Thursday, December 19, 2024
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Ram Mandir के पांचों मंडपों के शिखर भी होंगे स्वर्ण जड़ित, तेजी से चल रहा निर्माण कार्य

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Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण में तेजी से प्रगति हो रही है। हाल ही में राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। इनमें मंदिर के मंडपों के शिखरों को स्वर्ण जड़ित करने का निर्णय भी शामिल है। इसके अलावा, मंदिर के लोअर प्लिंथ में बने भित्तिचित्र (म्यूरल) की श्रृंखला और थीम को अंतिम रूप दे दिया गया है।

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लोअर प्लिंथ का काम फरवरी तक पूरा
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि राम मंदिर के लोअर प्लिंथ का काम फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए इस क्षेत्र को खोल दिया जाएगा, ताकि वे इस भव्य मंदिर के निर्माण को नजदीक से देख सकें। राम मंदिर परिसर में एक विशेष रामकथा संग्रहालय भी बनाया जा रहा है, जिसमें चार गैलरी में राम की कथा को प्रस्तुत किया जाएगा। इनमें एक गैलरी में 500 वर्षों तक के रामलला के संघर्ष और ऐतिहासिक घटनाओं को दिखाया जाएगा। संग्रहालय में खोदाई में मिले प्राचीन अवशेषों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा, हनुमान जी की कथा को IIT चेन्नई के विशेषज्ञ ‘सेवन डी’ तकनीक से संकलित कर रहे हैं।

Muzaffarnagar News: रेलवे स्टेशन के पास बनी मस्जिद ‘शत्रु संपत्ति’ घोषित, पाकिस्तान के पहले PM लियाकत अली खान से जुड़ी है संपत्ति

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Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में रेलवे स्टेशन के सामने स्थित मस्जिद और चार दुकानों को जांच के बाद शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया गया है। यह संपत्ति पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली के परिवार की बताई जा रही है, और इसके कब्जे को लेकर विवाद पैदा हो गया है।

क्या है पूरा मामला?
यह मामला 10 जून 2024 को तब सामने आया जब राष्ट्रीय हिंदू शक्ति संगठन के संयोजक संजय अरोड़ा ने तत्कालीन जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगाली को शिकायत दी। शिकायत में अरोड़ा ने आरोप लगाया कि यह संपत्ति अवैध तरीके से कब्जा कर मस्जिद और दुकानों का निर्माण किया गया है। उनका कहना था कि यह संपत्ति पाकिस्तान के लियाकत अली के परिवार की है और इस पर अवैध कब्जा किया गया है। वहीं, मुस्लिम पक्ष का कहना था कि यह संपत्ति 1930 में वक्फ बोर्ड के नाम पर दर्ज की गई थी। उनके मुताबिक, इस संपत्ति पर बनाई गई मस्जिद और दुकानों का किराया वक्फ बोर्ड के मुतवल्ली को जमा किया जा रहा है। इसके अलावा, मुस्लिम पक्ष ने 10 नवंबर 1937 का एक पत्र भी जांच टीम को पेश किया, जिसमें इस संपत्ति को वक्फ की संपत्ति के रूप में दर्ज किया गया था।

जांच और शत्रु संपत्ति का फैसला
संजय अरोड़ा की शिकायत के बाद तत्कालीन जिला अधिकारी की ओर से इस मामले की जांच कराई गई। एडीएम राजस्व गजेंद्र कुमार, एमडीए सचिव, सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम सदर, सीओ सिटी और नगर पालिका ईओ की एक टीम ने इस संपत्ति की जांच की। इस टीम ने अपनी रिपोर्ट शत्रु संपत्ति कार्यालय, दिल्ली को भेजी, जिसके बाद भारत सरकार के शत्रु संपत्ति अभिकरण ने एक टीम भेजकर मामले की जांच की। इसके बाद दोनों पक्षों की सुनवाई की गई, और जांच के बाद शत्रु संपत्ति अभिकरण ने इस संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया। अब अधिकारियों का कहना है कि इस संपत्ति के कब्जेदारों को नोटिस भेजा जाएगा, और अगर नोटिस के बावजूद संपत्ति खाली नहीं की जाती, तो कानूनी कार्रवाई के तहत इसे खाली कराया जाएगा।

संपत्ति के बारे में जानकारी
सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने बताया कि यह संपत्ति खसरा नंबर 930 के तहत 8 बिस्वा जमीन पर बनी हुई है, जिसमें एक मस्जिद और चार दुकानें हैं।

