फर्रुखाबाद -फांसी पर युवक को लटकाए जाने के आरोप का मामला,युवक के परिजनों ने रोड पर शव रखकर लगाया जाम, पुलिस ने अभी तक नहीं की आरोपियों के खिलाफ करवाई, पुलिस ने पहुंचकर परिजनों को समझाकर खुलवाया जाम , थाना कादरी गेट क्षेत्र के लालगेट का मामला
IND vs NZ Final: फाइनल में रोहित की दमदार पारी से लेकर वरुण-कुलदीप की फिरकी तक, ये रहे भारत की जीत के 5 कारण
गेंदबाजों के बाद रोहित शर्मा की अगुआई में बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन से भारत ने रविवार को न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। भारत ने इस तरह 2013 के बाद इस टूर्नामेंट की ट्रॉफी अपने नाम की। न्यूजीलैंड ने भारत के सामने जीत के लिए 50 ओवर में 252 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे भारतीय टीम ने चार विकेट शेष रहते जीता। भारत ने कप्तान रोहित शर्मा के 83 गेंदों पर 76 रनों की पारी के दम पर 49 ओवर में छह विकेट पर 254 रन बनाकर जीत दर्ज की। हम आपको बता रहे हैं कि भारत की इस जीत के पांच हीरो कौन रहे जिनके दम पर भारतीय टीम ने लगातार दूसरा आईसीसी खिताब अपने नाम किया।
सही समय पर चला रोहित का बल्ला
रोहित का बल्ला वनडे प्रारूप में जमकर चलता है और ऐसा ही इस बार भी देखा गया। चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल से पहले रोहित के बल्ले से बड़ी पारी नहीं निकली थी, लेकिन समय पर कप्तान ने बल्ले से अपना दम दिखाया। रोहित शर्मा ने 41 गेंद में वनडे करियर का 58वां अर्धशतक लगाया और खिताबी मैच में अपना दम दिखाया। रोहित ने इसके साथ ही शुभमन गिल के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 105 रनों की साझेदारी की और भारत की जीत की नींव रखी। 83 गेंद में सात चौके और तीन छक्के की मदद से 76 रन बनाकर आउट हुए।
टूर्नामेंट में चला कोहली का बल्ला
भारत की जीत में विराट कोहली का योगदान भी काफी अहम रहा। कोहली इस चैंपियंस ट्रॉफी में लय में नजर आए। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 22 रन, पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 100, न्यूजीलैंड के खिलाफ 11 और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 84 रनों की पारियां खेली थी, लेकिन फाइनल में कोहली का बल्ला नहीं चला। कोहली एक रन बनाकर आउट हुए। कोहली ने पांच मैचों में 218 रन बनाए जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है।
श्रेयस ने मध्यक्रम को दी मजबूती
श्रेयस ने चैंपियंस ट्रॉफी में चौथे नंबर पर वही योगदान दिया जैसा उन्होंने वनडे विश्व कप 2023 के दौरान किया था। श्रेयस ने बांग्लादेश के खिलाफ 15 रन, पाकिस्तान के खिलाफ 56 रन, न्यूजीलैंड के खिलाफ 79 रन, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 45 रन और न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में 48 रन बनाए। श्रेयस ने पांच मैचों में 243 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली के साथ मिलकर अच्छी साझेदारी की। भारत अगर ग्रुप चरण का समापन शीर्ष पर रहकर कर सका तो उसका सबसे बड़ा कारण श्रेयस ही थे जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप चरण के मैच में शानदार पारी खेली। वहीं, गिल, कोहली और रोहित के फाइनल में आउट होने के बाद श्रेयस ने अक्षर पटेल के साथ मिलकर पारी को संभाला।
मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ वरुण का चयन
भारत के स्पिनर वरुण चक्रवर्ती शुरुआत में भारत की 15 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं थे। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया जिसके बाद भारत ने अंतिम समय में वरुण को चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में शामिल किया। वरुण पहले दो मैच में नहीं खेले और न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्हें मौका मिला। वरुण ने पहले ही मैच में पांच विकेट झटके और भारत को 250 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव कराने में अहम भूमिका निभाई। वरुण ने फिर सेमीफाइनल और फाइनल में भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया। वरुण ने टूर्नामेंट के दौरान कुल नौ विकेट लिए और वह सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में शीर्ष पांच में रहे।
