लखनऊ डेस्क: मोबाइल फोन की गैलरी में लंबे समय तक फोटो रखना आपके लिए मुसीबत का सबब बन सकता है। फोन में रखी फोटो चीन भेजी जा रही हैं और फिर भारत में बैठे इनके लोग उन फोटो के जरिए कर रहे हैं ब्लैकमेलिंग। साइबर क्रिमिनल ने बिछाया है खतरनाक जाल।
सावधान! कहीं चाइना ना भेज दी जाए आपके मोबाइल में रखी फोटो... ऐप डाउनलोडिंग से हो रहा है सबसे बड़ा फ्रमोबाइल फोन की गैलरी में लंबे समय तक फोटो रखना आपके लिए मुसीबत का सबब बन सकता है। फोन में रखी फोटो चीन भेजी जा रही हैं और फिर भारत में बैठे इनके लोग उन फोटो के जरिए कर रहे हैं ब्लैकमेलिंग। साइबर क्रिमिनल ने बिछाया है खतरनाक जाल।
- अब ऐप डाउनलोड करना भी हो गया खतरनाक
- चीन की नजर आपके डाटा और फोटो पर है
- फोटो चुराकर क्रिमिनल कर रहे हैं ब्लैकमेल
ऐप डाउलोड कर रहे हैं तो सावधान!
आपके अपने मोबाइल गैलरी में रखी फोटो अब कभी भी आपके लिए खतरे की घंटी बजा सकती है। ये बात सही है कि आपने अपने कैमरे को लॉक किया हुआ है। उसमें स्ट्रांग पासवर्ड भी डाला है, लेकिन इन साइबर क्रिमिनल्स को इन सब चीजों से कोई फर्क नहीं पड़ता। दिल्ली एनसीआर में काम कर रहा है साइबर लुटेरों का ये गैंग एप डाउनलोडिंग के नाम पर आपके मोबाइल में रखी फोटो और दूसरे डाटा पर कब्जा कर रहा है और आप खुद ही अंजाने में इन्हें ये करने की परमिशन भी दे रहे हैं।
परमिशन लेकर चुराई जा रही है फोटो
आपने शायद ध्यान दिया हो तो जब भी आप अपने मोबाइल में कोई भी ऐप डाउनलोड करते हैं तो आपके पास रिकवेस्ट आती है। वो रिकवेस्ट होती है कि इस कंपनी को आपके मोबाइल में रखे डाटा तक पहुंचने का अधिकार होगा। आप उस ऐप को डाउनलोड ही तब कर सकते हैं जब आप ओके के बटन को दबा देंगे। यानी आप उस ऐप को परमिशन दे देते हैं आपके मोबाइल में रखे पूरे डाटा को इस्तेमाल करने की। अब आपके मोबाइल में ऐप डाउनलोड तो हो गया, लेकिन साइबर ठगों को मौका मिला गया आपके डाटा तक पहुंचने का। आपके मोबाइल में रखी फोटो भी अब उनके कब्जे में हैं।
लोन ऐप पर हो रहा है फर्जीवाड़ा
मध्य प्रदेश के राहुल नाम के एक शख्स के साथ बिल्कुल ऐसा ही हुआ। राहुल को लोन की जरुरत थी। उसने अपने मोबाइल के प्ले स्टोर से क्लाउड नाम का एक लोन ऐप डाउनलोड किया। डाउनलोडिंग के समय ऐप कंपनी ने राहुल से उसके कॉलिंग लिस्ट, फोटो गैलरी और मैसेज तक पहुंचने की परमिशन मांगी। राहुल ने ओके बटन दबाया और ऐप डाउनलोड हो गया। ऐप के ही माध्यम से राहुल ने 32 हजार रुपये का लोन लिया।
दिल्ली एनसीआर में साइबर ठग कंपनी
अब तक सबकुछ ठीक था, लेकिन कुछ दिनों बाद ही कुछ लोगों का उसके पास फोन आया वो लोग राहुल से पैसे की मांग करने लगे। ये साइबर क्रिमिनल्स का फोन था। राहुल के मोबाइळ में रखी सारी फोटो इनके पास थीं और इन लोगों ने उन फोटो को एडिट करके राहुल को ब्लैकमेल करना शुरू किया। इतना ही नहीं इन क्रिमिनल्स ने उन अश्लील फोटो को राहुल के फोन में सेव सभी नंबरों पर भी भेज दिया। ये क्रिमिनल्स उन कॉनटेक्ट नंबर पर फोन करके अश्लील बातें करने लगे।
चीन में है इस कंपनी का सर्वर
इस शिकायत के बाद इंदौर की क्राइम ब्रांच टीम ने जांच शुरू की और फिर इसके तार जुड़े मिले दिल्ली और एनसीआर में काम कर रही एक लोन ऐप कंपनी से । दिल्ली एनसीआर में कुछ लोग एक कंपनी बनाकर लोगों के साथ साइबर ठगी का काम कर रहे थे। इस कंपनी का सर्वर चाइना में था। ये लोग लोन ऐप बनाकर लोगों को ठग रहे थे। जो लोग ऐप डाउनलोड करते उनका सारा डाटा चाइन में इस कंपनी के सर्वर तक पहुंचता। सर्वर के जरिए चीन से वो फोटो वापस इन लोगों के पास आती जो यहां बैठकर चाइन की इस कंपनी के लिए काम कर रहे थे।
गुरुग्राम से गिरफ्तार हुआ एक शख्स
इसके बाद शुरू होता ब्लैकमेलिंग का धंधा। फोटो को एडिटिंग की मदद से अश्लील बनाया जाता और फिर उस शख्स को धमकी दी जाती और पैसे की मांग की जाती। फिलहाल पुलिस ने गुरुग्राम के रहने वाले राजकमल कुमार को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में ही पता चला कि इस गैंग के कई और लोग यहां दिल्ली-एनसीआर में काम कर रहे हैं। पुलिस इस गैंग के दूसरे लोगों को तलाशने में जुटी हुई है।
लखनऊ डेस्क एडिटर : पूजा दुबे