Thursday, December 19, 2024
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शर्मसार हुआ यह क्रिकेटर, फील्डिंग के दौरान उतरी पैंट मौज लेते दिखे कॉमेंटेटर्स

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आईपीएल 2022 में मुंबई इंडियंस का हिस्सा रहे विस्फोटक बल्लेबाज टिम डेविड के साथ वाइटैलिटी टी20 ब्लास्ट के एक मुकाबले में बड़ी अजीब घटना घटी।

 क्रिकेट के मैदान पर कई बार ऐसी घटनाएं घट जाती हैं, जिससे खिलाड़ी हंसी का पात्र बन जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ टिम डेविड के साथ। वह इंग्लैंड में जारी वाइटैलिटी टी20 ब्लास्ट में हिस्सा ले रहे हैं। इस टूर्नामेंट के एक मुकाबले में फील्डिंग के दौरान उनका पैंट उतर गया। हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने गेंद पर पकड़ ढीली नहीं होने दी और बाउंड्री बचा लिया।

दरअसल, डेविड इंग्लैंड की लीग में लकांशर की ओर से खेल रहे हैं। हाल ही में एक वर्सेस्टरशर के खिलाफ मैच के दौरान वह बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे थे। एक शॉट को रोकने के लिए उन्होंने डाइव लगाई और गेंद रोक पाते इससे पहले ही उनका ट्राउजर नीचे खिसक गया। हालांकि, वह रुके नहीं। उन्होंने न केवल बाउंड्री बचाई, बल्कि गेंद एक ही एक्शन में थ्रो किया।

इस दौरान कॉमेंटेटर्स उनपर हंसते दिखाई दिए। दूसरी ओर, डेविड भी थोड़ा अनकंफर्ट हो गए थे। उल्लेखनीय है कि इस मुकाबले में टिम डेविड ने सिर्फ 26 गेंदों में 60 रनों की तूफानी पारी खेली। उन्होंने 4 चौके और 4 छक्के उड़ाए।

हाल ही में खत्म हुई IPL 2022 में वह मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा थे। उन्होंने 8 मैचों में 216 रन बनाए थे। इस दौरान उनका स्ट्राइकरेट 186 था, जिससे पता चलता है कि वह कितना खतरनाक बल्लेबाज हैं।

सोनिया गांधी कोरोना पॉजिटिव, सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी के संपर्क में आए कुछ और नेताओं में भी कोरोना संक्रमण के लक्षण आशंका

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नई दिल्ली: सोनिया गांधी भले ही कोरोना पॉजिटिव हैं, लेकिन उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं है। मिले हैं।कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी कोरोना पॉजिटिव हो गई हैं। हालांकि पार्टी की ओर से इसपर अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी भले ही कोरोना पॉजिटिव हैं, लेकिन उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं है। सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी के संपर्क में आए कुछ और नेताओं में भी कोरोना संक्रमण के लक्षण मिले हैं। सोनिया गांधी 75 वर्ष की हैं। पिछले करीब 10 साल से वह कई तरह की बीमारियों से जूझ रही हैं। सोनिया गांधी को बुधवार शाम को हल्का बुखार आया था, इसके बाद हुए उनकी जांच की गई तो वह कोरोना संक्रमित पाई गईं।

फिलहाल सोनिया गांधी ने खुद को घर पर ही आइसोलेट कर लिया है। उम्मीद की जा रही है 8 जून से पहले वह स्वस्थ्य हो जाएंगी। बता दें कि 8 जून को सोनिया गांधी ये प्रवर्तन निदेशालय पूछताछ करेगी।

नई दिल्ली स्थित गंगा राम अस्पताल में सोनिया गांधी का रूटीन चेकअप होता है। इसके अलावा साल 2018 में उन्होंने अमेरिका जाकर इलाज कराया था। उम्र के साथ सोनिया गांधी को पेट में इंफेक्शन की शिकायत अक्सर रहती है। इसके अलावा भीड़ वाली जगहों पर सोनिया गांधी को सांस लेने में परेशानी होती रही है। इसी वजह से वह पिछले कुछ साल से रैलियों से परेहज करती रही हैं।

2016 में बनारस में रैली के दौरान सोनिया की तबीयत खराब हुई थी। तब उन्हें डी-हाइड्रेशन की शिकायत बताई गई। इसके बाद वह इलाज के लिए अमेरिका भी गई थीं।

इमरान खान ने सभी कार्ड फेल होने के बाद भारत को लेकर बोला हमला इमरान खान ने दी चेतावनी..

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इस्लामाबाद: पाकिस्तान में सत्‍ता गंवा चुके इमरान खान ने सभी कार्ड फेल होने के बाद भारत को लेकर हमला बोला है। इमरान खान ने दावा किया कि हिंदुस्‍तानी थिंकटैंक पाकिस्तानको तीन भागों में बांटना चाहते हैं। पूर्व पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि भारत उन्‍हें स्‍वतंत्र विदेश नीति के कारण पसंद नहीं करता है।पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने चेतावनी दी है कि अगर सेना ने ‘सही फैसला’ नहीं लिया तो देश तीन टुकड़ों में बंट जाएगा। इमरान खान ने दावा किया कि विदेशों में भारतीय थिंक टैंक बलूचिस्तान को अलग करने की योजना बना रहा है। भारतीय थ‍िंक टैंक के पास योजनाएं हैं और इसीलिए मैं चेतावनी दे रहा हूं। उन्‍होंने कहा कि पाकिस्तान’आत्‍महत्‍या’ की कगार पर है और अगर सही फैसले नहीं लिए गए तो इसका सबसे पहला शिकार सेना होगी और यूक्रेन की तरह से हमारे भी परमाणु बम चले जाएंगे।

इमरान खान ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्‍यू में कहा कि पाकिस्तान के डिफाल्‍ट होने का खतरा मंडरा रहा है। उन्‍होंने कहा, ‘यह पाकिस्तानऔर सेना की असली समस्‍या है। अगर सेना ने सही फैसला नहीं लिया तो मैं आपको लिखकर दे रहा हूं कि वे नष्‍ट हो जाएंगे और सबसे पहले सेना ही इसका शिकार होगी।’ उन्‍होंने चेतावनी दी कि एक बार जब देश बर्बाद हो जाएगा तब अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय पाकिस्तान से कहेगा कि हम परमाणु हथियार छोड़ दें जैसाकि 1990 के दशक में यूक्रेन ने किया था।’

भारतीय थिंक टैंक अलग से बलूचिस्तान देश बनाने पर जोर दे रहा
पूर्व पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री ने कहा, ‘विदेशों में भारतीय थिंक टैंक अलग से बलूचिस्तान देश बनाने पर जोर दे रहा है, उनके पास योजनाएं हैं। यही वह वजह है जिसके कारण मैं दबाव डाल रहा हूं।’ उन्‍होंने कहा कि शहबाज शरीफ की सरकार अमेरिका को हर तरीके से खुश करने का प्रयास करेगी क्‍योंकि नवाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी हमेशा से ही अमेरिका, भारत और इजरायल का गठजोड़ बनाने के लिए ‘खुशी’ से काम करेंगे।