फाइनल में चमके कुलदीप
कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव ने भी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। वह बांग्लादेश के खिलाफ पहले मैच में विकेट नहीं ले सके थे, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ 40 रन देकर तीन विकेट हासिल करने में सफल रहे। फिर उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप चरण में दो विकेट झटके, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में खाली हाथ रहे। हालांकि, फाइनल में कुलदीप ने दम दिखाया और रचिन रवींद्र तथा केन विलियमसन के विकेट लेकर कीवी टीम को बड़ा झटका दिया। कुलदीप खिताबी मुकाबले में दो विकेट लेने में सफल हुए। इस तरह उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में सात विकेट लिए।
UP: 1200 राज्य कर अधिकारियों में से 1000 पर निलंबन की तलवार, नौकरी के लिए खतरा बनी एमनेस्टी योजना
राज्य कर विभाग में लागू एमनेस्टी योजना करीब 1000 अधिकारियों की नौकरी के लिए खतरा बन गई है। खंड के प्रत्येक अधिकारी को रोजाना पांच व्यापारियों को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य दिया गया है। शासन ने लक्ष्य पूरा न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।प्रदेश में राज्य कर में 436 खंड हैं, जिनमें लगभग 1200 अधिकारी तैनात हैं। बमुश्किल पांच से दस फीसदी अधिकारी ही रोजाना पांच व्यापारियों को इस योजना में जोड़ने में सफल हो रहे हैं। लक्ष्य पूरा न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश प्रमुख सचिव एम. देवराज ने दिए हैं।
स्वैच्छिक होने की वजह से अभी तक आए 25 हजार व्यापारी
एमनेस्टी योजना स्वैच्छिक है। व्यापारियों को इसमें शामिल करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है। यही वजह है कि लगभग 1.92 लाख केसों में से अभी तक करीब 25 हजार ने ही योजना में अपील के लिए आवेदन किया है। 31 मार्च अंतिम तारीख है। सबसे ज्यादा विवादों के मामले लखनऊ जोन में हैं, जहां करीब 22 हजार केस हैं। दूसरे नंबर पर 19 हजार केस के साथ वाराणसी है। तीसरे नंबर पर 18,500 केस लेकर गाजियाबाद है। चौथे नंबर पर 14 हजार केस कानपुर में और पांचवें पर 13,500 केस मुरादाबाद में हैं। छठे स्थान पर 10 हजार मामले गोरखपुर के हैं।
क्या है एमनेस्टी योजना
एमनेस्टी योजना कारोबारियों को जीएसटी मामलों में ब्याज और जुर्माने से राहत दे रही है। इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2017-18, वर्ष 2018-19 और वर्ष 2019-20 के मामलों में राहत मिलेगी। इन तीन वित्त वर्षों के मामलों को एमनेस्टी योजना में लाने से कारोबारियों को केवल टैक्स देना पड़ेगा। ब्याज व पेनाल्टी से छूट मिल जाएगी। प्रदेश में लगभग 1.92 लाख व्यापारी एमनेस्टी योजना के दायरे में हैं। उन पर विभाग के 7,816 करोड़ रुपये बकाया है। टैक्स चुकाने पर 5,150 करोड़ रुपये के ब्याज और 1,213 करोड़ रुपये पेनाल्टी की छूट मिलेगी।
सीतापुर में पत्रकार की हत्या: आखिर किसने दी राघवेंद्र की लोकेशन, जमीन की हेराफेरी से जुड़ रहे हैं तार
पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की दिनदहाड़े हुई हत्या के बाद पुलिस टीमें खुलासे के लिए सक्रिय हो गईं हैं। सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ घटना के समय इलाके में सक्रिय मोबाइल फोन नंबर जुटाए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार जिस हिसाब से राघवेंद्र की हत्या हुई है, उससे साफ जाहिर है कि आरोपियों के पास राघवेंद्र की सटीक लोकेशन थी। पुलिस ने इसलिए राघवेंद्र के घर से घटनास्थल व उससे आगे जाने वाले मार्गाें पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला है। पुलिस इसी दिशा में जांच के साथ आगे बढ़ रही है। राघवेंद्र की धान खरीद के सिंडीकेट व जमीनों की हेराफेरी से जुड़ी खबरों में शामिल लोग भी पुलिस के रडार पर हैं। एसपी चक्रेश मिश्रा ने बताया कि खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच के साथ चार टीमें लगाई हैं। कॉल रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज व अन्य बिंदुओं पर पड़ताल की जा रही है। राघवेंद्र के मोबाइल फोन को भी खंगाला जा रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार उन्होंने करीब चार राउंड गाेलियां चलने की आवाज सुनीं। लोग पुल की ओर दौड़े लेकिन तब तक बदमाश घटना को अंजाम देकर मौके से भाग चुके थे। यूपी 112 की टीम पहुंची तो उन्होंने घटना को सड़क हादसा समझकर राघवेंद्र को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया। वहां चिकित्सकों को राघवेंद्र के सिर पर चोट और सीने पर बारूद मिली। जांच में बाएं हाथ की आस्तीन में एक गोली फंसी मिली। इससे स्पष्ट हो गया कि गोली मारकर ही राघवेंद्र की हत्या की गई। फिर शव को एक्सरे के लिए लाया गया। जांच में एक गोली पीठ व दाहिनी कनपटी पर मारे जाने का निशान था। साथ ही बाएं व दाहिने हाथ की हथेली पर भी गोली के निशान मिले। जिला अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि देखने से लग रहा है कि पत्रकार को चार गोलियां मारी गईं थीं
बेसुध हुए पिता, पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल

पोस्टमार्टम हाउस पर पुलिस को झेलना पड़ी नाराजगी

जानिए कब क्या हुआ
महिलाएं हर क्षेत्र में मनवा रहीं अपने कौशल का लोहा : प्रतिभा
औरैया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ककोर मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं को उनके अधिकार बताए। साथ ही उन्हें सम्मानित किया गया।इस मौके पर महिला कल्याण बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की राज्यमंत्री व जिले की जनपद प्रभारी मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि आज के दौर में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे हैं। वह अपने कौशल का लोहा मनवा रही हैं।इस मौके पर कार्यक्रम में सदर विधायक गुड़िया कठेरिया ने कहा कि बच्चों को अच्छे संस्कार देते हुए आगे बढ़ाने का काम महिलाएं ही करतीं है। नारी का समाज में अनूठा स्थान है। भाजपा जिलाध्यक्ष भुवन प्रकाश गुप्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं के स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनने के लिए लगातार प्रयासरत है।
दो गर्भवती माताओं की गोद भी भराई की। वहीं दो शिशुओं को अन्नप्राशन भी कराया। इस मौके पर डीएम डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, एसपी अभिजित आर शंकर, एडीएम महेन्द्र पाल सिंह, प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी परियोजना निदेशक डीआरडीए मनीष कुमार मौर्य, एसडीएम सदर राकेश कुमार, महिला ग्राम प्रधान, जनप्रतिनिधि समेत काफी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं।
UP: ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता बढ़ने पर उन्नाव के एसई व एक्सईएन निलंबित, 12 अभियंताओं को कारण बताओ नोटिस
