मीद है। पिछले कुछ मैचों में उन्होंने रन तो बनाए हैं लेकिन रन गति को रफ्तार नहीं दे पाने के कारण अच्छी शुरुआत का टीम फायदा नहीं उठा पा रही है। विशाखापत्तनम में अच्छी शुरुआत के बाद बीच के ओवरों में भारतीय टीम जूझती नजर आई। आखिर में हार्दिक पंड्या ने 21 गेंद में नाबाद 31 रन बनाकर टीम को 180 रन के पास पहुंचाया। अब मध्यक्रम के बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेकर खेलना होगा।
आवेश के पास समय कम
पिछले मैच में बीच के ओवरों में युजवेंद्र चहल और अक्षर पटेल की स्पिन जोड़ी ने अच्छा प्रदर्शन किया। अक्षर ने किफायती गेंदबाजी की तो चहल विकेट चटकाने में कामयाब रहे। तेज गेंदबाजों में भुवनेश्वर कुमार लगातार अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। हर्षल पटेल ने अपनी विविधता के दम पर चार विकेट चटकाए। आवेश खान किफायती तो रहे लेकिन विकेट नहीं ले सके। आवेश की अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए विकेट निकालने होंगे। उमरान मलिक और अर्शदीप सिंह टीम में शामिल होने के लिए दस्तक दे रहे हैं और आवेश यदि इस मुकाबले में भी प्रभाव नहीं छोड़ सके तो कोच राहुल द्रविड़ सीरीज के अंतिम मुकाबले में नए पेसर को आजमा सकते हैं।