इमरान खान ने कहा, ‘उनकी सरकार की योजना पाकिस्तानको मजबूत करने की नहीं है। जब मुझे हटाया गया तब भारत में जश्‍न मनाया गया जैसे शहबाज शरीफ एक भारतीय हो और सत्‍ता में आया हो। उन्‍होंने यह भी दावा किया कि भारत उन्‍हें इसलिए पसंद नहीं करता है क्‍योंकि वह एक स्‍वतंत्र विदेश नीति का पालन करते हैं। इमरान खान ने कहा, ‘इसलिए जब आप एक स्‍वतंत्र विदेश नीति का पालन करते हैं तो कई बार आपको न भी कहना होता है।’

मुख् न्यायाधीश पत्र के जरिए दी गई अमेरिकी धमकी की जांच करें
पीटीआई नेता ने मांग की कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्‍य न्‍यायाधीश उन्‍हें पत्र के जरिए दी गई धमकी की जांच करें। यह पत्र उन्‍हें अमेरिका से मिला था। इमरान खान का दावा है कि इस पत्र में उनकी सरकार को गिराने के बारे में कहा गया है। पूर्व पाकिस्‍तानी पीएम ने कहा कि वह एक बार फिर से इस्‍लामाबाद की ओर प्रदर्शन करेंगे लेकिन यह भी कहा कि उनका आजादी मार्च कोर्ट के फैसले पर निर्भर करेगा।

आज का राशिफल 2 जून 2022

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मेष – मेष राशि के जातकों के हाथ की बनावट कोन के आकार की होती है। उंगलियों की अपेक्षा हथेली बड़ी होती है। मूल में हाथ विस्तृत तथा शीर्ष पर सिकुड़ा होता है। मस्तिष्क विशाल तथा मुखाकृति विद्वत्तासूचक होती है। आपके सिर या कपाल के किसी भी भाग पर चोट का निशान रहेगा अथवा छाती या चेहरे पर कहीं तिल या मस्से का चिह्न रहता है। इस राशि के लोगों की भौंहें हमेशा ऊपर चढ़ी रहती हैं। वह हर समय चौकस बने रहते हैं। हर कार्य में सतर्कता पर पहले इनका ध्यान रहता है। साथ ही साथ वह सफाई पसंदहोते हैं। हर काम साफ-सुथरे ढंग से करना पसंद रहता है। आंखें कमजोर रहती हैं। इस राशि का प्रभाव मस्तिष्क पर रहता है। अतः इन लोगों को मानसिक शांति कम रहती है। मेष राशि के जातकों में ऊष्णता अधिक रहती है। इसलिए गरम गरम चीजों का सेवन करने से शरीर में रोग उत्पन्न होने की संभावना अधिक रहती है।

वृषभ – वृषभ राशि वालों के हाथ की बनावट चौकोर होती है। उनकी लंबाई कम तथा चौड़ाई अधिक रहती है तथा अंगूठा कुछ बड़ा होता है और उसे पीछे मोड़ पाना संभव नहीं होता। वृषभ राशि कंठ पर विशेष प्रभावकारी होती है। इस कारण इस राशि के लोगों में बोलने की असाधारण क्षमता होती है। वृषभ राशि वाले व्यक्ति शरीर से दुर्बल हों, तो उन्हें पौष्टिक अन्न अधिक ग्रहण करना चाहिए तथा चर्बी युक्त पदार्थ कम खाना चाहिए। इस राशि वाले व्यक्तियों को इंद्रिय, अंगुली अथवा गाल पर तिल या मस्से का चिन्ह अवश्य रहता है, जिन व्यक्तियों के हाथ की अंगुली अथवा गाल पर तिल होता है, उनके पास पैसा नहीं बचता है।

मिथुन – मिथुन राशि वालों के हाथ की बनावट त्रिकोणाकृति होती है। मिथुन राशि वाली स्त्री अपने हाथ के संकेत से ही किसी पुरुष को आकर्षित करने की क्षमता रखती है। वैसे इस राशि के हाथ सामान्यतः पतले और लंबे होते हैं। इनके चेहरे पर तिल का निशान होगा या पेट, कान अथवा हाथ पर तिल या मस्सा जन्म से ही रहता है।

कर्क – कर्क राशि वालों के हाथ की बनावट चपटी होती है। उनकी उंगुलियां मोटी होती हैं, पर हथेली कोमल होती है तथा उसके उभार अत्यन्त उन्नत होते हैं। इनके गले, बाहु या इंद्रिय पर तिल का निशान होता है। कपाल पर भी तिल या चोट का चिन्ह होता है।

सिंह – सिंह राशि वालों का हाथ अपेक्षाकृत छोटा होता है। उंगलियों की अपेक्षा हथेली कुछ बड़ी होती है। हाथ मूल में चौड़ा तथा अंगुलियों की ओर पतला होता है। उनका मस्तक उन्नत तथा ललाट विशाल होता है। इनके गले, पेट या पैर पर तिल का चिन्ह होगा अथवा गिरने से हड्डी कमजोर बनी रहेगी।

कन्या – कन्या राशि वालों के हाथ सुडौल तथा चौड़े होते हैं। अंगूठा कुछ छोटा होता है। हथेली पर सामान्य व्यक्ति की अपेक्षा कुछ अधिक रेखाएं होती हैं। इनकी पीठ, गले, कंधे या गाल पर तिल का चिन्ह अवश्य रहता है।

तुला – तुला राशि वाले का हाथ तिकोना तथा कलात्मक होता है। कम चौड़ी हथेली पर लंबी उंगलियां होती हैं। हथेली पर अपेक्षाकृत अधिक रेखाएं होती हैं। इंद्रिय पर या चेहरे पर तिल का चिन्ह रहता है।

वृश्चिक – वृश्चिक राशि वालों के हाथ की बनावट में हथेली चपटी तथा अधिक मांसल होती है। हाथ लंबा कम चौड़ा और अधिक होता है। शुक्र क्षेत्र बड़ा होता है। अंगूठा छोटा, दृढ़ता एवं हठ का परिचायक होता है। उंगलियां मोटी होती हैं। इनके वक्षस्थल, इंद्रिय, नाक या अंगुली पर तिल का चिन्ह होना चाहिए।

धनु – धनु राशि के जातकों के चेहरे, भुजा, पेट अथवा छाती पर तिल का निशान होता है। यही भाग्योदय का लक्षण समझा जाता है। इनकी अंगुली अथवा घुटने या पैर में चोट का निशान हो सकता है। धनु राशि वालों के हाथ अपेक्षाकृत छोटे होते हैं। हथेली अंगुलियों से बड़ी होती है। हाथ का आकार कुछ शंकु जैसा होता है। वह आधार से चौड़ा तथा उंगलियों की ओर संकरा होता है, परन्तु यह सिंह तथा मेष राशि वालों से बड़ा होता है।

