चंडीगढ़ : सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में एक बड़ा खुलासा सामने आया है। हत्याकांड में शामिल शार्प शूटर्स की एक छोटी सी गलती पंजाब पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी साबित हुई है। मूसेवाला हत्याकांड की जांच कर रही पंजाब पुलिस को उस समय शूटर्स को पकड़ने में भारी मदद मिली, जब बोलेरो में से हरियाणा के पैट्रोल पंप का बिल पुलिस के हाथ लग गया। बस इसी बिल के हाथ लगने के बाद पुलिस ने एक के बाद एक शूटर्स तक अपनी पहुंच बनाई और उन्हें शिकंजे में लिया। बता दें कि पुलिस के हाथ शार्प शूटर्स की वही बोलेरो हाथ लगी थी, जिसे वे हमले के बाद छोड़कर ऑल्टो में फरार हो गए थे। बोलेरो की जांच करने पर पुलिस को पैट्रोल पंप की एक रसीद हाथ लगी, जिसकी जांच करने पर पता चला कि ये हरियाणा के फतेहाबाद के बीसला स्थित पेट्रोल पंप की है। जिसके बाद पुलिस ने पैट्रोल पंप की सीसीटीवी फुटेज चैक की तो उसमें हरियाणा के बदमाश प्रियवर्त फौजी और अंकित सेरसा नजर आए।इसी सी.सी.टी.वी. फुटेज के आधार पर पंजाब पुलिस ने जब पैट्रोल पंप पर दिखे इन युवकों की छानबीन की तो पूछताछ के दौरान सामने आया कि बोलेरो मुहैया कराने वाले पवन बिश्नोई और नसीब खान हैं, जिनको पुलिस ने तुरंत शिकंजे में ले लिया। इसी बिल के आधार पर पुलिस ने एक के बाद एक शूटर्स तक अपनी पहुंच बनाई और उन्हें गिरफ्त में लिया है।