नई दिल्ली:सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी जोशीमठ में धंस रही जमीन को लेकर कहा कि विशेषज्ञ इस जगह पर हो रही तबाही को लेकर अध्ययन कर रहे हैं. उनका कहना है कि जोशीमठ अपनी चट्टान की वजह से मुश्किलों में है. उन्होंने कहा कि चारधाम मार्ग के कारण इस तरह की समस्या पैदा नहीं हुई है. मीडिया से बातचीत के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि वह पेट्रोल और डीजल को हटाने के लिए ग्रीन फ्यूल की दिशा में काम कर रहे हैं. वह हाइड्रोजन, इथेनॉल या इलेक्ट्रिक वाहन है. उन्होंने कहा कि जल्द ही भारत एक ऊर्जा निर्यातक देश बन जाएगा.
नितिन गडकरी का कहा कि भारत चीनी, मक्का, चावल और गेहूं का बहुतायत उत्पादन करने वालों में से है. इसने ऊर्जा और बिजली के क्षेत्र में क्रांति लाई है. आने वाले पांच वर्षों में भारत सबसे बड़ा इथेनॉल निर्माता बनने वाला है. उन्होंने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन भविष्य की तरह है. नितिन गडकरी ने दावा किया कि इथेनॉल और पेट्रोल का माइलेज एक बराबर है. अब ज्यादा से ज्यादा वाहन निर्माता फ्लेक्स इंजन का इस्तेमाल कर रहे हैं.
नितिन गडकरी ने उन राजमार्गों के बारे में जानकारी दी जो बन रहे हैं. उन्होंने कहा कि नए राजमार्ग ट्रक चालकों के लिए यात्रा का समय कम कर देते हैं. इससे समय की बचत के साथ निर्यात में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का लक्ष्य अर्थव्यवस्था को बेहतर स्थिति में लाना हैl
डेस्क एडिटर पूजा दुबे