दोनों पक्षों की प्रतिक्रिया
मुस्लिम पक्ष के लोगों ने दावा किया कि यह संपत्ति वक्फ बोर्ड की है और इसे रुस्तम अली खान ने वक्फ के नाम पर छोड़ा था। इस मामले में दुकानें चलाने वाले मोहम्मद अतहर ने कहा कि यह संपत्ति शत्रु संपत्ति नहीं है, बल्कि यह रुस्तम अली खान की थी, जिन्होंने इसे वक्फ के नाम कर दिया था। उन्होंने सरकार से यह भी आग्रह किया कि इस मामले में सही और निष्पक्ष निर्णय लिया जाए। वहीं, हिंदू पक्ष के शिकायतकर्ता संजय अरोड़ा ने इसे “डबल स्वाभिमान का दिन” बताया। उनका कहना था कि यह संपत्ति 1918 से लियाकत अली खान के परिवार की थी और सरकार से उनकी मांग पूरी हो गई है कि यह शत्रु संपत्ति घोषित की जाए।

आगे की प्रक्रिया
अब इस संपत्ति के कब्जेदारों को शत्रु संपत्ति कार्यालय से नोटिस भेजा जाएगा। अगर नोटिस के बावजूद संपत्ति खाली नहीं की जाती, तो फिर कानूनी कार्रवाई के तहत इसे खाली कराया जाएगा।

शत्रु संपत्ति क्या होती है?
भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद, पाकिस्तान जाने वाले लोगों की छोड़ी हुई संपत्तियों को शत्रु संपत्ति कहा जाता है। यह संपत्तियां भारत सरकार के नियंत्रण में होती हैं, और इनके बारे में शत्रु संपत्ति अभिकरण द्वारा निर्णय लिया जाता है। इस फैसले के बाद अब इस संपत्ति को लेकर विवाद और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया जारी रहेगी।

MahaKumbh 2025: श्रद्धालुओं के इलाज में भाषा नहीं बनेगी बाधा, बीमारी बताने में AI Translator करेगा मदद

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MahaKumbh 2025: महाकुंभ के दौरान संगमनगरी में देश-विदेश से श्रद्धालु आएंगे। इस दौरान अगर किसी बाहरी राज्य या विदेशी श्रद्धालु को बीमारी होती है, तो उन्हें इलाज में भाषा की दिक्कत नहीं होगी। इसके लिए एआई ट्रांसलेटर ऐप का सहारा लिया जाएगा। यह ऐप मरीजों को अपनी भाषा में डॉक्टर से बीमारी के बारे में बताने का मौका देगा, और एप मरीज की बोली को हिंदी या अंग्रेजी में बदलकर डॉक्टर तक पहुंचाएगा।

एप में देश की 22 भाषाएं और विदेश की 19 भाषाएं शामिल
इस एआई ट्रांसलेटर ऐप का उपयोग देश में पहली बार छावनी सामान्य अस्पताल के आईसीयू वार्ड में किया जाएगा। इस एप में देश की 22 भाषाएं और विदेश की 19 भाषाएं शामिल हैं। इनमें तमिल, तेलुगु, मलयालम, बंगाली समेत कई राज्यों की भाषाएं शामिल हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में अंग्रेजी, अरबी, फ्रेंच और अन्य 19 भाषाएं हैं। महाकुंभ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को इलाज में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए छावनी अस्पताल के डॉक्टरों के फोन में इस एप को इंस्टॉल किया जाएगा।

मेला क्षेत्र में पहली बार तैयार किया गया 30 बेड का ICU
महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में पहली बार 30 बेड का आईसीयू भी तैयार किया गया है। इसमें सेंट्रल हॉस्पिटल और अरैल के सब हॉस्पिटल में 10-10 बेड की व्यवस्था की गई है। वहीं, झूंसी के सब हॉस्पिटल में 10 बेड आईसीयू की सुविधा रायबरेली एम्स देगा। इसके अलावा, छावनी सामान्य अस्पताल के 20 आईसीयू बेड में भी एआई ट्रांसलेटर एप की सुविधा होगी। इन बेड्स के पास माइक लगाया जाएगा, जिससे मरीज अपनी भाषा में डॉक्टर से बात कर सकेंगे। डॉक्टर जो भी बोलेंगे, वह मरीज को उनकी भाषा में समझ में आ जाएगा। कैंटोनमेंट बोर्ड का दावा है कि यह पद्धति देश के किसी भी अस्पताल में पहली बार इस्तेमाल की जा रही है। इसके साथ ही, छावनी सामान्य अस्पताल में एआई कैमरे भी लगाए जाएंगे। इन कैमरों से लखनऊ के वरिष्ठ चिकित्सक मरीजों की निगरानी रखेंगे। एआई कैमरों से मरीज की हालत बिगड़ने की सूचना सीधे डॉक्टर के पास पहुंच जाएगी, ताकि तुरंत इलाज किया जा सके।

