यूपी विधानसभा चुनाव-2022 में जीते विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह आज हो रहा है। इस मौके पर चुनाव के बाद विधानसभा में पहली बार सीएम योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव आमने-सामने हुए।राजनीति अपनी जगह है लेकिन जब दो नेता एक-दूसरे से मिलते हैं तो कैसी गर्मजोशी दिखाते हैं इसका एक नज़ारा सोमवार को उत्तर प्रदेश की विधानसभा में देखने को मिला। सीएम योगी ने सबसे पहले शपथ ली। वह जैसे ही अखिलेश यादव के सामने पहुंचे, अखिलेश यादव ने उठकर उनका अभिवादन किया। इसके बाद दोनों नेेेताओं ने मुस्कुराते हुुए हाथ मिलाया। इसी दौरान सीएम योगी ने अखिलेश यादव के कंधे पर हाथ भी रखा।
परंपरा के मुताबिक नेता विरोधी दल अखिलेश यादव को दूसरे नंबर पर शपथ ग्रहण के लिए बुलाया गया। अखिलेश यादव अपनी जगह से उठकर आसन की ओर जाते समय जैसे ही सीएम योगी के सामने पहुंचे, दोनों नेताओं ने एक बार फिर एक-दूसरे को प्रणाम किया। इस मौके पर क्षण भर के लिए अखिलेश यादव रुके, सीएम योगी भी अपने स्थान पर खड़े हुए, दोनों नेताओं ने एक दूसरे को प्रणाम किया और फिर अखिलेश यादव आसन की ओर बढ़ गए।
18 वीं विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायकों को राज्यपाल द्वारा नवनियुक्त प्रोटेम स्पीकर रमापति शास्त्री ने शपथ ग्रहण कराया। सबसे पहले सीएम योगी ने शपथ ली। उनके बाद नेता विरोधी दल अखिलेश यादव ने शपथ ली। इसके बाद एक-एक कर मंत्रियों और नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण हुआ। विधायकों की शपथ के लिए विधानसभा की बैठक शुरू होने से पहले योगी ने भरोसा जताया कि नये सदस्यगण शपथ ग्रहण कर उत्तर प्रदेश के विकास में अपना योगदान देने का संकल्प भी लेंगे। उन्होंने कहा, ’18 वीं विधानसभा के लिये नवनर्विाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण आज हो रहा है। देश के सबसे बड़े राज्य की विधानसभा अपने नवनर्विाचित सदस्यों के स्वागत के लिये तैयार है। आज विधायक शपथ लेकर संविधान के अनुरूप उप्र के विकास में अपने योगदान का संकल्प लेंगे। मुझे विश्वास है कि सदन की मर्यादा और परंपरा का पालन करते हुए सदन की कार्रवाई को शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ाने और आने वाले समय में उत्तर प्रदेश के समग्र विकास में सभी सदस्यगण रुचि लेकर उसे आगे बढ़ाने का काम करेंगे।’
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कल होगा विस अध्यक्ष का चुनाव
उल्लेखनीय है कि प्रोटेम स्पीकर शास्त्री नवनर्विाचित विधायकों को शपथ ग्रहण कराने के बाद मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराकर 18वीं विधानसभा के गठन की प्रक्रिया को पूरा करायेंगे। बता दें कि 403 सदस्यीय विधानसभा के लिये हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 255 सीटें जीत कर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। सत्ताधारी दल के रूप में भाजपा के नेता चुने गये योगी आदत्यिनाथ के नेतृत्व में नयी सरकार के शपथ ग्रहण के बाद अब 18वीं विधानसभा के गठन की विधिवत प्रक्रिया को नवनर्विाचित विधायकों की शपथ और नये विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के साथ पूरा किया जायेगा। चुनाव में 111 विधायक जीतने वाली सपा सदन में मुख्य विपक्षी दल बन गया है। वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश को पहले ही नेता विरोधी दल नियुक्त किया जा चुका है।