मकर – मकर राशि वालों का हाथ बड़ा चौकोर तथा रचनात्मक होता है। लंबाई की अपेक्षा इनकी चौड़ाई अधिक होती है। अंगूठा लचीला न होने के कारण पीछे की ओर नहीं झुकता। शुक्र का क्षेत्र बड़ा होता है तथा शनि का क्षेत्र भी पर्याप्त विकसित होता है। मकर राशि का प्रभाव शरीर के जोड़ों, हड्डियों, श्रवणेन्द्रिय तथा घुटनों आदि पर होता हैं। अतः इस राशि वालों को वात शूल आदि रोग हो सकते हैं। मकर राशि वाले व्यक्तियों की छाती, इंद्रिय, भुजा या गले पर तिल का निशान रहता है।

कुंभ – कुंभ राशि वालों के हाथ लंबे, सुन्दर, कोमल तथा अत्यंत संवेदनशील होते हैं। उनकी बनावट त्रिकोणीय होती है। दूसरी अंगुली पहली अंगुली से लम्बी तथा छोटी अंगुली से काफी बड़ी होती है। इनका अंगूठा लचीला होता है। इनके गले, पीठ पर या मुंह के बाजू में या कपाल में तिल अथवा मस्सा का चिन्ह रहता है। पैर, घुटने व एड़ी में दर्द रहता है।

मीन – मीन राशि वालों के हाथ चपटे होते हैं। अंगूठे के नीचे का उभार मांसल तथा सुविकसित होता है। छोटी अंगुली के नीचे वाला चन्द्रमा का उभार भी सुविकसित होता है, जो संवेदनशील तथा कल्पनाशीलता का परिचायक होता है। हथेली मांसल होती है। अंगुलियां प्रायः मोटी होती है तथा हाथ मुलायम होता है। इनके गले, कान, भुजा व पैर पर तिल का चिन्ह अथवा अग्नि या शस्त्र से उत्पन्न हुआ चिन्ह रहता है।

दरियाबाद नगर प्रशासन के द्वारा नगर पंचायत दरियाबाद मे चलाया गया अतिक्रमण हटाओ अभियान

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दरियाबाद : दरियाबाद नगर प्रशासन के द्वारा नगर पंचायत दरियाबाद मैं चलाया गया अतिक्रमण हटाओ अभियान जिसमें नाली पर निर्मित अतिक्रमण को हटाया गया

इसमें दरियाबाद पुलिस कोतवाली प्रभारी दुर्गा प्रसाद शुक्ला वा टीम के साथ नगर पंचायत अधिशासी अभियंता शालिनी त्रिपाठी बाबूलाल मिश्रा लिपिक मनीष श्रीवास्तव लिपिक एवं कर्मचारी गौरव मिश्रा वरुण मिश्रा बबलू इरफान आलोक अमर शर्मा एवं सफाई कर्मी आफताब आलम अतुल वा टीम की देखरेख में चलाया गया अभियान

बाराबंकी से जिला संवाददाता मोहम्मद फहद खान की खास रिपोर्ट

28 मई 2022 जाने आज का राशिफल और उपाय

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मेष 
मेष राशि के जातकों के लिए जून के महीने की शुरुआत में कुछ समस्याओं के साथ होगी, लेकिन आप अपनी बुद्धि और विवेक से उनका बहुत हद तक समाधान निकालने में कामयाब हो जाएंगे। इष्ट-मित्रों की मदद से अटके हुए कार्यों में गति आएगी। इस दौरान करिअर-कारोबार में प्रगति के लिए अत्यधिक परिश्रम और प्रयास करना पड़ सकता है। माह के दूसरे सप्ताह में आपकी स्थिति मे थोड़ा और सुधार देखने को मिलेगा। आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और सोचे हुए कार्य समय पर पूरे होंगे। यह समय व्यवसाय करने वालों के लिए अति उत्तम रहेगा। अप्रत्याशित रूप से न सिर्फ बाजार में फंसा हुआ धन निकल आएगा बल्कि आपको अपने बिजनेस को विस्तार देने का अवसर भी प्राप्त होगा। नौकरीपेशा लोगों की आय के अतिरिक्त स्रोत बनेंगे। यह समय आईटी सेक्टर से जुड़े लोगों के लिए भी अत्यंत ही शुभ साबित होगा। माह के मध्य में आपको अपने संबंध और सेहत दोनों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता रहेगी। इस दौरान आपको अपने भाई-बहन के साथ तकरार करने से बचना चाहिए। परिवार से जुड़े किसी भी विवाद में आपको पिता का समर्थन और सहयोग कम ही मिल पाएगा। हालांकि यह स्थिति ज्यादा दिन तक नहीं रहेगी और तीसरे सप्ताह तक पिता और परिजनों के साथ उपजी गलतफहमियां दूर होंगी। प्रेम संबंधों की बात करें तो इस माह खट्टी-मीठी तकरार के साथ आपकी प्रेम की गाड़ी रुक-रुक कर तो कभी हवा से बातें करती हुई नजर आएगी। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। सेहत सामान्य रहेगी।

उपाय: प्रतिदिन देवी दुर्गा की लाल रंग के पुष्प चढ़ाकर पूजा और उनकी चालीसा का पाठ करें। साथ ही साथ अपने पास लाल रंग का रुमाल अवश्य रखें।

मिथुन 
मिथुन राशि के जातकों को जून महीने में समय,धन और ऊर्जा का सही प्रबंधन करके चलने की जरूरत रहेगी। जून माह की शुरुआत में घर की जरूरतों अथवा सुख-सुविधा से जुड़ी चीजों पर जेब से ज्यादा धन खर्च हो सकता है,जिससे आपका बजट गड़बड़ा सकता है। इस दौरान कार्यक्षेत्र और निजी जीवन में कुछ मुश्किलें भी आ सकती हैं,लेकिन आप अपने विवेक और सूझबूझ से उन्हें दूर करने में पूरी तरह से कामयाब रहेंगे। तमाम तरह की परेशानियों से पार पाने में आपके इष्ट-मित्र और शुभचिंतक काफी मददगार साबित होंगे। हालांकि इसे बावजूद आपको अपने विरोधियों और गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना चाहिए,जिनसे आपको नुकसान पहुंचने का हमेशा खतरा बना रहता है। माह के दूसरे सप्ताह में  आपको छोटी-मोटी बातों को तूल देने की बजाय अपने लक्ष्य पर फोकस करना बेहतर रहेगा। इस दौरान व्यवसाय के सिलसिले में लंबी या छोटी दूरी की यात्रा करने के योग बनेंगे। यात्रा के दौरान अपनी सेहत और सामान दोनों का ख्याल रखें,अन्यथा आपको नुकसान पहुंच सकता है। माह के मध्य में पारिवारिक उलझनों को सुलझाते समय विवाद की बजाय संवाद से काम लें और किसी भी निर्णय को लेते समय स्वजनों की भावनाओं की अनेदेखी करने की भूल न करें। माह के उत्तरार्ध में प्रेम संबंधों में सावधानी के साथ कदम बढ़ाएं और अपने रिश्ते के प्रति पूरी तरह से ईमानदार रहें। कठिन समय में आपका जीवनसाथी आपकी ढाल बनेगा। माह के अंत में संतान पक्ष से कोई सुखद समाचार मिल सकता है,जिससे घर में खुशियों का माहौल बनेगा।

