Sunday, December 14, 2025
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Rain Alert: इन 12 जिलों में अचानक बाढ़ आने का खतरा, हाई अलर्ट पर अगले 24 घंटे

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नेशनल डेस्क :  जम्मू-कश्मीर में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए 12 जिलों में अचानक बाढ़ (Flash Flood) का खतरा जताया है। इससे पहले ही प्रदेश में भारी बारिश को लेकर तीन दिनों का अलर्ट जारी किया गया था।

किन जिलों में है बाढ़ का खतरा?

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी बाढ़ मार्गदर्शन बुलेटिन में बताया गया है कि इन जिलों में कम से मध्यम खतरा है – कठुआ, सांबा, उधमपुर, डोडा, किश्तवाड़, रामबन, रियासी, जम्मू, राजौरी, पुंछ, बारामूला, अनंतनाग। इन इलाकों में भारी बारिश के कारण नदियां और नाले उफान पर हैं, जिससे भूस्खलन और चट्टानें खिसकने का भी खतरा है।

जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया

मौसम विभाग ने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों (DDMA) को निर्देश दिया है कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और नुकसान को कम करने के लिए जरूरी कदम उठाएं। प्रशासन से कहा गया है कि सभी प्रोटोकॉल को लागू किया जाए और लोगों को सावधानी बरतने के लिए जागरूक किया जाए।

भारी बारिश से कई जगह भूस्खलन

अलर्ट जारी होने के बाद मंगलवार को कई जिलों में नदियां उफान पर रहीं और कई इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की गईं। जम्मू संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने बारिश के बाद हुए नुकसान और राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की।

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नुकसान और राहत कार्यों की समीक्षा

बैठक में जम्मू संभाग के उपायुक्तों और विभागों के अधिकारियों ने बारिश के कारण हुए जान-माल के नुकसान, सड़क संपर्क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति और चल रहे पुनर्स्थापन कार्यों की जानकारी दी।

  • सड़क संपर्क बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग और सीमा सड़क संगठन को तैयार रहने को कहा गया।
  • जल शक्ति विभाग को स्वच्छ पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
  • बिजली विभाग को जल्द ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने और बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए कहा गया।
  • स्वास्थ्य विभाग को जलजनित बीमारियों की रोकथाम पर खास ध्यान देने को कहा गया।

24×7 कंट्रोल रूम और राहत राशि का ऐलान

संभागीय आयुक्त ने सभी जिलों में 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित करने का आदेश दिया ताकि आपातकालीन कॉल्स पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।

उन्होंने निर्देश दिए कि –

  • यातायात और जन सुरक्षा के लिए एडवाइजरी जारी की जाए।
  • SDRF और रेड क्रॉस फंड से प्रभावित लोगों को तुरंत राहत राशि दी जाए।
  • उपायुक्त शाम तक नुकसान और मरम्मत कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट भेजें।

लोगों को सतर्क रहने की सलाह

मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के पास न जाएं, अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करें।

 

कांग्रेस में सब शादी वाले घोड़े है…दिल्ली के पूर्व CM केजरीवाल का राहुल गांधी पर तीखा हमला

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नेशनल डेस्क: गुजरात के मोडासा में किसानों और पशुपालकों की भारी संख्या में जुटी महापंचायत को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा सरकार और कांग्रेस दोनों पर करारा हमला बोला। उन्होंने हालिया किसान विरोध प्रदर्शनों को लेकर राज्य सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना की। इस बीच केजरीवाल ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में सभी शादी वाले घोड़े हैं।

मृतक अशोक चौधरी को 2 करोड़ का मुआवजा देने की मांग

केजरीवाल ने विशेष रूप से मृतक पशुपालक अशोक चौधरी के परिवार को डेयरी विभाग और गुजरात सरकार से कुल 2 करोड़ रुपए मुआवजे की मांग की। उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी का दिल का दौरा प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई के कारण पड़ा था।

राहुल गांधी पर तीखा कटाक्ष: “कांग्रेस के सभी शादी के घोड़े हैं”

सभा में केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस में सब ‘शादी के घोड़े’ हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के सदस्य ‘लंबी दौड़ के घोड़े’ हैं। उन्होंने गुजरात में भाजपा की सरकार को असली सरकार न बताते हुए कहा कि यहाँ बीजेपी और कांग्रेस दोनों मिलकर शासन कर रही हैं।