संभल एसपी की तस्वीरें वायरल: हादसे में जख्मी बुजुर्ग के लिए रुकवाया काफिला, खुद के वाहन से पहुंचाया अस्पताल

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बहजोई मार्ग पर सड़क हादसे में खून से लथपथ बुजुर्ग को तड़पता देख संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने इंसानियत का अनूठा उदाहरण पेश किया। काफिला रोककर उन्होंने घायल बुजुर्ग का हाल जाना और तुरंत उन्हें अपने वाहन से अस्पताल भिजवाया।

एसपी की इस पहल की तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। बहजोई मार्ग पर भवन चौराहे के पास एक मोटरसाइकिल और कार की टक्कर हो गई थी। हादसे में एक बुजुर्ग व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनके माथे से लगातार खून बह रहा था।

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इसी बीच घटनास्थल से गुजर रहे एसपी विश्नोई ने अपने काफिले को रुकवाया। एसपी तुरंत घायल के पास पहुंचे और उनका हालचाल जाना। इसके बाद उन्हें अपने वाहन से अस्पताल भिजवाया। यह देखकर आसपास अन्य लोगों की भीड़ लग गई।

Sambhal SP Photos viral: Stopped convoy elderly man injured in accident, took him hospital his own vehicle
संभल में घायल को अस्पताल पहुंचाते एसपी संभल – फोटो : पुलिस

उनकी यह पहल देखकर अन्य लोग भी भावुक हो गए। स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि आज के दौर में जहां लोग मदद के लिए रुकते नहीं वहीं एसपी ने खुद मिसाल पेश की। अस्पताल में बुजुर्ग का उपचार किया गया।

Sambhal SP Photos viral: Stopped convoy elderly man injured in accident, took him hospital his own vehicle
संभल में घायल को अस्पताल पहुंचाते एसपी संभल – फोटो : पुलिस

24 नवंबर को शहर में हो चुकी हिंसा 

संभल में 24 नवंबर को हुए बवाल के बाद से एहतियाती तौर पर अभी भी चौकसी बरती जा रही है। पुलिस के साथ पीएसी, आरआरएफ और आरएएफ तैनात है। पुलिस की हर गतिविधि पर नजर है। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि शहर में माहौल शांतिपूर्ण है। शांति बहाली के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा प्रयास किए गए थे। अब बाजार पूरी खुल रहा है।

Sambhal SP Photos viral: Stopped convoy elderly man injured in accident, took him hospital his own vehicle
हिंसा के बाद पटरी पर आने लगा संभल – फोटो : संवाद

कारोबार भी गति पकड़ने लगा है। मालूम हो 24 नवंबर की सुबह जामा मस्जिद का सर्वे होने के दौरान उपद्रव हो गया था। इसके बाद आठ दिन तक बाजार प्रभावित रहा था। प्रशासन के प्रयास से बाजार पूरी तरह खुला तो देहात क्षेत्र के लोग भी खरीदारी के लिए पहुंचे। अब कारोबारी भी उम्मीद लगा रहे हैं कि अच्छा कारोबार होगा।

Sambhal SP Photos viral: Stopped convoy elderly man injured in accident, took him hospital his own vehicle
संभल में हिंसा के बाद हालात – फोटो : संवाद

बैरिकेडिंग लगाकर की जा रही है सुरक्षा

जामा मस्जिद पर सुरक्षा तो 19 नवंबर को दावा दाखिल होने के बाद ही बढ़ा दी गई थी लेकिन 24 नवंबर को बवाल होने के बाद सुरक्षा पुख्ता कर दी गई है। दो रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। जहां पैदल ही जाया जा सकता है। इसके अलावा एक रास्ते पर उन लोगों को वाहन से जाने की अनुमति है जो जामा मस्जिद के नजदीक के रहने वाले हैं। इसके अलावा शहर के सभी चौराहों पर पुलिस कर्मी तैनात कर दिए हैं। धारा 163 लागू होने के चलते भीड़भाड़ भी जमा नहीं होने दी जा रही है।