उपाय: प्रतिदिन लाल रंग का पुष्प चढ़ाकर हनुमत उपासना करें और प्रसाद में गुड़-चना चढ़ाएं।

कर्क 
कर्क राशि के जातकों के लिए जून के महीने की शुरुआत मिलीजुली साबित होगी। इस दौरान जहां आपको अपने करिअर और कारोबार को आगे बढ़ाने के बेहतरीन अवसर मिलेंगे,वहीं आपकी सेहत उसमें ब्रेकर का काम करेगी। ऐसे में आपको अपने कामकाज के साथ अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत रहेगी। इस दौरान न सिर्फ आपको मौसमी बीमारी से खतरा बना रहेगा बल्कि किसी पुरानी बीमारी के उभरने से भी पीड़ा पहुंच सकती है। इस दौरान वाहन सावधानी के साथ चलाएं अन्यथा चोट-चपेट के शिकार भी हो सकते हैं। जून माह के मध्य का समय उन लोगों के लिए शुभ साबित होगा जो विदेश से संबंधित कार्य करते हैं। जो लोग विदेश में जाकर काम करने की सोच रहे थे उन्हें भी बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। जून माह के मध्य में आपको भूमि-भवन से संबंधित विवादों में मुक्ति मिल सकती है। यदि कोर्ट-कचहरी में इससे संबंधित मुकदमा चल रहा है तो उसमें फैसला आपके हक में आ सकता है। इस दौरान किसी प्रभावी व्यक्ति की मदद से सत्ता-सरकार से जुड़ी योजनाओं का लाभ उठाने का मौका मिलेगा। माह के उत्तरार्ध तक आपके साथ शुभ और लाभ जुड़ा रहेगा। प्रेम संबंध प्रगाढ़ करने के लिए अपने लव पार्टनर की जरूरतों और उसकी भावनाओं का पूरा ख्याल रखना होगा। सुखी वैवाहिक जीवन की कामना को पूरा करने के लिए कामकाज की व्यस्तता के बीच कुछ पल अपने जीवनसाथी के लिए भी निकालना होगा।

उपाय: प्रतिदिन शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं और रुद्राष्टकम् का पाठ करें।

सिंह 
सिंह राशि के जातकों के लिए जून का महीना शुभता और सौभाग्य को साथ लिए है। इस माह आपको कदम-कदम पर सफलता और इष्ट-मित्रों का सहयोग मिलता हुआ नजर आएगा। जून माह की शुरुआत में ही आपको समाज और कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। घर-परिवार के लोग आपके द्वारा लिए गए फैसले की प्रशंसा करेंगे। सिंह राशि के जातकों को जून माह में अपने करिअर और कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए कई अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। यदि आप राजनीति से जुड़े हैं तो आपको कोई बड़ा पद या जिम्मेदारी प्राप्त हो सकती है, जिससे आपका समाज में रुतबा बढ़ेगा। जो लोग लंबे समय से भूमि-भवन या वाहन आदि के क्रय-विक्रय की सोच रहे थे, इस माह उनकी यह कामना पूरी हो सकती है। माह के मध्य का समय आपके पर्सनल लाइफ और प्रोफेशन लाइफ के लिए बेहद शानदार रहने वाला है। मनचाहे प्रमोशन या तबादले का इंतजार खत्म हो सकता है। यदि आप अपनी प्रेम संबंध को विवाह में तब्दील करने की सोच रहे थे तो आपके परिजन इसके लिए हरी झंडी दिखा सकते हैं। आपकी इस ख्वाहिश को पूरा करने में आपके मित्रगण काफी मददगार साबित होंगे। वहीं जिन लोगों की अपने लव पार्टनर के साथ अनबन हो गई थी, उनके प्रेम की गाड़ी एक बार फिर पटरी पर आ जाएगी। वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहेगा। माह के उत्तरार्ध में किसी मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर प्राप्त होगा। सेहत सामान्य रहेगी।

उपायप्रतिदिन प्रत्यक्ष देवता भगवान सूर्यदेव को तांबे के लोटे से जल दें और आदित्य हृदय स्तोत्र का तीन बार पाठ करें।

कन्या
कन्या राशि के जातकों को जून के महीने में अपने सेहत,संबंध और कामकाज को लेकर बेहद सतर्क रहने की जरूरत रहेगी। किसी भी कार्य को दूसरे के भरोसे छोड़ने या उस पर आश्रित रहने की बजाय स्वयं करने की कोशिश करें,अन्यथा उसमें आपको नुकसान हो सकता है। विशेष रूप से यदि आप पार्टनरशिप में व्यवसाय करते हैं तो आपको धन संबंधी चीजों को क्लीयर करके आगे बढ़ना बेहतर रहेगा। किसी भी योजना में जुड़ने से पहले उसकी नियम और शर्तों को पढ़कर ही हस्ताक्षर करें अन्यथा बाद में आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। जून माह में अपने सेहत को ठीक रखने के लिए दिनचर्या और खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत रहेगी। इस दौरान घर-परिवार में किसी गलतफहमी के कारण स्वजनों के साथ अनबन हो सकती है। जिसे दूर करने में घर का कोई वरिष्ठ सदस्य मददगार साबित होगा। माह के मध्य में स्थिति आपके अनुकूल होती नजर आएगी और आपको न सिर्फ घर में बल्कि कार्यक्षेत्र में भी लोगों का पूरा सहयोग और समर्थन प्राप्त होगा। इस दौरान आप अपने कार्यक्षेत्र में अपना बेहतर आउटपुट देने में कामयाब रहेंगे। माह के उत्तरार्ध में करिअर और कारोबार के लिए की जाने वाली यात्रा सुखद एवं लाभदायक साबित होगी। नौकरीपेशा लोगों की आय के अतिरिक्त स्रोत बनेंगे। इस दौरान आपके प्रेम संबंध प्रगाढ़ होंगे और लव पार्टनर के साथ विश्वास और सामंजस्य बढ़ेगा। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा और जीवनसाथी के साथ सुखद पल बिताने के अवसर प्राप्त होंगे। हालांकि इन सभी खुशियों के बीच घर में किसी वरिष्ठ सदस्य की सेहत आपकी चिंता का बड़ा सबब बन सकती है।