पावर कॉर्पोरेशन की समीक्षा बैठक में ट्रांसफार्मर का मामला छाया रहा। ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता लगातार बढ़ने पर उन्नाव के अधीक्षण अभियंता (एसई) स्वदेश चौधरी, अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) हेमेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा 12 अभियंताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने ट्रांसफार्मर जलने की घटनाओं पर सख्त चेतावनी दी। उन्होंने सभी प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिया कि 100 किलोवाट से अधिक के ट्रांसफार्मर जहां भी क्षतिग्रस्त हुए हैं, वहां के अधिशासी अभियंता, एसडीओ एवं अवर अभियंता को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाए।इसी तरह ट्रांसफार्मर के मामले में आगरा प्रथम, आगरा द्वितीय, खैरगढ़ के अधिशासी अभियंता को भी स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया। उन्होंने फिरोजाबाद के अधीक्षण अभियंता एवं अधिशासी अभियंता को भी आरोप पत्र देने का निर्देश दिया। इस दौरान आगरा के मुख्य अभियंता कपिल सिंधवानी को राजस्व संग्रह में पिछड़ने पर आरोप पत्र देने का निर्देश दिया।
इन अभियंताओं पर भी कार्रवाई
गाजियाबाद (द्वितीय) के मुख्य अभियंता नरेश भारती, गजरौला के मुख्य अधियंता राजेश कुमार को बिना तैयारी बैठक में आने पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसी तरह बुलंदशहर, रायबरेली, अयोध्या, देवी पाटन के मुख्य अभियंता को भी अपने कार्य क्षेत्र में सुधार के लिए चेतावनी पत्र जारी किया गया। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि सुधार के लिए किए जाने वाले प्रयासों पर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
ट्रांसफार्मर जलने पर जिम्मेदारी तय हो
गोयल ने निर्देश दिया कि जिस इलाके में ट्रांसफार्मर ज्यादा जल रहे हैं, उस क्षेत्र के अभियंताओं की जिम्मेदारी तय की जाए। स्टोर से ट्रांसफार्मर निकलने से लेकर शहर व गांव में लगने तक की स्थितियों की पड़ताल की जाए। गर्मी सीजन में ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता रोकने के लिए अभी से सुधार किया जाए। दो वर्ष में ट्रांसफार्मर के अनुरक्षक एवं सुरक्षा के लिए निरंतर कदम उठाए गए हैं। ऐसे में शत-प्रतिशत ट्रांसफार्मर की जांच कर यह सुनिश्चित करें कि वह क्षतिग्रस्त न होने पाए। अध्यक्ष ने कहा कि 50 हजार के ऊपर के सभी बिलों पर अधिशासी अभियंता के हस्ताक्षर अनिवार्य रूप से हो।
Auraiya News: गाड़ी खड़ी करने के विवाद में लौटी बरात, थाने पहुंचा मामला
अब मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस सुलह-समझौता कराने में जुटी हैं, फिलहाल वर पक्ष शादी करने को तैयार नहीं है। मामला बिधूना कोतवाली इलाके का है। इलाके के एक गांव में छह मार्च को बेला थाना क्षेत्र के एक गांव से बरात आई थी।रात 11 बजे बरात गांव पहुंची तभी गाड़ियां खड़ी करने को लेकर बराती व जनाती के बीच विवाद हो गया। विवाद बढ़ने से नाराज दूल्हा घर लौट गया। पूरी रात फोन से एक दूसरे की रिश्तेदार मनाने का दौर चला। पर वर पक्ष शादी करने को तैयार नही हुआ।शुक्रवार की देर शाम मामला बिधूना कोतवाली पहुंचा तो लड़की के पिता व भाई गलती मान ली, लेकिन लड़का व उसके रिश्तेदार शादी करने को राजी नहीं हुए, हालांकि पुलिस दोनों पक्षों को समझाने में जुटी है। कोतवाल रवि श्रीवास्तव ने बताया कि लड़का पक्ष ने समय मांगा है। एक से दो दिन में शादी करने बात कही है।
Auraiya News: क्रॉसिंग पर फंसा डंपर, खड़ी रही वंदे भारत
कंचौसी (औरैया)। कस्बा की पूर्वी रेलवे क्रॉसिंग पर शुक्रवार की सुबह डंपर फंस जाने से फाटक बंद नहीं हो सका। इसके चलते वंदेभारत एक्सप्रेस और गरीब रथ एक्सप्रेस रुक गई।ट्रेनें रुकने पर रेलवे कर्मियों ने डंपर को ट्रैक से हटवाकर फाटक बंद किया। इसके बाद ट्रेनों को गंतव्य की ओर रवाना किया गया। औरैया से रसूलाबाद की ओर जा रहा डंपर शुक्रवार सुबह कंचौसी में डीएफसीसी ट्रैक चढ़ान पर फंस गया। इससे रेलवे क्रॉसिंग का बूम बंद नहीं हो सका।सिग्नल लाल रहने पर नई दिल्ली से बनारस जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस 9:40 बजे पर कंचौसी रेलवे स्टेशन रेलवे स्टेशन पर रुक गई। वहीं जयनगर से आनंद विहार दिल्ली जा रही गरीब रथ एक्सप्रेस को आउटर सिग्नल पर करीब पांच मिनट तक रोक लिया गया।