Auraiya News: शॉर्ट सर्किट से बाइक में लगी आग

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फफूंद। थाना क्षेत्र के गांव बनारपुर निवासी नेमचंद्र घर में शादी के लिए टेंट बुक करने शनिवार देर शाम बाइक से फफूंद आ रहे थे। कस्बा के मुख्य आबादी वाले चमनगंज तिराहे पर पहुंचते ही उसकी बाइक में शॉर्ट सर्किट से उठी चिंगारी से आग लग गई। आग देख हड़बड़ाहट में बाइक सवार बाइक से कूद गया। इससे उसे काफी चोटें आईं। आग का गोला बनी बाइक देख बाजार के दुकानदारों में खलबली मच गई। लोगों की भारी भीड़ एकत्र होने से जाम लग गया। तिराहे पर मौजूद युवाओं ने काफी प्रयास करके आग पर काबू पाया, जिससे आग आगे नहीं फैल पाई।

टेंट हटाने के दौरान एचटी लाइन से टकराया पाइप, युवक की करंट से मौत

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बिधूना। पिपरौली गांव में एक घर की छत पर लगे टेंट को हटाने के दौरान पाइप हाईटेंशन लाइन में टकरा गया। इससे करंट की चपेट में आए युवक की मौत हो गई। मृतक के परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और कार्रवाई का आश्वासन दिया।

पिपरौली गांव में एक मकान में शादी कार्यक्रम था। कार्यक्रम के बाद घर की छत पर लगे टेंट को हटाने के लिए कर्मचारी गोपीचंद्र (18) निवासी निवादा को भेजा। टेंट हटाने के दौरान एक पाइप वहां से निकली हाईटेंशन लाइन से छू गया। इससे करंट की चपेट में आकर गोपीचंद्र गंभीर रूप से झुलस गया। लोगों ने घटना की जानकारी युवक के परिजनों को दी और उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया।डॉक्टर ने उसे तिर्वा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

गोपीचंद्र के पिता कुलदीप कुमार ने कोतवाली पुलिस को बताया कि पुत्र पिपरौली निवासी संतोष के यहां मजदूरी करता था। आरोप है कि मकान मालिक ने दबाव बनाकर छत पर टेंट लगवाया था। उसे हटाने के दौरान हादसा हुआ। याकूबपुर चौकी प्रभारी मूलेंद्र सिंह ने बताया कि तहरीर मिलने पर मामला दर्ज किया जाएगा।

टूटा एंगल जोड़ने पहुंचे कर्मियों के ट्रैक्टर का एआरटीओ ने काटा चालान

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औरैया। पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से यमुना पुल पर 30 टन से अधिक वजनी वाहनों को जाने से रोकने के लिए लगाए गए एंगल दो दिन पहले फिर किसी वाहन की टक्कर से टूट गया है। परिवहन विभाग की ओर से जिस ट्रैक्टर पर मशीन रखकर एंगल जुड़वाने के लिए भेजी गई थी, उसी ट्रैक्टर का एसआरटीओ ने कृषि से अलग उपयोग होते देख चालान काट दिया। ऐसे में अब कोई भी ट्रैक्टर लेकर वहां जाने से कतरा रहा है। इससे पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के सामने एंगल जुड़वाने को लेकर एक गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। ऐसे में पुल से भारी वाहन बिना किसी रोक टोक के फर्राटा भर रहे हैं।

कमजोर यमुना पुल पर 30 टन से अधिक वजन के वाहनों के आवागमन पर रोक है। यमुना पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से एंगल लगाया गया था। आए दिन किसी न किसी वाहन की चपेट में आने से एंगल टूटकर गिर रहा है। दो दिन पहले ही फिर से किसी वाहन की चपेट में आने से एंगल टूट गया था।

पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से ट्रैक्टर से वेल्डिंग मशीन को भिजवाया गया। ट्रैक्टर देवकली चौकी के पास पहुंचा ही था कि वहां चेकिंग पर मौजूद एआरटीओ व उनकी टीम ने रोका। ट्रैक्टर का प्रयोग कृषि कार्य से हटकर होता देख उसका चालान काट दिया। चालक बिना काम किए ही ट्रैक्टर और मशीन लेकर लौट गया। एआरटीओ सुदेश कुमार तिवारी ने बताया कि ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर में आगे पीछे दो मशीन लगाकर चल रहा था, इससे ट्रैक्टर का स्वरूप ही बदल गया था। इसी के चलते उसका 1.92 लाख रुपये का चालान काटा गया।