उपाय :भगवान श्री गणेशजी की दूर्वा चढ़ाकर पूजा और गणेश चालीसा का पाठ करें।

तुला 
तुला राशि के जातकों के लिए जून का महीना मिलाजुला साबित होने जा रहा है। माह की शुरुआत में आपको घर-परिवार और कार्यक्षेत्र में सभी का सहयोग और समर्थन प्राप्त होगा,जिससे आप सही समय पर बेहतर निर्णय ले पाएंगे और अपना बेहतर आउटपुट देने में कामयाब होंगे। यह समय परीक्षा-प्रतियोगिता में जुटे लोगों के लिए अत्यंत ही शुभ साबित होगा। जो लोग रोजी-रोजगार की तलाश में थे या फिर नौकरी में बदलाव करने की सोच रहे थे,उन्हें बेहतर अवसर प्राप्त होगा। माह के दूसरे सप्ताह में युवाओं का अधिकांश समय मौज मस्ती करते हुए बीतेगा। इस दौरान कामकाज के सिलसिले में की गई यात्रा सुखद एवं लाभदायक साबित होगी। हालांकि यह समय आपके प्रेम संबंध की दृष्टि से कुछ प्रतिकूल रह सकता है। आपकी लव स्टोरी में किसी तीसरे की इंट्री या फिर कोई बड़ी अड़चन आ जाने से आपका मन थोड़ा खिन्न रहेगा। इस दौरान घर के किसी सदस्य जैसे भाई या बहन के साथ हुई अनबन भी आपके मानसिक तनाव का कारण बनेगी। हालांकि माह के मध्य तक आप इस स्थिति से उबर जाएंगे। आपकी मुश्किलों को सुलझानें में आपके किसी शुभचिंतक की बड़ी भूमिका रहेगी। इस दौरान आपको अपने पिता का पूरा सहयोग मिलेगा। माह के उत्तरार्ध में आपको अपनी सेहत को लेकर बेहद सतर्क रहना होगा, अन्यथा आपकी लापरवाही आपको अस्पताल के चक्कर लगाने के लिए मजबूर कर सकती है। निजी जीवन और कार्यक्षेत्र की परेशानियों से उबरने के लिए धैर्य और विवेक का इस्तेमाल करते हुए उचित समय पर उचित निर्णय लेना होगा। कठिन समय में आपका जीवनसाथी आपके साथ परछाईं बन कर खड़ा रहेगा।

उपाय: प्रतिदिन शुद्ध घी का दीया जलाकर धन की देवी मां लक्ष्मी और नारायण की पूजा करें। पूजा में मां लक्ष्मी के मंत्र का जरूर करें।

वृश्चिक 
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए जून माह की शुरूआत करिअर की दृष्टि से शुभ तो वहीं सेहत और संबंध की दृष्टि से थोड़ी चिंताजनक कही जाएगी। माह की शुरुआत में आपको आपको अपने करिअर और कारोबार को आगे बढ़ाने के अवसर प्राप्त होंगे लेकिन इस दौरान आपकी सेहत और आपके साथी आपको धोखा दे सकते हैं। ऐसे में आपको अपने सपनों को साकार करने के लिए इष्टमित्रों को मिलाकर चलना चाहिए। कार्य विशेष में सफलता पाने के लिए आपको अपने समय और ऊर्जा का प्रबंधन करके चलना होगा और लोगों की छोटी-मोटी बातों को इग्नोर करते हुए अपने लक्ष्य पर फोकस करना होगा। इस दौरान आपको कारोबार में अच्छा लाभ मिलेगा लेकिन माह के मध्य में आपको व्यवसाय से जुड़े फैसले सोच-समझकर लेने होंगे,अन्यथा आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है। इस दौरान आपको धन का लेन-देन करते समय विशेष सावधानी बरतनी होगी। साथ ही साथ वाहन भी सावधानीपूर्वक चलाना होगा,अन्यथा आप चोट-चपेट के शिकार हो सकते हैं। काम को समय पर पूरा करने के लिए आपको अतिरिक्त परिश्रम और प्रयास करने पड़ेंगे। माह के उत्तरार्ध में आपको सौभाग्य का पूरा साथ मिलेगा। परीक्षा-प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे छात्रों को मनचाही सफलता प्राप्त हो सकती है। भूमि-भवन से जुड़े विवाद को सुलझाने के लिए विरोधी खुद ही आपके सामने समझौते का प्रस्ताव रखेंगे। अविवाहित लोगों का विवाह तय हो सकता है। इस दौरान आपके प्रेम संबंध प्रगाढ़ होंगे। वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहेगा। सुख-सुविधा से जुड़ी चीजों पर धन अधिक खर्च होगा।

उपाय: प्रतिदिन हनुमान जी विधि-विधान से पूजा और सात बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।

धनु
धनु राशि के जातकों के लिए जून माह की शुरुआत शुभता और सौभाग्य लिए होगी। इस दौरान आपको अपने कार्यक्षेत्र में सीनियर और जूनियर दोनों का सहयोग और समर्थन प्राप्त रहेगा। जिसकी मदद से आप अपना बेहतर आउटपुट दे पाएंगे और आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। यदि आप लंबे समय से करिअर और कारोबार को लेकर प्रयासरत थे,तो आपको इस दौरान मनचाही सफलता प्राप्त होगी। नौकरीपेशा लोगों की आय के अतिरिक्त स्रोत बनेंगे। हालांकि इस दौरान आपके निजी जीवन से जुड़ी कुछेक समस्याएं आपकी परेशानी का कारण बनेंगी। प्रेम संबंध में लव पार्टनर के साथ गलतफहमी पैदा हो सकती है। आपके प्रेम संबंध को स्वीकार करने से परिजन इंकार कर सकते हैं। हालांकि माह के मध्य तक आपको चीजें सुलझती हुई नजर आएंगी। निजी जीवन से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने में कोई मित्र या परिवार का आत्मीय सदस्य काफी मददगार साबित होगा। माह के उत्तरार्ध में आपको जीवन में आगे बढ़ने के कई अवसर प्राप्त होंगे,लेकिन इन्हें भुनाते समय आपको अपने कार्यक्षेत्र में विरोधियों और गुप्त शत्रुओं से बेहद सावधान रहना होगा क्योंकि वे इसमें अड़चन डालने का काम कर सकते हैं। विदेश से जुड़े काम करने वाले लोगों के लिए यह समय अत्यंत ही शुभ साबित होगा। वहीं संतान पक्ष से जुड़ा कोई समाचार आपके मान-सम्मान को बढ़ाने का काम करेगा। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी और जीवनसाथी के साथ लंबी या छोटी दूरी की यात्रा का संयोग बनेगा।

उपाय : प्रतिदन भगवान विष्णु की पूजा में विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ करेंऔर। साथ ही शनिवार के दिन किसी दिव्यांग व्यक्ति को शनि संबंधी चीजों का दान करें।