ट्रेनें रुकने पर रेलवे कर्मियों ने डंपर को ट्रैक से हटाकर फाटक बंद किए। इसके बाद ट्रेनों को धीमी गति से गंतव्य की ओर रवाना किया गया। इस दौरान आगरा से लखनऊ जा रही इंटर सिटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस को प्लेटफार्म नंबर एक पर रोका गया।
जबकि डीएफसीसी लाइन पर भी मालगाड़ी खड़ी रही। स्टेशन अधीक्षक दरबारी कुमार ने बताया कि क्रॉसिंग पर डंपर फंसने से ट्रेनें रुक गईं थी। डंपर को हटवाकर ट्रेनों को रवाना किया गया है।
CM Yogi ने ब्रज भूमि में खेली फूलों की होली, बोले- ‘काशी और अयोध्या के बाद अब मथुरा में विकास की बारी’
मथुरा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा के बरसाना में ‘रंगोत्सव 2025′ का शुभारंभ किया। उन्होंने श्री लाडली जी महाराज मंदिर में दर्शन-पूजन किया और फूलों व लड्डूमार होली के जरिए रंगोत्सव की शुरुआत की। सीएम ने बरसानावासियों को होली की बधाई दी। उन्होंने बताया कि काशी और अयोध्या के कायाकल्प के बाद अब मथुरा और ब्रज भूमि के विकास का समय आ गया है। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पांच हजार साल से भारत की सनातन संस्कृति को ऊर्जा देने वाली यह ब्रज भूमि श्रद्धा और आस्था की धरा है। इसके कण-कण में श्री राधा और श्रीकृष्ण के दर्शन होते हैं। उत्तर प्रदेश का सौभाग्य है कि यहां काशी, अयोध्या और मथुरा, ये तीनों तीर्थ स्थल सनातन एकता के प्रतीक के रूप में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विरासत और विकास की नई परंपरा स्थापित हुई है, जिसका परिणाम हाल ही में संपन्न प्रयागराज महाकुम्भ के भव्य आयोजन के रूप में देखने को मिला।
‘ब्रज भूमि के विकास के लिए विशेष व्यवस्था की गई है’
सीएम योगी ने कहा कि जो जितना सनातन धर्म के खिलाफ बोलता था, अफवाह फैलाता था और तकर्हीन बातें करता था, उन्हें सनातन धर्मावलम्बियों ने महाकुंभ के जरिए करारा जवाब दिया है। महाकुम्भ सनातन धर्म का दुर्लभतम क्षण बन गया है। योगी ने होली को एकता का सूत्र बताते हुए कहा कि होली आपसी सछ्वाव और दूरियों को मिटाने का त्योहार है। महाकुम्भ ने जहां दुनिया को एकता का संदेश दिया, वहीं होली इसे और मजबूत करती है। उन्होंने बरसाना की विश्व प्रसिद्ध लठ्ठमार होली और लड्डूमार होली का जिक्र करते हुए सनातन धर्म की अछ्वुत परंपराओं की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के बजट में ब्रज भूमि के विकास के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि करोड़ों की योजनाओं के साथ बरसाना को विकास से जोड़ा जा रहा है। पहली बार बरसाना में रोपवे की सुविधा शुरू हुई है।
‘ब्रज भूमि के विकास को नई गति मिलेगी’
योगी ने कहा कि महाकुंभ सकुशल सम्पन्न होने के बाद अब फुरसत मिली है। काशी, अयोध्या, प्रयागराज, मां विंध्यवासिनी धाम के विकास के उपरांत अब बारी इसी पुण्य भूमि की है। उन्होने आश्वस्त किया कि मथुरा, बरसाना, ब्रजभूमि के विकास के लिए कोई सीमा नहीं है। उन्होंने कहा कि वह होली के अवसर पर श्री राधारानी जी के श्रीचरणों में इसी निवेदन के साथ पहुंचे हैं। उन्होंने दिल्ली में रामभक्तों की सरकार आने का जिक्र करते हुए यमुना के संरक्षण का वादा दोहराया। अब यमुना मइया भी गंगा मां की तरह निर्मल और अविरल होंगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने संतों का सम्मान किया और देश-दुनिया से आए लोगों को होली व रंगोत्सव की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि बरसाना ब्रह्मा, नंदगांव शिव और गोवर्धन विष्णु जी का प्रतीक है। यह ब्रज भूमि हर सनातन धर्मावलंबी के लिए आशीर्वाद का केंद्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार सुरक्षा, विकास और समृद्धि की गारंटी है। होली के इस पावन अवसर पर ब्रज भूमि के विकास को नई गति मिलेगी।