भाजपा सरकार पर आरोप: अमीरों की सरकार, अडानी का कब्जा

केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह “अमीरों की सरकार” है, जिसमें बड़े ठेके अडानी समूह को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि मोडासा सहित गुजरात के डेयरी और सहकारी समितियों पर भाजपा का भ्रष्टाचार और लूट का शासन है।

डेयरी किसानों का आंदोलन, पुलिस कार्रवाई और अशोक चौधरी की मौत

14 जुलाई को साबरकांठा और अरावली के पशुपालकों ने अपने बकाया भुगतान की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े। झड़प में असामाजिक तत्वों ने पथराव भी किया। पुलिस ने 77 नामजद और 100 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की और 47 पशुपालकों को हिरासत में लिया गया। इस बीच, अशोक चौधरी को दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई।

किसान-मजदूरों के अधिकारों के लिए लड़ेंगे

केजरीवाल ने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान पार्टी की जड़ें मजबूत करने और आप विधायक चैतर वसावा की गिरफ्तारी के खिलाफ भी रैली करने का ऐलान किया। उन्होंने किसानों, पशुपालकों और गरीब मजदूरों के साथ अपने संघर्ष को जारी रखने का भरोसा दिलाया।

अहमदाबाद विमान हादसें में चौंकाने वाला खुलासा, एयर इंडिया ने की बड़ी गड़बड़ी, 12 ब्रिटिश परिवारों को सौंपे दिए गलत शव

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London: अहमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे के बाद मृतकों के शव अभी तक उनके परिवारों तक सही तरीके से नहीं पहुंच पाए हैं। अब इस हादसे को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। ब्रिटेन में पीड़ित परिवारों के वकीलों ने दावा किया है कि एयर इंडिया ने जिन शवों को ब्रिटिश परिवारों को सौंपा था, उनमें से कम से कम 12 शव गलत लोगों के थे। जब ये शव ब्रिटेन भेजे गए तो पश्चिमी लंदन के वरिष्ठ कोरोनर डॉ. फियोना विलकॉक्स ने पीड़ित परिवारों से प्राप्त डीएनए से उनका मिलान कराया। इस जांच में पता चला कि कई शवों के डीएनए परिवारों के डीएनए से बिल्कुल मेल नहीं खाते। इससे साफ हो गया कि कई ताबूतों में जो शव हैं, वो असली परिजनों के नहीं हैं।
इस खुलासे के बाद कई ब्रिटिश परिवारों को अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार रोकना पड़ा। कुछ शवों के अवशेष वापस भी भेज दिए गए हैं। इस वजह से परिवार गहरे सदमे में हैं क्योंकि वे अब भी नहीं जानते कि उनके अपनों के असली अवशेष कहां हैं। वकील जेम्स हीली प्रैट ने दावा किया कि एक ताबूत में दो अलग-अलग व्यक्तियों के अवशेष भी पाए गए। ऐसे में अंतिम संस्कार से पहले शवों के हिस्सों को अलग करना पड़ा। कुछ शवों की पहचान होने के बाद अब उन्हें धार्मिक रीति-रिवाजों से दफनाया या जलाया गया है।

 

यह हादसा अहमदाबाद में हुआ था, जिसमें एयर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से  269 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 52 ब्रिटिश नागरिक भी शामिल थे। विमान इमारत से टकराने के बाद आग का गोला बन गया था। हादसे में शव इतनी बुरी तरह जल गए कि उनकी पहचान करना बेहद मुश्किल हो गया। बाद में डीएनए जांच से शवों की शिनाख्त कर उन्हें परिवारों को सौंपा गया था।
कई परिवारों को अपने परिजनों के अवशेष प्लास्टिक कंटेनर में सौंपे गए। हादसे के दौरान 1500 डिग्री सेल्सियस तापमान में शरीर पूरी तरह जल गए थे, जिससे केवल अवशेष ही बच पाए थे। वकील जेम्स हीली ने कहा कि यह एक बहुत बड़ी लापरवाही है और पीड़ित परिवारों को इसका जवाब चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे तो इस मामले को उठाएंगे। एयर इंडिया की तरफ से अब तक इस बड़ी गड़बड़ी पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन इस खुलासे ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि कहीं बाकी शव भी गलत तो नहीं हैं?

योगी कैबिनेट की अहम बैठक आज, रजिस्ट्री होगी सस्ती! महिलाओं को राहत सहित 24 फैसलों पर मुहर लगना तय!

