दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने ट्विटर का अपना अधिग्रहण पूरा कर लिया है । 44 बिलियन अमेरिकी डॉलर की चर्चित ट्विटर डील पूरी हो चुकी है । जिसके बाद जैसा की पहले से ही अनुमान लगाया जा रहा था , टेस्ला के संस्थापक ने सीईओ पराग अग्रवाल सहित कंपनी में चार शीर्ष अधिकारियों को निकाल दिया । मस्क का निर्णय आश्चर्यजनक नहीं है क्योंकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से अग्रवाल पर स्पैम – बॉट खातों की संख्या पर उन्हें गुमराह करने का आरोप लगाया है । मस्क ने अग्रवाल के एक ट्वीट का जवाब देने के लिए मशहूर इमोजी का इस्तेमाल किया । इसके साथ ही उन्होंने इस मौके पर ट्वीट किया , ” चिड़िया आजाद हो गई है।
एलन मस्क का ट्विट हो या फिर उनका अंदाज हो वो अपनी अनूठी शैली के लिए जाने जाते हैं । ट्विटर हेडक्वार्टर में जब वो ट्विटर का मालिक बनने के बाद प्रवेश कर रहे थे तो सिंक हाथ में लेकर आए । यूं ही नहीं निकाले गए पराग अग्रवाल मालिकाना हक के कुछ ही घंटों के भीतर एलन मस्क ने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल , सीएफओ , लीगल अफेयर एंड पॉलिसी चीफ को कंपनी हेड क्वार्टर ने निकलवा दिया । विजया गड़े ही वो शख्स थीं जिन्होंने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को स्थायी रूप से निलंबित करने का निर्णय लिया था । इन अधिकारियों की छुट्टी करने के बाद एलन मस्क ने ट्विट में लिखा कि चिड़िया आजाद हो गई । पराग अग्रवाल संग मस्क की अदावत पुरानी है और वो इसके लिए पहले ही तैयार थे । वजह थी पराग अग्रवाल का उनके खिलाफ होना । भारतीय मूल के पराग अग्रवाल शुरू से ही मस्क के खिलाफ खासे मुखर रहे हैं । इस वर्ष अप्रैल के महीने में जब एलन मस्क ने ट्विटर की बोली लगाई थी , तभी से पराग अग्रवाल के साथ उनकी नोक – झोक चल रही थी । ट्विटर के तत्कालीन सीईओ ने ऐसे कई बयान दिए थे जिससे ये साफ था कि वो नहीं चाहते थे कि ट्विटर एलन मस्क के हाथों में चला जाए । डील के बाद पराग अग्रवाल ने कंपनी के कर्मचारियों से कहा था कि कंपनी का भविष्य अब अंधेरे में है । एलन मस्क ने भी पराग अग्रवाल और कंपनी के दूसरे अधिकारियों पर बड़ा आरोप लगाया था । फेक एकाउंट्स और बग्स को लेकर सवाल भी उठाए थे । कैसे हुई ट्विटर की शुरुआत जैक डोर्सी , इवान विलियमस , नोआह ग्लास और बिज स्टोन ने सेन फ्रेंसिस्को से शुरू किया था । ट्विटर की शुरुआत पोडकास्टिंग वेंचर odeo के जरिये हुई थी । 21 मार्च 2006 को ट्विटर की शुरुआत हुई थी । ट्विटर का नाम पहले twttr था । वक्त के साथ इस कंपनी में कई बड़े बदलाव होते रहे हैं । 2007 में हैशटैग के उपयोग का प्रस्ताव दिया गया । 2012 तक , 100 मिलियन से अधिक यूजर ने एक दिन में 340 मिलियन ट्वीट पोस्ट किए और सर्विसने प्रति दिन औसतन 6 बिलियन सर्च क्यूएरी को संभाला । 2013 में , यह दस सबसे अधिक देखी जाने वाली वेबसाइटों में से एक थी और इसे ” इंटरनेट के एसएमएस ” के रूप में वर्णित किया गया । 2019 की शुरुआत तक , ट्विटर के 330 मिलियन से अधिक मंथली एक्टिव यूजर थे । ट्विटर का लोगो भी चिड़िया का है । इसे ब्रिटिश ग्राफिक्स डिजाइनर सिमोन ऑग्जली ने डिजाइन किया था । ट्विटर के एक स्टाफ ने इसे 15 डॉलर में खरीद लिया था । क्या है डील की इनसाइड स्टोरी ट्विटर में मस्क पहले ही 9.6 प्रतिशत के हिस्सेदार हैं । इस डील में उन्होंने 5.2 बिलियन डॉलर की राशि निवेश समूहों और अन्य बड़े फंड की मदद से जुटाई है । इनमें सॉफ्टवेयर कंपनी ओरेकल के सह – संस्थापक लैरी एलिसन का नाम भी शामिल है । उन्होंने डील में 1 बिलियन डॉलर निवेश किए हैं । इस डील की शेष 13 बिलियन डॉलर की राशि बैंक लोन से आई है । क्या हो सकते हैं बदलाव मस्क ने स्पैम की तादाद और बोट अकाउंट्स के ख़िलाफ़ भी मोर्चा खोला था । मस्क अब बड़ी तादाद में इन्हें हटाने का आदेश दे सकते हैं । ट्विटर की ओर से पहले बंद किए गए कुछ हैंडल बहाल किए जा सकते हैं । इनमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और केन वेस्ट जैसे उनके दोस्त शामिल हैं ।
लखनऊ डेस्क संपादक- श्याम जी