मकर राशि के जातकों के लिए जून का महीना बेहद सावधानी के साथ आगे बढ़ने की ओर इशारा कर रहा है। माह की शुरुआत में आपको पास के फायदे में दूर का नुकसान करने से बचना होगा। इस दौरान आप किसी के बहकावे में आकर किसी योजना में अपना धन न लगाएं अन्यथा आपका धन फंस सकता है। साथ ही साथ इस दौरान आपको फालतू की चीजों में फसने की बजाय अपने लक्ष्य पर फोकस करने की जरूरत रहेगी। विशेष तौर पर तब जब आपके विरोधी आपको अपके लक्ष्य से भटाकने की कोशिश कर रहे हों। माह के दूसरे सप्ताह में किसी बात को लेकर घर के किसी सदस्य के साथ अनबन हो सकती है,जिससे आपका मन खिन्न रहेगा। पारिवारिक तनाव का असर आपके कामकाज पर भी देखने को मिल सकता है। बहरहाल इस दौरान आप अपने ऊपर नकारात्मक विचारों को बिल्कुल भी न हावी होने दें। यदि आप अभी तक सिंगल हैं तो माह के उत्तरार्ध में आपके जीवन में आपकी ड्रीम गर्ल या फिर आपके सपनों के राजकुमार की इंट्री हो सकती है। यह समय आपके प्रेम संबंध के लिए अत्यंत ही अनुकूल रहने वाला है। लव पार्टनर के साथ सामंजस्य और विश्वास बढ़ेगा। इस दौरान आपको अपने इष्ट-मित्र और परिजनों का पूरा सहयोग मिलेगा। दांपत्य जीवन को सुखी बनाने के लिए अपने बिजी शेड्यूल से जीवनसाथी के लिए समय जरूर निकालें और उसकी भावनाओं और जरूरतों को समझने का प्रयास करें।

उपाय: प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाकर रुद्राष्टकम् का पाठ करें और शनिवार के दिन किसी सफाईकर्मी या फिर किसी गरीब व्यक्ति को चाय की पत्ती के साथ कुछ दक्षिणा दान करें।

कुंभ 
कुंभ राशि के जातकों को जून माह में बेहद सावधानी और समझदारी के साथ कोई कदम आगे बढ़ाने की जरूरत रहेगी। माह की शुरुआत में आपके सोचे हुए कार्य समय पर न पूरे हो पाने के कारण मन थोड़ा खिन्न रह सकता है,लेकिन आपको कठिन परिस्थितियों को देखकर घबराना नहीं बल्कि ‘हारिए न हिम्मत, बिसारिए न राम’ का मंत्र हमेशा याद रखना है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि प्रतिकूल परिस्थितियां लंबे समय तक नहीं बनी रहेंगी और जब माह के उत्तरार्ध में आपके सुख,सफलता और सौभाग्य का सूरज उदय होगा तो आपकी चीजें एक बार फिर पटरी पर आती हुई नजर आएंगी और आपके अटके काम फिर से बनने शुरु हो जाएंगे। लेकिन इस बीच आपको अपने कार्यक्षेत्र में सीनियर और जूनियर दोनों को मिलाकर चलने की जरूरत रहेगी। आपको अपने कार्य को पूरा करने के लिए अतिरिक्त परिश्रम और प्रयास की भी जरूरत रहेगी। माह के मध्य में आपको अपनी वाणी और व्यवहार में नियंत्रण रखना होगा,अन्यथा आपके बने बनाए काम या संबंध बिगड़ सकते हैं। यह बात आपके प्रेम संबंध के परिप्रेक्ष्य में भी लागू होती है। माह के उत्तरार्ध में आपको अपने लव पार्टनर से कुछ दिन के लिए बिछड़ना पड़ सकता है। इस दौरान आपको कामकाज के सिलसिले में लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। यात्रा सुखद एवं लाभदायक साबित होगी। इस दौरान जहां आपको करिअर और कारोबार को आगे बढ़ाने क लिए सुनहरे मौके हाथ लगेंगे,वहीं घर के किसी वरिष्ठ सदस्य की सेहत आपकी चिंता का कारण भी बनी रहेगी।

उपायप्रतिदिन संकटमोचक हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा और सुंदरकांड का पाठ करें। शनिवार के दिन पीपल पर सरसों के तेल का दीया जलाएं।

मीन
मीन राशि के जातकों के लिए जून का महीना मिला-जुला साबित होने वाला है। माह की शुरुआत घर-परिवार के सदस्य से जुड़ी शुभ सूचना से होगी,जिससे घर में खुशियों का माहौल बना रहेगा। इस दौरान इष्ट-मित्रों की से लंबे समय से अटके हुए कार्य पूरे होंगे। परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और सामंजस्य बना रहेगा। हालांकि जून माह के दूसरे सप्ताह में आपको अपने कामकाज,सेहत और संबंधों को लेकर बेहद सावधान रहने की जरूरत रहेगी। इस दौरान व्यवसाय से जुड़े लोगों को बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में किसी पर आंख मूंदकर न तो भरोसा करें और न किसी ही जोखिम भरी योजना में धन लगाएं। साथ ही साथ आपको अपने कार्यक्षेत्र में गुप्त शत्रुओं और विरोधियों से भी सतर्क रहने की जरूरत रहेगी। माह के मध्य में आपकी मां की सेहत आपकी चिंता का बड़ा सबब बन सकती है। इस दौरान आपको कामकाज से जुड़ी कुछ एक दिक्कतें भी आ सकती हैं। हालांकि आप अपनी बुद्धि और विवेक से उन्हें दूर करने में कामयाब हो जाएंगे। इस दौरान करिअर अथवा कारोबार के सिलसिले में की जाने वाली यात्रा अत्यंत ही शुभ और सफल साबित होगी। इस दौरान किसी प्रभावी व्यक्ति से हुई मुलाकात भविष्य में आपके बड़े लाभ का कारण बनेगी। माह के अंत में आपके दांपत्य जीवन में कुछ खटास-मिठास आ सकती है। इस दौरान आपके जीवनसाथी की सेहत भी आपकी चिंता का बड़ा सबब बन सकती है।

उपाय: प्रतिदिन भगवान श्री विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें और माथे पर केसर का तिलक धारण करें।

गंगोह पुलिस का खौफ: सूचीबद्ध अपराधी ने किया सरेंडर

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 लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ और पुलिस महानिदेशक के निर्देशन में अपराध और अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत काफी दिनों से अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले कई सूचीबद्ध बदमाश थाना कोतवाल में हाजिर होकर अपराध न करने की कसम खाई।इसी कड़ी में यूपी के सहारनपुर जिले गंगोह थाना क्षेत्र में काफी दिनों से आतंक का पर्याय बने बिलाल ने गुरुवार को सीने पर तख्ती लगा गंगोह कोतवाली परिसर में दाखिल हुआ तो वहां पर तैनात पुलिसकर्मी दंग रह गए।सरेंडर करने वाले बिलाल ने कहा अब कभी किसी तरह का अपराध नहीं करूंगा।पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर उसे हिदायत दी कि दोबारा अपराध की दुनिया में कदम रखा तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर आकाश तोमर ने बताया कि गंगोह थाना क्षेत्र स्थित बाढी गांव निवासी बिलाल जिले अलग अलग थाना क्षेत्रों में कई बार संगीन घटनाओं को अंजाम देकर भाग निकलता था।उन्होंने बताया कि  सूचीबद्ध बदमाश बिलाल अपनी मां के साथ गुरुवार को गंगोह कोतवाली पहुंच कर खुद को सरेंडर किया।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का कहना है कि सीओ गंगोह और इंस्पेक्टर गंगोह जसवीर सिंह ने पुलिस के समकक्ष तख्ती लेकर पेश हुए बिलाल से कहा कि अब भविष्य में अपराध नहीं करना किया तो किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।बताया गया कि अलग अलग धाराओं में लिप्त बिलाल ने पुलिस से कहा कि अब वह अपराध नहीं करेगा और यह भी कहा कि वह मजदूरी करके बच्चों का पालन पोषण करेगा। इसके लिए बिलाल ने तौबा करते हुए कसम भी खाया।

