Akhilesh Yadav News: यूपी की राजधानी लखनऊ में उन्नाव की एक महिला ने आत्मदाह करने का प्रयास किया है। यह महिला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में न्याय की गुहार लेकर पहुंची थी। महिला केजीएमसी अस्पताल में दाखिल है, उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। इस मामले पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसा है और कहा है कि ‘भाजपा के लिए जनता सिर्फ एक मतदाता है।’
चुनाव ख़त्म मतलब जनता से सरोकार ख़त्मः अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा है कि ”भाजपा सरकार से जनता की नाउम्मीदगी का एक और दिल दहला देने वाला हादसा तब हुआ, जब लखनऊ में मुख्यमंत्री जी के ‘जनता दरबार’ में पहुंची पीड़ित महिला ने नासुनवाई से हताश होकर, अपने दुधमुंहे बच्चे को किनारे बैठाकर आत्मदाह किया। भाजपा के लिए जनता, सिर्फ़ मतदाता है। भाजपा के लिए चुनाव खत्म मतलब जनता से सरोकार ख़त्म। महिला के प्रति सहानुभूति का भाव रखा जाए व उसके जीवन को बचाने के लिए सर्वश्रेष्ठ इलाज कराया जाए। महिला के परिजन व जनता निगाह रखे, कहीं ऐसा न हो कि भाजपा सरकार की नाकामी के खिलाफ प्रदर्शन के रूप में आत्मदाह करने पर उस महिला के खिलाफ, भाजपा सरकार कोई गुपचुप कार्रवाई कर दे।”
पीड़िता के परिवार से मिला सपा प्रतिनिधिमंडल
अखिलेश यादव के निर्देशानुसार लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी के जनता दरबार में न्याय न मिलने पर आत्मदाह का प्रयास करने वाली पीड़ित महिला का हालचाल जानने एवं परिजनों से मिलने के लिए समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल केजीएमसी अस्पताल जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में जूही सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, महिला सभा, डॉ सरोज यादव, राष्ट्रीय महासचिव, महिला सभा, रीबू श्रीवास्तव, प्रदेश अध्यक्ष, महिला सभा, पूजा शुक्ला, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी एवं नाहिद लारी खान, प्रवक्ता, समाजवादी पार्टी शामिल हैं।
महिला को नहीं मिल रहा था इंसाफ
बता दें कि महिला का नाम अंजली जाटव है जो उन्नाव के पूर्व की रहने वाली हैं। पारिवारिक विवाद में आत्मदाह करने की कोशिश की बात सामने आ रही है। बाकी पुलिस जांच कर रही है। पूरा मामला स्पष्ट होगा। पुलिसकर्मियों ने महिला को सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचाया। अस्पताल में पुलिसकर्मी तैनात हैं। आत्मदाह करने का प्रयास करने वाली महिला का पत्र भी सामने आया है जिसमें वह उप मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगा चुकी थी। पत्र में लिखा गया है कि FIR दर्ज होने के बाद भी आरोपियों को नहीं पकड़ा जा रहा है उल्टा प्रार्थिनी को ही थाने में पीटा गया। जिसका मेडिकल कराने के बाद फिर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।