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Lucknow News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार शाम यानी आज (22 जुलाई) 4 बजे लोकभवन में कैबिनेट बैठक होगी। इस बैठक में करीब 2 दर्जन से ज्यादा बड़े प्रस्तावों पर फैसला लिया जाएगा। इनमें महिलाओं को संपत्ति रजिस्ट्री में छूट, नई नगर पंचायतों का गठन, विधानमंडल का मानसून सत्र, और पेयजल व कूड़ा प्रबंधन के लिए ज़मीन देने जैसे प्रस्ताव शामिल हैं।

महिलाओं को रजिस्ट्री पर मिलेगी बड़ी छूट
– सरकार महिलाओं को संपत्ति की रजिस्ट्री में स्टांप ड्यूटी में राहत देने जा रही है।
– अब 1 करोड़ रुपए तक की संपत्ति की रजिस्ट्री पर 1% छूट मिलेगी।
– पहले यह छूट सिर्फ 10 लाख की संपत्ति तक थी।
– इससे महिलाओं को आर्थिक मदद मिलेगी और संपत्ति खरीदना आसान होगा।
– साथ ही महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।

शहरी निकायों का विस्तार और नई नगर पंचायतें
– सरकार कई नगर निगम/निकायों की सीमाएं बढ़ाने जा रही है।
– साथ ही 7 नई नगर पंचायतों का गठन किया जाएगा।
– इसका मकसद शहरी इलाकों में बुनियादी सुविधाएं बेहतर करना और शहर व गांव के बीच संतुलित विकास को बढ़ावा देना है।

अगस्त में होगा विधानसभा का मॉनसून सत्र
कैबिनेट बैठक में अगस्त 2025 के पहले सप्ताह में विधानमंडल का मॉनसून सत्र कराने पर भी मंजूरी दी जाएगी। इसके साथ ही CAG (कैग) की तीन रिपोर्टों को सदन में पेश करने की भी तैयारी है। यह प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए अहम कदम है।

पेयजल, सीवरेज और कूड़ा प्रबंधन के लिए मुफ्त जमीन
शहरों में पेयजल, ड्रेनेज, सीवरेज और ठोस कचरा प्रबंधन जैसी योजनाओं के लिए ग्राम समाज की जमीन मुफ्त में दी जाएगी। इससे बुनियादी शहरी सुविधाएं मजबूत होंगी और अमृत योजना के तहत विकास को रफ्तार मिलेगी।

लोक सेवा आयोग की परीक्षा प्रक्रिया में बदलाव
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) से जुड़ा एक बड़ा बदलाव भी इस बैठक में मंजूरी पा सकता है। अब से आयोग की परीक्षाओं में 3 के बजाय 4 सेट में प्रश्नपत्र तैयार किए जाएंगे। इससे परीक्षाएं और ज्यादा पारदर्शी और निष्पक्ष बनेंगी।

अब सिर्फ टैबलेट बांटेगी सरकार, स्मार्टफोन नहीं
– प्रदेश सरकार अब छात्रों को सिर्फ टैबलेट ही देगी, स्मार्टफोन नहीं।
– औद्योगिक विकास विभाग के प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूरी मिलने की संभावना है।
– इसका मकसद डिजिटल शिक्षा और तकनीकी रूप से छात्रों को मजबूत बनाना है।
– सरकार मानती है कि टैबलेट पढ़ाई और कामकाज में ज्यादा उपयोगी साबित होते हैं।

माथे पर तिलक, हाथ में चिकन पिज्जा! डिलीवरी बॉय को लेकर डोमिनोज पर फूटा लोगों का गुस्सा; कंपनी ने माफी मांगी

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Bareilly News(मोहम्मद जावेद खान): उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में सावन के महीने में चिकन पिज्जा की डिलीवरी को लेकर विवाद हो गया। हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने डोमिनोज पिज्जा आउटलेट के खिलाफ हंगामा किया। आरोप है कि डोमिनोज ने डिलीवरी बॉय की असली पहचान छुपाकर उसे राधा रानी का धार्मिक कुर्ता पहनाकर और माथे पर तिलक लगाकर चिकन पिज्जा डिलीवरी के लिए भेजा। जब यह बात हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं को पता चली, तो उन्होंने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और डोमिनोज के कर्मचारियों ने माफी मांगकर मामले को शांत कराया। फिलहाल थाना कोतवाली पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