ए अहमद सौदागर

शेयर बाजार, जानिए स्टॉक एक्सपर्ट का क्या है मानना

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स्टॉक मार्केट घरेलू शेयर बाजारों में पिछले कुछ हफ्तों से काफी अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. इस दौरान मार्केट में काफी अधिक करेक्शन देखने को मिला. हालांकि, स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट अमन चौहान का मानना है कि अब मार्केट में निवेश का फ्लो नॉर्मल है और बाजार में अभी स्थिरता आ सकती है. आइए जानते हैं कि मार्केट की मौजूदा और फ्यूचर की परिस्थितियों को लेकर चौहान की क्या राय है…

मार्केट साइकिल में हम भी कहां हैं? क्या हम करेक्शन के दौर के मध्य में हैं क्योंकि हमने 17-18 माह के करेक्शन का दौर भी देखा है? क्या अभी गिरावट का दौर खत्म हो चुका है या ये लंबा खींचने वाला है?

हमारा मानना है कि महंगाई की वजह से आया बुरा दौर अब पीछे छूट चुका है. रिपोर्टेड आंकड़े अगले दो-तीन महीने में रिफ्लेक्ट होंगे लेकिन हम जिस तरह कमोडिटी की कीमतों में गिरावट देख रहे हैं, हमारा मानना है कि कमोडिटी की कीमतों में आई जबरदस्त तेजी का दौर अब पीछे छूट रहा है. अब सवाल ये है कि कीमतों में ये गिरावट कितने दिन तक देखने को मिलेगी और कितना अधिक देखने को मिलेगी. जितना भी अधिक करेक्शन होगा, उसका महंगाई के संदर्भ में सकारात्मक असर देखने को मिलेगा. अगले दो से तीन महीने आंकड़े नजर आएंगे लेकिन ये कहा जा सकता है कि बुरा दौर अब पीछे छूट चुका है.

मेरा भी यही मानना है कि इस अवधि में मार्केट में स्थिरता आएगी. आने वाले कुछ समय में थोड़ा करेक्शन या 5-10 फीसदी का उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है लेकिन कुल-मिलाकर यह ऐसा समय है जब मार्केट में मार्जिन रिसेट और अर्निंग रिसेट देखने को मिलने वाला है. भारतीय कंपनियों के लिए घरेलू स्तर पर और वैश्विक स्तर पर डिमांड में तेजी आने वाली है.

इस परिप्रेक्ष्य से हमारा मानना है कि कंपनियां उम्मीद से बेहतर कमाई कर सकती हैं. वहीं जहां तक मार्जिन का सवाल है ये इश्यू भी अगले तीन-छह महीने में एड्रेस हो जाएगा.

यासीन मलिक के गांंधीवादी रास्ते पर चलने के दावे को यह कहते हुए खारिज कर दिया

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आतंकी फंडिंग मामले में दोषी ठहराए गए कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक ने कम सजा सुनिश्चित करवाने के लिए गांधीवादी कार्ड खेल दिया, हालांकि अदालत ने उसे कड़ी फटकार लगाई। मलिक ने अपनी दलीलों में कहा कि वह हथियार छोड़ने के बाद ‘गांधीवादी सिद्धांतों’ का पालन कर रहा है। उसने कहा, ‘हथियार छोड़ने के बाद मैंने महात्मा गांधी के सिद्धांतों का पालन किया है। तब से मैं कश्मीर में अहिंसक राजनीति कर रहा हूं।’ इस पर स्पेशल जज प्रवीण सिंह ने उसे खूब खरी-खोटी सुनाई और चौरी-चौरा कांड की याद दिलाते हुए कहा कि गांधी का ‘अहिंसा का सिद्धांत’ क्या था और उसने क्या किया। आइए कोर्ट में दी गई मलिक की दलील

यासीन मलिक का गांधीवादी कार्ड और जज की फटकार
यासीन मलिक : सुनवाई के दौरान यासीन मलिक ने दलील दी कि उसने 1994 में हिंसा छोड़ दी थी। अदालत में मलिक द्वारा दाखिल जवाब में कहा गया, ‘1994 में संघर्षविराम के बाद उसने घोषणा की थी कि वह महात्मा गांधी के शांतिपूर्ण मार्ग का अनुसरण करेगा और एक अहिंसक राजनीतिक संघर्ष में शामिल होगा। उसने आगे तर्क दिया है कि तब से उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं है कि पिछले 28 वर्षों में उसने किसी भी आतंकवादी को कोई आश्रय प्रदान किया था या किसी आतंकवादी संगठन को कोई साजोसामान संबंधी सहायता प्रदान की थी।’

विशेष न्यायाधीश प्रवीण सिंहयह सही हो सकता है कि अपराधी ने वर्ष 1994 में बंदूक छोड़ दी हो, लेकिन उसने वर्ष 1994 से पहले की गई हिंसा के लिए कभी कोई खेद व्यक्त नहीं किया था। दोषी ने दावा किया कि उसने अहिंसा के गांधीवादी सिद्धांत का पालन किया था और शांतिपूर्ण अहिंसक संघर्ष का नेतृत्व कर रहा था। हालांकि, सबूत जिसके आधार पर आरोप तय किए गए थे और जिसने उसे दोषी ठहराया है, कुछ और ही कहानी बयां करते हैं। पूरे आंदोलन को हिंसक बनाने की योजना बनाई गई थी।

यहां ध्यान देना चाहिए कि अपराधी महात्मा गांधी का हवाला नहीं दे सकता और उनके अनुयायी होने का दावा नहीं कर सकता क्योंकि महात्मा गांधी के सिद्धांतों में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं थी, चाहे उद्देश्य कितना भी बड़ा हो। चौरी-चौरा में हुई हिंसा की एक छोटी सी घटना पर महात्मा गांधी ने पूरे असहयोग आंदोलन को बंद कर दिया था जबकि घाटी में बड़े पैमाने पर हिंसा होने के बावजूद मलिक ने न तो इसकी निंदा की और न ही विरोध का अपना कैलेंडर वापस लिया। मेरी राय में इस दोषी का कोई सुधार नहीं था।