अभय कुमार श्रीवास्तव ने संभाला एनटीपीसी परियोजना प्रमुख का पदभार

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औरैया। ईओसी नोएडा, कॉमर्शियल केंद्रीय कार्यालय से स्थानांतरित होकर शुक्रवार को एनटीपीसी परियोजना में अभय कुमार श्रीवास्तव पहुंचे। इसके बाद शनिवार को एनटीपीसी के परियोजना प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया। अभय कुमार ने एनटीपीसी लिमिटेड में अपनी जीवन यात्रा 27 अगस्त 1987 को एक्जीक्यूटिव ट्रेनी के रूप में शुरू की थी। उन्होंने एनटीपीसी के विभिन्न प्रमुख परियोजनाओं जैसे कोरबा, कनिहा, पूर्वी क्षेत्र मुख्यालय-1 ER-1 (पटना), पूर्वी क्षेत्र मुख्यालय-2 ER-2 (भुवनेश्वर) तथा केंद्रीय कार्यालय, नई दिल्ली में कार्यकलापों का निर्वहन करते हुए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। शनिवार को टीम औरैया ने नए परियोजना प्रमुख का स्वागत किया। संवाद

दिबियापुर कस्बे के मोहल्ला विकास कुंज सुने घर में हुई लाखों रुपए की चोरी, रिपोर्ट दर्ज

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औरैया। दिबियापुर कस्बे के मोहल्ला विकास कुंज निवासी सौरभ कुमार ने दिबियापुर पुलिस को दी तहरीर में बताया कि चार दिसंबर की शाम परिवार के सभी लोग पिता को देखने कानपुर अस्पताल गए थे। रात को घर वापस नहीं लौट सके। चोरों ने सूने घर के ताले तोड़कर 20 हजार रुपये की नकदी समेत लगभग छह लाख रुपये कीमत के सोने व चांदी के जेवरात चोरी कर लिए। इसकी जानकारी पांच दिसंबर की सुबह घर आने पर उन्हें हुई। थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज किया। साथ ही पीड़ित को जल्द चोरी का खुलासा करने का आश्वासन दिया। (संवाद)

जमीन पर कब्जे को लेकर शिकायतें, फरियादियों में निराशा

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औरैया। संपूर्ण समाधान दिवस में लगातार राजस्व संबंधी शिकायतों का इजाफा देखने को मिल रहा है। शनिवार को जिलाधिकारी व एसपी ने बिधूना, एडीएम ने औरैया और सीडीओ ने बिधूना तहसील में फरियादियों को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों से समय से शिकायतों के निस्तारण के निर्देश दिए।

बिधूना में जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित संंपूर्ण समाधान दिवस में 144 शिकायतों में 15 का मौके पर निस्तारण किया गया। सर्वाधिक शिकायतें जमीन की पैमाइश, विवाद, चकरोड, आवास, किसान सम्मान निधि, बिजली विभाग से जुड़ी हुई थीं। जीवा सिरसानी के मजरा मेर निवासी देवेंंद्र ने बताया कि कई बार शिकायत के बाद भी ब्लाक स्तर से अधिकारी समस्या निस्तारण नहीं कर रहे हैं। रठगांव के इंद्रेश कुमार ने जमीन पर कब्जा किए जाने के साथ ही समस्या निस्तारण न करने में पुलिस व लेखपाल पर लापरवाही का आरोप लगाया।

सदर तहसील में अपर जिलाधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह, क्षेत्राधिकारी महेंद्र पाल सिंह ने फरियादियों की शिकायतों को सुना। कुल 115 फरियादी पहुंचे। इनमें चार शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया जा सका।

77 शिकायतों में से 12 का मौके पर निस्तारण
अजीतमल में मुख्य विकास अधिकारी रामसुमेर गौतम ने उप जिलाधिकारी गरिमा सोनकिया एवं तहसीलदार जीतेश वर्मा की मौजूदगी में शिकायतों को सुना। उन्होंने उपस्थिति अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से मौके का स्थलीय निरीक्षण कर निस्तारित करने के आदेश दिए। कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। हरपालपुर निवासी प्रमिला ने मकान के सामने रास्ते पर गेट रखकर सार्वजनिक रास्ते पर कब्जा किए जाने की शिकायत की। कुल 77 शिकायतों में 12 का मौके पर निस्तारण किया गया।