सावन में नॉनवेज पर रोक, डोमिनोज की जांच के लिए ऑर्डर
सूत्रों से मिली जानकारी के मताबिक, यह घटना कोतवाली इलाके की है। हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने सावन माह के पहले ही फैसला किया था कि सावन के दौरान सोमवार को बरेली शहर के सभी आउटलेट नॉनवेज पिज्जा की बिक्री नहीं करेंगे। इस पर सभी आउटलेट्स ने सहमति भी दे दी थी। इसके बाद हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने डोमिनोज की जांच करने के लिए नॉनवेज पिज्जा का ऑर्डर किया।

डिलीवरी बॉय की पहचान छुपाई, कुर्ता-तिलक लगाकर भेजा
डोमिनोज ने नॉनवेज पिज्जा का ऑर्डर स्वीकार कर लिया। आरोप है कि डोमिनोज ने डिलीवरी बॉय की असली पहचान छुपाकर उसे राधा रानी का कुर्ता पहनाया और माथे पर चंदन का तिलक लगाया, ताकि रास्ते में कोई उसे रोक ना सके। जब डिलीवरी बॉय पिज्जा लेकर हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं के पास पहुंचा, तो उन्होंने नॉनवेज पिज्जा और डिलीवरी बॉय की असली पहचान छुपाए जाने पर गुस्सा जताया।

पुलिस पहुंची, माफी के बाद मामला शांत, जांच जारी
पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया। डोमिनोज के कर्मचारियों ने माफी मांगी और कहा कि वह भविष्य में ऐसा कोई काम नहीं करेंगे। हिंदू युवा वाहिनी ने साफ किया है कि सावन के महीने में सोमवार के दिन किसी भी आउटलेट को नॉनवेज पिज्जा नहीं बेचने दिया जाएगा। थाना कोतवाली पुलिस अब इस मामले की पूरी तरह से जांच कर रही है। पुलिस नॉनवेज पिज्जा की डिलीवरी, डिलीवरी बॉय की पहचान छुपाने और हंगामे के पीछे के कारणों को समझने में लगी हुई है।

भगवा वस्त्र पहने…शिवभक्त बनकर कांवड़ शिविरों में घुस रहे चोर, हिंदू नाम बताकर चुरा रहे सामान

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मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान भी चोर बाज नहीं आ रहे और चोरी करने के लिए कांवड़ियों के भेष में घूम रहे है। मुजफ्फरनगर जिले में शिवभक्त बनकर कांवड़ शिविरों में चोर घुस कर कांवड़ियों का सामान चुरा रहे है। जानकारी मिलने पर पुलिस ने छापेमारी की और पांच चोरों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किये गये पांचों लोग आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं।

कांवड़ियों के साथ घुल मिल रहे थे चोर 
आरोपियों की पहचान सुहैल, आसिफ, आसिफ, शमशाद और आबिद के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि पांचों लोगों को सिविल लाइंस थानाक्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने कथित तौर पर भगवा वस्त्र पहने थे और कांवड़ यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के साथ घुलने-मिलने के लिए हिंदू नामों का इस्तेमाल कर रहे थे।

कांवड़ियों के मोबाइल फोन, बैग चुराने का था इरादा 
पुलिस ने बताया कि पांचों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 298 (अपराध के सबूत मिटाना या अपराधी को बचाने के लिए झूठी जानकारी देना), 318 (धोखाधड़ी) और 319 (छद्मवेश धारण करके धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है और वे कांवड़ियों के मोबाइल फोन, बैग और अन्य सामान चोरी करने के इरादे से विभिन्न कांवड़ शिविरों में घुसते पाए गए थे। मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन किया गया है। आरोपियों के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए उन पर गैंगस्टर अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

यूपी में बाढ़ का कहर; पांच जिले प्रभावित…खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा, दो लोगों की मौत

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बारिश के चलते नदियों के जलस्तर में वृद्धि देखने को मिल रही है। वर्तमान में प्रदेश के पांच जिले बाढ़ से प्रभावित हैं जबकि पिछले 24 घण्टे में प्रतापगढ़ और गोंडा में एक-एक जनहानि हुई है। बाढ़ आपदा राहत विभाग की तरफ से प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की टीम की तैनाती के साथ ही सभी जरूरी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। नदियों के जलस्तर से वृद्धि के चलते प्रदेश में बालियां, बाँदा, मिर्जापुर, प्रयागराज और वाराणसी जैसे जिले प्रभावित हैं।

खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा
बलिया में गंगा खतरे के निशान से 1.505 मीटर ऊपर बह रही हैं जबकि धौलपुर में चंबल नदी खतरे के निशान से 90 सेमी ऊपर बह रही है। वहीं, गाजीपुर और बदायूं में गंगा का बहाव खतरे से ऊपर है। आने वाले 24 घंटे में गंगा, चंबल, सोन और घाघरा के जलस्तर में वृद्धि न होने का अनुमान है। राहत आयुक्त भानू चंद्र गोस्वामी के मुताबिक प्रदेश में 26 जिले ऐसे हैं, जहां पर 120 फीसद से अधिक बारिश हुई है। वहीं, 19 जनपद ऐसे हैं जहां पर 120 से 80 प्रतिशत तक बारिश दर्ज की गई है।

NDRF की टीम तैनात 
जानकारी के मुताबिक, 12 जनपद ऐसे हैं जहां पर 80 से 60 प्रतिशत तक बारिश हुई है। इसी तरह 9 जिले ऐसे हैं, जहां पर अत्यधिक कम बारिश दर्ज की गई है। बाढ़ के चलते बलिया जिले की दो तहसील के साथ गांव प्रभावित है। यहां पर एनडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई है। वहीं, बांदा में दो तहसीलों के दो गांव प्रभावित हैं। यहां पर भी पीएसी की एक टीम तैनात की गई है। जबकि मिर्जापुर में दो तहसीलों के कुल 6 गांव प्रभावित है। यहां पर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पीएससी की एक टीम के साथ ही एसडीआरएफ की भी टीम लगाई गई है। प्रयागराज की चार तहसीलों के कल 27 गांव प्रभावित हैं। यहां पर भी लोगों की मदद के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरफ की एक-एक टीम व पीएससी की दो टीम तैनात की गई है।

वाराणसी में पांच गांव प्रभावित
वाराणसी में पांच गांव प्रभावित है। यहां पर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए एनडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई है। शेष किसी भी जनपद में अभी तक बाढ़ की स्थिति नहीं है। प्रदेश में बाढ़ के चलते कुल 13 तहसील में प्रभावित हैं। जिनके अंतर्गत 52 गांव आते हैं। नदियों के जल स्तर में वृद्धि के चलते कुल 2995 लोग प्रभावित हैं। राहत आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में कुल 1013 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई है। यहां पर क्लोरीन और ओआरएस के वितरण के साथ ही खाद्यान्न और लंच पैकेट का वितरण कराया जा रहा है। वही 1750 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। राहत आयुक्त ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 504 मेडिकल टीम गठित की गई है।

छात्रों की मौज! UP के स्कूलों में छुट्टी घोषित, पढ़ाई से मिला छुटकारा; जानें कब से कब तक और कौन-कौन सी कक्षाएं रहेंगी बंद, क्यों लिया गया फैसला

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नोएडा : सावन महीने को भगवान शिव की भक्ति का पवित्र महीना माना जाता है। इस साल सावन का महीना 11 जुलाई 2025 से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 तक चलेगा। इस दौरान सभी सोमवारों के साथ ही सावन शिवरात्रि का भी बहुत महत्व है। देश के अलग-अलग कोने में कांवड़ यात्रा का दौर जारी है। सावन माह की यह पवित्र यात्रा अपने अंतिम पड़ाव की ओर है।

पहली से 12वीं तक की सभी कक्षाएं बंद 
सावन शिवरात्रि के खास अवसर पर मंदिरों में भीड़ और कांवड़ यात्रा के चलते ट्रैफिक बाधित रहने के कारण स्कूली बच्चों को होने वाली परेशानी से दूर रखने के लिए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में प्रशासन की ओर से स्कूलों को बंद करने का ऐलान किया गया है। इसी कड़ी में नोएडा के भी स्कूलों में 23 जुलाई को छुट्टी की घोषणा की गई है। इस दिन पहली से लेकर 12वीं तक की सभी कक्षाएं बंद रहेंगी। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने सभी स्कूल व सरकारी कार्यालय और न्यायालय में अवकाश से संबंधित पत्र जारी किया है।

ऑनलाइन संचालित होंगी कक्षाएं  
प्रशासन के आदेशों के अनुसार, नोएडा के सभी स्कूलों में 23 जुलाई को केवल ऑनलाइन क्लासेस संचालित करने की परमिशन दी गई है। यह नियम केवल एक दिन के लिए मान्य है। 24 जुलाई से सभी स्कूल नियमित रूप से संचालित किये जाएंगे। इसे लेकर प्रशासन की ओर से सख्त निर्देश दिए गए हैं। अगर किसी स्कूल ने नियमों का पालन नहीं किया तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा सकता है।