कई प्रधानमंत्रियों से मुलाकात के दावे पर जज ने कहातुमने सबको धोखा दिया
यासीन मलिकमैंने वीपी सिंह के समय से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी तक, सभी प्रधानमंत्रियों से मुलाकात की जिन्होंने उससे बातचीत की और उसे एक राजनीतिक मंच दिया। भारत सरकार ने उसे भारत के साथ-साथ बाहर भी अपनी राय व्यक्त करने के लिए सभी मंच प्रदान किए थे और सरकार को एक ऐसे व्यक्ति को अवसर देने के लिए मूर्ख नहीं माना जा सकता जो आतंकवादी कृत्यों में लिप्त था।

जज प्रवीण सिंह : यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि जब मलिक ने दावा किया था कि उसने 1994 के बाद हिंसा का रास्ता छोड़ दिया, भारत सरकार ने इस पर भरोसा किया और उसे सुधार करने का मौका दिया और अच्छे विश्वास में, उसके साथ एक सार्थक बातचीत में शामिल होने की कोशिश की और जैसा कि उसने स्वीकार किया, उसे अपनी राय व्यक्त करने के लिए हर मंच दिया। हालांकि, दोषी ने हिंसा का त्याग नहीं किया बल्कि सरकार के अच्छे इरादों के साथ विश्वासघात करते हुए, उसने राजनीतिक संघर्ष की आड़ में हिंसा को अंजाम देने के लिए एक अलग रास्ता अपनाया। उसने पूरे आंदोलन को हिंसक बनाने की योजना बनाई थी।

मौजूदा मामले में आरोप पर आदेश निर्दिष्ट करता है कि कैसे धन जुटाया गया था और उसे पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के साथ-साथ घोषित आतंकवादी हाफिज सईद और अन्य हवाला माध्यम से कैसे प्राप्त किया गया था। इस राशि का इस्तेमाल अशांति पैदा करने के लिए किया गया था, जहां सार्वजनिक विरोध की आड़ में बड़े पैमाने पर पथराव और आगजनी की आतंकी गतिविधियों के लिए भुगतान किया गया था।

बुरहान वानी की मौत पर हुई हिंसा में हाथ नहीं होने के दावे पर जज ने खोली पोल
यासीन मलिक : यह आरोप लगाया गया है कि वह बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में हिंसा के कृत्यों में शामिल था, जो गलत है।

विशेष न्यायाधीशचूंकि बुरहान वानी की मौत के तुरंत बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और नवंबर 2016 तक हिरासत में रहा, इसलिए वह हिंसक विरोध-प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सकता था।

इतने सख्त थे जज फिर भी क्यों नहीं दी फांसी, जानें
एनआईए ने दलील दी कि मलिक कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और उनके पलायन के लिए जिम्मेदार था। इसलिए उसे फांसी की सजा दी जानी चाहिए। जज प्रवीण सिंह ने इस दलील को खारिज करते हुए कहा कि चूंकि यह मुद्दा अदालत के समक्ष नहीं है और इस पर फैसला नहीं किया गया है, इसलिए वो इन तर्कों के प्रभाव में नहीं आएंगे। इस कारण मैं पाता हूं कि यह मामला मौत की सजा देने लायक नहीं है। न्यायाधीश ने कहा कि जिस तरह से अपराध किए गए थे, वह साजिश के रूप में थे, जिसमें उकसाने, पथराव और आगजनी करके विद्रोह का प्रयास किया गया था, और बहुत बड़े पैमाने पर हिंसा के कारण सरकारी तंत्र बंद हो गया था। हालांकि उन्होंने संज्ञान लिया कि अपराध करने का तरीका, जिस तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया गया था, उससे वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि विचाराधीन अपराध सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित दुर्लभतम मामले की कसौटी में विफल हो जाएगा।

किनकिन अपराधों में सुनाई गई सजा
न्यायाधीश ने 20 पृष्ठों के अपने फैसले में कहा कि जिस अपराध के लिए मलिक को दोषी ठहराया गया है उनकी प्रकृति गंभीर है। न्यायाधीश ने कहा, ‘वर्तमान मामले में सजा देने के लिए प्राथमिक विचार यह होना चाहिए कि यह उन लोगों के लिए एक निवारक के रूप में काम करे जो समान मार्ग का अनुसरण करना चाहते हैं।’ अदालत ने मलिक को आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 121-ए (भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश) और यूएपीए की धारा 15 (आतंकवाद), 18 (आतंकवाद की साजिश) और 20 (आतंकवादी संगठन का सदस्य होने) के तहत 10-10 साल की जेल की सजा सुनाई। अदालत ने यूएपीए की धारा 13 (गैरकानूनी कृत्य), 38 (आतंकवाद की सदस्यता से संबंधित अपराध) और 39 (आतंकवाद को समर्थन) के तहत प्रत्येक के लिए पांच-पांच साल की जेल की सजा सुनाई। सभी सजा साथ-साथ चलेंगी।

बंगाली एक्ट्रेस बिदिशा डे मजूमदार ने की आत्महत्या

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सिनेमा इंडस्ट्री से पिछले कुछ दिनों से लगातार बुरी खबरें आ रही हैं। अब खबर है कि बंगाली एक्ट्रेस बिदिशा डे मजूमदार ने आत्महत्या कर ली है। 21 वर्षीय एक्ट्रेस का शव पुलिस को उनके फ्लैट में पंखे से लटका मिला। शव मिलने के बाद हड़कंप मच गया और एक्ट्रेस के सुसाइड की खबर से बंगाली इंडस्ट्री सकते में आ गई है। बिदिशा बंगाली फिल्म इंडस्ट्री की एक्ट्रेस थी और साथ ही अच्छी मॉडल भी थी। उनकी मौत की खबर सुनकर उनके परिवार वाले पहुंच गए हैं और पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है।फ्लैट में मिला शव:बिदिशा डे मजूमदार नगर बाजार में रेंट पर एक फ्लैट में रहती थीं। बीते दिन पुलिस को उनके फ्लैट में पंखे से उनका शव लटका हुआ मिला। इसके बाद से पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। जांच में मालूम हुआ है कि एक्ट्रेस कुछ महीने पहले ही नगर बाजार में रहने के लिए आई थीं।

डिप्रेशन में थीं एक्ट्रेस:रिपोर्ट्स के मुताबिक, शव के पास पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में बिदिशा ने अपने आप को कैंसर से ग्रसित और परेशान बताया है। जबकि एक्ट्रेस के करीबी दोस्तों का कहना है कि बिदिशा का बॉयफ्रेंड उन्हें धोखा दे रहा था। इस बात से एक्ट्रेस काफी समय से डिप्रेशन में थीं। दोस्तों की मानें तो बिदिशा के कैंसर पीड़ित होने की बाद बिल्कुल झूठी है। बता दें, बिदिशा ने अनिरबाद चटोपाध्याय की शॉर्ट फिल्म ब्हार से डेब्यू किया था।