कांवड़ यात्रा के चलते कहां-कहां बंद रहेंगे स्कूल?
नोटिस के अनुसार, कांवड़ यात्रा के कारण नोएडा, गाजियाबाद, इसके अलावा मुजफ्फरनगर, मेरठ, बरेली और बदायूं के स्कूल भी 16 जुलाई से 23 जुलाई तक बंद रहेंगे। मेरठ में श्रद्धालुओं की बढ़ती आवाजाही के कारण सभी स्कूल बंद हैं।

रिश्वतखोरी; 22 हजार रुपए की रिश्वत लेते मंडी निरीक्षक गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ दबोचा

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वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से एक और रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। यहां पर भ्रष्टाचार निरोधक (एंटी करप्शन) ट्रैप टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पहाड़िया मंडी, कछवा रोड के मंडी निरीक्षक सतेंद्र नाथ को गेट संख्या दो के पास से गिरफ्तार किया है। मंडी निरीक्षक 22 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा गया है।

एंटी करप्शन ट्रैप टीम के निरीक्षक उमाशंकर यादव ने बताया कि चांदमारी निवासी आढ़ती अजीत कुमार ओझा से ट्रेडिंग कंपनी का लाइसेंस पास कराने के लिए मंडी निरीक्षक सतेंद्र नाथ ने 22 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस बात की जानकारी होने पर टीम ने प्लान बनाया और आरोपी को पकड़ने के लिए जाल विछाया लिया।

ट्रैप टीम ने घूस लेते रंगेहाथ दबोचा 
ट्रैप टीम के निर्देश पर अजीत कुमार ओझा रुपए लेकर पहाड़िया मंडी के गेट संख्या दो पर चेकपोस्ट के अंदर पहुंचे। पहले से मौजूद सतेंद्र नाथ को जैसे ही अजीत ने रुपए सौंपे, ट्रैप टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। सतेंद्र नाथ के हाथ धुलवाने पर गुलाबी रंग से रंग गए। मंडी निरीक्षक को गिरफ्तार कर लालपुर-पांडेयपुर थाने में तहरीर देकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

‘इकरा हसन से निकाह करूंगा’ बोलने वाला योगेंद्र राणा फरार, मोबाइल स्विच ऑफ; पुलिस का सर्च ऑपरेशन तेज

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Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में समाजवादी पार्टी की चर्चित सांसद इकरा हसन को लेकर करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर योगेंद्र राणा की आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला सामने आया है। योगेंद्र राणा ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया था, जिसमें उन्होंने इकरा हसन से निकाह (शादी) की इच्छा जताई थी। इसके अलावा उन्होंने एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी पर भी विवादित टिप्पणी की। इस वीडियो के वायरल होते ही राजनीतिक गलियारों में हंगामा मच गया।

शिकायत के बाद मामला दर्ज
वीडियो वायरल होते ही मुरादाबाद की एक महिला सुनीता ने कटघर थाना में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि इस तरह की सार्वजनिक और आपत्तिजनक टिप्पणी किसी महिला की इज्जत के खिलाफ है और इससे समाज में गलत संदेश जाता है। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने ठाकुर योगेंद्र राणा के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 67, 79 और आईपीसी की धारा 354(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

आरोपी फरार, पुलिस कर रही तलाश
मामला दर्ज होने के बाद से ही ठाकुर योगेंद्र राणा पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। उनका मोबाइल भी बंद है, जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो रहा है। पुलिस ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई जिलों में छापेमारी कर उनकी तलाश तेज कर दी है। मुरादाबाद के एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि योगेंद्र राणा की गिरफ्तारी के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।

सपा नेताओं का विरोध और सख्त कार्रवाई की मांग
इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। समाजवादी पार्टी के कई नेता और विधायक इस घटना पर कड़ी नाराजगी जता रहे हैं। सपा के वरिष्ठ नेता नवाब इकबाल महमूद ने कहा कि ऐसे बयान समाज में नफरत फैलाते हैं और महिलाओं के सम्मान पर हमला है। उन्होंने योगेंद्र राणा को ‘लुच्चा-लफंगा’ बताया और कहा कि ऐसे लोगों की जगह जेल में होनी चाहिए। नवाब इकबाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले में तुरंत सख्त कार्रवाई की मांग की है।